Sunday, May 10, 2020

दो वक्त की रोटी भी नहीं जुटा पा रहे गोल्फ कोर्स के कैडीज May 10, 2020 at 08:30PM

दुनिया के सबसे महंगे खेलों में शुमार गोल्फ भी लॉकडाउन (Lockdown) के प्रभाव में आने से नहीं बचा है। इस खेल से जुड़े कैडीज (मैच के दौरान गोल्फ खिलाड़ियों की मदद करने वाला स्टाफ) अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रहे हैं। बीते दो महीने से गोल्फ क्लब (Golf Club) और (Golf Courses) बंद पड़े हैं और ऐसे में इन कैडीज की चिंता करने वाला भी कोई नहीं है। लॉकडाउन खुलने के बाद भी इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि गोल्फ के शौकीन यहां तुरंत ही आ जाएंगे। ऐसे में अपने जीवनयापन को लेकर इन कैडीज के सामने चुनौती बड़ी हो रही है। देश और दिल्ली एनसीआर के कुछ गोल्फ क्लब्स ने भले ही इस वर्ग के अपने कर्मचारियों को वित्तीय मदद मुहैया कराई हो। कुछ ने तो अपने कर्मारियों को राशन देकर भी मदद दी है लेकिन फरीदाबाद के अरावली गोल्फ क्लब ने अपने कैडीज के लिए कोई मदद मुहैया नहीं कराई है। राजधानी दिल्ली के दक्षिण में करीब 30 किलोमीटर दूर स्थित इस गोल्फ क्लब के कैडीज को आगे कमाई भी नहीं दिख रही है और उनका राशनभी खत्म होता जा रहा है। इस क्लब के कैडीज का दावा है कि क्लब ने उनकी कोई मदद नहीं की है। एक कैडी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया, 'वे ये न सोचें की हम प्रधान बन रहे हैं। लेकिन सच यह है कि हमारी हालत बहुत खराब है। लॉकडाउन का हम पर बहुत बुरा असर हुआ है और क्लब ने हमारी कोई मदद नहीं की है।' सामान्य दिनों में एक कैडी औसतन 600 से 800 रुपये रोजाना कमाता है, और वह 15-16 हजार रुपये प्रतिमाह कमा लेता है। यहां 50 से ज्यादा कैडीज होते थे लेकिन बीते 2 महीने से जब से लॉकडाउन शुरू हुआ है, तब से अब तक करीब 30 लोग यहां वापस घर लौट चुके हैं। जब अरावली क्लब से इन कैडीज को लेकर बात की गई तो यहां के मैनेजर निरंजन सिंह रावत ने बताया कि उन्होंने क्लब के सदस्यों को यहां राशन के बैग बांटने के लिए प्रेरित किया था। हमने क्लब के सदस्यों से दो बार राशन बांटने की अपील की थी। हम उन्हें आटा, चावल, दाल आदि बांट भी चुके हैं।

हरभजन सिंह से डरती थी ऑस्ट्रेलियाई टीम: सुरेश रैना May 10, 2020 at 08:01PM

नई दिल्ली नब्बे के दशक से क्रिकेट की दुनिया में ऑस्ट्रेलिया का जो दबदबा शुरू हुआ वह अगले कई साल तक जारी रहा। एक दशक से भी ज्यादा समय तक ऑस्ट्रेलियाई टीम ने क्रिकेट पर राज किया। लेकिन एक खिलाड़ी ऐसा था जिससे कंगारू टीम भी खौफ खाती थी। टीम इंडिया के पूर्व ऑलराउंडर इरफान पठान और सुरेश रैना ने इस नाम का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि ऑस्ट्रेलियाई टीम हरभजन सिंह () से भयभीत रहती थी। इंस्टाग्राम पर लाइव सेशन के दौरान ये दोनों खिलाड़ी कोरोना वायरस पर चर्चा कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने हरभजन सिंह के प्रभाव के बारे में चर्चा करनी शुरू कर दी। इरफान (Irfan Pathan) ने कहा, 'भज्जी पा इस खेल के दिग्गज हैं। आप विश्व क्रिकेट में किसी दूसरे ऐसे ऑफ स्पिनर का नाम बताइए। वह लीजेंड हैं और 100 टेस्ट मैच खेल चुके हैं।' इस पर रैना ने आगे कहा, 'हरभजन सिंह एक फाइटर हैं। उन्होंने हमें ऑस्ट्रेलिया में मैच जितवाए हैं। ऑस्ट्रेलियाई हमेशा हरभजन सिंह से दूर रहा करते थे।' इरफान ने कहा, 'हरभजन सिंह का नाम सुनकर ऑस्ट्रेलियाई ठहर जाते थे।' हरभजन सिंह ने भारत के लिए आखिरी टी20 इंटरनैशनल 2016 में खेला था। उन्होंने भारत के लिए 103 टेस्ट मैचों में 417 विकेट लिए हैं। हरभजन सिंह 2007 वर्ल्ड टी20 और 2011 वर्ल्ड कप विजेता टीम के सदस्य रहे। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भी उनका रेकॉर्ड शानदार रहा है। उन्होंने कंगारू टीम के खिलाफ 18 टेस्ट मैचों में 29.95 के औसत से 95 विकेट लिए। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कोलकाता के ईडन गार्डंस टेस्ट में साल 2001 में हैट ट्रिक ली थी। वह भारत की ओर से टेस्ट क्रिकेट में तिकड़ी लेने वाले पहले गेंदबाज हैं। हाल ही में रोहित शर्मा (Rohit Sharma) के साथ चर्चा में हरभजन ने बताया था, 'रिकी पॉन्टिंग सिर्फ मेरा चेहरा देखकर आउट हो जाता था। मुझे उसे बोलिंग करने की जरूरत भी नहीं थी। जब वह मुंबई इंडियंस के लिए खेलने आया, तो मुझे लगा कि मुझे नेट्स में खेलकर उसमें सुधार आएगा। लेकिन वहां भी मैंने उसे 5-6 बार आउट कर दिया।'

लॉकडाउन: ऐथलीट के परिवार में नहीं बची रोटी, NGO पर निर्भर May 10, 2020 at 07:25PM

नागपुर कोविड- 19 (Covid- 19) के चलते देश भर में जारी लॉकडाउन (Lockdown) स्टीपलचेज रनर और उनके परिवार के लिए बेहद चुनौतिपूर्ण बन गया है। बीते 49 दिनों से ज्योति अपने परिवार के साथ नागपुर के पंचशील नगर की झुग्गी बस्ती में बंद हैं और इस 25 वर्षीय धावक की तमाम सेविंग्स अब खत्म हो चुकी है और पूरा परिवार एनजीओ द्वारा बांटे जाने वाले भोजन पर निर्भर है। ज्योति ने हमारे सहयोगी अखबार 'टाइम्स ऑफ इंडिया' को बताया, 'दो-तीन दिन में एक बार कुछ लोग हमारी कॉलोनी में खाना बांटने आते हैं। हमारे पास बीपीएल कार्ड भी नहीं, जिसके चलते हमें राशन बाजार भाव पर ही खरीदना पड़ता है और अब घर में राशन मुट्ठीभर ही बचा है।' ज्योति ने कहा, 'लॉकडाउन की शुरुआत में मैंने भी सरकार के इस फैसले की तारीफ की थी क्योंकि कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए सरकार ने इसे शुरू किया था। लेकिन अब चीजें मुश्किल होती जा रही हैं। अगर यह लॉकडाउन और बढ़ा तो हमें लोन लेना होगा, जिसे मैं बाद में नकद इनाम जीतकर लौटाऊंगी।' साल 2015 में हैदराबाद में हुई हाफ मैराथन रेस में 40 हजार रुपये जीतने वाली ज्योति को लगा कि ऐथलेटिक्स आय के स्रोत के रूप में चुना जा सकता है- जैसे अफ्रीकी देशों के खिलाड़ी करते हैं। ज्योति के पिता के बेरोजगार होने के बाद ज्योति और उनकी बहन (जो नर्स हैं) उन्होंने परिवार चलाने की जिम्मेदारी संभाली। अपनी बहन की बचत से उन्होंने अपने झुग्गी वाले घर को पक्के घर में तब्दील किया। यह साल 2008 की बात थी, जब ज्योति के स्पोर्ट्स टीचर गजानन शिवाडकर ने बालाजी हाई स्कूल में दौड़ में भाग लेने का मौका दिया। तब से उसे रनिंग की अडवांस ट्रेनिंग मिलने लगी। इसके बाद गुजरात जूनियर नैशनल में ज्योति ने अपना पहला गोल्ड मेडल जीता और अब तक उसके पास कुल 20 पदक हैं। कोविड- 19 के चलते शुरू हुए लॉकडाउन से पहले ज्योति अपनी ट्रेनिंग के लिए भोपाल में थीं। लेकिन 20 मार्च को सभी ऐथलीट्स को अपने-अपने घर वापस जाने के लिए कह दिया गया।

जब होटल रूम में साथी खिलाड़ियों के साथ गांजा फूंक रहे थे हर्शल गिब्स May 10, 2020 at 06:48PM

नई दिल्ली हर्शल गिब्स (Herschelle Gibbs) साउथ अफ्रीका के धाकड़ बल्लेबाज थे। अपनी बैटिंग से उन्होंने साउथ अफ्रीका को कई मैच जिताए। आक्रामक बल्लेबाजी उनके खेल का अंदाज था। लेकिन गिब्स अपने खेल के अलावा कई अन्य चीजों को लेकर भी विवाद में रहे। और आज यानी 11 मई का दिन भी उनसे जुड़े एक विवाद का दिन है। आज ही के दिन साल 2001 में गिब्स और टीम के चार साथी खिलाड़ियों को गांजा फूंकने के आरोप में दंडित किया गया था। उनके साथ टीम के फिजियोथेरेपिस्ट क्रेग स्मिथ भी थे। यह घटना वेस्ट इंडीज दौरे के दौरान हुई थी। गिब्स के साथ ही पॉल एडम्स, रोजर टेलेमकहस, आंद्रे नेल और जस्टिन कैंप भी शामिल थे। टीम के खिलाड़ियों ने एंटीगा में होटल रूम में गांजा पिया था। जिसकी खबर टीम प्रबंधन को लगने के बाद उन पर दंड लगाया गया था। ये 12 महीने गिब्स के लिए काफी खराब रहे थे। उन पर मैच-फिक्सिंग स्कैंडल के लिए छह महीने का बैन लगाया गया। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे मैच की पूर्व संध्या पर नाइट क्लब जाने पर उन्हें सस्पेंड कर दिया गया था।

रैना ने कहा- सिलेक्टर्स का हम पर ध्यान नहीं, ऐसे में मेरे जैसे खिलाड़ी जिनका बोर्ड से करार नहीं उन्हें विदेशी लीग में खेलने की मंजूरी मिले May 10, 2020 at 05:46PM

2 साल से टीम इंडिया से बाहर चल रहे सुरेश रैना ने कहा कि उन भारतीय क्रिकेटरों को विदेशी टी-20 लीग में खेलने की मंजूरी मिले, जिनका बीसीसीआई से करार नहीं। उन्होंने साथी खिलाड़ी इरफान पठान से इंस्टाग्राम पर लाइव चैट पर यह बात कही।
रैना ने कहा कि विदेशी टी-20 लीग में खेलना उन उम्रदराज खिलाड़ियों के लिए अच्छा होगा, जो अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी की कोशिश कर रहे हैं। मुझे उम्मीद है कि बीसीसीआई फ्रेंचाइजी और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद के साथ मिलकर यह तय कर सकता है कि जिन भारतीय खिलाड़ियों का बोर्ड से अनुबंध नहीं है,वे बिग बैश जैसी टी-20 लीग में खेल सकें।

कई खिलाड़ी आईपीएल में भी नहीं खेल रहे: रैना
उन्होंने आगे कहा कि मुझे लगता है कि मेरे अलावायुसूफ पठान, रॉबिन उथप्पा जैसे खिलाड़ी हैं, जो विदेशी टी-20 लीग में खेलकर काफी सीख सकते हैं। हमें कम से कम दो विदेशी टी-20 लीग में खेलने की मंजूरी दी जाए। क्योंकि हम बीसीसीआई की कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट में नहीं है। कई के पास आईपीएल फ्रेंचाइजी के साथ भी करार नहीं है।

'घरेलू क्रिकेट में अतंरराष्ट्रीय स्तर जैसी प्रतिस्पर्धा नहीं'

रैना ने कहा किघरेलू क्रिकेट में अंतरराष्ट्रीय स्तर जैसी प्रतिस्पर्धा नहीं है। अगर साल में हमें तीन महीने की क्वालिटी क्रिकेट खेलने का मौका मिले। फिर फिर चाहें कैरिबियन प्रीमियर लीग(सीपीएल) या ऑस्ट्रेलिया की बिग बैश लीग ही क्यों न नो। इससे हम अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के लिए हमेशा तैयार रहेंगे।

'दूसरे देशों के खिलाड़ियों ने टी-20 लीग के दम पर वापसी की'
इस बाएं हाथ के बल्लेबाज के मुताबिक, दूसरे देशों के कई खिलाड़ी इस तरह की टी-20 लीग में खेल रहे हैं। यहां अच्छे प्रदर्शन के दम पर उन्होंनेअंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी भी की है। भारत में सिलेक्टर्स 40-50 खिलाड़ियों के पूल से बाहर किसी को नहीं देखते।

उन्हें लगता है कि इससे बाहर के खिलाड़ी अच्छे नहीं है या ऐसा मानते हैं किउनका करियर खत्म हो गया है। ऐसे में अगर हम विदेशी लीग में खेलते और अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो इससे हमारा क्रिकेट ही सुधरेगा।

भारतीय क्रिकेटरों को विदेशी लीग में खेलने की इजाजत नहीं

आईपीएल को छोड़ दें, तो बीसीसीआई ने किसी भी एक्टिव भारतीय खिलाड़ी को फ्रेंचाइजी लीग में खेलने की मंजूरी नहीं दी है। हालांकि, संन्यास के बाद कुछ खिलाड़ी जरूर विदेशी क्रिकेट लीग में खेल रहे हैं। इसमें वीरेंद्र सहवाग टी-10, युवराज सिंह ग्लोबल टी-20 लीग कनाडा के लिए खेले हैं।

पिछले साल हरभजन सिंह ने भी इंग्लैंड की 'द हंड्रेड'( 100 बॉल का मैच) के लिए करार किया था। लेकिन आईपीएल में खेलने के लिए इससे हट गए।



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सुरेश रैना ने कहा कि दूसरे देशों के कई खिलाड़ी इस तरह की टी-20 लीग में खेल रहे हैं। यहां अच्छे प्रदर्शन के दम पर उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी भी की है। (फाइल)

'भीख' मांग पाक का कर्जा उतारेंगे जावेद मियांदाद May 10, 2020 at 06:23PM

नई दिल्ली पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान () ने पाकिस्तान का कर्जा () उतारने के लिए एक बैंक अकाउंट खोलने का फैसला किया है। मियांदाद ने अपने टि्वटर अकाउंट पर एक वीडियो पोस्ट कर इस बात की घोषणा की। इस वीडियो में वह अपने इस प्लान के बारे में खुलकर बात कर रहे हैं। मियांदाद का दावा है कि वह इस अकाउंट में आने वाले दान से आईएमएफ (इंटरनैशनल मॉनेटरी फंड) का कर्जा उतारेंगे। वीडियो में मियांदाद हर पाकिस्तानी, जिसमें मुल्क को लूटने वाले भ्रष्ट पाकिस्तानी भी शामिल हैं, से इस कैंपेन में जमकर दान देने की अपील की है। पूर्व क्रिकेटर ने कहा वह भीख मांग रहे हैं लेकिन अपने लिए नहीं बल्कि मुल्क के लिए। उन्होंने कहा कि वह जल्द ही नैशनल बैंक ऑफ पाकिस्तान में एक खाता खोलेंगे, जिसमें लोग पैसा जमा करवा सकेंगे। मियांदाद ने कहा कि यह एक अंतरराष्ट्रीय बैंक खाता होगा। पाकिस्तान के इस पूर्व कप्तान और पूर्व कोच ने कहा, 'यह खाता वह अपने नाम से खुलवाएंगे और इसका एक भी पैसा गलत इस्तेमाल नहीं होगा। मियांदाद ने कहा कि इस पैसे से वह आईएमएफ का पाकिस्तान पर कर्ज उतारेंगे। मियांदाद ने विदेशों में बसे पाकिस्तानियों से कहा, 'मैं आपसे एकमुश्त पैसा देने के लिए नहीं कह रहा हूं। आप एक डॉलर, दो डॉलर, 100 डॉलर महीना, जितना आपसे हो सके इस खाते में जमा करवाएं। ताकि पाकिस्तान का कर्ज उतारा जा सके।' उन्होंने कहा कि पाकिस्तान का कर्ज उतारना बहुत जरूरी है। बकौल मियांदाद अगर पाकिस्तान और लोन लेने जाता है तो आईएमएफ उससे एटम बम (न्यूक्लियर पावर) ले लेगा। मियांदाद को लगता है कि अब लोन की शर्तें इतनी कड़ी हो गईं हैं कि अगर पाकिस्तान को और लोन चाहिए तो उसे 'न्यूक्लियर पावर' का रुतबा छिन जाएगा। उन्होंने कहा कि पहले भी डैम के लिए पैसा इकट्ठा किया जा चुका है और ऐसे में पाकिस्तान का कर्ज उतारने के लिए भी फंडिंग काम आ सकती है।

दर्शक हों या न हों, फिर से शुरू हो क्रिकेट: केविन पीटरसन May 10, 2020 at 04:50PM

नई दिल्ली इंग्लैंड के पूर्व कप्तान () का मानना है कि कोविड- 19 (Covid- 19) महामारी के चलते बंद पड़े क्रिकेट को अब दोबारा शुरू हो जाना चाहिए। पीटरसन ने कहा कि अगर खेल दोबारा शुरू होते हैं तो इससे लोगों का मनोबल बढ़ेगा। कोरोना वायरस (Coronavirus) के चलते लोगों में निगेटिविटी और हताशा का स्तर बहुत बढ़ गया है और खेलों की शुरूआत कर अब इसे ऊपर उठाने की जरूरत है। जानलेवा नोवेल कोरोना वायरस के चलते दुनिया भर में बीते 2 महीने से सभी तरह की खेल गतिविधियों पर ब्रेक लगा है। ऐसे में पीटरसन मानते हैं कि क्रिकेट को दोबारा शुरू करने के लिए हर संभव कोशिश करनी चाहिए और सुरक्षित रहते हुए इसे जितना जल्दी शुरू कर सकें उतना बेहतर है। रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक इस 39 वर्षीय पूर्व बल्लेबाज ने कहा, 'फैन्स, और लोगों को इन दिनों अब मनोबल बढ़ाने वाली कोई चीज चाहिए। इस समय उनका मनोबल बहुत निगेटिव है, और इस समय वे बहुत हताश हैं।' कई लोगों के लिए खेल मनोबल और पोजिटिविटी बढ़ाने वाले होते हैं। नया खेल हमें तब तक बंद दरवाजों में खेलना होगा, जब तक हम कोरोना वायरस की वैक्सीन नहीं ढूंढ लेते। खिलाड़ियों को भी इसका सामना करना होगा। पीटरसन ने कहा, 'गोल्फर रॉरी मैक्लॉरी 17 मई को एक चैरिटी मैच खेलने की तैयारी कर रहे हैं। इंग्लिश सॉकर प्रीमियर लीग जून के मध्य से वापसी पर विचार कर रहा है। ऐसे में यह समझा जा सकता है कि कोई भी शीर्ष ऐथलीट मैदान पर लौटना नहीं चाह रहा होगा।' उन्होंने कहा, 'कुछ खिलाड़ी इन दिनों अपने जीवन की प्राइम फॉर्म में हैं। फिर भला वे क्यों नहीं खेलना चाहेंगे। ठीक है अभी भीड़ स्टेडियम में नहीं आ सकती लेकिन वे ब्रॉडकास्टर के जरिए टीवी पर तो इस खेल लुत्फ उठाएंगे।

भज्जी के वीडियो पर फैन्स बोले- टीम इंडिया करे ऐसी ट्रेनिंग May 10, 2020 at 04:51PM

नई दिल्ली कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के चलते दुनियाभर में खेल गतिविधियों पर ब्रेक लगा हुआ है। ऐसे में भारतीय क्रिकेटर्स अपने खाली समय का ज्यादातर इस्तेमाल सोशल मीडिया पर कर रहे हैं। क्रिकेटर सोशल मीडिया पर काफी पोस्ट कर रहे हैं। और उन पर फैंस की जबर्दस्त प्रतिक्रिया भी मिल रही है। भारतीय ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर एक वीडियो पोस्ट किया है जिसमें दो लोग एक सीढ़ी के सहारे कई मंजिल चढ़ रहे हैं। यह सब इतनी तेज हो रहा है कि हरभजन 'वॉव' किए बिना नहीं रह पाए। इस वीडियो में दो लोग एक सीढ़ी हाथ में लेकर दौड़ रहे हैं और दीवार के सहारे वह सीढ़ी लगाकर पहली मंजिल पर चढ़ते हैं। इसके बाद उसी सीढ़ी को ऊपर खींचकर वह दूसरी मंजिल पर चढ़ जाते हैं। और इसी तरह आगे। यह सब इतनी फुर्ती से हो रहा है कि हरभजन इसकी तारीफ करने से खुद को रोक नहीं पाए। हरभजन के इस वीडियो पर फैंस ने मजाकिया कॉमेंट किया है कि क्या यह लॉकडाउन के बाद टीम इंडिया का अगला ट्रेनिंग कैंप होगा। हरभजन सिंह अब अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में नजर नहीं आते। वह साल में सिर्फ एक टूर्नमेंट, आईपीएल खेलते हैं। लेकिन इस साल कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के चलते इस टूर्नमेंट पर भी संकट के बादल छाए हुए हैं। बीसीसीआई ने आईपीएल को अनिश्चितकाल के लिए टाल दिया है। पहले आईपीएल 29 मार्च को शुरू होना था लेकिन पहले लॉकडाउन के चलते इसे 15 अप्रैल तक टाल दिया गया। हालांकि जब पहली बार लॉकडाउन बढ़ाया गया तब बोर्ड ने इसे अनिश्चितकाल के लिए टाल दिया।

स्पेन की फुटबॉल लीग के 5 खिलाड़ी कोरोना से संक्रमित; ईपीएल की बैठक से पहले ब्राइटन के एक और प्लेयर की रिपोर्ट पॉजिटिव May 10, 2020 at 03:03PM

स्पेन की शीर्ष दो फुटबॉल लीग के पांच खिलाड़ी कोरोनावायरस से संक्रमित पाए गए हैं। ला लिगा ने रविवार को इसकी पुष्टि की। इधर, इंग्लिश प्रीमियर लीग की आज होने वाली बैठक से पहले ब्राइटन क्लब के एक और खिलाड़ी की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। कुछ दिनों पहले क्लब के दो खिलाड़ी इस वायरस से संक्रमित पाए गए थे।

स्पेनिश फुटबॉल लीग के जो पांच खिलाड़ी कोरोना से संक्रमित पाए गए हैं। इसमें से कुछ ला लीगा और कुछ सेकेंड डिवीजन लीग सेकुंडा के खिलाड़ी हैं। इन्हें होम क्वारैंटाइन में रखा जाएगा और कुछ दिन बाद दोबारा इनका टेस्ट होगा। इन्हें तभी अपने क्लब से जुड़ने की इजाजत मिलेगी, जब इनकी कोरोना की लगातार दो रिपोर्ट निगेटिव आएगी।

ट्रेनिंग को लेकर ला लिगा ने देश की सुप्रीम स्पोर्ट्स काउंसिल के सुझाव पर प्रोटोकॉल तैयार किया है। इसके आधार पर ही अलग-अलग लीग के खिलाड़ियों के रैंडम कोरोना टेस्ट हो रहे हैं। ताकि ऐसे खिलाड़ियों का पता लगाया जा सके,जिनमें लक्षण तो नहीं हैं। लेकिन वे संक्रमित होने की वजह से अनजाने में दूसरे खिलाड़ियों के लिए खतरा बन सकते हैं।

सोमवार से रियाल मैड्रिड के खिलाड़ी ट्रेनिंग शुरू करेंगे
लीग ने ट्रेनिंग के लिए एक प्रोटोकॉल तैयार किया है। इसके तहत शुरुआत में खिलाड़ी व्यक्तिगत प्रैक्टिस करेंगे। इसके बाद समूहों में ट्रेनिंग शुरू होगी और 18 मई के बाद टीम ट्रेनिंग पर कोई फैसला होगा। शुक्रवार को बार्सिलोना के खिलाड़ियों ने ट्रेनिंग शुरू कर दी है, जबकि सोमवार से रियाल मेड्रिड के खिलाड़ी भी अभ्यास शुरू करेंगे।

ला लिगा के 20 जून से शुरू होने का दावा

लीग ने आधिकारिक तौर पर प्रतिस्पर्धी मैचों की बहाली के लिए समय की घोषणा नहीं की है। लेकिन लेगानिस क्लब के कोच जेवियर एग्युरे ने पिछले हफ्ते ही दावा किया था कि 20 जून से खाली स्टेडियम में मैच शुरू हो जाएंगे। अध्यक्ष जेवियर तेबास पहले ही कह चुके हैं कि ला लीगा को कैंसिल करना कोई विकल्प नहीं है। क्योंकि इससे क्लबों को करीब 1.08 बिलियन डॉलर का नुकसान होगा।

ब्राइटन क्लब के तीन खिलाड़ी कोरोना पॉजिटिव

इधऱ, सोमवार को इंग्लिश प्रीमियर लीग की अहम बैठक होगी। इसमें लीग के मौजूदा सीजन को न्यूट्रल वेन्यू और खाली स्टेडियम में कराने पर वोटिंग होनी है। इससे पहले ही ब्राइटन क्लब का एक और खिलाड़ी कोरोना से संक्रमित पाया गया है। यह क्लब का तीसरा प्लेयर है जिसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। ऐसे में लीग के दोबारा शुरू होने की तैयारियों को झटका लग सकता है।

संक्रमित खिलाड़ी 14 दिन सेल्फ आइसोलेशन में रहेंगे

क्लब के चीफ एक्जीक्यूटिव पॉल बार्बर ने बताया कि खिलाड़ी का टेस्ट शनिवार को हुआ था। टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उसे 14 दिन के लिए सेल्फ आइसोलेशन में भेज दिया गया है। वहीं, बाकी खिलाड़ी टीम के होम ग्राउंड में ट्रेनिंग जारी रखेंगे। हालांकि, इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा।



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बार्सिलोना के खिलाड़ियों ने व्यक्तिगत ट्रेनिंग शुक्रवार से शुरू कर दी है। इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना जरूरी है।

गंभीर ने कहा- हम सभी को कोरोना के साथ ही रहना है, जितनी जल्दी इसकी आदत डाल लें, उतना अच्छा May 10, 2020 at 12:40AM

पूर्व भारतीय क्रिकेटर गौतम गंभीर ने कहा कि हम सभी को अब कोरोनावायरसस के साथ ही रहना होगा। जितनी जल्दी इसकी आदत डाल लें, उतना अच्छा है। गंभीर ने स्टार स्पोर्ट्स के शो क्रिकेट कनेक्टेड में कहा कि महामारी ने पूरे क्रिकेट कैलेंडर पर ब्रेक लगा दिया है। इसके कारण लगभग सभी अंतरराष्ट्रीय सीरीज और इवेंट स्थगित कर दिए गए हैं।

कोरोना महामारी के कारण इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) को अनिश्चितकाल के लिए टाल दिया गया है। जून-जुलाई तक के लगभग सभी टूर्नामेंट और सीरीज टाल दी गईं। इनके अलावा सितंबर में एशिया कप और अक्टूबर-नवंबर में ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी-20 वर्ल्ड कप पर भी खतरा मंडराने लगा है।

क्रिकेट में ज्यादा बदलाव नहीं होंगे
गंभीर ने कोरोना के बाद क्रिकेट में लार के इस्तेमाल के अलावा अन्य नियमों के बदलाव को नकारा है। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे नहीं लगता कि कोरोना के बाद क्रिकेट में ज्यादा बदलाव देखने को मिलेंगे। हो सकता है कि आपके पास स्लाइवा (लार) का कोई दूसरा विकल्प हो। इसके अलावा मुझे नहीं लगता कि ज्यादा कुछ बदलेगा।’’गंभीर ने 58 टेस्ट में 4154, 147 वनडे में 5238 और 37 टी-20 में 932 रन बनाए हैं। आईपीएल में गंभीर के नाम 154 मैच में 4218 रन हैं।

‘जितनी जल्दी स्वीकार करेंगे, उतना अच्छा’
भाजपा के सांसद गंभीर ने कहा, ‘‘खिलाड़ियों समेत अन्य लोगों को भी इस वायरल के साथ रहना होगा। इन लोगों को शायद इसका आदी होना पड़ेगा। हो सकता है खिलाड़ियों को यह अपनी गिरफ्त में ले सकता है, लेकिन आपको इसी के साथ रहना पड़ सकता है। जितनी जल्दी आप इसे मानेंगे उतना अच्छा होगा।’’



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पूर्व भारतीय क्रिकेटर गौतम गंभीर ने 58 टेस्ट में 4154, 147 वनडे में 5238 और 37 टी-20 में 932 रन बनाए हैं। आईपीएल में गंभीर के नाम 154 मैच में 4218 रन हैं। -फाइल फोटो

विराट ने बताया, लॉकडाउन में किससे हुई 'नफरत' May 10, 2020 at 12:39AM

नई दिल्लीकोरोना वायरस से बचाव के तौर पर भारत समेत कई देशों में लॉकडाउन घोषित है और ऐसे में खेल जगत की दिग्गज हस्तियां भी अपने-अपने घरों में समय बिता रही हैं। टीम इंडिया के कैप्टन ने बताया कि लॉकडाउन में उन्हें किस बात से सबसे ज्यादा नफरत हुई या क्या उन्हें सबसे खराब लगा। विराट ने टीवी शो 'क्रिकेट कनेक्टेड' में वीडियो सेशन से हिस्सा लिया। उनसे एक बच्चे ने पूछा कि लॉकडाउन में क्या एक चीज है जिससे उन्हें सबसे ज्यादा नफरत हुई। इस पर विराट पहले तो हंस पड़े, फिर उन्होंने कहा कि यह एक अच्छा सवाल आपने पूछा। पढ़ें, कैप्टन कोहली ने जवाब में कहा, 'लॉकडाउन में जो थोड़ा मुश्किल रहा वो ये कि हर रोज नई चीजें करने के लिए मॉटिवेशन खोजने की मुश्किल। छोटी-छोटी चीजों में उद्देश्य ढूंढ़ना लेकिन मुझे लगता है कि यह एक अच्छा मौका है कुछ सीखने का। हमें किसी से नफरत नहीं करनी चाहिए जो हमारे आसपास हैं, जो हमारे सामने चुनौतियां हैं।' उन्होंने आगे कहा, 'जो एक चीज मैं लॉकडाउन में देखना नहीं चाहता या यूं कहें कि मुझे पसंद नहीं वो ये कि लोग उन बातों का पालन नहीं कर रहे जो उनसे कहा जा रहा है। फिर भी यही कहूंगा कि इन छोटी-छोटी चुनौतियों का सामना करना है। हमें पॉजिटिव रहना है।'

पाकिस्तान की शीर्ष महिला क्रिकेटरों का होगा ऑनलाइन फिटनेस टेस्ट May 09, 2020 at 11:50PM

लाहौर पाकिस्तान की 38 शीर्ष महिला क्रिकेटरों का () देना होगा। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने स्पष्ट किया कि जो खिलाड़ी इसमें जरूरी मानकों पर खरा नहीं उतर पाएंगी, वह उन खिलाड़ियों को सजा नहीं देगा लेकिन वह चाहता है कि खिलाड़ी अपना सर्वश्रेष्ठ करें। लॉकडाउन (Lockdown) के दौरान जरूरी फिटनेस स्तर बरकरार रखने के उद्देश्य से सोमवार से यह ऑनलाइन फिटनेस टेस्ट शुरू होंगे। के अनुसार खिलाड़ियों को रमजान के रोजों के दौरान के 20 मई तक इस प्रक्रिया से नहीं गुजरना बल्कि वे रोजो के समय के बाद ऑनलाइन परीक्षण देंगी। पीसीबी ने अपनी वेबसाइट पर कहा, 'इस परीक्षण का केंद्रीय अनुबंधित खिलाड़ियों पर कोई वित्तीय असर नहीं पड़ेगा और ये इमरान खलील की निगरानी में आयोजित किए जाएंगे, जिन्हें अंतरिम फिटनेस ट्रेनर की भूमिका दी गई है।'

भारतीय कोचों के लिए कोर्स शुरू करेगा हॉकी इंडिया May 09, 2020 at 11:52PM

नई दिल्लीहॉकी इंडिया भारतीय कोचों के लिए सोमवार से लेवल एक के कोचिंग कोर्स का ऑनलाइन संचालन करेगा। यह कोर्स हॉकी की वैश्विक संस्था अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ (एफआईएच) के सहयोग से चलाया जाएगा। ऑनलाइन सत्र का संचालन एफआईएच के शिक्षक करेंगे और हॉकी इंडिया का लेवल दो का कोच प्रमाण पत्र रखने वाले की इस कोर्स में हिस्सा लेने के योग्य होंगे। हॉकी इंडिया ने कहा, ‘कुल नौ उम्मीदवारों ने एफआईएच अकादमी- हॉकी इंडिया कोचिंग एजुकेशन पाथवे लेवल वन कोचिंग कोर्स के लिए नामांकन कराया है जो 11 मई 2020 से 15 मई 2020 के बीच होगा।’ इसमें कहा गया, ‘प्रत्येक उम्मीदवार की योग्यता का विश्लेषण होगा और उसे कोर्स के अंत में एफआईएच लेवल एक कोच प्रमाण पत्र दिया जाएगा।’ हॉकी इंडिया के अध्यक्ष मोहम्मद मुश्ताक अहमद ने कहा कि उन्हें खुशी है कि भारतीय कोच लॉकडाउन के इस समय का इस्तेमाल अपने कौशल में सुधार के लिए कर सकते हैं। उन्होंने कहा, ‘एफआईएच अकादमी- हॉकी इंडिया कोचिंग एजुकेशन पाथवे लेवल वन ऑनलाइन कोचिंग कोर्स से भारतीय कोचों को बेहतर होने में काफी मदद मिलेगी जिससे मैदान पर बेहतर नतीजे मिलेंगे।’

हैती फेडरेशन के अध्यक्ष पर रेप का आरोप, पीड़ित ने कहा- कई लड़कियों ने यौन शोषण के बाद गर्भपात कराया, दबाव में सामने नहीं आईं May 09, 2020 at 11:18PM

कैरेबियन देश हैती में फुटबॉल फेडरेशन के अध्यक्ष यावेश जीन बार्ट पर एक महिला फुटबॉलर ने रेप का आरोप लगाया है। पीड़ित ने कहा कि यावेश ने कई खिलाड़ियों के साथ यौन शोषण किया है। वे सभी पीड़ित गर्भपात भी करा चुकीं, लेकिन दबाव में आवाज नहीं उठा सकीं। हैती पुलिस इस मामले की जांच कर रही है। उधर, यावेश का कहना है कि आरोप गलत हैं। वह सचाई के सामने आने का इंतजार कर रहे हैं।

ब्रिटेन के गार्जियन अखबार ने भी पिछले हफ्ते खुलासा किया था। उसके मुताबिक, पोर्ट ए प्रिंस के बाहर फुटबॉल प्रशिक्षण केंद्र में रह रही नाबालिग लड़कियों के साथ 5 सालों से रेप हो रहा है। अखबार ने रेप का आरोप लगाने वाली पीड़ित के हवाले से कहा कि हाल ही में दो लड़कियों ने गर्भपात भी करवाया है, लेकिन दबाव के कारण वह सामने नहीं आई।

यावेश का एक वीडियो वायरल हुआ
वहीं, महिला संगठन सोफा और के फैनम ने वायरल हो रहे एक वीडियो का हवाला देते हुए कहा है कि इसमें यावेश गलत तरीके से एक लड़की को छू रहे हैं। एक न्यूज एजेंसी ने भी वीडियो जारी किया। जिसमें यावेश एक यंग लड़की के बगल में बैठे हैं। यह वीडियो एक इंटरव्यू का है। 7 मिनट तक चले इस इंटरव्यू में जीन बर्ट लड़की के कंधों पर हाथ रखे हुए हैं।

इस पर यावेश ने कहा कि यह वीडियो 3 साल पहले का है। वे लड़की को फेडरेशन की ओर से बधाई दे रहे हैं। उसके कंधे पर पिता समझकर हाथ रखा था। यह कोई नहीं समझ सकता है। यह बात वह खिलाड़ी ही समझ सकती है।

20 साल से फेडरेशन चला रहे यावेश
जीन बार्ट ने कहा कि वह 20 साल से फेडरेशन को संचालित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि उन पर बहुत गंभीर आरोप लगाए गए हैं। इसमें न तो अभी तक किसी ने शिकायत की है और न ही कोई पीड़ित सामने आई है। न ही कोई गवाह है। उन्होंने कहा कि गुरूवार को जिला कोर्ट के सामने उपस्थित होना है।



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हैती में फुटबॉल फेडरेशन के अध्यक्ष यावेश जीन बार्ट पुरस्कार वितरण करते हुए। उन्होंने कहा कि वायरल हो रहा वीडियो 3 साल पुराना है। आरोप झूठे हैं और उनके खिलाफ कोई सबूत नहीं है। -फाइल फोटो

कोरोना: शुरू हुई UFC, देखें- ऐसा हुआ खतरनाक मैच May 09, 2020 at 11:16PM

जैकसनविलेअमेरिका में कोरोना वायरस (Coronavirus) महामारी के कारण लगभग दो महीने तक खेल गतिविधियां ठप्प रहने के बाद अल्टीमेट फाइटिंग चैंपियनशिप (UFC) खाली स्टेडियम में शुरू हो गई। यह पहली बड़ी पेशेवर लीग है जिसे कोविड-19 के प्रकोप के बाद शुरू किया गया है। मिश्रित मार्शल आर्ट प्रतियोगिता 249 हालांकि सुरक्षा के नए नियमों के साथ शुरू हुई है, जिसमें दर्शकों को स्टेडियम में आने की इजाजत नहीं है। यही नहीं, स्टेडियम में मौजूद अधिकतर लोगों के लिए मास्क पहनना अनिवार्य किया गया है। अमेरिका में लगभग आठ हफ्तों तक किसी प्रतियोगिता का सीधा प्रसारण नहीं हुआ था जिसके कारण यूएफसी के शुरू होने से खेल प्रेमियों को कुछ राहत मिली है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यूएफसी को मुकाबले दोबारा शुरू करने के लिए बधाई दी थी जिसके लगभग पांच घंटे बाद मुख्य मुकाबले में जस्टिन गेथजे ने प्रबल दावेदार टोनी फर्ग्युसन को 26-4 से हराकर उलटफेर किया। उन्होंने पांचवें और अंतिम दौर में तकनीकी नॉकआउट किया। इससे गेथजे को लाइटवेट खिताब के लिए चैंपियन खबीब नुरमागोमेदोव से भिड़ने का अधिकार मिल गया है।

अमेरिका के ओलिंपिक खिलाड़ी पावले योवानोविच ने किया सूइसाइड May 09, 2020 at 11:10PM

लॉस एंजेलिसशीतकालीन ओलिंपिक 2006 की बॉबस्ले (आइस ट्रैक पर खेले जाने वाला खेल) प्रतियोगिता में अमेरिका का प्रतिनिधित्व करने वाले पावले योवानोविच ने आत्महत्या कर ली। वह 43 साल के थे। अमेरिकी बॉबस्ले एवं स्केलेटन महासंघ ने शनिवार को यह जानकारी दी। योवानोविच के टीम के पूर्व साथी और महासंघ के मुख्य कार्यकारी अधिकारी आरोन मैकग्वायर ने कहा, 'शीतकालीन खेल जगत के लिए यह त्रासदी है।' उन्होंने कहा, 'बॉबस्ले के प्रति पावले के जज्बे और प्रतिबद्धता को उनके साथी खिलाड़ियों, कोचों, प्रतिद्वंद्वियों और खेल के प्रशंसकों ने देखा और महसूस किया था। उन्होंने जिंदगी को जिंदादिली के साथ जिया और उनके साथ जिन भी लोगों ने समय बिताया उन पर उनका कभी नहीं मिटने वाला प्रभाव रहा।' उन्होंने कहा, 'योवानोविच की मौत से विंटर स्पोर्ट्स कम्यूनिटी को गहरी क्षति पहुंची है।' योवानोविच के साथी खिलाड़ियों ने भी उनकी आत्म हत्या की खबर सुनकर फेसबुक पर शोक जताया है। बॉबस्ले में अमेरिकी टीम के कोच ग्रैग सेंड ने लिखा, 'स्लाइडिंग खेल में हमने एक सप्ताह के भीतर हमने एक और अच्छे खिलाड़ी को खो दिया।' ओलिंपिक गोल्ड मेडलिस्ट स्टीव मेस्लेर ने पावले के निधन पर शोक जताते हुए लिखा, 'योवानोविच पावले मेरे 'पर्सनल लेजंड' थे। वे एक ऐसे ऐथलीट थे, जिन्होंने फोकस, समर्पण, सावधानी को नए उपयोगी मानदंड सेट किए।'

खिलाड़ी गौरव हैं, जोखिम नहीं उठा सकते: रिजिजू May 09, 2020 at 11:02PM

नई दिल्लीभारत में मुख्य केंद्रों पर आउटडोर ट्रेनिंग शुरू करने की योजना बनाई जा रही है और खेल मंत्री ने कहा कि खिलाड़ियों को कोविड-19 वायरस की चपेट में आने से बचाने के लिए सरकार को थोड़ा सतर्क रहना होगा। रिजिजू पहले ही कह चुके हैं कि मंत्रालय ओलिंपिक के लिए क्वॉलिफाइ कर चुके खिलाड़ियों के लिए राष्ट्रीय शिविर चरणबद्ध तरीके से कराने के लिए योजना बना रहा है। इसकी शुरुआत इस महीने के अंत में पटियाला एनआईएस और बेंगलुरु के भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) केंद्र में ठहरे खिलाड़ियों के साथ होगी। रिजिजू ने कहा, ‘एक खाका तैयार किया जा रहा है। अगर शीर्ष खिलाड़ियों को कुछ भी हुआ तो यह करारा झटका होगा इसलिए हमें सतर्क रहना होगा और इसलिए अभी तक हमारे खिलाड़ियों में कोई भी कोरोना वायरस से संक्रमित नहीं हुआ है। खिलाड़ी हमारे देश का गौरव हैं इसलिए हम कोई भी जोखिम नहीं उठा सकते।’ उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा, ‘चिकित्सीय विशेषज्ञ, तकनीकी समिति चीजों पर काम कर रहे हैं। हमने तैयारी शुरू कर दी है और लॉकडाउन के बाद एनआईएस पटियाला, दिल्ली के आईजी स्टेडियम, साई केंद्रो, मुख्य खेल केंद्रों को खोला जाएगा।’ देशव्यापी लॉकडाउन को 17 मई तक बढ़ा दिया गया जिससे खेल मंत्रालय को भी साई केंद्रो पर ट्रेनिंग शिविर को शुरू करने में देरी करनी पड़ी। रिजिजू ने साथ ही आश्वस्त किया कि सभी खिलाड़ियों और कोचों की देखभाल की जाएगी और उन्हें इस मुश्किल समय में परेशानी में नहीं छोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा, ‘विदेशी कोचों को अलग तरीकों से इस्तेमाल किया जा रहा है, उन्हें भुगतान किया जा रहा है। किसी का भी इस मुश्किल समय में वेतन नहीं रोका जाएगा। उभरते हुए खिलाड़ी घर जा चुके हैं और हमें उन्हें फिर बुलाएंगे, जरूरतमंदों के लिए कुछ करेंगे ताकि उन्हें ज्यादा परेशानी नहीं हो।’ रिजिजू ने साथ ही कहा कि सरकार राष्ट्रीय खेल महासंघों (एनएसएफ) की भी मदद करेगी। उन्होंने कहा, ‘केवल खेलों में नहीं, सामान्य जीवन भी बदल गया है। खेल भी नए तरीके से आगे बढ़ेंगे। हमें बिना दर्शकों के खेलों को दिलचस्प बनाने की योजना बनानी होगी। भविष्य में स्टेडियम दर्शकों के बिना ही होंगे। इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में काफी पैसा है और उसे टीवी से राजस्व मिलता है लेकिन अन्य को मदद की जरूरत है। हम उन खेलों और महासंघों की मदद करेंगे।’

सचिन-वॉर्न का उदाहरण दे बोले चैपल, बदलो ये नियम May 09, 2020 at 10:12PM

नई दिल्लीऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान () ने पगबाधा से जुड़े नियमों में आमूलचूल बदलाव का प्रस्ताव देते हुए कहा है कि अगर गेंद विकेटों से टकरा रही है तो बल्लेबाज को आउट दिया जाना चाहिए फिर चाहे गेंद कहीं भी पिच हुई हो या फिर किसी भी लाइन पर बल्लेबाज से टकराई हो। चैपल ने साथ ही कहा कि कप्तानों को गेंद पर काम करने के एक तरीके पर सहमति बनानी होगी जिससे कि स्विंग गेंदबाजी को प्रोत्साहन मिले। कयास लगाए जा रहे हैं कि कोविड-19 के बाद खेल शुरू होने की स्थिति में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद लार की जगह कृत्रिम पदार्थ के इस्तेमाल की स्वीकृति देने पर विचार कर रहा है। चैपल ने एक कॉलम में लिखा, ‘नए पगबाधा नियम इस तरह होने चाहिए: कोई भी गेंद अगर बल्ले से टकराए बिना अगर पहले पैड से टकराती है और अंपायर के नजरिए से अगर स्टंप से टकरा रही है तो आउट दिया जाना चाहिए, फिर भले की शॉट खेला गया हो या नहीं।’ गेंद कहां पिच हुई भूल जाइए..उन्होंने कहा, ‘भूल जाइए कि गेंद कहां पिच हुई और यह पैड से स्टंप की लाइन पर टकराई या नहीं। अगर गेंद स्टंप से टकरा रही है तो आउट दिया जाना चाहिए।’ इस 76 वर्षीय पूर्व बल्लेबाज ने कहा कि पगबाधा के नियमों के बदलाव की उम्मीद के मुताबिक बल्लेबाज आलोचना करेंगे, लेकिन इससे खेल अधिक निष्पक्ष होगा। चैपल ने कहा, ‘निश्चित तौर पर इस पर बल्लेबाज हाय-तौबा मचाएंगे लेकिन यह बदलाव खेल में काफी सकारात्मक चीजें लेकर आएगा। सबसे महत्वपूर्ण यह है कि खेल निष्पक्ष होगा।’ उन्होंने कहा, ‘अगर गेंदबाज नियमित रूप से स्टंप को निशाना बनाने को तैयार है तो बल्लेबाज को सिर्फ बल्ले से अपना विकेट बचाना चाहिए। पैड बल्लेबाज को चोट से बचाने के लिए हैं, आउट होने से बचाने के लिए नहीं।’ चैपल ने कहा, ‘इससे दाएं हाथ के बल्लेबाज के लेग स्टंप के बाहर कलाई के स्पिनर के गेंद पिच कराने से निपटने के लिए बल्लेबाजों को आक्रामक रुख अपनाने को बाध्य होना पड़ेगा।’ सचिन का दिया उदाहरणउन्होंने का उदाहरण दिया, जिन्होंने भारत में 1997-98 की सीरीज के दौरान की राउंड द विकेट गेंदबाजी की रणनीति का अच्छी तरह सामना किया था। चैपल ने कहा, ‘1997-98 में चेन्नै में राउंड द विकेट गेंदबाजी कर रहे शेन वॉर्न के खिलाफ सचिन तेंडुलकर का आक्रामक और सफल रवैया या फिर लेग स्टंप के बाहर पिच होकर स्टंप की तरफ आ रही गेंद पर बल्लेबाज का पैर मारना। आप क्या देखना पसंद करेंगे?’ उन्होंने कहा, ‘मौजूदा नियम लेग साइड के बाहर पिच होने वाली गेंदों के खिलाफ पैड से खेलने को प्रोत्साहित करते हैं जबकि यह बदलाव उन्हें अपने बल्ले का इस्तेमाल करने के लिए बाध्य करेगा। यह बदलाव स्टंप को निशाना बनाने वाले गेंदबाजों को फायदा देगा और आफ साइट में अधिक लोगों के साथ लेग साइड के बाहर नकारात्मक गेंदबाजी की जरूरत को कम करेगा।’ गेंद पर लार के बारे में ये कहा लार के बिना गेंद को चमकाने के तरीके पर चैपल ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय कप्तानों को गेंद पर काम करने का तरीका ढूंढना होगा। उन्होंने कहा, ‘गेंद से छेड़छाड़ हमेशा बड़ा मुद्दा रहा है, अतीत में मैंने सुझाव दिया था कि प्रशासक अंतरराष्ट्रीय कप्तानों से कहें कि वे प्राकृतिक पदार्थों के इस्तेमाल की सूची तैयार करेंगे जिनके बारे में गेंदबाजों को लगता है कि इससे गेंद को स्विंग कराने में मदद मिलेगी।’ चैपल ने कहा, ‘इस सूची में से प्रशासकों को एक तरीका चुनना चाहिए जिसे वैध बनाया जाए और अन्य सभी तरीकों के लिए अवैध के रूप में सजा दी जानी चाहिए।’

खाली स्टेडियम में हो सकता है फ्रेंच ओपन May 09, 2020 at 10:34PM

पैरिस फ्रांस टेनिस महासंघ (FFT) के प्रमुख बर्नार्ड गुइडिसेली ने रविवार को स्वीकार किया कि स्थगित हो चुके (French Open) का आयोजन खाली स्टेडियम में किया जा सकता है। कोरोना वायरस (Coronavirus) महामारी के कारण फ्रेंच ओपन को चार महीने के लिए टाला गया है। गुइडिसेली ने कहा कि उन्होंने अपने सभी विकल्प खुले रखे हैं। इससे पहले उन्होंने कहा था कि एफएफटी को क्ले कोर्ट पर 24 मई से 7 जून तक होने वाले इस ग्रैंड स्लैम को एकतरफा फैसला करते हुए 20 सितंबर से 4 अक्टूबर तक स्थगित करने का कोई खेद नहीं है। गुइडिसेली ने 'जर्नल डि डिमांशे' से कहा, 'हमने किसी विकल्प को खारिज नहीं किया है। टूर्नमेंट स्टेडियम में होगा और टीवी स्क्रीन पर देखा जाएगा।' उन्होंने कहा, 'दुनिया भर में करोड़ों लोग इंतजार कर रहे हैं। खाली स्टेडियम में इसके आयोजन से व्यावसायिक मॉडल का एक हिस्सा- टीवी अधिकार (टूर्नमेंट के राजस्व के एक-तिहाई हिस्से से अधिक)- चलता रहेगा। इसकी अनदेखी नहीं की जा सकती।' कोरोना वायरस के कारण दुनिया भर में लगभग सभी टेनिस टूर्नमेंट मार्च के मध्य से ठप्प पड़े हैं और 13 जुलाई से पहले दोबारा शुरू नहीं होंगे।

क्रिकेटर्स को कोरोना के खतरे के साथ जीना होगा: गौतम गंभीर May 09, 2020 at 09:55PM

नई दिल्ली भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज () का मानना है कि कोविड-19 (Covid-19) महामारी के बाद क्रिकेट खेलने के तरीकों में ज्यादा बदलाव नहीं होंगे। गंभीर ने कहा कि गेंद पर लार के इस्तेमाल पर बैन के अलावा उन्हें इस खेल में ज्यादा बदलाव की संभावना नहीं दिखती। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) गेंद को चमकाने के लिए लार के बजाए कृत्रिम पदार्थ के इस्तेमाल को वैध करने पर विचार कर रही है। गंभीर ने 'स्टार स्पोर्ट्स' से कहा, 'मुझे नहीं लगता कि काफी नियम और दिशानिर्देश बदलेंगे, आपको शायद गेंद पर लार के इस्तेमाल का विकल्प मिल सकता है, इसके अलावा मुझे नहीं लगता कि काफी बदलाव होंगे।' उन्होंने कहा, 'खिलाड़ियों और अन्य सभी को भी इस वायरस के साथ जीने की जरूरत होगी, शायद उन्हें इसका आदी होना होगा कि एक वायरस है, जो हमेशा रहेगा। खिलाड़ी इससे संक्रमित भी हो सकते हैं लेकिन आपको इसके साथ ही रहना होगा।' क्रिकेट में हालांकि कुछ हद तक सामाजिक दूरी संभव है लेकिन अन्य खेलों में ऐसा करना मुश्किल होगा। गंभीर ने कहा, 'सामाजिक दूरी और अन्य नियम किसी भी खेल के लिए बरकरार रखने आसान नहीं होंगे। आप क्रिकेट में फिर भी ऐसा कर सकते हैं लेकिन आप फुटबॉल, हॉकी और अन्य खेलों में यह कैसे करोगे? इसलिए मुझे लगता है कि आपको इसके साथ ही रहना होगा और अगर आप इसे जल्दी स्वीकार कर लें तो बेहतर होगा।'

मेरी वापसी पर MSK प्रसाद ने मुझसे बात नहीं की: रैना May 09, 2020 at 09:37PM

नई दिल्ली के मिडल ऑर्डर बल्लेबाज () इन दिनों टीम इंडिया () में अपनी वापसी की राह देख रहे हैं। रैना को उम्मीद थी कि इस बार वह अपने आईपीएल परफॉर्मेंस से टी20 वर्ल्ड कप के लिए टीम में अपनी वापसी का दावा ठोकेंगे। लेकिन कोविड-19 (Covid-19) के संक्रमण ने उनके अरमानों पर पानी फेर दिया। इस घातक वायरस के चलते आईपीएल अनिश्चितकाल के लिए स्थगित है। इस बीच रैना सोशल मीडिया के माध्यम से अपने फैन्स से लगातार रू-ब-रू हो रहे हैं। थोड़े ही दिनों पहले रैना ने कहा था कि सिलेक्टर्स ने मुझे टीम से बाहर रखा, लेकिन उन्होंने मुझे कभी इसकी वजह नहीं बताई कि आखिर वे मुझसे क्या चाहते हैं। मैं क्या टारगेट हासिल करूं, जिससे टीम इंडिया में मेरी वापसी सुनिश्चित हो पाए। इस बीच ने रैना के आरोप को झूंठा करार देते हुए कहा था कि उन्होंने रैना से इस संदर्भ में खुद बात की थी और अपने कमरे में बुलाकर विस्तार से इस चर्चा की थी। देखें: इरफान पठान-सुरेश रैना की यह पूरी बातचीत एमएसके प्रसाद ने इस स्टायलिश लेफ्टहैंडर बल्लेबाज के इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा था, 'रैना का टीम में वापस न आने का कारण उनका पुअर परफॉर्मेंस है। न तो उन्होंने घरेलू क्रिकेट में अच्छा किया और न ही वह आईपीएल में ऐसा कर पाए। इसके बाद मैंने रैना को उनकी वापसी का रोडमैप समझाया था। तब उन्होंने मेरे सुझावों का समर्थन भी किया था।' लेकिन शनिवार को रैना टीम इंडिया के पूर्व तेज गेंदबाज इरफान पठान से जब इंस्टाग्राम लाइव चैट पर चर्चा के लिए आए तो उन्होंने एमएसके प्रसाद की इस बात से साफ इनकार कर दिया। रैना ने कहा, 'एमएसके प्रसाद बोल रहे हैं कि मैं अंडर परफॉर्म था और उन्होंने मुझसे टीम से बाहर होने पर बात की थी। लेकिन उन्होंने ऐसी कोई बात नहीं की थी।' 33 वर्षीय इस बल्लेबाज ने जोर देते हुए कहा, 'जब मेरा समय आएगा तब मैं फिर से खेलूंगा।' सुरेश रैना भारत की 2011 वर्ल्ड कप भारत और 2013 चैंपियन्स ट्रोफी जीत का हिस्सा रहे हैं। रैना ने साल 2018 में अपना आखिरी वनडे और टी20 मैच खेला था, तब उन्हें टीम में अपनी वापसी का इंतजार है।

उमर अकमल की इस जिद ने तबाह किया करियर May 09, 2020 at 09:29PM

कराचीपाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड () के सूत्रों ने बताया है कि बल्लेबाज () ने अनुशासनात्मक समिति के समक्ष संदिग्ध सट्टेबाजों के साथ दो मुलाकात की जानकारी देने से इनकार कर दिया था। अनुशासनात्मक समिति ने इसके बाद अकमल को तीन साल के प्रतिबंध की सजा सुनाई। सूत्रों के अनुसार अकमल ने लाहौर की डिफेंस हाउसिंग सोसाइटी में दो अज्ञात लोगों के साथ मुलाकात की थी। पीसीबी के एक विश्वसनीय सूत्र ने बताया, ‘उमर ने दावा किया कि ये दोनों व्यक्ति उनसे डिफेंस हाउसिंग सोसाइटी में उनके दोस्त की पार्टी में मिले थे। लेकिन उन्होंने भ्रष्टाचार रोधी अधिकारियों को यह तक बताने से इनकार कर दिया कि इन मुलाकातों के दौरान क्या चर्चा हुई।’ नहीं दे रहे थे फिक्सरों की जानकारी सूत्र ने बताया, ‘यहां तक कि जब भ्रष्टाचार रोधी अधिकारियों ने कराची में 19 और 20 फरवरी के बीच की रात की रिपोर्ट उसे दी तो अकमल ने स्वीकार किया कि इस मुलाकात की जानकारी नहीं देकर उन्होंने गलती की, लेकिन कोई भी जानकारी देने से इनकार कर दिया।’ बैन को मजबूर हुआ बोर्ड पीसीबी की भ्रष्टाचार रोधी संहिता के तहत अकमल को दो आरोपों का दोषी पाया गया और 27 अप्रैल को उन्हें 19 फरवरी 2023 तक क्रिकेट से जुड़ी सभी गतिविधियों से प्रतिबंधित कर दिया गया। अकमल के पास एक साथ चलने वाले तीन साल के दो प्रतिबंधों के खिलाफ अपील करने के लिए 14 दिन का समय है। अकमल के करीबी सूत्रों ने बताया कि उन्होंने इस मामले में कुछ वकीलों के साथ सलाह मशविरा शुरू कर दिया है और अपील दायर करेंगे।

जावेद मियांदाद बोले- कर्ज नहीं चुकाया तो हमारा एटम बम ले जाएगा आईएमएफ, इसे बचाने के लिए मैं भीख मांग रहा हूं May 09, 2020 at 08:36PM

पाकिस्तान के पूर्व कप्तान जावेद मियांदाद के मुताबिक, मुल्क पर बढ़ते कर्ज की वजह से उसके एटमी हथियार खतरे में हैं। जावेद ने कहा- अगर हमने आईएमएफ जैसे संगठनों का कर्ज नहीं चुकाया तो वो हमारा एटम बम ले जाएंगे। इतना ही नहीं, मियांदाद ने इन कर्जों को चुकाने के लिए एक बैंक अकाउंट भी खोल लिया है और उसमें लोगों से पैसा जमा करने की अपील की। इस पूर्व बल्लेबाज ने कहा- मैं लोगों से मुल्क की खातिर भीख मांग रहा हूं।

लूटने वाले अब मुल्क बचाएं
मियांदाद ने शनिवार रात ट्विटर पर एक वीडियो जारी किया। कहा, “मैंने नेशनल बैंक ऑफ पाकिस्तान में एक अकाउंट खुलवाया है। मैं आप लोगों से भीख मांगता हूं कि इसमें पैसा जमा करें ताकि हमारा एटम बम बचाया जा सके। अगर हमने आईएमएफ जैसे संगठनों का कर्ज नहीं लौटाया तो वो इस बम को ले जाएंगे। मैं जानता हूं कि इस देश के लोगों ने अपने ही मुल्क को खूब लूटा है। अब वक्त है जब वो मुझे भीख देकर अपने पापों का प्रायश्चित कर सकते हैं। विदेश में रहने वाले पाकिस्तानी भी अब फर्ज निभाएं।”

इंटरनेशनल बैंक अकाउंट
मियांदाद भारत के मोस्ट वॉन्टेड दाऊद इब्राहिम के समधी हैं। वीडियो में वो आगे कहते हैं, “मेरा नया अकाउंट इंटरनेशनल है और इसका इस्तेमाल सिर्फ मैं करूंगा। हम आईएमएफ का कर्ज चुकाएंगे। लोग हर महीने इसमें पैसा डिपॉजिट करें। हमारे ऊपर पहले ही बहुत कर्ज है। अगर अब हम आईएमएफ से कर्ज लेने जाएंगे तो वो सबसे पहले हमारे एटमी हथियार यानी हमारा बम मांगेंगे। इसे बचाना है तो उनका पैसा वापस करना होगा। इसके लिए मैं आपसे भीख मांग रहा हूं।”

इमरान से करीबी और दूरी
कश्मीर मुद्दे पर मियांदाद ने प्रधानमंत्री इमरान खान का साथ दिया था। सड़कों पर मार्च भी निकाला। हालांकि, मैदान पर दोनों के रिश्ते कभी अच्छे नहीं रहे। आरोप है कि इमरान के इशारे पर वकार यूनिस और वसीम अकरम ने जावेद के खिलाफ टीम में गुटबाजी की थी। इसके बाद मियांदाद को कप्तानी छोड़नी पड़ी थी। जावेद 1992 में वर्ल्ड कप जीतने के बाद पैसों के बंटवारे को लेकर भी इमरान पर आरोप लगा चुके हैं। इमरान उस टीम के कप्तान थे।



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इमरान की कप्तानी में पाकिस्तान ने 1992 में विश्व कप जीता था। जावेद मियांदाद भी इस टीम का हिस्सा थे। (फाइल)