Thursday, July 16, 2020

कपिल देव ने सुनाया किस्सा- क्यों बने फास्ट बोलर July 16, 2020 at 07:32PM

नई दिल्ली भारतीय क्रिकेट का रियल सिकंदर () को ही माना जाता है। कपिल टीम इंडिया के पहले ऐसे फास्ट बोलर थे, जिन्होंने बतौर तेज गेंदबाज दुनिया में अपनी पहचान बनाई। कपिल से पहले भारतीय क्रिकेट स्पिनर्स पर भी निर्भर होती थी। कपिल देव ने बताया कि अंडर-19 के दिनों में भारतीय क्रिकेट से जुड़े एक अधिकारी से उनकी बहस हो गई थी। इसके बाद उन्होंने तय कर लिया कि अब उन्हें फास्ट बोलर बनकर ही उन्हें दिखाना है। हाल ही कपिल देव पूर्व भारतीय क्रिकेटर और वर्तमान में महिला भारतीय टीम के कोच WV रमन () के यूट्यूब चैनल 'इनसाइड आउट विद WV रमन' में बात करने के लिए मुखातिब हुए। यहां रमन ने कार्यक्रम की शुरुआत में ही कपिल देव से उनके फास्ट बोलर बनने की कहानी पूछी। कपिल देव ने बताया, 'स्कूल के दिनों में ही मेरी लंबाई और शरीर अच्छा था। तब हम क्रिकेट खेलते थे तो स्कूल मैनेजमेंट ने ही मेरी ओर नया बॉल फेंक दिया। हट्टे-कट्टे शरीर का मतलब था कि फास्ट बोलिंग करो। मैंने पहला ही गेंद फेंका तो उसकी स्पीड देखकर वहां मौजूद लोगों ने बहुत तारीफ की और उन्होंने मुझे फास्ट बोलिंग करने के लिए ही प्रेरित किया।' देखें- WV रमन के साथ कपिल देव का यह पूरा इंटरव्यू लेकिन फास्ट बोलर बनने का असली किस्सा यह नहीं था वह था अंडर 19 क्रिकेट का एक कैंप। यहां कपिल देव अंडर 19 कैंप में पहुंचे हुए थे तो उनकी किसी बात पर भारतीय क्रिकेट के एक अधिकारी से बहस हो गई। इस दौरान उस अधिकारी ने कपिल से पूछ लिया कि आखिर आप करते क्या हैं। उन्होंने कहा कि मैं फास्ट बोलर हूं। इस अधिकारी ने कपिल देव को प्रोत्साहन देने की बजाए उनका मनोबल गिराने का प्रयास किया और कहा, 'भारत में तो कभी कोई फास्ट बोलर हुए ही नहीं हैं।' कपिल ने यहां मन ही मन यह तय कर लिया कि उन्हें इस व्यक्ति को गलत साबित करना है और टीम इंडिया में बतौर फास्ट बोलर खेलकर दिखाना है। अपने करियर की शुरुआत में भारतीय टीम इस युवा तेज गेंदबाज पर बहुत निर्भर होती थी। सचिन टीम इंडिया की फील्डिंग के दौरान प्रतिदिन 30-30 ओवर बोलिंग किया करते थे। कपिल ने कहा कि उन दिनों मुझे फास्ट बोलिंग करने का बहुत शौक था और मैं 30-30 ओवर फेंकने का आदी अपनी घरेलू टीम से ही था। इसलिए मुझे बोलिंग करने में खूब मजा आता था।

सचिन के इस 'त्याग' ने बनाया वीरू को ओपनर July 16, 2020 at 06:37PM

नई दिल्ली भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व विकेटकीपर अजय रात्रा (Ajay Ratra) ने खुलासा किया है कि कैसे () ने () के लिए अपनी ओपनिंग पोजीशन छोड़ दी। रात्रा ने कहा कि सौरभ गांगुली (Sourav Ganguly) और सचिन तेंडुलकर दोनों को सहवाग को ओपनिंग करवाने का श्रेय दिया जाना चाहिए। एक अंग्रेजी अखबार के साथ बातचीत में रात्रा ने कहा, 'सचिन सलामी बल्लेबाज के तौर पर बहुत अच्छा कर रहे थे लेकिन सहवाग को ओपनिंग करवानी था। तो सचिन ने नंबर 4 पर बल्लेबाजी करने का प्रस्ताव दिया। इसके बाद गांगुली के साथ सहवाग ने पारी की शुरुआत की ताकि दाएं और बाएं हाथ के बल्लेबाज का कॉम्बिनेशन बना रहे। अगर सचिन राजी नहीं होते तो वीरेंदर सहवाग को शायद निचले क्रम में ही बल्लेबाजी करनी पड़ती। सहवाग को वनडे में पारी की शुरुआत करने का मौका शायद नहीं मिलता और तब परिस्थितियां काफी अलग होतीं।' साल 2001 में श्रीलंका और न्यूजीलैंड के खिलाफ त्रिकोणीय सीरीज में सचिन तेंडुलकर चोट के कारण बैंच पर थे। तब गांगुली ने पारी की शुरुआत के लिए युवराज सिंह और अमय खुरसिया को टॉप ऑर्डर पर भेजा, लेकिन यह फैसला उलट साबित हुआ। वीरेंदर सहवाग दूसरी ओर मिडल-ऑर्डर में सेटल नहीं हो पा रहे थे। यही वजह थी कि वीरेंदर सहवाग को ओपनिंग के लिए प्रमोट किया गया।

लॉकडाउन: बजरंग पूनिया के कोच की सैलरी में बड़ी कटौती July 16, 2020 at 05:56PM

साबी हुसैन, नई दिल्ली फ्रीस्टाइल कुश्ती में भारतीय महिला कुश्ती टीम के कोच एंड्रयू कुक को अनौपचारिक रूप से हटाने के बाद अब भारत के दिग्गज के पर्सनल कोच शैको बेंटिन्डिस की बारी है। शैको बेंटिन्डिस को रेसलिंग फेडरेशनल ऑफ इंडिया (WFI) की नई सूचना के अब यह तय करना है कि भारत की नौकरी को चुनें या फिर अपनी सैलरी को। कोरोना वायरस (Coronavirus) के चलते शैको अभी तक जॉर्जिया में अपने घर से वर्क फ्रॉम होम कर रहे थे और वह बजरंग को अपने घर से ही ऑनलाइन ट्रेनिंग सेशन करा रहे थे। WFI ने 44 वर्षीय इस कोच को यह बता दिया है कि उन्हें एक और सैलरी कट के लिए तैयार रहना होगा। शैको का लॉकडाउन से पहले भारतीय रेसलिंग फेडरेशन के साथ करार हुआ था। तब उनकी सैलरी करीब 6000 डॉलर यानी करीब साढ़े चार रुपये तय की गई थी। मार्च में वह वापस अपने वतन जॉर्जिया लौट गए। क्योंकि तब भारत में कोविड- 19 के चलते सोनीपत और लखनऊ में आयोजित हो रहे रेसलिंग कैंप को स्थगित कर दिया गया था। बता दें शैको बजरंग के पर्सनल कोच होते हुए भी WFI के पे-रोल पर हैं और उनकी सैलरी फेडरेशन के मुख्य स्पॉन्सर टाटा मोटर्स से आती है। लॉकडाउन के पहले दो महीनो में शैको को वर्क फ्रॉम होम (WFM) सेवा के लिए पूरी सैलरी मिली थी। इसके बाद फेडरेशन ने उनकी सैलरी में 30 फीसदी कटौती की बात कही, जिसे उन्होंने न चाहते हुए भी मान लिया। लेकिन अब WFI चाहता है कि उनकी सैलरी में और कटौती की जरूरत है। फेडरेशन के मुताबिक टाटा मोटर्स इस बात से खुश नहीं है कि उन्हें ऑनलाइन क्लास के लिए तीन लाख रुपये प्रतिमाह से ज्यादा का भुगतान किया जा रहा है। अब WFI शैको की सैलरी में और 20 फीसदी की कटौती चाहता है, जो उनकी पहली तय सैलरी की आधी (करीब 3000 डॉलर) हो जाएगी। अगर जॉर्जिया के यह कोच इस प्रस्ताव को मानने से इंकार कर देते हैं तो फिर उनकी यह जॉब जाने का खतरा होगा।

मैनचेस्टर टेस्ट: सचिन को पसंद आई होल्डर की यह बात July 16, 2020 at 04:54PM

नई दिल्ली मास्टर ब्लास्टर () भी मैनचेस्टर में इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच का लुत्फ उठा रहे हैं। इस मैच से जुड़े अहम बातों पर तेंडुलकर ट्वीट कर फैन्स के साथ अपनी राय भी शेयर कर रहे हैं। गुरुवार को इस मैच पर उन्होंने दो ट्वीट किए। अपने एक ट्वीट सचिन ने () की कप्तानी की भी जमकर तारीफ की है। मैच के पहले सत्र के खेल के बाद सचिन ने ट्वीट किया, 'पहले सेशन में मैंने नोटिस किया कि कुछ बॉल कीपर तक नहीं पहुंच रही थी। यह साफ संकेत है कि पिच में नमी है। ऐसे ट्रैक पर जेसन होल्डर ने स्पिनर को लाकर स्मार्ट चाल चली है, जहां पर कोई गेंद ग्रिप कर सकती है और कोई गेंद सीधी जा सकती है।' इसके बाद दूसरे सत्र में डॉमनिक सिबले और कप्तान जो रूट ने इंग्लिश पारी को समय रहते मजबूती से संभाल लिया। सचिन ने एक और ट्वीट करते हुए इस साझेदारी को महत्वपूर्ण करार दिया। उन्होंने लिखा, 'रूट और सिबले गंभीर साझेदारी निभा रहे हैं। वेस्टइंडीज को यह साझेदारी तोड़ने के लिए कोई राह ढूंढनी होगी, जबकि बॉल बिल्कुल नई है। ओल्ड ट्रैफर्ड की पिच सख्त है, जब यह सूखेगा तो बॉल सॉफ्ट हो जाएगी। यहां इस बात खासी उपयोगिता रहेगी की टीमें नई गेंद को कैसे खेलती हैं।'

ला लीगा: रियाल मैड्रिड ने जीता खिताब July 16, 2020 at 04:42PM

मैड्रिड ने गुरुवार को 34वीं बार का खिताब अपने नाम किया। करीम बेनजेमा के दोहरे गोल की वजह से उसने विलारियाल को हरा दिया। रियाल मैड्रिड ने एक मैच बाकी रहते ही खिताब पर कब्जा कर लिया। बेनजामा के गोल में दूसरे हाफ की एक पेनाल्टी भी शामिल थी। मैड्रिड की बढ़त अब सात अंकों की हो गई है। इसके साथ ही उसने दो साल से चली आ रही बार्सिलोना की खिताबी जीत का अंत भी किया। रियाल मैड्रिड ने लीग की वापसी के बाद अपना प्रत्येक मैच जीता। विल्लारियाल पर जीत से 2017 के बाद अपना पहला खिताब हासिल कर किया। रियाल मैड्रिड ने ग्रेनाडा को 2-1 से हराकर स्पेनिश फुटबॉल लीग ला लिगा का खिताब जीतने की तरफ मजबूत कदम बढ़ा दिए थे। इसके लिए उसे अब केवल दो अंक चाहिए थे। फरलैंड मेंडी और करीम बेंजेमा के पहले हाफ में किए गए गोल की बदौलत रियाल मैड्रिड ने लगातार नौवीं जीत दर्ज की। इससे जिनेदिन जिदान की टीम दूसरे स्थान पर काबिज बार्सिलोना से चार अंक आगे हो गई थी।

कोरोना: काशिफ भट्टी की जांच नेगेटिव, पाक टीम से जुड़े July 16, 2020 at 04:11AM

लंदन पाकिस्तान के बाएं हाथ के स्पिनर काशिफ भट्टी को इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) के नियमों के अनुसार दो बार कोविड-19 नेगेटिव पाए जाने पर वोरसेस्टर में बाकी टीम से जुड़ने की स्वीकृति मिल गई है। तैंतीस साल के भट्टी को अगले महीने शुरू होने वाली सीरीज के लिए पाकिस्तानी क्रिकेटरों के तीसरे समूह के साथ ब्रिटेन आने पर परीक्षण में पॉजिटिव पाया गया था। भट्टी पाकिस्तान में पॉजिटिव पाए जाने के बाद यहां देर से आए थे। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के नियमों के अनुसार परीक्षण में दो बार नेगेटिव पाए जाने के बाद उन्हें ब्रिटेन जाने की स्वीकृति दी गई थी। लेकिन ब्रिटेन पहुंचने पर ईसीबी ने नियमों के अनुसार जब उनका शुरुआती परीक्षण कराया तो यह पॉजिटिव आया जिसके के कारण उन्हें वोरसेस्टर में बाकी पाकिस्तानी टीम से अलग रहना पड़ा। अब लगातार दो नेगेटिव नतीजों के बाद उन्हें टीम से जुड़ने की स्वीकृति मिली है। ईसीबी के प्रवक्ता ने कहा, ‘अतीत में कोविड-19 संक्रमण के असर के कारण खिलाड़ी के परीक्षण का नतीजा पॉजिटिव आया था और इंग्लैंड के जन स्वास्थ्य विभाग और विषाणु रोग विशेषज्ञ से सलाह मशविरे के बाद सुरक्षात्मक रवैया अपनाते हुए खिलाड़ी को क्वॉरंटीन रखा गया था।’ उन्होंने कहा, ‘खिलाड़ी का अब दूसरा नतीजा नेगेटिव आया है और अन्य खिलाड़ियों तथा स्टाफ को संक्रमण का कोई खतरा नहीं है।’ भट्टी साथी क्रिकेटरों हैदर अली और इमरान खान तथा टीम के मालिशिए मलंग अली के साथ ब्रिटेन पहुंचे थे। इन सभी को पाकिस्तान में शुरुआती में कोरोना वायरस परीक्षण में पॉजिटिव पाया गया था। पाकिस्तान के अधिकतर खिलाड़ी 29 जून को यहां पहुंचे थे जबकि खिलाड़ियों का दूसरा समूह पहले पॉजिटिव पाए जाने के बाद पुन: परीक्षण में नेगेटिव आने पर कुछ दिन बाद यहां पहुंचा था। दूसरे समूह में फखर जमां, मोहम्मद हसनैन, मोहम्मद हफीज, मोहम्मद रिजवान, शादाब खान और वहाब रियाज शामिल थे। पाकिस्तानी खिलाड़ियों और सहयोगी स्टाफ का तीसरा समूह आठ जुलाई को यहां पहुंचा था। पाकिस्तान को इंग्लैंड के खिलाफ जैविक रूप से सुरक्षित माहौल में तीन टेस्ट की सीरीज खेलनी है जिसकी शुरुआत मैनचेस्टर में पांच अगस्त से होगी।

आर्थिक मदद पर दुती और ओडिशा सरकार में ठनी July 16, 2020 at 03:53AM

भुवनेश्वर/नई दिल्लीओडिशा सरकार ने गुरुवार को खुलासा किया कि उसने 2015 से दुती चंद को 4.09 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की है, जबकि इस स्टार धाविका का कहना है कि इसमें एशियाई खेलों में पदक जीतने की तीन करोड़ रुपये की पुरस्कार राशि भी शामिल है। राज्य सरकार के इस बयान से एक दिन पहले दुती ने उस विवाद को दबाने की कोशिश की थी, जो उनके बीएमडब्ल्यू कार को बेचने के लिए रखने के बाद खड़ा हो गया था। दुती ने कहा था कि वह अपनी लग्जरी कार को ट्रेनिंग के लिए फंड जुटाने के लिए नहीं बेच रही हैं, बल्कि इसलिए क्योंकि वह इस कार के रख रखाव का खर्चा नहीं उठा सकती। प्रदेश सरकार का दावा- 4.09 करोड़ रुपये का दिया सहयोगओडिशा सरकार के खेल एवं युवा मामलों के विभाग के बयान के अनुसार, ‘दुती चंद को राज्य सरकार से (2015 के बाद) मुहैया कराया गया कुल वित्तीय सहयोग 4.09 करोड़ रुपये है।’ बयान के अनुसार, ‘तीन करोड़ एशियाई खेल 2018 में जीते गए पदकों के लिए वित्तीय अनुदान, 2015-19 के दौरान 30 लाख रुपये ट्रेनिंग और वित्तीय सहयोग और तोक्यो ओलिंपिक की तैयारियों की ट्रेनिंग के लिए दो किस्तों में जारी किए गए 50 लाख रुपये।’ पढ़ें- दूती का यह रहा जवाबदुती से जब सरकार के बयान के बारे में पूछने के लिए संपर्क किया तो उन्होंने कहा, ‘मैं इतने साल तक सहयोग करने के लिए ओडिशा सरकार की ऋणी हूं, लेकिन यह चार करोड़ रुपये सही चीज नहीं बता रहा है। हर कोई सोचना शुरू कर देगा कि दुती ने इतनी राशि खर्च की है।’ उन्होंने कहा, ‘तीन करोड़ वो पुरस्कार राशि है जो ओडिशा सरकार ने मुझे 2018 एशियाई खेलों में दो रजत पदक जीतने के लिए दी थी। यह उसी तरह है जिस तरह पीवी सिंधु या किसी अन्य पदक विजेता को राज्य सरकार जैसे हरियाणा या पंजाब से मिलती है। इसे ट्रेनिंग के लिए वित्तीय सहायता के तौर पर नहीं देखा जाना चाहिए।’ ओएमसी की कर्मचारी हैं दुतीओडिशा सरकार ने यह भी कहा कि उसने दुती को ओडिशा खनन कारपोरेशन (ओएमसी) में ग्रुप ए स्तर का अधिकारी नियुक्त किया जिससे उसे अपनी ट्रेनिंग और वित्तीय प्रोत्साहन के लिए 29 लाख रुपये की राशि मिली। दुती ने सरकार के इस दावे पर भी आपत्ति व्यक्त करते हुए कहा कि इस राशि में उसका वेतन भी शामिल है। उन्होंने कहा, ‘इस 29 लाख रुपये में मेरा वेतन भी शामिल है और मुझे नहीं पता कि यह ट्रेनिंग सहयोग के लिए कैसे है। मैं ओएमसी की कर्मचारी हूं और मुझे मेरा वेतन मिलेगा। मुझे यह पता करना होगा।’ यहां भी सरकार के दावे से उलट है दुती की सच्चाईसरकार के बयान के अनुसार 24 साल की इस खिलाड़ी का हर महीने का वेतन 84,604 रुपये है, जबकि बुधवार को दुती ने दावा किया था कि उसे 60,000 रुपये मिलते हैं। ओडिशा सरकार के बयान के अनुसार, ‘उनका प्रत्येक महीने मौजूदा कुल वेतन 84,604 रुपये (जून 2020 का वेतन) है। उन्हें कार्यालय आने की जरूरत नहीं होती, ताकि वह पूरा ध्यान ट्रेनिंग पर लगा सकें। इसी के अनुसार ओएमसी में नियुक्ति के बाद दुती को कोई काम नहीं दिया गया।’ मेडल से करती हूं गौरवान्वितदुती ने इस पर कहा कि वह घर पर खाली नहीं बैठी थीं, वह देश के लिए पदक जीतकर ला रही थीं और अपने नियोक्ता को गौरवान्वित कर रही थीं। उन्होंने कहा, ‘जब मैं पदक जीतती हूं तो मुझे लगता है कि मैं अपने नियोक्ता के लिए भी कुछ करती हूं। मैं उन्हें गौरवान्वित करती हूं। मैं घर पर खाली नहीं बैठी थी, ऐसा नहीं है कि मैंने पदक जीतना बंद कर दिया है। कार्यालय में पेन और पेपर के इस्तेमाल के बजाय मैं ट्रेनिंग मैदानों और स्टेडियम पर मेहनत कर रही थी।’

प्रोटोकॉल उल्लघंन: जोफ्रा आर्चर पर भड़के पूर्व कप्तान July 16, 2020 at 03:28AM

मैनचेस्टरपूर्व कप्तान माइकल अथर्टन () ने जोफ्रा आर्चर () के जैव सुरक्षित प्रोटोकॉल उल्लघंन को ‘मूर्खतापूर्ण’ करार दिया। उनका मानना है कि उनके गैर जिम्मेदाराना कदम से गुरुवार से वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे टेस्ट से पहले टीम की योजना गड़बड़ा गई। आर्चर को टीम के जैव सुरक्षित प्रोटोकॉल को तोड़ने के लिए वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे टेस्ट से बाहर कर दिया गया। अब उन्हें पांच दिन के क्वॉरंटीन के दौरान कोविड-19 के दो परीक्षण कराने होंगे। आर्चर ने इस गलती के लिए माफी मांगी है, हालांकि गलती का जिक्र इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड के बयान में नहीं किया गया है, लेकिन ‘बीबीसी टेस्ट मैच स्पेशल’ के अनुसार यह तेज गेंदबाज पहले टेस्ट के बाद ब्राइटन में अपने घर गया था। अथर्टन ने ‘स्काई स्पोर्ट्स क्रिकेट ब्रॉडकास्ट’ से कहा, ‘यह कई कारणों से बहुत ही बेवकूफाना है। पहली बात, इससे उसने टीम में स्थान गंवा दिया।' उन्होंने आगे कहा, 'दूसरा इससे इंग्लैंड की योजना गड़बड़ा गई। यह महत्वपूर्ण टेस्ट है जिसमें उनका जीतना जरूर है तभी वे इस सीरीज को जीतने की कोशिश कर सकते हैं।’ उन्होंने कहा, ‘और तीसरा, ईसीबी ने अभी तक जो काम किया, उसने उसे जोखिम में डाल दिया। इन छह टेस्ट मैचों, वेस्टइंडीज के खिलाफ तीन और पाकिस्तान के खिलाफ तीन, को कराने के लिये उन्हें काफी काम करना पड़ा है।

AIFF की वर्ल्ड कप क्वॉलिफायर से पहले नैशनल कैंप की योजना July 16, 2020 at 02:48AM

नई दिल्लीअखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) अक्टूबर में कतर के खिलाफ 2022 वर्ल्ड कप के क्वॉलिफाइंग दौर के मैच से पहले सितंबर की शुरुआत में सीनियर राष्ट्रीय पुरुष टीम के लिए कैंप की योजना बना रहा है। के महासचिव ने कहा कि भुवनेश्वर में राष्ट्रीय कैंप के आयोजन को लेकर जल्द ही ओडिशा सरकार का जवाब मिलने की उम्मीद है। अगर ऐसा होता है तो खिलाड़ियों को एशियाई चैंपियन कतर के खिलाफ आठ अक्टूबर को होने वाले मैच से पूर्व तैयारी के लिए एक महीने का समय मिलेगा। दास ने एआईएफएफ टीवी से कहा, ‘हम सीनियर पुरुष टीम के लिए सितंबर की शुरुआत में कैंप की योजना बना रहे हैं। हम भुवनेश्वर में कैंप चाहते हैं क्योंकि कतर के खिलाफ मैच वहीं होना है।’ पढ़ें, उन्होंने कहा, ‘हम ओडिशा सरकार और भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) के संपर्क में भी हैं। हमें उनकी भी प्रतिक्रिया मिलने की उम्मीद है। यह अजीब स्थिति है लेकिन हालात को देखते हुए हमें सर्वश्रेष्ठ संभव समाधान निकालना होगा।’ ओडिशा में कोरोना वायरस के 14 हजार से अधिक मामले सामने आए हैं जबकि 75 से अधिक लोगों की मौत हुई है। भारत पहले ही 2022 वर्ल्ड कप में जगह बनाने की दौड़ से बाहर हो गया है लेकिन वह 2023 एएफसी एशिया कप में जगह बनाने की रेस में है क्योंकि यह संयुक्त क्वॉलिफिकेशन अभियान है। कतर के बाद भारत बांग्लादेश के खिलाफ उसकी सरजमीं पर 12 नवंबर को और अफगानिस्तान के खिलाफ कोलकाता में 17 नवंबर को खेलेगा। दास ने स्वीकार किया कि कोरोना वायरस महामारी के कारण आयु वर्ग की टीमों के लिए कैंप के आयोजना की योजना खटाई में पड़ गई है। पढ़ें, उन्होंने हालांकि कहा कि एआईएफएफ जल्द ही अंडर-16 पुरुष और अंडर-17 महिला टीमों के लिए कैंप के आयोजन का तरीका ढूंढेगा। अंडर-16 लड़कों की टीम को 25 नवंबर से एएफसी अंडर-16 चैंपियनशिप में हिस्सा लेना है जबकि अंडर-17 महिला टीम को अंडर-17 फीफा महिला वर्ल्ड कप में हिस्सा लेना है जिसकी मेजबानी भारत अगले साल 17 फरवरी से सात मार्च तक करेगा। दास ने कहा कि एआईएफएफ ने अंडर-16 पुरुष टीम के लिए विदेश दौरे की योजना बनाई थी लेकिन फिलहाल यह रद्द हो गई है।

रूट बोले, एंडरसन और ब्रॉड को साथ मौका देना मुश्किल July 16, 2020 at 01:25AM

मैनचेस्टरइंग्लैंड के कप्तान जो रूट ने कहा कि और स्टुअर्ट ब्रॉड में अब भी काफी काबिलियत है, हालांकि उन्होंने संकेत दिए कि जोड़ी के रूप में दोनों को उतारना शायद संभव ना हो। वेस्टइंडीज के खिलाफ सीरीज के शुरुआती मैच में इंग्लैंड को चार विकेट से मिली हार के बाद एंडरसन को दूसरे टेस्ट के लिए आराम दिया गया। वहीं, ब्रॉड को सीरीज के दूसरे टेस्ट मैच में मौका दिया गया। ब्रॉड को विंडीज के खिलाफ 2012 में वेस्टइंडीज के खिलाफ आराम दिए जाने के बाद पहली बार घरेलू टेस्ट से बाहर रखा गया था। उन्हें ओल्ड ट्रैफर्ड में दूसरे टेस्ट में एंडरसन की जगह उतारा गया। पढ़ें, रूट ने कहा, ‘स्टुअर्ट और जिमी अपने करियर को ज्यादा से ज्यादा बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं जिसके लिए सबसे अहम है कि वे ज्यादा से ज्यादा समय तक खेलते रहें।’ रूट ने संकेत दिए कि उनके कार्यभार को कम करने के लिए भविष्य में दोनों तेज गेंदबाजों को रोटेट किया जाएगा। उन्होंने कहा, ‘पिछले कुछ वर्षों में जो कुछ हो रहा है, अगर हमें इसके लिए इससे थोड़ा अलग करना होगा तो हमें इसके बारे में सोचना होगा और हम उन्हें हर मैच में नहीं खिलाएंगे या फिर हर बार उन्हें एक साथ मौका नहीं देंगे।’ कप्तान रूट ने कहा, ‘यह कहने का मतलब यह नहीं है कि ऐसा फिर दोबारा नहीं होगा। वे दो विश्व स्तरीय क्रिकेटर हैं और हम बहुत भाग्यशाली हैं कि हमारी टीम में ये शामिल हैं। हमें उनके इस्तेमाल में स्मार्ट होना होगा और हम अन्य खिलाड़ियों को भी खिलाने का मौका ढूंढ लेंगे।’ एंडरसन और ब्रॉड इंग्लैंड के लिए शीर्ष विकेट चटकाने वाले गेंदबाज रहे हैं जिन्होंने एक साथ मिलकर 116 टेस्ट खेले हैं और 883 विकेट झटके हैं।

जूनियर टेनिस खिलाड़ियों का होगा ऐज वेरिफिकेशन टेस्ट July 16, 2020 at 02:37AM

नई दिल्लीभारतीय टेनिस में उम्र संबंधित धोखाधड़ी के संकट से निपटने के लिए राष्ट्रीय महासंघ एआईटीए ने राष्ट्रीय चैंपियनशिप में हिस्सा लेने वाले सभी जूनियर खिलाड़ियों का उम्र सत्यापन (ऐज वेरिफिकेशन) टेस्ट कराने का फैसला किया। वहीं, दिग्गज का कहना है कि यह कदम 50 साल पहले उठा लेना चाहिए था। जूनियर डेविस और फेड कप में देश का प्रतिनिधित्व करने वाले खिलाड़ियों को भी इसी टेस्ट से गुजरना होगा। अखिल भारतीय टेनिस संघ (एआईटीए) ने कहा कि सीएलटीए (चंडीगढ़ लॉन टेनिस संघ) परिसर के अंदर कथित छेड़छाड़ के बाद पांच जूनियर खिलाड़ियों के खिलाफ उम्र संबंधित धोखाधड़ी के आरोप ने उन्हें इस टेस्ट को फिर से लागू करने का मौका प्रदान किया। पढ़ें, एआईटीए के महासचिव हिरण्मय चटर्जी ने पीटीआई से कहा, ‘अब से राष्ट्रीय चैंपियनशिप में सभी खिलाड़ियों का आयु वर्ग टूर्नमेंट (अंडर 12, अंडर 14 और अंडर 16) के मुख्य ड्रॉ में उम्र सत्यापन टेस्ट (टीडब्ल्यू3) कराया जाएगा। साथ ही देश का प्रतिनिधित्व करने वाले जूनियर खिलाड़ियों को भी इस टेस्ट से गुजरना होगा।’ उन्होंने कहा, ‘ऐसा नहीं है कि हम यह पहली बार कर रहे हैं। पहले भी खिलाड़ियों को इस मेडिकल टेस्ट को कराने के लिए कहा जाता था लेकिन किसी तरह यह बंद हो गया। अब सीएलटीए मुद्दे को मीडिया में काफी दिखाया गया और सीनियर खिलाड़ियों ने चिंता व्यक्त की, एआईटीए अधिकारियों ने इस पर चर्चा की और महसूस किया कि यह कदम जरूरी है।’ इस टेस्ट का खर्चा राष्ट्रीय चैंपियनशिप में प्रवेश करने वाले खिलाड़ी उठाएंगे जबकि जूनियर डेविस कप और फेड कप टीमों की जांच का खर्चा एआईटीए उठाएगा। अगर कोई खिलाड़ी पहले टेस्ट में सही पाया जाता है तो उसका दोबारा टेस्ट नहीं किया जाएगा। ऐसे भी सुझाव थे कि ऐज वेरिफिकेशन टेस्ट तभी अनिवार्य कर देना चाहिए जब एक खिलाड़ी एआईटीए से पंजीकरण कराता है तो चटर्जी ने कहा यह जरूरी नहीं था। चटर्जी ने कहा, ‘कुछ दिशानिर्देश हैं। जब एक बच्चे का उसके जन्म के एक साल के अंदर पंजीकरण हो जाता है तो वो दस्तावेज एआईटीए के साथ पंजीकरण के लिए वैध हैं। लेकिन अगर प्रमाण पत्र एक साल बाद दिया जाता है और खिलाड़ी हमारे पास आता है तो हम उससे उम्र सत्यापन टेस्ट कराने को कहते हैं।’ भूपति बोले, 50 साल पहले ही शुरू कर देते भारत के पहले ग्रैंडस्लैम चैंपियन भूपति ने कहा कि इस प्रणाली को दशकों पहले शुरू कर देना चाहिए था। उन्होंने पीटीआई से कहा, ‘यह बुनियादी जरूरत है इसलिये मैं किसी की प्रशंसा नहीं करूंगा और यह नहीं कहूंगा कि अच्छा किया। यह 50 साल के बाद आया है, काफी देर से। काफी बच्चों को कई वर्षों से इससे निपटना पड़ा। उम्मीद करता हूं कि यह सिर्फ घोषणा मात्र नहीं हो और वे इसे अनुशासित प्रक्रिया बनाएं ताकि सुनिश्चित हो कि बच्चे और उनके माता-पिता धोखाधड़ी के लिए जवाबदेह हों।’

क्या है बायो प्रोटोकॉल? जिसे तोड़ फंसे जोफ्रा आर्चर July 16, 2020 at 01:35AM

नई दिल्लीइंग्लैंड साउथैम्पटन में खेले गए वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में 4 विकेट से हार गई थी। दूसरा मैच मैनचेस्टर में आज से खेला जा रहा है। इस मैच से पहले ही इंग्लैंड को अपने प्रमुख तेज गेंदबाज को टीम से बाहर करने का कड़ा फैसला करना पड़ा। दरअसल, वह साउथैम्पटन से लौटते समय बीच में ब्राइटन में अपने घर चले गए थे, जो जरूरी जैव सुरक्षित प्रोटोकॉल का उल्लंघन है। जोफ्रा आर्चर को अब पांच दिन तक क्वॉरंटीन पर रहना होगा और इस दौरान उनके कोविड-19 के लिए दो टेस्ट होंगे। जांच में नेगेटिव पाए जाने पर ही टीम में उनकी वापसी हो पाएगी। हालांकि, गलती का अहसास होते ही आर्चर ने बयान जारी करते हुए माफी मांगी है। बता दें कि कोरोना वायरस के खौफ की वजह से यह सीरीज जैव-सुरक्षित वातावरण में खेली जा रहा है। आइए जानें, क्या होता है जैव-सुरक्षित वातावरण और खिलाड़ियों को किन नियमों का करना होगा पालन.... पढ़ें- जैव-सुरक्षित वातावरण क्या है?जैव-सुरक्षा हानिकारक जीवों (यहां कोरोनो वायरस को लेकर) की शुरुआत या प्रसार को रोकने के उद्देश्य से उपायों का एक सेट है। इसका उद्देश्य वायरस, बैक्टीरिया और सूक्ष्मजीवों के कारण लोगों या जानवरों के संक्रमित होने या जोखिम को कम करना है। इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) इसी तरह का एक सेटअप तैयार किया, जिसे जारी वेस्टइंडीज सीरीज में फॉलो किया जा रहा है। स्टेडियम से लेकर होटल का कमरा तक सेनेटाइज करने के अलावा खिलाड़ियों और संबंधित अधिकारियों, कर्मचारियों के लिए कड़े नियम बनाए गए हें। देखें- मैच के दौरान फॉलो हो रहे ये नियमजैव-सुरक्षित वातावरण नियमों के तहत दोनों टीमों के खिलाड़ियों को बाहर घूमने की आजादी नहीं है। खिलाड़ियों के अलावा मैच ऑफिशल्स को भी सोशल डिस्टैंसिंग का कड़ाई से पालन करना है। इसी नियम के तहत वेस्टइंडीज के खिलाड़ियों को इंग्लैंड पहुंचने के बाद तीन सप्ताह के लिए क्वॉरंटीना होना पड़ा था। गेंद चमकाने के लिए लार के इस्तेमाल पर पाबंदी है। इसके अलावा खिलाड़ी विकेट लेने के बाद हाथ मिलाकर जश्न नहीं मनाएंगे। पढ़ें- स्टेडियम भी खालीइसके साथ ही खिलाड़ी एक दूसरे से हाथ भी नहीं मिलाएंगे। वहीं सभी तीन टेस्ट मैच बिना दर्शकों के खाली स्टेडियम में खेला जाएगा। मैच अधिकारियों, परिचालन कर्मचारियों, आवश्यक स्थल कर्मचारियों, प्रसारकों और मीडिया को नियामों का कड़ाई से पालन करना होगा। कॉमेंट्री के दौरान कॉमेंटेटेर एक-दूसरे से काफी दूर बैठ रहे हैं। प्रेस कॉन्फ्रेंस या पुरस्कार वितरण के दौरान भी इन नियमों का पालन किया जा रहा है।

शर्मिंदा हूं, साथियों की जान आफत में डाली: आर्चर July 16, 2020 at 12:37AM

मैनचेस्टरइंग्लैंड के तेज गेंदबाज को साउथैम्पटन से लौटते समय बीच में ब्राइटन में अपने घर में रुकना महंगा पड़ा। उन्हें जैव सुरक्षित प्रोटोकॉल के उल्लंघन के कारण गुरुवार को वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच की टीम से बाहर कर दिया गया। हालांकि, गलती का अहसास होते ही आर्चर ने बयान जारी करते हुए माफी मांगी है। अब पांच दिन तक क्वॉरंटीन पर रहना होगा और इस दौरान उनके कोविड-19 के लिए दो टेस्ट होंगे। इंग्लैंड पहला मैच चार विकेट से गंवाने के कारण सीरीज में 0-1 से पिछड़ रहा है। उन्होंने कहा, ‘टेस्ट मैच से बाहर होने से मैं बेहद दुखी हूं विशेषकर जबकि सीरीज महत्वपूर्ण मोड़ पर है। मुझे ऐसा लग रहा है जैसे मैंने दोनों टीमों को परेशानी में रखा और मैं फिर से इसके लिए क्षमाप्रार्थी हूं।’ उन्होंने कहा, ‘जो कुछ भी हुआ उसके लिए मुझे बेहद खेद है। मैंने स्वयं को ही नहीं बल्कि पूरी टीम और प्रबंधन को खतरे में डाला। मैं अपने इस कृत्य के नतीजों को स्वीकार करता हूं और मैं जैव सुरक्षित वातावरण में रहने वाले प्रत्येक व्यक्ति से क्षमा मांगता हूं।’ पढ़ें- ईसीबी ने कहा- रहना को होगा क्वॉरंटीनदूसरी ओर, ईसीबी ने बयान में कहा, ‘इंग्लैंड के जोफ्रा आर्चर को टीम के जैव सुरक्षित वातावरण का उल्लंघन करने के कारण वेस्टइंडीज के खिलाफ आज (गुरुवार 16 जुलाई) से ओल्ड ट्रैफर्ड में शुरू होने वाले दूसरे टेस्ट मैच की टीम से बाहर कर दिया गया है।’ इसमें कहा गया है, ‘आर्चर को अब पांच दिन तक क्वॉरंटीन रहना होगा और इस दौरान उनके कोविड-19 के लिए दो परीक्षण होंगे। इन दोनों के नेगेटिव आने पर ही वह क्वॉरंटीन से बाहर निकल पाएंगे।’ देखें- ईसीबी ने अपने बयान में यही भी कहा है कि वेस्टइंडीज इस ताजा घटनाक्रम से अवगत है और जो उपाय किए गए उनसे संतुष्ट है। बारबाडोस में जन्में 25 वर्षीय आर्चर ने अब तक इंग्लैंड की तरफ से आठ टेस्ट, 14 वनडे और एक टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेला है। अपने करियर में अभी तक उन्होंने 58 विकेट लिए हैं। तीन टेस्ट मैचों की इस सीरीज से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की भी वापसी हुई। सिमंस ने भी तोड़ा था प्रोटोकॉलयह कड़े दिशानिर्देशों के बीच जैव सुरक्षित वातावरण में खेली जा रही है। सीरीज शुरू होने से पहले वेस्टइंडीज के मुख्य कोच फिल सिमंस अपने ससुर के अंतिम संस्कार में हिस्सा लेने के लिए जैव सुरक्षित वातावरण से बाहर निकले थे जिस पर उनके क्रिकेट बोर्ड के कुछ सदस्यों ने सवाल उठाए थे। सिमंस अनुमति लेकर बाहर निकले थे, लेकिन तब भी उन्हें बर्खास्त करने की मांग की गई थी। क्रिकेट वेस्टइंडीज के अध्यक्ष रिकी स्किरिट ने हालांकि मुख्य कोच का साथ दिया था।

मेंटल हेल्थ और वजन घटाने के टिप्स देंगी सानिया मिर्जा July 15, 2020 at 11:55PM

नई दिल्ली भारत की स्टार टेनिस खिलाड़ी () ने कहा है कि उन्होंने इस लॉकडाउन में कोर्ट पर मैच खेलने को काफी मिस किया। इसके लिए उन्होंने काफी मेहनत की थी और बच्चे को जन्म देने के बाद वह फिट हो गई थीं। सानिया ने इसी साल जनवरी में कोर्ट पर वापसी की थी और होबार्ट इंटरनैशनल टूर्नमेंट का महिला युगल खिताब जीता था। इसके अलावा भारत को फेड कप में प्लेऑफ में पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई थी। हालांकि उनकी वापसी इस कोरोनावायरस के कारण रुक सी गई क्योंकि टेनिस कैलेंडर को ही रोक दिया गया। 33 साल की सानिया ने कहा, 'मैंने वापस खेलने के लिए, शेप में आने के लिए, फिट रहने के लिए साथ ही जीतने के लिए काफी मेहनत की थी। इसलिए जाहिर सी बात है कि मैं कोर्ट को मिस कर रही हूं। एक और चीज जो मैं मिस कर रही हूं वह है प्रतिस्पर्धा--- मैचों में।' सानिया को मार्च 2020 में इंडियन वेल्स में हिस्सा लेना था लेकिन यह टूर्नमेंट रद्द कर दिया गया। इस बीमारी के कारण पूरा खेल कैलेंडर रुक सा गया है और कई टूर्नमेंट्स या तो रद्द किए जा चुके हैं या स्थगित कर दिए गए हैं। ऐसे में सानिया ने कहा कि सभी को इस समय बड़ी तस्वीर की ओर देखना चाहिए। उन्होंने कहा, 'यह हम सभी के लिए मुश्किल समय है, लेकिन मुझे लगता कि हमारे पास बड़ी पिक्चर को देखने का समय है और उम्मीद है कि हम इस महामारी से बेहतर तरीके से बाहर निकलेंगे। सकारात्मक रहना और अच्छा सोचना शायद बाहर निकलने का तरीका है। स्वस्थ रहना और अपने परिवार तथा दोस्तों के साथ रहना इससे बाहर निकलने के लिए सबसे अहम है।' तोक्यो ओलिंपिक-2020 को इसी बीमारी के कारण एक साल तक के लिए टाल दिया गया है। (IOC) और अंतरराष्ट्रीय पैरालिंपिक सिमित (IPC) ने एयरबीएनबी के साथ मिलकर पांच दिन का ऑनलाइन समर फेस्टीवल आयोजित करने का फैसला किया है, जहां 100 से ज्यादा ओलिंपियन और पैरालिंपियन अपना अनुभव साझा करेंगे। ओलिंपिक खेल इसी साल 24 जुलाई से होने थे और इसी दिन सानिया इस ऑनलाइन फेस्टीवल में शिरकत करेंगी। वह अपना वजन कम करने के सफर और मानसिक स्वास्थ्य पर बात करेंगी। उन्होंने बताया, 'मेरा अनुभव मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के बारे में रहेगा। मैं जब गर्भवती थी तब मैंने काफी सारा वजन बढ़ा लिया था, जो मैंने कम किया। मैंने काफी सारी शारीरिक मेहनत की और साथ ही मानसिक स्वास्थ्य्य पर काम किया। मुझे लगता है कि यह लोगों के लिए अच्छी बात है कि वह विश्व स्तर के खिलाड़ियों से उनका अनुभव साझा करेंगे। इस साल ओलिंपिक नहीं होने वाले हैं तो मुझे लगता है कि यह लोगों से जुड़ने का सही तरीका है। मैं कुछ एक्सरसाइज बताऊंगी जिनसे मुझे मदद मिली।' सानिया ने कहा कि स्वस्थ और फिट रहना उन्हें स्वाभाविक रूप से मिला है और शारीरिक एक्सरसाइज उन्हें मुश्किल समय में भी सकारात्मक रहने में मदद करती हैं। उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि यह मेरे अंदर स्वस्थ रहना और फिट रहना स्वाभाविक रूप से ही है। लेकिन मुझे साथ ही लगता है कि उससे मुझे मानसिक तौर पर काफी मदद मिलती है। जब मैं दिन में एक घंटे शारीरिक मेहनत करती हूं तो इससे मुझे मुश्किल स्थिति में सकारात्मक रहने में मदद मिलती है।'

LIVE स्कोर & अपडेट्स, इंग्लैंड vs विंडीज @ मैनचेस्टर July 15, 2020 at 11:11PM

मैनचेस्टर इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच कुछ ही देर में दूसरा टेस्ट मैच शुरू होने जा रहा है। सीरीज में मेजबान इंग्लैंड पहले ही 0-1 से पीछे हो चुका है और आज मैच से पहले ही उसे जोफ्रा आर्चर के रूप में झटका लगा है। आर्चर ने कोविड-19 की रोकथाम के लिए बनाए गए बायोसिक्यॉरिटी प्रोटोकॉल को तोड़ दिया। इसके चलते उन्हें टीम से बाहर होना पड़ा है। अब उन्हें अब पांच दिन तक आइसोलेशन पर रहना होगा। फिलहाल साउथैम्पटन टेस्ट के पहले दिन की तरह मैनचेस्टर में भी बारिश हो रही है। इसके चलते टॉस में देरी संभव है।

कोविड-19 प्रोटोकॉल तोड़ने पर आर्चर ने मांगी माफी July 15, 2020 at 10:45PM

मैनचेस्टर इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर (Jofra Archer) को जैवसुरक्षित प्रोटोकॉल (Biosecurity Protocols) के उल्लंघन के कारण वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच की टीम से बाहर कर दिया गया है। उन्हें अब 5 दिन तक आइसोलेशन में रहना होगा और इस दौरान उनके कोविड-19 (Covid- 19) के लिए दो परीक्षण होंगे। कोविड-19 महामारी के बावजूद यह सीरीज खेली जा रही है तथा साउथैम्पटन में पहले टेस्ट मैच में किसी तरह की कोई घटना नहीं घटी थी। इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ECB) ने बयान में कहा, 'इंग्लैंड के जोफ्रा आर्चर को टीम के जैवसुरक्षित वातावरण का उल्लंघन करने के कारण वेस्टइंडीज के खिलाफ आज (गुरुवार 16 जुलाई) से में शुरू होने वाले दूसरे टेस्ट मैच की टीम से बाहर कर दिया गया है।' इसमें कहा गया है, 'आर्चर को अब 5 दिन तक आइसोलेशन में रहना होगा और इस दौरान उनके कोविड-19 के लिए दो परीक्षण होंगे। इन दोनों के निगेटिव आने पर ही वह आइसोलेशन से बाहर निकल पाएंगे।' आर्चर ने अपनी इस गलती के लिए माफी मांगी है, जिसके बारे में ईसीबी के बयान में विस्तार से नहीं बताया है। उन्होंने कहा, 'जो कुछ भी हुआ उसके लिए मुझे बेहद खेद है। मैंने स्वयं को ही नहीं बल्कि पूरी टीम और प्रबंधन को खतरे में डाला। मैं अपने इस कृत्य के नतीजों को स्वीकार करता हूं और मैं जैवसुरक्षित वातावरण में रहने वाले प्रत्येक व्यक्ति से माफी मांगता हूं।' आर्चर ने ऐसे समय में असावधानी बरतने के लिए माफी मांगी, जबकि इंग्लैंड की टीम को उनकी सख्त जरूरत है। इंग्लैंड पहला मैच 4 विकेट से गंवाने के कारण सीरीज में 0-1 से पिछड़ रहा है। उन्होंने कहा, 'टेस्ट मैच से बाहर होने से मैं बेहद दुखी हूं विशेषकर जबकि सीरीज महत्वपूर्ण मोड़ पर है। मुझे ऐसा लग रहा है जैसे मैंने दोनों टीमों को परेशानी में रखा और मैं फिर से इसके लिए माफी मांगता हूं।' ईसीबी ने अपने बयान में यही भी कहा है कि वेस्टइंडीज इस ताजा घटनाक्रम से अवगत है और जो उपाय किए गए उनसे संतुष्ट है। बारबाडोस में जन्में 25 वर्षीय आर्चर ने अब तक इंग्लैंड की तरफ से 8 टेस्ट, 14 वनडे और एक टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेला है। अपने करियर में अभी तक उन्होंने 58 विकेट लिए हैं। तीन टेस्ट मैचों की इस सीरीज से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की भी वापसी हुई। यह कड़े दिशानिर्देशों के बीच जैव सुरक्षित वातावरण में खेली जा रही है। सीरीज शुरू होने से पहले वेस्टइंडीज के मुख्य कोच फिल सिमन्स अपने ससुर के अंतिम संस्कार में हिस्सा लेने के लिए जैवसुरक्षित वातावरण से बाहर निकले थे, जिस पर उनके क्रिकेट बोर्ड के कुछ सदस्यों ने सवाल उठाए थे। सिमन्स अनुमति लेकर बाहर निकले थे लेकिन तब भी उन्हें बर्खास्त करने की मांग की गई थी। के अध्यक्ष रिकी स्किरिट ने हालांकि मुख्य कोच का साथ दिया था।

विराट की टीम की इस 'खामी' पर क्या बोले कपिल July 15, 2020 at 11:17PM

नई दिल्ली भारतीय टीम का हालिया प्रदर्शन अच्छा रहा है। सीमित ओवरों के प्रारूप में तो टीम के संतुलन की अकसर तारीफ की जाती है। लेकिन एक बात जिसको लेकर की कप्तानी वाली इस टीम की आलोचना की जाती है वह है आईसीसी टूर्नमेंट में खिताब नहीं जीत पाना। हालांकि इस मुद्दे पर अब कोहली ऐंड कंपनी को पूर्व कप्तान का साथ मिला है। कपिल ने कहा है कि ट्रोफी जीतना कई बार किस्मत की भी बात होती है। उन्होंने यकीन जताया कि वह दिन भी जल्द ही आएगा जब कोहली की टीम यह अंतिम पड़ाव भी जरूर पार करेगी। कपिल ने स्पोर्टसकीड़ा के खास कार्यक्रम फ्री हिट में भारतीय क्रिकेट के मौजूदा स्तर पर अपनी राय रखी। उन्होंने भारतीय टीम के हालिया प्रदर्शन और आईसीसी ट्रोफी न जीत पाने पर भी बात की। जब कपिल देव से पूछा गया कि मौजूदा भारतीय टीम के पास दुनिया के बेस्ट बोलर और बैट्समैन होने के बावजूद वह आईसीसी ट्रोफी क्यों नहीं जीत पाती है तो कपिल ने कहा कि सबसे अच्छी बात यह है कि टीम को यकीन है कि वह जीत हासिल कर सकती है। हालांकि वह अभी तक इस पड़ाव को पार नहीं कर पाई है। कपिल ने कहा, 'आज सबसे अच्छी बात यह है कि टीम ने यह सोचना शुरू कर दिया है कि हम जीत सकते हैं। हम अच्छी टीम हैं। यह एक बड़ा कदम है। हम कहते हैं कि हम यह टूर्नमेंट जीत सकते हैं। अगर हम नहीं जीत पाते तो कोई बात नहीं कम से कम आप उस दिशा में सोचना तो शुरू करते हैं।' पूर्व ऑलराउंडर को यकीन है कि भारतीय टीम आने वाले समय में जरूर आईसीसी ट्रोफी जीतेगी। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि वह यह बताने के लिए सर्वश्रेष्ठ व्यक्ति नहीं हैं कि आखिर टीम क्यों खिताब नहीं जीत पा रही है। कपिल ने कहा, 'वह वक्त आएगा, आप जीतेंगे। भारतीय टीम इतना अच्छा खेल रही है, तो आपको खुश होना चाहिए। अगर आप मुझसे पूछें कि टीम क्यों नहीं जीत रही है तो मेरे पास कोई जवाब नहीं है। इसका उत्तर केवल वही लोग दे सकते हैं जो खेल रहे हैं या जो उनके करीबी हैं।' कपिल देव ने यह भी कहा कि भारतीय टीम सभी की उम्मीदों से काफी बेहतर खेल रही है। अगर किस्मत का साथ मिला तो टीम आईसीसी ट्रोफी भी जरूर जीतेगी। कपिल ने कहा, 'कभी-कभी आपको किस्मत की भी जरूरत होती है। आप देखिये टीम कितना अच्छा खेल रही है। मैं एक सकारात्मक इनसान हूं, मैं नकारात्मक चीजों की ओर नहीं देखता।' उन्होंने कहा, 'अगर आप कहें कि वह पेपर पर नंबर टीम हैं, हां, वे पिछले 4-5 साल में आईसीसी ट्रोफी नहीं जीत पाए हैं लेकिन वह जरूर जीतेंगे। मुझे इस बात में कोई संदेह नहीं कि परिस्थितियों को संभालने में सक्षम हैं।'

इंग्लैंड को झटका, जोफ्रा आर्चर दूसरे टेस्ट से बाहर July 15, 2020 at 10:02PM

नई दिल्लीइंग्लैंड के तेज गेंदबाज () वेस्टइंडीज के खिलाफ गुरुवार से शुरू हो रहे टेस्ट मैच से बाहर हो गए हैं। आर्चर ने कोरोना वायरस से बचने के लिए बनाए गए बायो-सिक्यॉरिटी नियम तोड़ने के चलते मैच से बाहर कर दिया गया है।उन्हें अब पांच दिन तक आइसोलेशन पर रहना होगा। कोविड-19 (Covid- 19) महामारी के बावजूद यह सीरीज खेली जा रही है तथा साउथैम्पटन में पहले टेस्ट मैच किसी तरह की कोई घटना नहीं घटी थी। इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ECB) ने बयान में कहा, 'इंग्लैंड के जोफ्रा आर्चर को टीम के जैव सुरक्षित वातावरण का उल्लंघन करने के कारण वेस्टइंडीज के खिलाफ आज (गुरुवार 16 जुलाई) से ओल्ड ट्रैफर्ड में शुरू होने वाले दूसरे टेस्ट मैच की टीम से बाहर कर दिया गया है।' इसमें कहा गया है, 'आर्चर को अब पांच दिन तक पृथकवास पर रहना होगा और इस दौरान उनके कोविड-19 के लिए दो परीक्षण होंगे। इन दोनों के निगेटिव आने पर ही वह पृथकवास से बाहर निकल पाएंगे।' आर्चर ने इस गलती के लिए माफी मांगी जिसके बारे में ईसीबी के बयान में विस्तार से नहीं बताया गया है। उन्होंने कहा, 'जो कुछ भी हुआ उसके लिए मुझे बेहद खेद है। मैंने स्वयं को ही नहीं बल्कि पूरी टीम और प्रबंधन को खतरे में डाला। मैं अपने इस कृत्य के नतीजों को स्वीकार करता हूं और मैं जैव सुरक्षित वातावरण में रहने वाले प्रत्येक व्यक्ति से क्षमा मांगता हूं।

IPL और ट्रेनिंग कैंप को लेकर BCCI कर रहा है हर विकल्प पर विचार July 15, 2020 at 10:40PM

नई दिल्ली भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड () इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) करवाने के सभी संभावित विकल्पों को तलाश रहा है। एक सूत्र ने बताया कि बोर्ड खिलाड़ियों के लिए ट्रेनिंग कैंप आयोजित करवाने के लिए इसी हिसाब से कोई फैसला लेगा। आईपीएल गर्वनिंग काउंसिल के एक सूत्र ने बताया, 'अभी तक कुछ तय नहीं हुआ है। हम परिस्थिति पर बहुत करीबी नजर रखे हुए हैं। हम आईपीएल के आयोजन को लेकर भी सभी पहलुओं पर विचार कर रहे हैं। हम सभी विकल्पों पर विचार कर रहे हैं। कुछ देशों ने करवाने में दिलचस्पी दिखाई है। इसमें यूएई भी शामिल है। लेकिन फिलहाल हम इंतजार कर रहे हैं और हालात पर नजर बनाए हुए हैं। इस बारे में हम सरकार से भी बात करेंगे। हम देश और क्रिकेट के हित में जो भी बेस्ट होगा वह करेंगे।' जब खिलाड़ियों की ट्रेनिंग कैंप के बारे में पूछा गया तो सूत्र ने कहा, 'इस पर भी कोई फैसला नहीं लिया गया है और इस पर कोई फैसला इतनी आसानी से लिया भी नहीं जा सकता। जो भी चल रहा है वह सिर्फ मीडिया का आकलन है। हम फिलहाल यह देख रहे हैं कि आईपीएल का आयोजन कहां करवाया जाए और उसी हिसाब से खिलाड़ियों के लिए ट्रेनिंग कैंप का भी आयोजन करवाया जाएगा।' कोरोना वायरस महामारी के चलते दुनियाभर में खेल गतिविधियां बुरी तरह प्रभावित हुई हैं। आईपीएल 2020 को लेकर भी अभी तक कोई अंतिम फैसला नहीं हुआ है। इसकी शुरुआत 29 मार्च को होनी थी। हालांकि धीरे-धीरे खेल शुरू हो गए हैं। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की भी शुरुआत हो चुकी है। इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच 8 जुलाई से टेस्ट सीरीज का आगाज हो चुका है। सीरीज का दूसरा मैच 16 जुलाई से मैनचेस्टर में खेला जा रहा है।

लुईस हैमिल्टन के पास शूमाकर के रेकॉर्ड की बराबरी का मौका July 15, 2020 at 10:32PM

बुडापेस्ट () इस सप्ताहांत हंगरी ग्रां प्री फॉर्मूला वन रेस जीतने पर अपने जमाने के दिग्गज ड्राइवर () के किसी एक ट्रैक पर सर्वाधिक जीत दर्ज करने के फॉर्मूला वन रेकॉर्ड की बराबरी कर लेंगे। यही नहीं हैमिल्टन इससे शूमाकर के फॉर्मूला वन में 91 जीत के रेकॉर्ड की बराबरी करने से पांच जीत दूर रह जाएंगे। पिछले सप्ताहांत ऑस्ट्रिया में स्टारियन ग्रां प्री में जीत के बाद माना जा रहा है कि ब्रिटिश ड्राइवर हैमिल्टन रविवार को हंगरी ग्रां प्री में 8वीं जीत दर्ज करने में सफल रहेंगे। किसी एक ट्रैक पर सर्वाधिक जीत दर्ज करने का रेकॉर्ड अभी शूमाकर के नाम पर है। उन्होंने फ्रांसीसी ग्रां प्री में आठ जीत हासिल की थी। शूमाकर ने वहां अपनी पहली जीत 1994 में दर्ज की थी। हैमिल्टन ने कहा, 'जब भी मैं माइकल के रेकॉर्ड को याद करता हूं तो हैरान हो जाता हूं। कितनी जीत, कितनी चैंपियनशिप। रेकॉर्ड दर रेकॉर्ड। मैं उनकी महानता और सफलता को लगातार याद करता हूं।' हैमिल्टन ने हंगरी ग्रां प्री में 2007 में पहली जीत हासिल की थी। मर्सीडीज के ड्राइवर के रूप में उन्होंने यहां पहली जीत 2013 में दर्ज की थी। इसके बाद 2014 को छोड़कर उन्होंने हर साल यहां खिताब जीता।

क्रिकेट का अनूठा मैच, नहीं खेलेंगे रबाडा और मॉरिस July 15, 2020 at 09:35PM

जोहानिसबर्ग साउथ अफ्रीका के टॉप तेज गेंदबाज कगिसो रबाडा () और ऑलराउंडर () 3टीमक्रिकेट (3TC) सोलिडेरिटी कप में नहीं खेल पाएंगे। शनिवार को सेंचुरियन में होने वाले इस मुकाबले से देश में क्रिकेट की वापसी भी होगी। रबाडा को इस मैच में किंगफिशर्स की अगुवाई करनी थी लेकिन वह और मध्यम गति के गेंदबाज सिसांडा मगाला किसी पारिवारिक सदस्य की मौत के कारण इससे हट गए हैं। ईसपीएनक्रिकइन्फो के अनुसार 33 वर्षीय मॉरिस सुपरस्पोर्ट पार्क में होने वाले मुकाबले के लिए उपलब्ध नहीं रहेंगे। इन तीनों खिलाड़ियों की जगह साउथ अफ्रीका के पूर्व तेज गेंदबाज मखाया एंटीनी के बेटे थांडो एंटीनी(किंगफिशर्स), ब्योन फोर्टिन (ईगल्स) और गेराल्ड कोएट्जी (किंगफिशर्स) को टीमों से जोड़ा गया है। रबाडा की अनुपस्थिति में हेनिरक क्लासेन किंगफिशर्स की अगुवाई करेंगे। एबी डिविलियर्स (ईगल्स) और क्विंटन डिकाक (काइट्स) अन्य कप्तान हैं। यह मुकाबला पहले 27 जून को होना था लेकिन कोविड-19 महामारी को देखते हुए इसे टाल दिया गया था। सोलिडेरिटी कप में साउथ अफ्रीका के चोटी 24 क्रिकेटर भाग लेंगे, जिन्हें तीन टीमों में बांटा गया है। ये तीनों टीमें एक ही मैच में खेलेंगी। प्रत्येक टीम में आठ खिलाड़ी होंगे और मैच दो हिस्सों में होगा। इसमें प्रत्येक हिस्से में 18–18 ओवर होंगे। प्रत्येक टीम 12 ओवर बल्लेबाजी करेगी लेकिन यह 6-6 ओवर के दो हिस्सों में बंटी होगी। इस तरह से प्रत्येक टीम एक दूसरे का सामना करेगी।

इंग्लैंड के प्रस्तावित दौरे के लिए मैक्सवेल और ख्वाजा संभावित टीम में July 15, 2020 at 09:08PM

मेलबर्न ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड के प्रस्तावित सीमित ओवरों के दौरे के लिए गुरुवार को 26 सदस्यीय संभावित टीम का चयन किया, जिसमें ग्लेन मैक्सवेल () और () जैसे खिलाड़ियों के अलवा T20 वर्ल्ड कप को ध्यान में रखते हुए कुछ नए चेहरे में भी शामिल किए गए हैं। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) ने टीम की घोषणा करते हुए कोविड-19 महामारी के चलते अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी की उसकी कवायदों के लिए इसे 'एक सकारात्मक कदम, हालांकि कोई निश्चित नहीं' करार दिया है। इंग्लैंड अभी वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट सीरीज खेल रहा है, जिससे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की वापसी भी हुई। सीए ने बयान में कहा, 'इस दौरे को लेकर अभी अंतिम फैसला किया जाना है तथा क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ECB) और संबंधित सरकारी एजेंसियों के बीच बातचीत चल रही है।' सितंबर में होने वाले दौरे की पुष्टि होने के बाद ही अंतिम टीम का चयन किया जाएगा। इस दौरे में तीन वनडे अंतरराष्ट्रीय मैच और इतने ही टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले जाने हैं। संभावित टीम में नियमित खिलाड़ियों के अलावा मैक्सवेल भी शामिल हैं, जिन्होंने पिछले साल अक्टूबर से अपने देश की तरफ से कोई मैच नहीं खेला है। उन्होंने मानसिक स्वास्थ्य मसलों के कारण विश्राम लिया था। ख्वाजा भी पिछले कुछ समय से सीमित ओवरों के पसंदीदा खिलाड़ी नहीं रहे। उन्हें इस साल अप्रैल में पिछले पांच वर्षों में पहली बार सीए के अनुबंधित खिलाड़ियों में जगह नहीं मिली थी। राष्ट्रीय चयनकर्ता ट्रेवर हॉन्स ने कहा कि यह टीम केवल इंग्लैंड दौरे के लिए ही नहीं बल्कि टी20 वर्ल्ड कप को ध्यान में रखकर भी चुनी गई है। कोविड-19 महामारी के कारण टी20 विश्व कप का स्थगित होना तय माना जा रहा है। उन्होंने कहा, 'यह संभावित टीम आगामी आईसीसी टी20 विश्व कप और 2023 में होने वाले आईसीसी विश्व कप को ध्यान में रखकर चुनी गई है।' टीम में डेनियल सैम्स, रिले मेरेडिथ और जोश फिलिप के रूप में नए चेहरे रखे गए हैं। इन तीनों ने बिग बैश लीग में अच्छा प्रदर्शन किया था। इस बीच क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के राष्ट्रीय टीमों के कार्यकारी महाप्रबंधक बेन ओलिवर ने कहा कि सीए को इस दौरे के होने की उम्मीद है। उन्होंने कहा, 'ईसीबी लंबे समय से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में हमारा भागीदार रहा है और हम इस दौरे को मूर्तरूप देने के लिए अपनी तरफ से हर संभव प्रयास कर रहे हैं। संभावित टीम इस प्रकार है सीन एबॉट, एश्टन एगर, एलेक्स कैरी, पैट कमिंस, एरॉन फिंच, जोश हेजलवुड, ट्रैविस हेड, उस्मान ख्वाजा, मार्नस लाबुशेन, नाथन लियोन, मिशेल मार्श, ग्लेन मैक्सवेल, बेन मैकडरमोट, रिले मेरेडिथ, माइकल नेसर, जोश फिलिप, डेनियल सैम्स, डी आर्सी शॉर्ट, केन रिचर्डसन, स्टीवन स्मिथ, मिशेल स्टार्क, मार्कस स्टोइनिस, एंड्रयू टाई, मैथ्यू वेड, डेविड वॉर्नर, एडम जाम्पा।

DRS पर तेंडुलकर के इस सुझाव से सहमत नहीं चोपड़ा July 15, 2020 at 08:24PM

नई दिल्ली हाल ही में दुनिया के महान बल्लेबाज () ने को डीआरएस पर LBW डिसीजन में कुछ बदलाव करने की सलाह दी थी। सचिन का मानना था कि जब हम तकनीक को अपना रहे हैं तो फिर इसमें 50 फीसदी गेंद के स्टंप को हिट करने वाले नियम से हटना चाहिए। अगर कैमरा में दिख रहा है कि गेंद स्टंप को छू रही है तो फिर वह 50 फीसदी हो या 5 फीसदी कोई फर्क नहीं पड़ता। बल्लेबाज को आउट ही दिया जाना चाहिए। टीम इंडिया को पूर्व ओपनर () सचिन की इस बात से सहमत नहीं हैं। सचिन ने टेनिस का उदाहरण देते हुए कहा था कि जब आप यहां कैमरे का इस्तेमाल करते हैं, तो सिर्फ इन ऐंड आउट (अंदर या बाहर) देखते हैं। फिर क्रिकेट में भी आउट या नॉटआउट का फैसला होना चाहिए। इसमें अंपायर्स कॉल का कोई मतलब नहीं बनता। सचिन ने आईसीसी को यह सुझाव हाल ही में वेस्टइंडीज के दिग्गज बल्लेबाज ब्रायन लारा से अपने 100एमबी ऐप पर ऑनलाइन चैट के दौरान दिया था। पढ़ें: सचिन की इस बात असहमती जताते हुए आकाश चोपड़ा ने कहा कि दूसरे खेलों में जैसे- टेनिस, फुटबॉल या बैडमिंटन में हम ब्लैक ऐंड वाइट करके अपनी आंखों से सही परिणाम देखते हैं कि या दो गेंद या शटल लाइन के अंदर आ रही है या फिर बाहर। लेकिन LBW के दौरान गेंद पर पैड पर लगकर कहीं और निकल जाती है और पैड से स्टंप का अंदाजा ट्रैजेक्टरी पर लगाया जाता है। उन्होंने कहा कि यह संभावनाओं पर आधारित होता है, जिसमें गेंद की स्विंग, स्पिन, उछाल, स्पीड आदी के आधार पर सही निर्णय के करीब पहुंचने की कोशिश की जाती है। ऐसे में अंपायर्स कॉल को हटाना सही नहीं है। आकाश चोपड़ा अपने यूट्यूब चैनल आकाशवाणी पर इस विषय पर बात कर रहे थे। चोपड़ा ने कहा कि अगर हम इन तकनीक को डिवेलप करने वाली कंपनियों से भी बात करें, तो उनका कहना है कि वह 100 फीसदी सटीकता की बात नहीं करते। लेकिन उनका दावा है कि जब गेंद 50 फीसदी से ज्यादा स्टंप को छू रही होगी या मिस कर रही होगी तब यह बात निश्चित है कि छूने पर गेंद स्टंप पर निश्चित ही लगती और मिस करने पर निश्चित ही मिस करती। चोपड़ा ने कहा कि ऐसे में सचिन पा जी की सलाह को अपनाना मुश्किल है।