Friday, December 24, 2021

संन्यास के बाद राजनीति में जाएंगे हरभजन सिंह, सवाल के जवाब पर क्या बोले टर्बनेटर? December 24, 2021 at 04:44AM

नई दिल्लीक्रिकेट से संन्यास लेने के बाद अनुभवी ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह ने शुक्रवार को कहा कि वह राजनीति में आने के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन इस तरह के कदम पर अंतिम फैसला करने से पहले वह काफी सोच विचार करना चाहेंगे। हाल में कांग्रेस की पंजाब इकाई के प्रमुख और हरभजन के पूर्व भारतीय साथी नवजोत सिंह सिद्धू ने उनके साथ एक फोटो ट्विटर पर डाली थी और इसका शीर्षक दिया था, ‘संभावनाओं से भरी तस्वीर’। इससे उनके राजनीति में उतरने की अटकलें लगाई जा रही हैं। इस क्रिकेटर ने कहा कि उन्होंने इस मामले पर अभी फैसला नहीं लिया है। हरभजन ने अपने भविष्य के बारे में पूछे गए सवाल में कहा, ‘साफ बताऊं तो मैं नहीं जानता कि आगे क्या होगा। मैं किस दिशा में आगे बढ़ना चाहता हूं, यह जानने के लिए दो तीन दिन चाहिए। हां, मैं समाज को वापस करना चाहता हूं।’ उन्होंने कहा, ‘अगर मैं राजनीति से जुड़ता हूं तो कैसे या किस तरह से, मुझे इन चीजों पर भी गौर करने की जरूरत होगी क्योंकि मेरा मुख्य लक्ष्य लोगों की मदद करना है, अगर मैं राजनीति में उतरने का फैसला करता हूं तो।’ उन्होंने खुलकर नहीं कहा, लेकिन उनके जानकारों का कहना है कि इसकी संभावना बहुत कम है कि वह पंजाब विधानसभा के चुनाव लड़ेंगे क्योंकि उनकी कुछ क्रिकेट और मीडिया प्रतिबद्धताएं हैं जो उन्हें व्यस्त रखेंगी। हरभजन ने कहा, ‘जहां तक क्रिकेट का संबंध हैं तो मैं खेल से जुड़ा रहूंगा। मैं आईपीएल की टीमों को कोचिंग दे सकता हूं, उनका मेंटोर बन सकता हूं या फिर थोड़ा वेटरन क्रिकेट खेल सकता हूं।’

शुरू होने से पहले ही खत्म हो जाता हरभजन का करियर, एक बार तो पुलिस से ही भिड़ गए थे December 24, 2021 at 05:42AM

नई दिल्ली हरभजन सिंह ने साल 2016 में आखिरी बार नीली जर्सी पहनी थी। वह बीते कुछ साल में आधा संन्यास को ले ही चुके थे, लेकिन आखिरकार उन्होंने शुक्रवार की दोपहर अपने करियर पर फूल स्टॉप लगा ही दिया। ‘टर्बनेटर’ के आधिकारिक रूप से संन्यास की घोषणा से भारतीय क्रिकेट के सबसे आकर्षक अध्याय का अंत हो गया। जालंधर के हरभजन को 'हरभजन सिंह' बनाने में सौरव गांगुली का अहम रोल रहा है। अपने कप्तान की आक्रामक छवि की झलक भज्जी में भी दिखती थी। हरभजन सिंह का करियर उतार-चढ़ाव से भरा रहा। विवाद भी हुए। चलिए ऐसे ही कुछ मजेदार किस्से बताते हैं। राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (NCA) से किए गए बाहरसाल 2000 चल रहा था। हरभजन सिंह 1998 में ही टीम इंडिया के लिए डेब्यू कर चुके थे। बेंगलुरु स्थित राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी यानी NCA में उनकी ट्रेनिंग जारी थी। दिग्गज ऑफ स्पिनर इरापल्ली प्रसन्ना और श्रीनिवास वेंकटराघवन की देखरेख में वह फिरकी गेंदबाजी के गुर सीख रहे थे। तब हरभजन को फिजिकल वर्कआउट न करने और अनुशासनहीनता के चलते सस्पेंड कर दिया गया था। कुछ लोग यह भी कहते हैं कि भज्जी को सच बोलने की सजा मिली थी क्योंकि उन्होंने एकेडमी में बासी खाने का विरोध किया था। गुवाहाटी पुलिस से भिड़ गए थे भज्जीपंजाब पुलिस में नौकरी के बावजूद हरभजन 2002 में गुवाहाटी में टीम होटल के बाहर पुलिसकर्मियों के साथ उलझ गए थे। विवाद तब शुरू हुआ जब ऑफ स्पिनर का अधिकारियों के साथ विवाद हो गया, जब उन्होंने एक फोटोग्राफर को अनुमति देने से इनकार कर दिया था। पुलिस से उलझने के बाद हरभजन का बोलिंग आर्म चोटिल हो गया था। गुस्से में तमतमाए हरभजन और भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने जिम्बाब्वे के खिलाफ गुवाहाटी में मैच खेलने से ही इनकार कर दिया था, लेकिन आयोजकों के बहुत दबाव के चलते मान गए। शराब के विज्ञापन पर भी घिर गए थे भज्जी सिख धर्म के पांच ककार में केश भी आता है। मगर हरभजन सिंह बिना पगड़ी के ही शराब के एक ब्रांड के विज्ञापन में दिखाए दिए थे। 2006 में हुई इस घटना के बाद विवाद इतना बढ़ा कि उनके शहर जालंधर में पुतले जलाए गए। रूढ़िवादी सिखों ने हरभजन पर अपनी भावनाओं को आहत करने का आरोप लगाया था।

वीडियो: हरभजन ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ली थी हैट्रिक, देखें टबर्नेटर का सबसे यादगार लम्हा December 24, 2021 at 03:09AM

नई दिल्ली ये जिंदगी है, कोई बॉलीवुड फिल्म नहीं जहां हर बार परफेक्ट एंडिग हो। 41 साल के हरभजन सिंह भी शायद इस तरह संन्यास नहीं लेना चाहते होंगे, जिस अंदाज में आज उन्होंने क्रिकेट के मैदान को अलविदा कहा। 2016 के बाद से टीम इंडिया से बाहर चल रहे भज्जी ने अपने यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो अपलोड कर 'पहली पारी' का अंत किया। वैसे तो 'टर्बनेटर' ने दुनिया की हर टीम के खिलाफ सफलता के झंडे गाड़े हैं, लेकिन उनका 'ऑस्ट्रेलिया प्रेम' किसी से छिपा नहीं। कंगारुओं के ही खिलाफ लगातार तीन गेंदों में तीन विकेट चटकाकर वह हैट्रिक लेने वाले पहले हिंदुस्तानी क्रिकेटर बने थे। आज इस खास मौके पर उस लम्हें को जरा याद कर लेते हैं। बात 2001 की है। तब ऑस्ट्रेलियाई टीम भारत दौरे पर थी। तीन टेस्ट मैच की सीरीज का दूसरा मुकाबला कोलकाता के ईडन गार्डंस में जारी था। तब हरभजन सिंह महज 20 के थे। मार्च के महीने में कंगारू कप्तान स्टीव वॉ ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला लिया। टीम को अच्छी शुरुआत मिली। एक वक्त स्कोर 252 रन पर चार विकेट था। तभी हरभजन सिंह के उस चमत्कारिक ओवर ने पूरा मैच पलटकर रख दिया। दरअसल, रिकी पोंटिंग के साथ कप्तान स्टीव वॉ क्रीज पर थे। मगर अगली तीन गेंदों के भीतर ऑस्ट्रेलिया का स्कोर 252 रनों पर सात विकेट हो गया। हरभजन ने गेंद को फुल लैंग्थ पर डाला और पोंटिंग और एडम गिलक्रिस्ट ने क्रीज में पीछे जाते हुए गेंद को खेला और लाइन में नहीं आ पाए। जबकि शेन वॉर्न ने बल्ले से गेंद को खेला, लेकिन वह गेंद को नीचे नहीं रख सके और फॉरवर्ड शॉर्ट लेग पर सदगोपन रमेश ने उनका कैच पकड़ा। इसी मैच से भज्जी और पोन्टिंग की प्रतिद्वंदिता शुरू हुई थी। हरभजन टेस्ट में भारत की ओर से हैट्रिक लेने वाले पहले गेंदबाज बने थे। मुकाबले में सौरव गांगुली की कप्तानी वाली टीम ने ऐतिहासिक जीत हासिल की थी। इसका एक अहम कारण फॉलोऑन खेलने उतरी भारतीय टीम की तरफ से वीवीएस लक्ष्मण और राहुल द्रविड़ के बीच हुई ऐतिहासिक साझेदारी को माना जाता है, लेकिन बुनियाद ऑफ स्पिनर भज्जी की हैट्रिक ने रखी थी। हैट्रिक समेत पहली पारी में सात तो दूसरी पारी में छह विकेट।

23 साल के क्रिकेट करियर का अंत:हरभजन सिंह ने सभी फॉर्मेट से लिया संन्यास, 2016 में भारत के लिए खेला था आखिरी मैच December 23, 2021 at 11:12PM

दिग्गज ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को कहा अलविदा December 23, 2021 at 11:12PM

नई दिल्ली भारतीय क्रिकेट टीम के अनुभवी ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह () ने शुक्रवार क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास का ऐलान कर दिया। हरभजन ने इसकी जानकारी सोशल मीडिया पर दी। भज्जी ने अपने इंस्टाग्राम पेज पर एक वीडियो पोस्ट किया जिसमें उन्होंने कहा, ' जालंधर की तंग गलियों से टीम इंडिया के टर्बनेटर का पिछले 25 साल का मेरा सफर बहुत ही खूबसूरत रहा। जब भी मैं इंडिया की जर्सी पहनकर मैदान पर उतरा हूं उससे बड़ा मोटिवेशन मेरी जिंदगी में शायद ही कुछ और हो। लेकिन एक मुकाम आता है जब लाइफ में आपको फैसले लेने होते हैं। और जिंदगी में आगे बढ़ना होता है। मैं पिछले कुछ साल से एक ऐलान करना चाहता था। और इस चीज का मैं इंतजार कर रहा था कि मैं आपके साथ इसे कब शेयर करूं। मैं आज क्रिकेट के हर फॉर्मेट से रिटायरमेंट ले रहा हूं। हालांकि जेहनी तौर पर मैंने यह रिटायरमेंट पहले ही ले चुका था। लेकिन ऐलान नहीं कर पाया। वैसे भी पिछले कुछ वक्त से मैं एक्टिव क्रिकेट नहीं खेल पा रहा था।' टेस्ट में हैट्रिक लेने वाले पहले भारतीय हरभजन टेस्ट में हैट्रिक लेने वाले पहले भारतीय हैं। उन्होंने 2001 बॉर्डर गावसकर ट्रॉफी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 3 मैचों में रिकॉर्ड 32 विकेट चटकाए थे। हरभजन टी20 वर्ल्ड कप (2007) और वनडे वर्ल्ड कप (2011) विजेता टीम के सदस्य रहे। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 1998 में किया था डेब्यू 41 वर्षीय हरभजन ने भारत की ओर से 103 टेस्ट, 236 वनडे और 28 टी20 इंटरनैशनल मैच खेले। उन्होंने अपना वनडे इंटरनैशनल में अपना डेब्यू ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 1998 में किया था। भज्जी ने टेस्ट में 417, वनडे में 269 और टी20 में 25 विकेट चटकाए हैं।

सियासी पिच पर खेलेंगे टर्बनेटर हरभजन:पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस में जाने की चर्चा, सिद्धू ने ट्वीट की थी भज्जी के साथ फोटो December 23, 2021 at 11:30PM