Sunday, August 8, 2021

भास्कर एक्सक्लूसिव:नीरज चोपड़ा बोले- फाइनल से पहले कोच ने कहा था, पहला थ्रो बेस्ट करना; मेरा अगला टारगेट वर्ल्ड कप और कॉमनवेल्थ August 08, 2021 at 04:39PM

ड्रॉ मुकाबले में भारत का पलड़ा भारी रहा:अंग्रेज बल्लेबाजों की आंखों में दिखा भारतीय तेज गेंदबाजों का खौफ, दूसरे टेस्ट में अश्विन को मौका देना बेहतर होगा August 08, 2021 at 03:52PM

टोक्यो म्हं हरियाणा ‘प्रधान’:ओलिंपिक में देश का 121 साल का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन, इसमें सबसे बड़ा योगदान हरियाणा का रहा August 08, 2021 at 12:30PM

उपलब्धि: 4 ओलिंपिक में देश के 20 मेडल; 11 हरियाणा के, वजह- स्कूल से ही तैयारी,प्रदर्शन: इस बार देश के सर्वाधिक 7 मेडल, हरियाणा को पहले गोल्ड समेत तीन पदक,गौरव: 2% आबादी के हरियाणा से देश के दल में 24% खिलाड़ी, 50% मेडल हमारे

48वें पायदान पर रहा भारत, पाकिस्तान समेत दूसरे पड़ोसी देश तोक्यो ओलिंपिक में कहां खड़े August 08, 2021 at 07:54AM

तोक्यो बेहद विपरिति हालातों में आखिरकार ओलिंपिक का समापन हुआ। खाली स्टेडियम में बिना फैंस के बीच ऐथलीट पसीना बहाते रहे। अपने देश के लिए मेडल लाते रहे। भारत के लिए खेलों का यह महाकुंभ बेहद खास रहा। हमारे खिलाड़ियों ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन दिखाया। सात मेडल के साथ यह पदकों के लिहाज से हिंदुस्तान का बेस्ट परफॉर्मेंस भी था। भारत 48वें पायदान पर रहा। पदक तालिका में 113 मेडल के साथ अमेरिका टॉप तो दूसरे पोजिशन पर खड़े चीन ने 88 पदक हासिल किए। मगर क्या आपको पता है हमारे पड़ोसी मुल्कों ने ओलिंपिक में कैसा खेल दिखाया? पाकिस्तान का खाता भी नहीं खुलासाल 1947 में जब भारत आजाद हुआ तब पाकिस्तान अलग मुल्क बना। एक-साथ दोनों ही देशों को विकास की सीढ़ियां चढ़नी थी। मगर तोक्यो में पाकिस्तान का खाता तक नहीं खुल पाया। हालांकि स्वर्णवीर नीरज चोपड़ा के साथ फाइनल में पाकिस्तानी एथलीट अरशद नदीम भी पहुंचे थे। अपनी देश की ओर से फाइनल में पहुंचने वाले वह पहले पाकिस्तानी थे। तीन दशक से मेडल नहीं जीत पाया पाकिस्तानतोक्यो ओलिंपिक में पाकिस्तान का 22 सदस्यीय दल गया था, जिसमें 10 एथलीट और 12 अधिकारी थे। पाकिस्तान लगभग तीन दशकों से पदक जीतने का इंतजार कर रहा है। आखिरी बार 1992 में बार्सिलोना ओलिंपिक में हॉकी में ब्रॉन्ड मेडल आया था। तब पाकिस्तान की टीम तीसरे नंबर पर रही थी। पाकिस्तान के लिए आखिरी व्यक्तिगत मेडल मुक्केबाज हुसैन शाह पदक लाए थे, 1988 के बाद से यह सूखा भी खत्म नहीं हुआ है। बांग्लादेश और श्रीलंका भी तरसेबांग्लादेश ने शूटिंग, स्विमिंग, आर्चरी और एथलेटिक्स के कुल छह खिलाड़ियों का दल भेजा था। सब बेरंग लौटे। दूसरी ओर श्रीलंका के स्क्वॉड में नौ खिलाड़़ी थे। यहां भी किसी को कोई सफलता नहीं मिली। ओलिंपिक इतिहास में श्रीलंका के खाते में दो मेडल आए हैं। दोनों ही सिल्वर पदक हैं। दरअसल, 2000 सिडनी ओलिंपिक में महिलाओँ की 400 मीटर हर्डल रेस में सुशांतिक जयसिंघे तीसरे पायदान पर रही थी, लेकिन मरिन जोन्स के डोप टेस्ट में फेल होने के बाद वह ब्रॉन्ज मेडल, सिल्वर में तब्दील हो गया।

जीत का मौका चूकने के बावजूद क्यों खुश होंगे कोहली और रवि शास्त्री, जानिए ये 4 वजहें August 08, 2021 at 08:05AM

नॉटिंघमलगातार बारिश के कारण भारत से इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट में जीत का मौका छिन गया जब पांचवें और अंतिम दिन रविवार को एक भी गेंद फेंके बिना दिन का खेल रद्द हो गया। इससे दोनों टीमों को अंक बांटने पर बाध्य होना पड़ा। भारत को अंतिम दिन जीत के लिए 157 रन और बनाने थे जबकि उसके नौ विकेट शेष थे लेकिन लगातार बारिश के कारण एक भी गेंद नहीं फेंकी जा सकी। नए विश्व टेस्ट चैंपियनशिप चक्र की अंक प्रणाली के तहत दोनों टीमों को चार-चार अंक मिले। पहली वजह- चटकाए सभी 20 विकेटमैच जीतने के करीब आकर इस तरह से मौका छिनने से जाहिर तौर पर कप्तान विराट कोहली, पूरी टीम और कोच रवि शास्त्री निराश होंगे। हालांकि, इस मैच से उसे कई पॉजिटिव साइन भी मिले हैं, जो उसके लिए सुखद होंगे। दरअसल, टीम इंडिया ने इंग्लैंड को पहले टेस्ट में हर विभाग में पीछे छोड़ा। जसप्रीत बुमराह (9 विकेट) ने दोनों पारियों में शानदार प्रदर्शन किया और उनकी अगुवाइ में टीम ने इंग्लैंड के पूरे 20 विकेट झटकने में कामयाबी हासिल की, जो अमूमन इंग्लैंड में कम ही देखने को मिला था। शार्दुल ठाकुर और मोहम्मद शमी ने 4-4 विकेट झटके, जबकि सिराज के नाम मैच में 3 विकेट रहे। दूसरी वजह: हार से नहीं हुई शुरुआतभारत के लिए एक और सकारात्मक पक्ष रहा। भारत ने हाल के समय में 2007 और 2014 की सीरीज के अलावा इंग्लैंड में हमेशा पहला टेस्ट गंवाया है और इस लिहाज से यह नतीजा अच्छा कहा जा सकता है। तीसरी वजह: केएल राहुल की बैटिंगइंग्लैंड में ही 2018 में खराब फॉर्म के कारण राहुल ने टेस्ट टीम में अपनी जगह गंवा दी थी। उस दौरे के बाद उन्हें स्वदेश में वेस्टइंडीज के खिलाफ सीरीज में भारतीय टीम में जगह नहीं मिली थी। यहां तक कि ओवल में शतक के बावजूद वह टीम में अपनी जगह नहीं बचा पाए थे। हालांकि जेम्स एंडरसन की कुछ गेंदों के बल्ले का किनारा लेकर स्लिप की ओर जाने के बावजूद पहले टेस्ट में राहुल काफी आश्वस्त दिखे। बल्लेबाजी करते हुए राहुल का अनुशासन हालांकि काबिलेतारीफ रहा। वह शरीर के करीब खेलने के लिए तैयार थे और आफ स्टंप के बाहर की अधिकांश गेंदों से छेड़छाड़ नहीं की। चौथी वजह: बुमराह की फॉर्मन्यूजीलैंड के खिलाफ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में बुमराह बिलकुल भी लय में नहीं थे। इसके अलावा आस्ट्रेलिया दौरे और स्वदेश में इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में भी उनका प्रदर्शन प्रभावशाली नहीं रहा। पहले टेस्ट में बुमराह ने अपनी फुल लेंथ गेंदों से लगभग सभी बल्लेबाजों को परेशान किया। पिछले कुछ मैचों में बुमराह की यॉर्कर प्रभावी नहीं थी लेकिन इंग्लैंड की दूसरी पारी में उनके यॉर्कर सटीक थे।

ENGvIND: जसप्रीत बुमराह ने की वापसी? केएल राहुल ने दिया अजीबोगरीब बयान August 08, 2021 at 07:09AM

नॉटिंघमजसप्रीत बुमराह खुद को साबित कर चुके हैं और टीम के उनके साथी लोकेश राहुल को समझ नहीं आता कि यहां इंग्लैंड के खिलाफ ड्रॉ समाप्त हुए पहले टेस्ट में इस भारतीय तेज गेंदबाज के नौ विकेट को उनकी ‘वापसी’ क्यों कहा जा रहा है। न्यूजीलैंड के खिलाफ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में बुमराह बिलकुल भी लय में नहीं थे। इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया दौरे और स्वदेश में इंग्लैंड के खिलाफ श्रृंखला में भी उनका प्रदर्शन प्रभावशाली नहीं रहा। यह पूछने पर कि बुमराह के फॉर्म में वापसी करने पर वह कैसा महसूस कर रहे हैं, राहुल ने इस सवाल पर हैरानी जताई। राहुल ने मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘सर, मुझे नहीं पता कि आप यह क्यों कर रहे हैं कि बुमराह ने वापसी की है। हर समय, प्रत्येक मैच में, हर परिस्थितियों में उसने खुद को साबित किया है और वह हमारा नंबर एक गेंदबाज है। हम खुश हैं कि वह पहले टेस्ट से जो कर रहा है उसे वह अब भी कर रहा है।’ दो दिन पहले अपनी बल्लेबाजी पर पहले ही बात कर चुके राहुल ने तेज गेंदबाजी आक्रमण की तारीफ की जिन्होंने मैच में 20 विकेट चटकाए। राहुल ने कहा, ‘पहली पारी में हमने जिस तरह की गेंदबाजी की और टॉस हारने के बाद पहले गेंदबाजी करते हुए हमने जिस तरह का अनुशासन दिखाया वह सकारात्मक पक्ष है। ऐसा माना गया कि टॉस जीतने वाली टीम फायदे की स्थिति में रहेगी और हमने बेहद अनुशासन के साथ गेंदबाजी की।’ उन्होंने कहा, ‘मोहम्मद शमी और बुमराह ने जिस तरह की शुरुआत की और शार्दुल (ठाकुर) और मोहम्मद सिराज ने इसे जारी रखा, किस तरह उन सभी ने एक साथ काम किया और सही जगह पर गेंदबाजी की। वे जिस तरह अपनी योजना पर कायम रहे, उससे उन्हें इनाम मिला।’ राहुल ने कहा कि चुनौतीपूर्ण हालात में बारिश के कारण कई बार ब्रेक के बीच बल्लेबाजी इकाई ने अच्छा प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा, ‘यह चुनौतीपूर्ण पिच थी और जिस तरह का मौसम था, बार-बार बाहर जाना और फिर वापस आना, हमारे लिए एकाग्रता बनाए रखना आसान नहीं था। बार-बार बाहर जाना और वापस आना चुनौतीपूर्ण होता है।’

इंग्लैंड के कप्तान जो रूट ने माना भारतीय गेंदबाजों का लोहा, मैच के बाद यूं की तारीफ August 08, 2021 at 07:41AM

नॉटिंघमइंग्लैंड के कप्तान जो रूट ने पहला मैच ड्रॉ होने के बाद भारतीय गेंदबाजी की तारीफ की। उन्होंने किा कि हमें कई विभागों में बेहतर करने की जरूरत है और जिस अंदाज में विपक्षी टीम के गेंदबाजों ने बोलिंग की उसका श्रेय उन्हें दिया जाना चाहिए। बता दें कि मैच में भारतीय टीम भारी पड़ते दिख रही थी। उसे आखिरी दिन 157 रन जीत के लिए चाहिए थे, लेकिन बारिश की वजह से मैच ड्रॉ रहा। रूट ने कहा, ‘खेलने और देखने के लिहाज से शानदार टेस्ट मैच। सीरीज की शानदार शुरुआत और उम्मीद करते हैं कि अगले मैचों में भी यही देखने को मिलेगा। हमें निश्चित तौर पर विश्वास था कि हम जीत सकते हैं। हमें पता था कि अगर हम कैच लपकें और क्षेत्ररक्षण में तत्परता दिखाएं तो हमारे पास मौका होता।’ उन्होंने कहा, ‘यह शर्मनाक है कि इसका अंत इस प्रकार हुआ। निश्चित तौर पर कुछ विभाग हैं जहां हम बेहतर करना चाहते हैं। हम शीर्ष क्रम में बेहतर प्रदर्शन करना चाहते हैं और कैच लपकना चाहते हैं।’ दूसरी पारी में अपने शतक के संदर्भ में रूट ने कहा, ‘अंतत: शतक जड़ना राहत भर रहा, यह देखते हुए कि पूरे दिन मैच किस तरह खेला। मुझे लगता है कि भारत का तेज गेंदबाजी आक्रमण काफी अच्छा है और उन्होंने जिस तरह की गेंदबाजी की उसके लिए उन्हें श्रेय जाता है। उल्लेखनीय है कि मैच में पांचवें और अंतिम दिन रविवार को एक भी गेंद फेंके बिना दिन का खेल रद्द होने से दोनों टीमों को अंक बांटने पर बाध्य होना पड़ा। भारत को अंतिम दिन जीत के लिए 157 रन और बनाने थे जबकि उसके नौ विकेट शेष थे लेकिन लगातार बारिश के कारण एक भी गेंद नहीं फेंकी जा सकी। नए विश्व टेस्ट चैंपियनशिप चक्र की अंक प्रणाली के तहत दोनों टीमों को चार-चार अंक मिले। खराब मौसम के कारण पहले टेस्ट में संभावित 450 ओवरों में से 250 से कुछ अधिक ओवर ही फेंके जा सके।

बारिश से मैच धुलने पर निराश विराट कोहली, बोले- इंग्लैंड पर जीत का शानदार मौका था August 08, 2021 at 07:33AM

नॉटिंघमइंग्लैंड के खिलाफ यहां ट्रेंट ब्रिज में खेले गए पहले टेस्ट मुकाबले के पांचवें और आखिरी दिन का खेल बारिश के कारण बाधित रहने की वजह से मैच ड्रॉ पर समाप्त होने के बाद भारतीय कप्तान विराट कोहली ने कहा है कि टीम को पता था कि आज उनके पास जीतने का अवसर है। इंग्लैंड ने भारत को 209 रनों का लक्ष्य दिया था और टीम इंडिया ने चौथे दिन का खेल समाप्त होने तक एक विकेट पर 52 रन बनाए थे तथा उसे जीत के लिए और 157 रनों की जरूरत थी। पांचवें दिन का खेल बारिश की भेंट चढ़ गया और भारत की जीतने की संभावना धूमिल हो गई। कोहली ने कहा, ‘हमने तीसरे और चौथे दिन बारिश की उम्मीद की थी लेकिन बारिश पांचवें दिन हुई। हम यहां खेलने का आनंद ले रहे थे। हम मजबूत शुरुआत करना चाहते थे। पांचवें दिन हमें पता था कि हमारे पास मौका है। हमें लगा कि हमने मैच में पकड़ बना ली है। पहली पारी में बढ़त लेना महत्वपूर्ण था, लेकिन शर्म की बात है कि हम पांचवें दिन मैच को खत्म नहीं कर सके।’ उन्होंने कहा, ‘हम सिर्फ मैच बचाने के लिए नहीं खेलना चाहते थे। हमारा लक्ष्य इसे जीतना था। हमने जो बढ़त ली थी वो काफी महत्वपूर्ण थी। पिच की स्थिति और तेजी देखी जा सकती थी, लेकिन इस टीम ने लय बनाए रखी। भारत और इंग्लैंड के बीच सीरीज हमेशा ब्लॉकबस्टर होती है और हम अगले टेस्ट के लिए तैयार हैं।’ उल्लेखनीय है कि मैच में पांचवें और अंतिम दिन रविवार को एक भी गेंद फेंके बिना दिन का खेल रद्द होने से दोनों टीमों को अंक बांटने पर बाध्य होना पड़ा। भारत को अंतिम दिन जीत के लिए 157 रन और बनाने थे जबकि उसके नौ विकेट शेष थे लेकिन लगातार बारिश के कारण एक भी गेंद नहीं फेंकी जा सकी। नए विश्व टेस्ट चैंपियनशिप चक्र की अंक प्रणाली के तहत दोनों टीमों को चार-चार अंक मिले। खराब मौसम के कारण पहले टेस्ट में संभावित 450 ओवरों में से 250 से कुछ अधिक ओवर ही फेंके जा सके।

टोक्यो ओलिंपिक में भारत का गोल्डन फिनिश:मीराबाई ने सिल्वर जीतकर की थी अभियान की शुरुआत, नीरज ने गोल्ड जीतकर किया अंत August 08, 2021 at 05:38AM

एमरजेंसी, कोरोना पाबंदी... बेकार नहीं गया त्याग, 27 गोल्ड के साथ जापान ने रचा इतिहास August 08, 2021 at 06:20AM

तोक्योमहामारी, एक साल के विलंब और बढ़ती लागत के बावजूद जापान की जनता को तोक्यो ओलंपिक से खुश होने का मौका मिला और यह है कि रेकॉर्ड संख्या में पदक। जापान के लिए तोक्यो ओलिंपिक सर्वश्रेष्ठ रहे। देश ने अपने इतिहास के सर्वाधिक 27 स्वर्ण पदक जीतने के अलावा कुल सर्वाधिक 58 पदक भी जीते। जापान पदक तालिका में अपने से कहीं बड़े दो देशों अमेरिका और चीन के बाद तीसरे स्थान पर रहा। 12 जुलाई से तोक्यो में एमरजेंसी लागू ओलिंपिक का आगाज 23 जुलाई से हुआ था। मगर इसके पहले ही शहर में आपातकाल लागू कर दिया गया। छह हफ्ते की इस एमरजेंसी का अंत 22 अगस्त को होगा। इस दौरान तेजी से कोरोना वायरस के नए मामले बढ़ रहे थे। सार्वजनिक रूप से लोगों के इकट्ठा होने पर पाबंदी लगा दी गई। स्टेडियम पहुंचकर दर्शकों के मैच देखने पर बैन हो गया। पार्क, म्यूजियम, थिएटर और रेस्तरां को रात 8 बजे के बाद बंद करने का फरमान सुनाया गया। 16 गोल्ड का था पुराना रेकॉर्ड इससे पहले ओलिंपिक खेलों में जापान का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 16 स्वर्ण पदक था जो उसने 1964 तोक्यो खेलों और 2004 एथेंस खेलों के दौरान जीते थे। जापान पांच साल पहले रियो ओलिंपिक के दौरान सिर्फ 12 गोल्ड ही जीत पाया था। अमेरिका 39 स्वर्ण पदक जीतकर शीर्ष पर रहा जो चीन से एक अधिक है। अमेरिका ने हालांकि कुल पदकों के मामले में चीन को काफी पीछे छोड़ दिया। अमेरिका ने कुल 113 जबकि चीन ने 88 पदक जीते। जापान ने इस बार क्या अलग किया?जापान ने अपने कुल 58 पदक में से 14 पदक उन खेलों में जीते जिन्हें तोक्यो खेलों में शामिल किया गया था। मेजबान देश के मेडल्स की संख्या में हमेशा इजाफा होता है और ऐसा सामान्यत: इसलिए होता क्योंकि वह अन्य खेलों की तुलना में अधिक समय और पैसा निवेश करता है। स्टेडियमों में दर्शकों को आने की स्वीकृति नहीं मिलने से जापान ने कुछ हद तक फायदे की यह स्थिति गंवा दी, लेकिन जापान ने इसकी भरपाई इस साल ओलिंपिक कार्यक्रम में जोड़े गए पांच खेलों में पदक जीतकर की। ये पांच खेल बेसबॉल-सॉफ्टबॉल, स्पोर्ट्स क्लाइंबिंग, कराटे, सर्फिंग और स्केटबोर्डिंग थे। पेरिस ओलिंपिक में चार नए खेलहर ओलिंपिक मेजबान को कुछ खेल जोड़ने की स्वीकृति होती है। पेरिस में ब्रेकडांसिंग, सर्फिंग, कराटे और स्पोर्ट्स क्लाइंबिंग खेलों का हिस्सा होंगे। जापान ने बेसबॉल और साफ्टबॉल दोनों के फाइनल में अमेरिका को हराकर स्वर्ण पदक जीते। देश इसके अलावा स्केटबोर्डिंग में तीन और कराते में एक स्वर्ण पदक जीतने में सफल रहा।

विलेन बारिश ने अंग्रेजों को बचा लिया... पहला टेस्ट ड्रॉ होने पर ट्विटर पर छाए मीम्स August 08, 2021 at 05:47AM

भारत और इंग्लैंड के बीच ट्रेंट ब्रिज में पहले टेस्ट मैच के पांचवें और आखिरी दिन का खेल बारिश की भेंट चढ़ गया और लंबे इंतजार के बाद भी मैच शुरू नहीं किया जा सका। अंतत: यह ड्रॉ पर समाप्त हुआ। मैच ड्रॉ होते क्रिकेट फैंस ने इंग्लैंड और आईसीसी के जमकर मजे लिए, क्योंकि 209 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत मजबूत स्थिति में था। उसे 157 रनों की जरूरत थी। अगर 5वें दिन का मैच होता तो भारत के जीत की अधिक संभावना दिख रही थी।

भारत के इंग्लैंड के खिलाफ 5 मैचों की टेस्ट सीरीज में विजयी आगाज के सपने को इंद्र देवता ने तोड़ दिया। पहले टेस्ट के 5वें दिन एक भी गेंद नहीं फेंकी जा सकी और मुकाबला ड्रॉ घोषित कर दिया गया।


Twitter Reaction On IND vs ENG Test Drawn: विलेन बारिश ने अंग्रेजों को भारत से बचा लिया... पहला टेस्ट ड्रॉ होने पर ट्विटर पर छाए मीम्स

भारत और इंग्लैंड के बीच ट्रेंट ब्रिज में पहले टेस्ट मैच के पांचवें और आखिरी दिन का खेल बारिश की भेंट चढ़ गया और लंबे इंतजार के बाद भी मैच शुरू नहीं किया जा सका। अंतत: यह ड्रॉ पर समाप्त हुआ। मैच ड्रॉ होते क्रिकेट फैंस ने इंग्लैंड और आईसीसी के जमकर मजे लिए, क्योंकि 209 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत मजबूत स्थिति में था। उसे 157 रनों की जरूरत थी। अगर 5वें दिन का मैच होता तो भारत के जीत की अधिक संभावना दिख रही थी।



बारिश ने टीम इंडिया से छीनी जीत, इंग्लैंड के खिलाफ पहला टेस्ट ड्रॉ, 5वें दिन नहीं शुरू हो सका मैच August 08, 2021 at 05:07AM

नॉटिंघमभारत के इंग्लैंड के खिलाफ 5 मैचों की टेस्ट सीरीज में विजयी आगाज के सपने को इंद्र देवता ने तोड़ दिया। पहले टेस्ट के 5वें दिन एक भी गेंद नहीं फेंकी जा सकी और मुकाबला ड्रॉ घोषित कर दिया गया। चौथे दिन का खेल जब खत्म हुआ था तो 209 रन के लक्ष्य का पीछा करते टीम इंडिया ने एक विकेट पर 51 रन बनाए थे। उसे जीत के लिए महज 157 रनों की जरूरत थी। मैदान पर रोहित शर्मा और चेतेश्वर पुजारा अच्छे लय में नजर आ रहे थे तो लक्ष्य आसान दिख रहा था, लेकिन दिनभर हुई बारिश की वजह से मैच को ड्रॉ घोषित करना पड़ा। भारत जब लक्ष्य का पीछा करने के लिये उतरा तो रन बनाने का जिम्मा केएल राहुल (38 गेंदों पर 26 रन) ने उठाया। उन्होंने स्टुअर्ट ब्रॉड (18 रन देकर एक) की गेंद पर विकेटकीपर जोस बटलर को कैच देने से पहले रोहित शर्मा (34 गेंदों पर नाबाद 12) के साथ पहले विकेट के लिये 34 रन जोड़े। चेतेश्वर पुजारा (13 गेंदों पर नाबाद 12) ने ब्रॉड पर स्क्वेयर लेग पर चौका जड़कर खाता खोला लेकिन इस ओवर की आखिरी दो गेंदों पर वह बाल बाल बचे। इससे पहले जसप्रीत बुमराह ने अपने करियर में छठी बार पारी में पांच विकेट लेकर इंग्लैंड को दूसरी पारी में जो रूट के शतक के बावजूद बड़ा स्कोर बनाने से रोका जिसके बाद भारत ने सहज शुरुआत करते पहले टेस्ट क्रिकेट मैच के चौथे दिन शनिवार को सकारात्मक परिणाम की उम्मीदें जगायी। इंग्लैंड ने कप्तान रूट की 109 रन की पारी की मदद से अपनी दूसरी पारी में 303 रन बनाये। इंग्लैंड ने अपनी पहली पारी में 183 रन बनाये थे जिसके जवाब में भारत ने 278 रन बनाकर 95 रन की बढ़त हासिल की थी। रूट ने बेहतरीन बल्लेबाजी का नजारा पेश किया तथा अपनी पारी में 172 गेंदों का सामना करके 14 चौके लगाये लेकिन उन्हें दूसरे छोर से सहयोग नहीं मिला। इंग्लैंड के अन्य बल्लेबाजों ने अच्छी शुरुआत की लेकिन वे बड़ा स्कोर बनाने में असफल रहे। बुमराह (64 रन देकर पांच) ने पहली पारी की तरह अपनी शानदार लय बरकरार रखते हुए इंग्लैंड की दूसरी पारी में समेटने में अहम भूमिका निभायी। यह छठा अवसर है जबकि उन्होंने पारी में पांच या इससे अधिक विकेट लिये। मोहम्मद सिराज (84 रन देकर दो) और शार्दुल ठाकुर (37 रन देकर दो) ने उनका अच्छा साथ दिया।

अपने ही देश का मजाक उड़ा रहा पाकिस्तानी मीडिया, वायरल हुआ ओलिंपिक के दौरान VIDEO August 08, 2021 at 04:36AM

नई दिल्ली आठ अगस्त को तोक्यो ओलिंपिक 2020 का आखिरी दिन था। क्लोजिंग सेरेमनी में तिरंगा लेकर बजरंग पूनिया निकले, जिन्होंने कुश्ती में ब्रॉन्ज दिलाया था। गोल्ड समेत सात मेडल्स के साथ भारत ने इस बार इतिहास रचा। मेडल टेली के लिहाज से यह उसका बेस्ट प्रदर्शन है। भारत 48वें पायदान पर रहा। पदक तालिका में 113 मेडल के साथ अमेरिका टॉप तो दूसरे पोजिशन पर खड़े चीन ने 88 पदक हासिल किए। जब कोच ने बोला कोई डूबा नहीं इंटरनेट पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसे ओलिंपिक में पाकिस्तान के लचर प्रदर्शन से जोड़कर देखा जा रहा है। महान पाकिस्तानी पेसर वसीम अकरस वीडियो में ठहाके मारते साफ तौर पर देखे जा सकते हैं। हालांकि NBT ऑनलाइन इसकी पुष्टि नहीं करता। दरअसल, एंकर किसी एशियाई खेल के दौरान हुई घटना का जिक्र करते हैं। जब पाकिस्तान बिना कोई मेडल जीते वापस लौटता है तो सवाल-जवाब होते हैं। स्विमिंग कोच ख्वाजा असलम से पूछा गया तो उन्होंने तपाक से कहा कि- 'शुक्र करो कोई डूब नहीं गया।' पाकिस्तानी मीडिया खिलाड़ियों को मिलने वाली सुविधाओं पर तंज कस रहे थे। तोक्यो ओलिंपिक में कैसा रहा पाकिस्तान का प्रदर्शन साल 1947 में जब भारत आजाद हुआ तभी धर्म के आधार पर पाकिस्तान को अलग देश बनाया गया। एक-साथ दोनों ही मुल्कों को विकास की सीढ़ियां चढ़नी थी। मगर तोक्यो में पाकिस्तान का खाता तक नहीं खुल पाया। हालांकि स्वर्णवीर नीरज चोपड़ा के साथ फाइनल में पाकिस्तानी एथलीट अरशद नदीम भी पहुंचे थे। अपनी देश की ओर से फाइनल में पहुंचने वाले वह पहले पाकिस्तानी थे। तीन दशक से मेडल नहीं जीता पाकिस्तान तोक्यो ओलिंपिक में पाकिस्तान का 22 सदस्यीय दल गया था, जिसमें 10 एथलीट और 12 अधिकारी थे। पाकिस्तान लगभग तीन दशकों से पदक जीतने का इंतजार कर रहा है। आखिरी बार 1992 में बार्सिलोना ओलिंपिक में हॉकी में ब्रॉन्ड मेडल आया था। तब पाकिस्तान की टीम तीसरे नंबर पर रही थी। पाकिस्तान के लिए आखिरी व्यक्तिगत मेडल मुक्केबाज हुसैन शाह पदक लाए थे, 1988 के बाद से यह सूखा भी खत्म नहीं हुआ है।

177 भाले, 1617 दिन कड़ी ट्रेनिंग और करोड़ों खर्च, तब नीरज चोपड़ा ने किया गोल्डन थ्रो August 08, 2021 at 04:13AM

नई दिल्लीइंडियन आर्मी में सूबेदार नीरज चोपड़ा ने 87.58 मीटर का भाला फेंकते हुए ओलिंपिक में इतिहास रच दिया। 23 वर्षीय नीरज ने ओलिंपिक इतिहास में ऐथलेटिक्स (ट्रैक ऐंड फील्ड) का पहला मेडल (गोल्ड मेडल) भारत की झोली में डाला। भारत का यह 7वां मेडल भी था, जो अब तक के ओलिंपिक में किया गया सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। इससे पहले 2012 लंदन ओलिंपिक में भारतीय ऐथलीटों ने 6 मेडल अपने नाम किए थे। नीरज चोपड़ा के गोल्ड मेडल में सबसे बड़ा हाथ उनकी कड़ी ट्रेनिंग का रहा। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, गोल्डन बॉय नीरज चोपड़ा ने पिछले 5 वर्षों में 1617 दिन कड़ी ट्रेनिंग की थी। इसमें 450 दिन की गई यूरोप में ट्रेनिंग भी शामिल है। इस दौरान उन्हें 177 जैवलिन उपलब्ध कराए गए। सूत्रों के अनुसार, उनकी ट्रेनिंग पर पिछले 5 वर्षाें में कुल 7 करोड़ रुपये खर्च हुए। विदेशी कोच और पर्सनल फिजियोनीरज की जरूरत के अनुसार उन्हें विदेशी कोच डॉ क्लाउस बार्टोनिएट्स और पर्सनल फिजियोथेरेपिस्ट भी उपलब्ध कराया गया था। उन्हें केंद्र सरकार की प्रशिक्षण और प्रतियोगिता के वार्षिक कैलेंडर और टारगेट ओलिंपिक पोडियम योजना (टॉप्स) में भी शामिल किया था और फंड में कोई कमी नहीं होने दी गई। जैवलिन मशीन, जिसका दाम लगभग 75 लाख रुपयेनीरज ने विदेश के अलावा 1167 दिन एनआईएस पटियाला (पंजाब) में ट्रेनिंग ली थी। इस पूरी ट्रेनिंग के दौरान उन्हें 177 भाले दिए गए और एक जैवलिन थ्रो मशीन भी उपलब्ध कराई गई थी, जिसे खरीदने में 74.28 लाख रुपये खर्च हुए थे। हालांकि, नीरज ने ओलिंपिक में देश का नाम ऊंचा करते हुए सभी खर्चों को वसूल कर दिया। सूत्रों का कहना है कि भारत सरकार ऐथलीटों पर हुए खर्च को निवेश मानती है और खुशी की बात यह है कि तोक्यो ओलिंपिक में इस निवेश ने अच्छा रिटर्न भी दिया है। सरकार खेलों के लिए जमीनी स्तर पर काफी काम कर रही है। खेलो इंडिया सहित तमाम योजनाओं के तहत हर जरूरी कदम उठा रही है, जिससे देश को खेलों में अग्रणी देशों के बराबर लाया जा सके। आइए देखें किस खेल में भारत को मिला मेडल... 1. वेटलिफ्टर मीराबाई चानू: मणिपुर की 26 वर्षीय वेटलिफ्टर मीराबाई चानू ने तोक्‍यो ओलिंपिक में भारत के लिए पहला सिल्‍वर मेडल जीता। उन्होंने महिलाओं के 49 किग्रा में 202 किग्रा (87 किग्रा + 115 किग्रा) भार उठाकर सिल्वर अपने नाम किया। 2. बॉक्सर लवलीना बोरगोहेन: भारत की स्टार मुक्केबाज लवलीना बोर्गोहेन को महिला वेल्टरवेट वर्ग (69 किग्रा) के सेमीफाइनल में तुर्की की मौजूदा विश्व चैंपियन बुसेनाज सुरमेनेली के खिलाफ शिकस्त के साथ ब्रॉन्ज मेडल से संतोष करना पड़ा। 3. शटलर पीवी सिंधु: सिंधु ने महिला बैडमिंटन के सिंगल्स का ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया। उन्होंने चीन की ही बिंग जियाओ को 2-0 से हराया था। यह उनका ओलिंपिक में रेकॉर्ड दूसरा मेडल रहा। 4. पहलवान रवि दहिया: भारत के पहलवान रवि कुमार दहिया को पुरुष फ्रीस्टाइल 57 किग्रा भार वर्ग के फाइनल मुकाबले में रूस ओलिंपिक समिति (आरओसी) के जायूर उगयेव के हाथों 4-7 से हार का सामना कर रजत पदक से संतोष करना पड़ा। 5. पुरुष हॉकी टीम: भारत की पुरुष हॉकी टीम ने जर्मनी को 5-4 से हराकर ऐतिहासिक ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया। 1980 के बाद यह पहला मौका था जब भारत ने हॉकी में मेडल जीता है। 6. पहलवान बजरंग पूनिया: पूनिया ने पुरुषों के फ्री स्टाइल 65 किलो वर्ग कुश्ती स्पर्धा का ब्रॉन्ज मेडल जीतते हुए इतिहास रच दिया। उन्होंने कजाखस्तान के डाउलेट नियाजबेकोव को 8-0 से एकतरफा हराया। इसके साथ ही भारत के पदकों की संख्या 6 हो गई है, जो लंदन ओलिंपिक-2012 के कराबर है। 7. जैवलिन थ्रो ऐथलीट नीरज चोपड़ा: भाला फेंक ऐथलीट नीरज चोपड़ा ने स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया है। वह देश के लिए व्यक्तिगत स्वर्ण जीतने वाले दूसरे खिलाड़ी और पहले ऐथलीट हैं।

ओलिंपिक की क्लोजिंग सेरेमनी में दिखा भारत का स्वैग, तस्वीरें आपको गर्व से भर देंगी August 08, 2021 at 02:38AM

जापान की राजधानी तोक्यो में रंगारंग कार्यक्रम के साथ आज ओलिंपिक गेम्स का समापन हो गया। इस ओलिंपिक में भारत ने एक गोल्ड, दो सिल्वर और 4 ब्रॉन्ज जीतकर अपना अबतक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है। ट्रैक एंड फील्ड में तो भारत को ओलिंपिक के इतिहास में पहली बार कोई मेडल मिला और वो भी सीधे गोल्ड। ओलिंपिक की क्लोजिंग सेरेमनी के दौरान जब भारत का तिरंगा लहराता हुआ दिखा तो हर भारतीय का सीना गर्व से चौड़ा हो गया।

Tokyo Olympics Closing Ceremony Photos: 17 दिनों तक चले तोक्यो ओलिंपिक गेम्स का आज भव्य समापन हो गया। अपने अंतिम खेल में भारत ने वो कमाल कर दिखाया जिसका पिछले 125 साल से इंतजार था। नीरज चोपड़ा ने ट्रैक एंड फील्ड में भारत को पहला मेडल दिया और वो भी गोल्ड मेडल।


Tokyo Olympics Closing Ceremony: ओलिंपिक की क्लोजिंग सेरेमनी में दिखा भारत का स्वैग, तस्वीरें आपको गर्व से भर देंगी

जापान की राजधानी तोक्यो में रंगारंग कार्यक्रम के साथ आज ओलिंपिक गेम्स का समापन हो गया। इस ओलिंपिक में भारत ने एक गोल्ड, दो सिल्वर और 4 ब्रॉन्ज जीतकर अपना अबतक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है। ट्रैक एंड फील्ड में तो भारत को ओलिंपिक के इतिहास में पहली बार कोई मेडल मिला और वो भी सीधे गोल्ड। ओलिंपिक की क्लोजिंग सेरेमनी के दौरान जब भारत का तिरंगा लहराता हुआ दिखा तो हर भारतीय का सीना गर्व से चौड़ा हो गया।



जब हाथों में तिरंगा थाम आगे बढ़े 'बजरंग बली'
जब हाथों में तिरंगा थाम आगे बढ़े 'बजरंग बली'

ओलिंपिक की क्लोजिंग सेरेमनी में रेसलर बजरंग पूनिया ने भारतीय दल की अगुवाई की। उस खूबसूरत लम्हे की जितनी तारीफ की जाए वो कम है, जब बजरंग पूनिया अपने हाथों में तिरंगा थामकर 135 करोड़ देशवासियों को गर्वान्वित कर रहे थे। आपको बता दें कि बजरंग पूनिया ने तोक्यो ओलिंपिक में भारत के लिए कांस्य पदक जीता है। वह ओलिंपिक में मेडल जीतने वाले दूसरे भारतीय रेसलर हैं।



देश को गर्वित करने वाला पल
देश को गर्वित करने वाला पल

ओलिंपिक गेम्स जैसे प्लैटफॉर्म पर जब तिरंगा शान से लहराता है तो यह पल करोड़ों देशवासियों को गर्वित करने वाला होता है।



क्लोजिंग सेरेमनी में सेल्फी, नीरज को ढूंढती निगाहें
क्लोजिंग सेरेमनी में सेल्फी, नीरज को ढूंढती निगाहें

ओलिंपिक की क्लोजिंग से भारतीय दल की सेल्फी लेती एक तस्वीर सामने आई है जिसमें रवि दहिया, बजरंग पूनिया समेत 5 एथलीट दिखाई दे रहे हैं। हालांकि निगाहें नीरज चोपड़ा को भी ढूंढ रही हैं जिन्होंने ट्रैक एंड फील्ड में भारत को उसका पहला मेडल दिलाया। नीरज चोपड़ा के गोल्डन थ्रो ने भारत की झोली में इस ओलिंपिक का एकमात्र गोल्ड मेडल दिया।



अलविदा तोक्यो... क्लोजिंग सेरिमनी में बजरंग पूनिया ने थामा तिरंगा, भारत के लिए ऐतिहासिक रहा ओलिंपिक August 08, 2021 at 01:50AM

तोक्योतोक्यो ओलिंपिक खेलों का रंगारंग समापन रविवार को हो गया। क्लोजिंग सेरिमनी में 10 भारतीय ऐथलीटों और अधिकारियों ने हिस्सा लिया। उद्घाटन समारोह में खिलाड़ियों ने जहां पारंपरिक पोशाक पहनी वहीं वे समापन समारोह में ट्रैक सूट पहने दिखाई दिए। शनिवार को कांस्य पदक जीतने वाले पहलवान बजरंग पूनिया ने समापन समारोह में भारतीय दल की अगुवाई की। वह तिरंगा लिए सबसे आगे चल रहे थे। भारतीय ओलिंपिक संघ (आईओए) के प्रोटोकॉल के अनुसार ओलिंपिक स्वर्ण पदक विजेता नीरज चोपड़ा एशियाई खेल और राष्ट्रमंडल खेलों सहित भविष्य की खेल प्रतियोगिताओं में देश के ध्वजवाहक बनेंगे। उल्लेखनीय है कि पुरुष हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह और मुक्केबाज एमसी मेरीकॉम उद्घाटन समारोह में भारत के ध्वजवाहक थे। समापन समारोह एक वीडियो के साथ शुरू हुआ जिसमें 17 दिन की स्पर्धाओं का सार था। अंतिम अध्याय की शुरुआत स्टेडियम में आतिशबाजी से हुई जिसमें आयोजकों ने ‘अनगिनत व्यक्तियों के लिए आभार व्यक्त किया’ जिन्होंने ओलिंपिक खेलों को समापन समारोह तक पहुंचाने में मदद की। इसके बाद जापान के क्राउन प्रिंस अकिशिनो और अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति के अध्यक्ष थॉमस बाक आधिकारिक स्टैंड में उपस्थित हुए। शुरुआती वीडियो में फोकस रेकॉर्ड और स्कोर पर नहीं बल्कि उन सभी खिलाड़ियों के साहसिक प्रयासों पर था जिन्होंने रोज कोविड-19 जांच करवाते हुए कड़े बायो-बबल में हिस्सा लिया। समारोह का मुख्य संदेश था कि खेल एक उज्जवल भविष्य के दरवाजे खोलेंगे। भारत ने 7 मेडल जीत रचा था इतिहासभारत ने शनिवार को दो मेडल जीतते हुए तोक्यो ओलिंपिक में इतिहास रच दिया। वेटलिफ्टर मीराबाई चानू ने भारत की तोक्यो ओलिंपिक में शुरुआत सिल्वर मेडल से कराई थी तो जेवलिन थ्रो ऐथलीट नीरज ने गोल्डन अंत किया। वह भारतीय ऐथलेटिक इतिहास में पहला मेडल जीतने वाले खिलाड़ी बने। यह भारत का तोक्यो में 7वां मेडल भी रहा। इसके साथ ही भारत ने अपने लंदन ओलिंपिक-2012 के बेस्ट प्रदर्शन 6 मेडल को पीछे छोड़ दिया।

नम आंखों से बार्सा से विदा हुए मेसी, रोते हुए बोले- क्लब छोड़ने के लिए तैयार नहीं था... August 08, 2021 at 02:04AM

मैड्रिडदिग्गज फुटबॉल खिलाड़ी लियोनल मेसी बार्सीलोना ने क्लब की तरफ से आयोजित विदाई समारोह में रविवार को कहा कि वह अपने जज्बातों पर काबू नहीं रख पा रहे हैं। यहां के कैंप नोउ स्टेडियम आयोजित कार्यक्रम में मेसी अपने संबोधन से पहले भावुक होकर रोने लगे। उन्होंने कहा, ‘मेरे लिये इतने वर्षों, लगभग पूरी जिंदगी यहां बिताने के बाद टीम को छोड़ना काफी मुश्किल है। मैं इसके लिए तैयार नहीं था।’ मेसी ने कहा कि उन्हें यह सुनकर दुख हुआ कि स्पेनिश लीग के वित्तीय नियमों के कारण क्लब के साथ नया अनुबंध करना असंभव हो गया है। उन्होंने कहा, ‘मुझे विश्वास था कि मैं क्लब के साथ बना रहूंगा, जो मेरे घर जैसा है।’ मेसी ने बार्सीलोना के साथ सफलता की नयी ऊंचाइयों को छुआ है। उन्होंने कई घरेलू और अंतरराष्ट्रीय खिताब जीते। मेसी 672 गोल के साथ बार्सीलोना के लिए सर्वाधिक गोल करने वाले खिलाड़ी है। उन्होंने क्लब के साथ 778 मैच खेले, जो एक रिकॉर्ड है। वह 520 मैचों में 474 गोल के साथ स्पेनिश लीग में भी शीर्ष स्कोरर भी हैं।

IPL फेज-2 के लिए 46 पन्नों की हेल्थ एडवाइजरी, ऐसे चौंकाने वाले होंगे नियम August 08, 2021 at 01:29AM

नई दिल्लीभारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने के दूसरे चरण में कई चौंकाने वाले नियम पेश किए हैं। 19 सितंबर से UAE में होने वाले टूर्नामेंट के लिए ने 46 पन्नों की स्वास्थ्य सलाह जारी की है। इसके अनुसार, अगर गेंद स्टैंड (दर्शकदीर्घा) में चली जाती है तो उसे बदल दिया जाएगा और मूल गेंद को बरामद करने के बाद साफ किया जाएगा और बॉल लाइब्रेरी में रखी जाएगी। पहले नहीं होता था ऐसाइससे पहले, आईपीएल 2020 की गेंद जो स्टेडियम से बाहर जाती थी या स्टैंड में उतरती थी, तब अंपायर गेंद को साफ करते थे और उसी गेंद से खेल जारी रखते थे। हालांकि इस बार बीसीसीआई ने नियम बदलने का फैसला किया है। क्यों बदला जा रहा है?insidesport के अनुसार, बीसीसीआई और अमीरात क्रिकेट बोर्ड आईपीएल 2021 के दूसरे चरण के दौरान दर्शकों को स्टैंड में अनुमति देने के लिए पूरी तरह तैयार है। इसका मतलब है कि अब आईपीएल 2020 के विपरीत अगर गेंद स्टैंड में जाती है तो संभावना है कि इसे दर्शकों छुएंगे या जो कोई भी गेंद को वापस फेंकता है उससे टच होगी। इस स्थिति में स्टैंड में किसी के संक्रमित होने पर गेंद के संपर्क में आने की बहुत कम संभावना होती है। इसके बावजूद बीसीसीआई कोई चांस लेने के लिए तैयार नहीं है इसलिए फैसला किया है कि अगर गेंद स्टैंड में जाती है तो उसे बदल दिया जाएगा। ...तो बल्लेबाज को मिलेगा एडवांटेजअगर गेंद स्टैंड में या स्टेडियम के बाहर आती है तो उसे बदलने से बल्लेबाजों को अधिक फायदा होगा क्योंकि नई गेंद हार्ड होगी और यह आसानी से बल्ले पर आ जाएगी। संयुक्त अरब अमीरात में पिचें आमतौर पर स्पिनरों का समर्थन करती हैं, लेकिन अब इस नियम में बदलाव के साथ स्पिनरों को समय-समय पर नई गेंद से गेंदबाजी के लिए मजबूर होना होगा। बायो-सिक्योर बबल प्रोटोकॉलBCCI द्वारा बनाए गए बायो-बबल ब्रीच के कारण IPL 2021 को निलंबित कर दिया गया था। इसलिए बोर्ड इस बार इसे जोखिम में डालने के मूड में नहीं है। बीसीसीआई ने खिलाड़ियों को सख्त चेतावनी जारी की है कि बबल ब्रीच बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जारी स्वास्थ्य और सुरक्षा प्रोटोकॉल के अनुसार, फ्रैंचाइजी के सदस्यों और परिवारों को 'बबल ब्रीच' होने पर सजा का सामना करना पड़ सकता है। सलाइवा है बैनअनिल कुंबले की अगुआई वाली आईसीसी की क्रिकेट समिति ने अपनी बैठक में कोविड-19 महामारी के चलते गेंद पर लार के इस्तेमाल पर प्रतिबंध की सिफारिश की थी, जिसे आईसीसी ने हरी झंडी दे दी थी। उसके अनुसार, लगभग डेढ़ साल से गेंद को चमकाने के लिए लार का इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है। इसका सीधा असर गेंदबाजों के प्रदर्शन पर पड़ा है। ऐसा है शेड्यूलगत चैंपियन मुंबई इंडियंस और चेन्नई सुपर किंग्स के बीच मुकाबले से संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में 19 सिंतबर से आईपीएल 2021 के शेष मुकाबले कराए जाएंगे। ग्रुप चरण का आखिरी मुकाबला रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर और दिल्ली कैपिटल्स के बीच आठ अक्टूबर को होगा। ग्रुप चरण के बाद पहला क्वॉलिफायर 10 अक्टूबर को दुबई में, जबकि एलिमिनेटर और क्वॉलिफायर-2 क्रमश: 11 और 13 अक्टूबर को शारजाह में होंगे। 15 अक्टूबर को फाइनल मैच दुबई में खेला जाएगा।

ओलंपिक मेडल जीतने वाले भारतीयों पर यह एयरलाइन हुई मेहरबान, अगले 5 साल तक फ्री में कराएगी देश-विदेश की यात्रा August 08, 2021 at 12:13AM

नई दिल्ली गोएयर के रूप में स्थापित, गो फर्स्ट (Go First) ने टोक्यो ओलंपिक 2020 (Olympics 2020) में मेडल जीतने वाले भारतीय खिलाड़ियों के लिए खास पेशकश की है। गो फर्स्ट अगले पांच वर्षों तक यानी 2025 तक ओलंपिक मेडल विनर्स (Olympics medal winners) को फ्री में हवाई सफर कराएगी। ओलंपिक 2020 में भारत ने 7 पदक जीते हैं, जिनमें एक गोल्ड, दो सिल्वर और 4 ब्रॉन्ज मेडल हैं। () ने शनिवार को पुरुष भाला फेंक (Javelin Throw) प्रतिस्पर्धा के फाइनल में स्वर्ण पदक जीतकर स्वतंत्र भारत को एथलेटिक्स में पहला पदक दिलाया। नीरज चोपड़ा का गोल्ड मेडल ओलंपिक में भारत का दूसरा व्यक्तिगत स्वर्ण पदक भी है। इससे पहले अभिनव बिंद्रा ने 2008 बीजिंग ओलंपिक में शूटिंग में गोल्ड जीता था। भारत के सात ओलंपिक पदक विजेता
  • मीराबाई चानू (भारोत्तोलन)
  • पीवी सिंधु (बैडमिंटन)
  • लवलीना बोरगोहेन (मुक्केबाजी)
  • पुरुष हॉकी टीम
  • रवि कुमार दहिया (कुश्ती)
  • बजरंग पुनिया (कुश्ती)
  • नीरज चोपड़ा (भाला फेंक)
इन सभी पदक विजेताओं को गो फर्स्ट की ओर से अगले पांच वर्षों के लिए किसी भी गो फर्स्ट सेक्टर के लिए मुफ्त हवाई यात्रा प्रदान की जाएगी। पूरा देश ओलंपिक दल की कामयाबी से उत्साहितओलंपिक में देश के अब तक के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन पर बोलते हुए, गो फर्स्ट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी कौशिक खोना ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा, “पूरा देश हमारे ओलंपिक दल की अभूतपूर्व सफलता से उत्साहित है। गो फर्स्ट में हम सभी पदक विजेताओं को मुफ्त टिकट देकर इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए अपना आभार व्यक्त करना चाहते हैं। यह भारतीय खेलों के लिए एक बड़ी उपलब्धि है और हम देश का प्रतिनिधित्व करने वाले और हर जगह भारतीयों को गौरवान्वित करने वाले प्रत्येक सदस्य को बधाई देते हैं। यह भी पढ़ें: नीरज चोपड़ा को इंडिगो ने दिया ये तोहफा एक दिन पहले विमानन कंपनी इंडिगो (Indigo) ने घोषणा की थी कि वह एक वर्ष की अवधि के लिए ओलंपिक 'गोल्ड मेडलिस्ट' नीरज चोपड़ा को अनलिमिटेड मुफ्त यात्रा की पेशकश करेगी। यह ऑफर 8 अगस्त 2021 से 7 अगस्त 2022 तक लागू है। इंडिगो के पूर्णकालिक निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी रोनोजॉय दत्ता ने कहा है, “नीरज हम सभी को आपकी उल्लेखनीय उपलब्धि के बारे में सुनकर बहुत खुशी हुई। आपने देश को गौरवान्वित किया है और मुझे पता है कि इंडिगो के सभी कर्मचारी हमारी फ्लाइट में आपका स्वागत करने से वास्तव में सम्मानित होंगे। पूरी विनम्रता के साथ हम आपको इंडिगो पर एक साल के लिए मुफ्त उड़ानें देना चाहते हैं।”

भारतीय सपनों पर बारिश फेर सकती है पानी, नॉटिंगम में रूठा हुआ है मौसम August 08, 2021 at 12:07AM

नॉटिंगम चौथे दिन तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने अपने करियर में छठी बार पारी में पांच विकेट लेकर इंग्लैंड की टीम को बड़ा स्कोर बनाने से रोका। इसके बाद भारत ने सहज शुरुआत करते पहले टेस्ट क्रिकेट मैच के चौथे दिन शनिवार को यहां सकारात्मक परिणाम की उम्मीदें जगाईं। भारत ने 209 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए चौथे दिन का खेल समाप्त होने तक एक विकेट पर 51 रन बनाए। इस तरह से उसे पांच मैचों की सीरीज में 1-0 से बढ़त बनाने के लिए अब केवल 157 रन की जरूरत है। नॉटिंगम में बारिश हो रही है और यह खेल का मजा किरकिरा कर रहा है। भारतीय टीम के हाथ में जहां नौ विकेट हैं। वहीं इंग्लैंड चाहेगा कि खेल रुके लेकिन बादल छाए रहें ताकि गेंदबाजों को मदद मिलती रहे।

मिल गई कंपनी... नीरज चोपड़ा के गोल्ड से खुशी से झूम उठे अभिनव बिंद्रा August 08, 2021 at 12:22AM

नई दिल्ली जब पीवी सिंधु ने रियो ओलिंपिक के फाइनल के लिए क्वॉलिफाइ किया तो उन्हें गोल्ड मेडल जीतते देखना चाहते थे। उन्होंने कहा था कि वह इकलौते भारतीय गोल्ड मेडलिस्ट होकर काफी अकेलापन महसूस कर रहे हैं और अब आखिरकार उन्हें कंपनी मिल गई है। तोक्यो ओलिंपिक में ट्रैक एंड फील्ड में भारत के लिए पहला मेडल लेकर आए और वो भी गोल्ड मेडल। अब अभिनव बिंद्रा अकेले गोल्ड मेडलिस्ट नहीं बिंद्रा ने हमारे सहयोगी टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया, 'मैं पूरी मस्ती में हूं।' भारत की ओर से व्यक्तिगत स्पर्धा में बिंद्रा ने 11 अगस्त 2008 को गोल्ड मेडल जीता था और उसके बाद ओलिंपिक में पहली बार भारत का राष्ट्रगान बजाया गया। अब अभिनव देश के इकलौते व्यक्तिगत ओलिंपिक गोल्ड मेडलिस्ट नहीं हैं और बिंद्रा से ज्यादा कोई इस बात को लेकर खुश नहीं हैं। बिंद्रा की सोशल मीडिया पोस्ट से इस बात का साफ पता चल रहा था। बिंद्रा ने नीरज चोपड़ा की जीत के बाद कई ट्वीट किए। 'मेरे लिए बहुत भावुक करने वाला क्षण' टि्वटर पर एक वीडियो पोस्ट करते हुए बिंद्रा ने कहा, 'प्यारे नीरज, मुझे पता है कि बेस्ट, ओलिंपिक गोल्ड मेडल, हासिल करने के लिए तुमने कितनी मेहनत की होगी, तुम्हारा खुद पर कितना विश्वास होगा। तुमने अपने पहले ओलिंपिक में यह मेडल हासिल किया है। हर हिंदुस्तानी की तरह यह मेरे लिए भी बहुत भावुक करने वाला क्षण है। यह दुनिया तुम्हारा मैदान है और तुम्हारी उपलब्धि उत्कृष्टता की मिसाल होगी, जिसे हमेशा याद किया जाएगा। मैं तुम्हें दिल से बधाई देता हूं और सम्मान करता हूं। '11,707 ऐथलीट में 3 परसेंट से भी कम को यह सम्मान मिलता है' अपने लेटर में बिंद्रा ने लिखा, इस तरह के इवेंट में गोल्ड मेडल जीतना बहुत मुश्किल होता है क्योंकि लोगों की आपसे बहुत उम्मीदें होती हैं। और उन उम्मीदों को पूरा करना काफी मुश्किल होता है। उन्होंने आगे लिखा, 'दुनिया के सबसे बड़े खेल आयोजन में पदक जीतना, जो हर 4 साल में एक बार होता है, यह सोचने की बात है कि तोक्यो में भाग लेने वाले 11,707 ऐथलीट में 3 परसेंट से भी कम को यह सम्मान मिलता है। इस पर आप ओलिंपिक में कामयाबी का इंतजार कर रहे एक देश की उम्मीदों का बोझ और जोड़ लीजिए इससे आपकी उपलब्धि और यादगार बन जाती है।'

भारत-इंग्लैंड टेस्ट 5वां दिन:टीम इंडिया को जीत के लिए 157 रन की जरूरत, रोहित-पुजारा क्रीज पर; सामने रॉबिन्सन-एंडरसन की चुनौती August 07, 2021 at 10:52PM

आज टोक्यो ओलिंपिक का समापन:शाम 4:30 बजे से क्लोजिंग सेरेमनी, बजरंग पूनिया होंगे भारत की तरफ से ध्वजवाहक August 07, 2021 at 11:46PM