Sunday, January 2, 2022

वनडे सीरीज के लिए साउथ अफ्रीका की टीम घोषित:एनरिक नोर्त्या बाहर, भारत के खिलाफ इन 17 खिलाड़ियों को दिया गया मौका January 02, 2022 at 07:07PM

कोहली के बल्ले से कब निकलेगा शतक? कोच राहुल द्रविड़ ने दिया ऐसा जवाब January 02, 2022 at 04:00AM

जोहानिसबर्गभारतीय टीम का जब भी कोई मैच होता है तो उससे पहले एक बात की चर्चा जरूर होती है। वह है के शतक की। उन्होंने आखिरी बार 2019 में बांग्लादेश के खिलाफ सेंचुरी जड़ी थी। उसके बाद से तीन अंकों तक पहुंचने में नाकाम रहे हैं। अब भारत को साउथ अफ्रीका के खिलाफ दूसरा टेस्ट जोहानिसबर्ग में सोमवार से खेलना है तो उम्मीद की जा रही है कि वह अपनी फॉर्म वापस पा लेंगे। इस बारे में जब प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान हेड से पूछा गया तो उन्होंने कहा- मैच शुरू होने के बाद कोच ज्यादा कुछ नहीं कर सकता। नतीजों पर नियंत्रण नहीं हो सकता। हम अच्छी तैयारी पर जोर दे रहे हैं ताकि टीम अच्छे फॉर्म में रहे।’ उन्होंने कहा, ‘जिस तरह से वह अपनी तैयारी और अभ्यास कर रहा है और पिछले दो सप्ताह में मैदान के भीतर और बाहर जिस तरह टीम से जुड़ा रहा, वह वास्तव में शानदार कप्तान है।’ कोच ने कहा, ‘इससे पहले टेस्ट की तैयारी में आसानी हुई। विराट ने काफी जिम्मेदारी खुद संभाली और उसके साथ काम करने में मजा आता है। निजी तौर पर भी वह अच्छी लय में है और जल्दी ही बड़ी पारियां खेलेगा।’ उन्होंने कहा, ‘उसे टीम के साथ देखकर लगता है कि वह कितनी शांति से तैयारी करता है और कोई दबाव नहीं लेता। हो सकता है कि अगले मैच में बड़ी पारी नहीं खेल सके लेकिन जल्दी ही खेलेगा। मुझे पूरा यकीन है।’ यह पूछने पर कि क्या बायो बबल में रहने की थकान कोहली और अजिंक्य रहाणे के खराब फॉर्म का कारण है, द्रविड़ ने कहा, ‘बहुत सारी बातें हो सकती है। आपके कैरियर में ऐसा दौर आता है जब आपको लगता है कि आप अच्छा खेल रहे हैं लेकिन बड़े स्कोर नहीं बन रहे। यह सभी के साथ होता है।’ उन्होंने कहा, ‘लेकिन अच्छी बात यह है कि वे अच्छी बल्लेबाजी कर रहे हैं और जल्दी ही बड़ा स्कोर बनायेंगे।’ चेतेश्वर पुजारा के फॉर्म को लेकर उन्होंने कहा कि यह अभी चिंता का विषय नहीं है। उन्होंने कहा, ‘मुझे चिंता शब्द के इस्तेमाल से ही नफरत है। वह अपनी ओर से पूरी कोशिश कर रहा है। उसने ऊंचे मानदंड कायम किये हैं और दस साल में काफी सफल रहा है।’ उन्होंने कहा, ‘कई बार ऐसा दौर आता है लेकिन यह चिंता का विषय नहीं है। लेकिन क्रीज पर जमने के बाद आप शीर्ष तीन या चार बल्लेबाजों से बड़ी पारियों की उम्मीद करते हैं। पहले टेस्ट में के एल राहुल के शतक से उसकी उपयोगिता पता चली।’ द्रविड़ ने यह भी कहा कि पिछले मैच में गेंदबाजों ने अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन बल्लेबाजों को शॉट्स के चयन में सावधानी बरतनी होगी। भाषा के इनपुट के साथ

असाधारण हैं कोहली... कप्तानी के बवाल के बीच कोच द्रविड़ ने तारीफ में पढ़े कसीदे January 02, 2022 at 01:10AM

जोहानिसबर्गभारतीय टीम के मुख्य कोच ने चैम्पियन बल्लेबाज और टेस्ट कप्तान का समर्थन करते हुए कहा है कि ‘उन्हें लेकर इतने शोर’ के बावजूद वह असाधारण रहे हैं। सीमित ओवरों की कप्तानी को लेकर कोहली और बीसीसीआई में ठनी हुई है। द्रविड़ ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दूसरे क्रिकेट टेस्ट की पूर्व संध्या पर कहा, ‘पिछले 20 दिन में विराट असाधारण रहा है। उसे लेकर इतने शोर के बावजूद उसने जिस तरह अभ्यास किया, तैयारी की और टीम के साथ जुड़ा रहा, वह शानदार है।’ कोहली ने बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली के बयान का खंडन करते हुए कहा था कि उन्हें टी20 टीम की कप्तानी छोड़ने पर पुनर्विचार के लिए कभी नहीं कहा गया था। वहीं मुख्य चयनकर्ता चेतन शर्मा ने कहा कि कोहली से अनुरोध किया गया था कि टी20 विश्व कप खत्म होने तक फैसला रोके रहें। यह पूछने पर कि इस दौरे पर अभी तक वह मीडिया से मुखातिब क्यों नहीं हुए, द्रविड़ ने कहा, ‘इसका कोई खास कारण नहीं है। मैं इस पर फैसला नहीं लेता लेकिन मुझे कहा गया है कि वह अपने 100वें टेस्ट की पूर्व संध्या पर बात करेंगे तो आप उनसे तभी सारे सवाल पूछ सकते हैं।’ कोहली का सौवां टेस्ट इस सीरीज का तीसरा और आखिरी टेस्ट होगा जो केपटाउन में 11 जनवरी से खेला जायेगा।

द्रविड़ ने बताया विराट कब बोलेंगे:टीम इंडिया के कोच ने कहा- तीसरे टेस्ट से पहले पूछ लेना कप्तान से जी भर के सवाल January 02, 2022 at 02:31AM

Lionel Messi COVID-19 Positive: लियोनेल मेसी को हुआ कोरोना, PSG के 3 अन्य खिलाड़ी भी महामारी के शिकार, मचा बवाल January 02, 2022 at 01:57AM

नई दिल्ली अर्जेंटीना के स्टार फुटबॉलर लियोनेल मेसी के लिए साल के पहले ही सप्ताह में दुखद खबर आई है। वह महामारी कोविड-19 की चपेट में आ गए हैं। उनके अलावा पैरिस सेंट जर्मेन (PSG) के 3 अन्य खिलाड़ी भी कोरोना वायरस पॉजिटिव पाए गए हैं। फुटबॉल क्लब ने इस खुद इस खबर की पुष्टि की है। इस खबर के आते ही सोशल मीडिया पर बवाल मच गया है। लोग अपने हीरो की सलामती की दुआ कर रहे हैं। अन्य तीन खिलाड़ी जुआन बर्नाट, सर्जियो रिको और नाथन बिटुमजाला हैं। क्लब ने अपने बयान में कहा- सर्दियों की छुट्टियों के बाद और प्रशिक्षण शुरू होने से पहले किए गए परीक्षणों में 4 खिलाड़ियों और एक स्टाफ कोविड पॉजिटिव पाए गए हैं। उनमें लियोनेल मेसी के अलावा जुआन बर्नाट, सर्जियो रिको और नाथन बिटुमजाला शामिल हैं। सभी प्रोटोकॉल को फॉलो कर रहे हैं।

कप्तानी विवाद या कुछ और.. क्यों प्रेस कॉन्फेंस में नहीं आ रहे कोहली? द्रविड़ ने खोला राज January 02, 2022 at 12:57AM

जोहानिसबर्गभारतीय टीम को साउथ अफ्रीका के खिलाफ सेंचुरियन में ऐतिहासिक जीत मिली। कोहली सेना ने मेजबान को 113 रनों के बड़े अंतर से धूल चटाते हुए सेंचुरियन के सुपरस्पोर्ट्स पार्क में जीत दर्ज करने वाली एशिया की पहली और दुनिया की तीसरी टीम बनने का तमगा हासिल किया था। नव वर्ष से ठीक पहले मिली खास जीत के जश्न में सभी डूबे हुए थे। उम्मीद थी कि खुद प्रेस कॉन्फेंस में आएंगे, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। ऐसा क्यों हुआ इस बारे में टीम के हेड ने बताया है। भारत के पूर्व कप्तान से जब ऑनलाइन प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कारण से पर्दा हटाया। उन्होंने कहा, 'देखिए, यह मैं तय नहीं करता हूं कि प्रेस कॉन्फ्रेंस में कौन जाएगा। यह मीडिया टीम तय करती है। वह जल्द ही आप लोगों के सामने आएंगे। मुझे इस बारे में बताया गया है कि वह केपटाउन में होने वाले अपने 100वें शतक की तैयारी में लगे हुए हैं। वह उससे पहले आप सभी के सामने आएंगे और आप सभी उनसे सवाल कर सकते हैं।' कोहली का सौवां टेस्ट इस सीरीज का तीसरा और आखिरी टेस्ट होगा जो केपटाउन में 11 जनवरी से खेला जाएगा। उल्लेखनीय है कि कप्तानी विवाद के बाद साउथ अफ्रीका पहुंचने के बाद से विराट कोहली मीडिया के सामने नहीं आए हैं। उन्होंने बीसीसीआई चीफ सौरव गांगुली के उस बयान के उलट बयान दिया था, जिसमें वनडे कप्तानी के बारे में मीडियो में ऐलान से पहले चर्चा करने की बात कही गई थी। उन्होंने कहा था कि इस टेस्ट टीम के सिलेक्शन के दौरान मुझे बताया गया कि मैं वनडे टीम का कप्तान नहीं रहूंगा। दूसरी ओर, गांगुली ने कहा था कि इस बारे में उन्होंने खुद विराट से बात की थी। खैर, कोहली ने फिलहाल 98 टेस्ट खेले हैं और 50.35 की शानदार ओसत से 7854 रन बनाए हैं। इस दौरान उनके नाम 7 दोहरे शतक सहित 27 शतक और 27 अर्धशतक हैं। उनके नाम कई अहम रिकॉर्ड दर्ज हैं। हालांकि, 2019 के बाद से उनके बल्ले से कोई शतक नहीं निकला है, जिसकी वजह से उनकी आलोचना होती रही है। उन्होंने आखिरी शतक बांग्लादेश के खिलाफ जड़ा था।

‘बैन’ से ‘कप्तानी’ तक का सफर, हीरो से जीरो और फिर यूं लोकेश राहुल बने सुपरस्टार January 01, 2022 at 08:15PM

नई दिल्लीतीन साल में ‘निलंबन’ से ‘कप्तानी’ तक तक सफर तय करने वाले भारतीय क्रिकेट जगत की एक बड़ी हस्ती बन गए हैं। उनका सात साल का अंतरराष्ट्रीय करियर भले ही उतार-चढ़ाव से भरा रहा है लेकिन उनकी उपलब्धियों की फेहरिस्त काफी लंबी है। यह उनकी खेल विशिष्टताओं की वजह से ही है कि चयनकर्ता अब उन्हें टीम का नेतृत्व करने का मौका देने जा रहे हैं। रोहित शर्मा के पैर की मांसपेशियों की चोट के पूरी तरह ठीक न होने के कारण अब राहुल दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ आगामी श्रृंखला में भारत की एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय टीम की कमान संभालेंगे। चयनकर्ता भी उन्हें अगले कप्तान के रूप में तैयार करने में जी-जान से लगे हैं। आगामी श्रृंखला के तहत दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीन एकदिवसीय मैच पार्ल और केपटाउन में 19, 21 और 23 जनवरी को खेले जाएंगे। भारतीय टीम से अंदर-बाहर होते रहे राहुल के करियर का निर्णायक मोड़ जनवरी 2019 में आया जब चैट शो ‘कॉफी विद करण’ के दौरान महिलाओं के प्रति कथित आपत्तिजनक टिप्पणी के चलते उन्हें और आलराउंडर हार्दिक पंड्या को भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) की प्रशासकों की समिति (सीओए) ने ऑस्ट्रेलिया दौरे के बीच में ही निलंबित कर दिया और उन्हें स्वदेश लौटना पड़ा। सीओए ने दो हफ्ते में राहुल और पंड्या का निलंबन तो हटा दिया लेकिन ये दोनों ही खिलाड़ी ऑस्ट्रेलिया दौरे से बाहर होने के बाद न्यूजीलैंड दौरे पर भी नहीं जा पाए। राहुल ने बाद में स्वीकार किया कि 2019 में हुई इस घटना ने क्रिकेट के प्रति उनका नजरिया बदल दिया। दाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने तब कहा था, ‘मेरे प्रदर्शन में निरंतरता का काफी श्रेय इस बात को जाता है कि 2019 के बाद मैंने कैसे अलग तरह से सोचना शुरू किया। इस निलंबन और जो भी हुआ, मैं लालची हो गया था या मैं स्वार्थी होना चाहता था और अपने लिए खेलना चाहता था तथा मैं विफल रहा। इसलिए मैंने स्वयं से कहा कि मुझे मैदान पर उतरकर वह करने की जरूरत है जो टीम मुझसे चाहती है।’ उनका कहना है, ‘हम सभी को पता है कि हमारा करियर काफी लंबा नहीं। मैंने 2019 के बाद महसूस किया कि मेरे पास संभवत: 12 या 11 साल बचे हैं और मुझे अपना पूरा समय तथा ऊर्जा टीम के लिए खेलने वाला खिलाड़ी बनने पर समर्पित करने की जरूरत है। मानसिकता में इस बदलाव से काफी मदद मिली और मेरे ऊपर से तब दबाव काफी कम हो गया जब मैंने टीम के लिए बेहतर करने एवं चैंपियन टीम का हिस्सा बनने तथा खेल में अंतर पैदा करने पर ध्यान केंद्रित किया।’ बेंगलुरु में 18 अप्रैल 1992 को जन्मे राहुल के पिता केएन लोकेश और माता राजेश्वरी दोनों प्रोफेसर हैं लेकिन राहुल ने 10 वर्ष की उम्र में जब बल्ला थामा तो यही उनका पहला प्यार बन गया। राहुल को किसी बड़े टूर्नामेंट में पहली बार 2010 आईसीसी अंडर-19 विश्व कप में भारत का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला। भारतीय टीम के लिए न्यूजीलैंड में हुआ यह टूर्नामेंट निराशाजनक रहा और टीम छठे स्थान पर रही। राहुल भारत के दूसरे शीर्ष स्कोरर होने के बावजूद छह मैचों में 28.60 के औसत से 143 रन ही बना सके और टूर्नामेंट के शीर्ष 30 बल्लेबाजों में भी उन्हें जगह नहीं मिली। राहुल ने इसी साल कर्नाटक के लिए प्रथम श्रेणी क्रिकेट में पदार्पण भी किया था। राहुल ने धीरे-धीरे सीनियर क्रिकेट में अपने पैर जमाने शुरू किए। वह 2013-14 रणजी ट्रॉफी में 10 मैचों में 68.86 के औसत से 1033 रन बनाकर टूर्नामेंट के दूसरे शीर्ष स्कोरर रहे। चयनकर्ताओं की नजर राहुल पर पड़ चुकी थी। उन्होंने 2014-15 दलीप ट्रॉफी में मध्य क्षेत्र के खिलाफ दक्षिण क्षेत्र की ओर से 185 और 130 रन की पारी खेली तो चयनकर्ताओं ने उन्हें ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए भारतीय टीम में जगह दे दी। तत्कालीन कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने मेलबर्न में पहले बॉक्सिंग डे टेस्ट में ही राहुल को रोहित की जगह पदार्पण का मौका दे दिया लेकिन उन्होंने निराश किया। पहली पारी में छठे नंबर पर खेलते हुए राहुल तीन जबकि दूसरी पारी में तीसरे नंबर पर खेलते हुए एक रन ही बना सके। धोनी ने हालांकि राहुल पर भरोसा नहीं खोया और उन्होंने भी अपने कप्तान को निराश नहीं करते हुए सिडनी में अगले टेस्ट में मुरली विजय के साथ पारी का आगाज करते हुए 110 रन की पारी खेलकर अपना पहला अंतरराष्ट्रीय शतक जड़ा। राहुल स्वदेश लौटने पर रणजी ट्रॉफी में उत्तर प्रदेश के खिलाफ 337 रन की पारी खेलकर कर्नाटक की ओर से तिहरा शतक जड़ने वाले पहले बल्लेबाज बने। राहुल को 2016 में जिंबाब्वे दौरे पर एकदिवसीय पदार्पण का मौका मिला और वह हरारे स्पोर्ट्स क्लब पर अपने पहले ही मैच में शतक जड़कर पदार्पण वनडे मैच में शतक जड़ने वाले भारत के पहले बल्लेबाज बने। वह सलामी बल्लेबाज के रूप में अपनी पहली टेस्ट और एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय पारी में शतक जड़ने वाले एकमात्र बल्लेबाज हैं। राहुल को इसी दौरे पर टी20 में अंतरराष्ट्रीय पदार्पण का भी मौका मिला। वह पदार्पण मैच में खाता खोलने में नाकाम रहे लेकिन उन्होंने उसी साल 27 अगस्त को अमेरिका के लॉडरहिल में वेस्टइंडीज के खिलाफ नाबाद 110 रन की पारी खेलकर सिर्फ 20 अंतरराष्ट्रीय पारियों में खेल के तीनों प्रारूपों में शतक जड़ने का अविश्वसनीय रिकॉर्ड बना दिया। राहुल खेल के तीनों प्रारूपों में शतक जड़ने वाले दुनिया के सिर्फ 18 और भारत के सिर्फ तीन खिलाड़ियों की एलीट सूची में शामिल हैं। भारत के लिए राहुल के अलावा सुरेश रैना और रोहित यह कारनामा कर चुके हैं। इंडियन प्रीमियर लीग में भी राहुल ने अपना जलवा बिखेरा है। किंग्स इलेवन पंजाब (अब पंजाब किंग्स) ने 2018 की नीलामी में 11 करोड़ रुपये की संयुक्त रूप से तीसरी सर्वाधिक बोली लगाकर उन्हें अपने साथ जोड़ा और उन्होंने टीम को निराश नहीं करते हुए पहले ही मैच में 14 गेंद में अर्धशतक जड़कर आईपीएल इतिहास का सबसे तेज अर्धशतक अपने नाम किया। राहुल ने 2019 में रोहित की मुंबई इंडियंस के खिलाफ नाबाद 100 रन बनाकर अपना पहला आईपीएल शतक जड़ा। पूर्व कप्तान रविचंद्रन अश्विन के 2020 में दिल्ली कैपिटल्स से जुड़ने के बाद राहुल को पंजाब की टीम का कप्तान बनाया गया। उन्होंने इस सत्र में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर के खिलाफ 69 गेंद में 132 रन बनाकर आईपीएल में भारतीय बल्लेबाज द्वारा सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर का रिकॉर्ड अपने नाम किया। वह इस सत्र में 14 मैच में पांच अर्धशतक और एक शतक से 55.83 की औसत से 670 रन बनाकर शीर्ष स्कोरर रहे और ऑरेंज कैप अपने नाम की। राहुल आईपीएल 2021 में 626 रन के साथ तीसरे सर्वोच्च स्कोरर रहे लेकिन शीर्ष पर रहे चेन्नई सुपरकिंग्स के रुतुराज गायकवाड़ (635) और दूसरे स्थान पर रहे इसी टीम के फाफ डुप्लेसिस (633) और उनके बीच सिर्फ क्रमश: नौ तथा सात रन का अंतर रहा।