Sunday, February 2, 2020

शाकाहार, योग और ध्यान... ऐसे टॉप पर पहुंचे जोकोविच February 02, 2020 at 06:50PM

मेलबर्न8वां ऑस्ट्रेलियाई ओपन खिताब जीतकर महानतम टेनिस खिलाड़ियों की जमात में शामिल होने वाले ने इस शानदार फॉर्म का श्रेय शाकाहार, योग और ध्यान को दिया है। युद्ध झेलने वाले बेलग्राद में पैदा हुए सर्बिया के इस टेनिस स्टार ने सूखे स्विमिंग पूल में अभ्यास करके टेनिस का ककहरा सीखा। अब रेकॉर्ड 14 करोड़ डॉलर इनामी राशि के साथ मोंटे कार्लो में महल सरीखे घर में रहते हैं। अपने करियर में कई उतार चढ़ाव झेल चुके जोकोविच अब पहले से अधिक परिपक्व और मंझे हुए नजर आते हैं। पिछले साल करीब पांच घंटे चला विंबलडन फाइनल और 2012 में पांच घंटे 53 मिनट तक चला ऑस्ट्रेलियाई ओपन फाइनल उन्होंने जीता। अब तक 17 ग्रैंड स्लैम जीत चुके 32 वर्ष के जोकोविच की नजरें रोजर फेडरर और रफेल नडाल का रेकॉर्ड तोड़ने पर लगी है। जोकोविच की दिनचर्या अनूठी और अनुकरणीय है। वह सूर्योदय से पहले अपने परिवार के साथ उठ जाते हैं, सूर्योदय देखते हैं और उसके बाद परिवार को गले लगाते हैं, साथ में गाते हैं और योग करते हैं। दो बच्चों के पिता जोकोविच पूरी तरह से शाकाहारी हैं। पढ़ें- नेटफ्लिक्स की डाक्यूमेंट्री ‘द गेम चेंजर्स’ में उन्होंने कहा, ‘उम्मीद है कि मैं दूसरे खिलाड़ियों को शाकाहार अपनाने के लिए प्रेरित कर सकूंगा।’ 8वां ऑस्ट्रेलियाई ओपन जीतने का जश्न उन्होंने पार्टी करके नहीं बल्कि शहर के बोटेनिकल गार्डन में अंजीर के पेड़ पर चढ़कर मनाया। उन्होंने कहा, ‘यह ब्राजीली अंजीर का पेड़ मेरा दोस्त है जिस पर चढ़ना मुझे पसंद है। यह मेरा सबसे मनपसंद काम है।’ पहली बार 2008 में ऑस्ट्रेलियाई ओपन जीतने वाले जोकोविच ने 2011 से 2016 के बीच में 24 में से 11 ग्रैंड स्लैम जीते और सात के फाइनल में पहुंचे। इसके बाद वह खराब दौर और कोहनी की चोट से जूझते रहे लेकिन 2017 विंबलडन के बाद फॉर्म में लौटे। इस बीच उन्होंने अध्यात्म की शरण ली और लंबे ध्यान सत्रों में भाग लिया। इसने उन्हें अधिक सहनशील और संतुष्ट बनाया।

विडियो- आपने देखा चहल और अय्यर का विक्ट्री डांस February 02, 2020 at 08:20PM

माउंट माउंगानुईभारतीय क्रिकेट टीम ने माउंट माउंगानुई में रविवार को न्यू जीलैंड को टी-20 सीरीज के 5वें और आखिरी मुकाबले में 7 रनों से हरा दिया। इस जीत के साथ ही भारत ने सीरीज को एकतरफा 5-0 से अपने नाम किया और 5 मैचों की T20 सीरीज के सभी मुकाबले जीतने वाली दुनिया की पहली टीम बनी। इस खास मौके पर भारतीय क्रिकेट टीम के ऑफिशल इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक विडियो शेयर किया गया है। विडियो में करिश्माई स्पिनर और मिडल ऑर्डर के विस्फोटक बल्लेबाज खास डांस मूव्स करते हुए दिख रहे हैं। पेज पर विडियो के कैप्शन लिखा गया है- विक्ट्री डांस..। यह विडियो मैच खत्म होने के तुरंत बाद शूट किया गया है। इस पर क्रिकेट फैन्स की जबरदस्त प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। एक फैन ने इसे बड़ी जीत बताते हुए कॉमेंट किया- बड़ी जीत है... डांस तो बनता ही है..। बता दें कि भारतीय टीम ने पहले बैटिंग करते हुए 20 ओवरों 3 विकेट पर 163 रन बनाए। जवाब में न्यू जीलैंड की टीम 9 विकेट पर 156 रन ही बना सकी। रोचक बात यह है कि भारत ने न्यू जीलैंड में पहली बार टी-20 सीरीज में जीत हासिल की है। सीरीज पर नजर डाली जाए तो पहला और दूसरा मैच भारत ने ऑकलैंड में जीते थे, जबकि तीसरा और चौथा मैच क्रमश: हैमिल्टन और वेलिंग्टन में खेला गया था, जहां भारत ने सुपर ओवर में जीत दर्ज की थी। 5वां मैच माउंट माउंगानुई में भारत ने 7 रन से जीता।

टेस्ट में फेल पाक खिलाड़ी ने ट्रेनर के सामने उतारे कपड़े February 02, 2020 at 07:38PM

कराचीइंटरनैशनल टीम में जगह बनाने के लिए जूझ रहे पाकिस्तान के स्टार विकेटकीपर बल्लेबाज उमर अकमल पर गंभीर आरोप लगे हें। रिपोर्ट्स की मानें तो उमर ने नैशनल क्रिकेट अकैडमी में लिए गए फिटनेस टेस्ट में फेल होने के बाद कुछ ऐसा कर दिया जो उन्हें भारी नुकसान पहुंचा सकता है। खबरों के अनुसार, फिटनेस टेस्ट के दौरान उमर अकमल के शरीर का फैट मापा गया, जिसमें वह फेल रहे। इस बात से भड़के छोटे अकमल ने ट्रेनर के सामने ही अपने सारे कपड़े उतार दिए। यही नहीं, उन्होंने ट्रेनर के साथ बदतमीजी भी की। उन्होंने कपड़े उतारकर ट्रेनर पर चिल्लाते हुए उल्टे पूछा- बताओ फैट कहां है? फिटनेस लेने वाली टीम ने उनकी शिकायत पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) से कर कर दी है। माना जा रहा है कि इस व्यवहार के लिए उमर पर बैन लगाया जा सकता है और अगले घरेलू सीजन से भी बाहर रखा जा सकता है। दूसरी ओर, उमर के बड़े भाई कामरान और पूर्व कप्तान सलमान बट्ट भी टेस्ट में फेल हो गए हैं। यह पहली बार नहीं है, जब उमर अपने खराब व्यवहार की वजह से सुर्खियों में हैं। इससे पहले भी कई बार वह विवादों में रहे हैं। वर्ष 2017 को ही ले लिया जाए्। उस वक्त उन्हें इंग्लैंड में खेली गई चैंपियंस ट्रोफी से वापस पाकिस्तान भेज दिया गया था। उस वक्त फिटनेस टेस्ट में फेल होने पर अकमल के खिलाफ तत्कालीन कोच मिकी आर्थर ने कार्रवाई की थी। इससे जुड़ी दूसरी खबर यह है कि उमर के अलावा कामरान अकमल और सलमान बट्ट भी फिटनेस टेस्ट में फेल हुए हैं। दरअसल, कामरान को कई बार टेस्ट के लिए बुलाया गया, लेकिन वह लगातार बहाना बनाते रहे। आखिरकर 28 जनवरी को वह अकैडमी पहुंचे तो टेस्ट में फेल हो गए। उनके अलावा बट्ट ने तो फिटनेस टेस्ट पूरा दिया ही नहीं। वह फिटनेस को छोड़कर चलते बने। माना जा रहा है कि उनपर भी कोर्रवाई हो सकती है। उल्लेखनीय है कि इन तीनों खिलाड़ियों को पीसीबी का कॉन्ट्रैक्ट नहीं मिला है और न ही उनकी घरेलू टीम ने करार किया है। ये तीनों खिलाड़ी बिना किसी कॉन्ट्रैक्ट के ही अपनी-अपनी टीमों के लिए खेल रहे हैं।

42 साल से खदान मजदूर आदिवासी गांव में करा रहे टूर्नामेंट, 170 लोगों को इसमें खेलने से नौकरी मिली February 02, 2020 at 07:55PM

मुकेश महतो,उदयपुर.यह है फुटबॉल विलेज जावर माइंस। यहां देश की सबसे बड़ी जिंक खदानें हैं। लेकिन देश भर में इस आदिवासी गांव की पहचान मोहन कुमार मंगलम फुटबॉल टूर्नामेंट से है, जिसे पिछले 42 साल से खदान मजदूर करा रहे हैं। यहां पढ़ाई से ज्यादा फुटबॉल खेलकर लोगों को रोजगार मिलता है। इस गांव और आसपास 170 से अधिक लोग हैं, जो कभी इस टूर्नामेंट में खेले और इसी के दम पर कोई स्कूल में पीटीआई है तो कोई पुलिस सब इंस्पेक्टर। इस गांव के टूर्नामेंट से ही उभरने वाले कई खिलाड़ी भारतीय फुटबॉल टीम में कप्तान भी रह चुके।

राजस्थान के सबसे अनूठे फुटबॉल टूर्नामेंट मोहन कुमार मंगलम का फाइनल रविवार को एयरफोर्स दिल्ली और सिख रेजिमेंट जालंधर के बीच खेला गया। इसमें जालंधर ने एयरफोर्स की टीम को 2-0 से हरा दिया।

कभी पंचर फुटबॉल से खेलते थे, आज सभी बड़ी टीमें खेलने आती

इस गांव के 82 साल के रहमान खान पिछले 42 साल से हर टूर्नामेंट देखने आते हैं। वेटूर्नामेंट कापहला मैच खेलने वाले खिलाड़ी भी रहे हैं। उन्होंने बताया किइसकी शुरुआत4-5 लोगों के फुटबॉल खेलने से हुई।कई बार पंचर फुटबाल से ही लोगों ने प्रैक्टिस की। फिर यह अभ्यास मैच में बदला और बाद मेंमोहन कुमार टूर्नामेंट शुरू हुआ। कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि ऐसाआयोजन हो जाएगा कि इससे देश के लिए खेलने वाले खिलाड़ी भी निकलेंगे। आज कोई ऐसा राज्य नहीं, जहां से टीमें आवेदन नहीं करती।

एमकेएम फुटबॉल टूर्नामेंट महिलाओं की बराबरीका संदेश देता है

यहां महिलाओं को बराबरी का अधिकार मिलता है। स्टेडियम का एक हिस्सा पूरी तरह से उनके लिए रिजर्व रहता है जहां सैकड़ों की संख्या में महिलाएं, छात्राएं और बच्चियां बैठकर मैच देखती हैं। मैच देखने आई गांव की कमलाबाई बताती हैं कि यह टूर्नामेंट खेल के साथ एकता, समानता और आदिवासियों के खुले पारिवारिक माहौल की तस्वीर बयां करता है। मैच का उत्साह किसी पर्व से कम नहीं रहता। वे बताती हैं कि पूरे दस दिन घरों में भी पर्व जैसा माहौल रहता है।

उदयपुर शहर से लोग टूर्नामेंट देखने आते हैं

उदयपुर शहर से मैच देखने जाने वाली कोमल शर्मा बताती हैं कि उन्हें हर साल इस टूर्नामेंट का इंतजार रहता है। कहती हैं कि वह खुद फुटबॉल की फैन हैं, इसलिए फाइनल देखने परिवार के साथ आती हैं। वे बताती हैं यहां ग्रामीण बालिकाओं और महिलाओं में खेल को लेकर जो क्रेज देखने को मिलता है, वह शायद ही देश में कहीं हो। 10 साल की पारुल भी मैच इंजॉय करते हुए कहती है कि वह मैच से 2 घंटे पहले ही यहां आकर बैठ जाती है, वरना उसे पहाड़ी पर चढ़कर मैच देखना पड़ता है।

हजारों लोगों के जुटने के बाद भी आज तक थाने में कोई शिकायत नहीं हुई

एमकेएम टूर्नामेंट की खास बात यह है कि इसके प्रबंधन का जिम्मा अब भी जिंक खदान के मजदूरों पर है। आयोजकों के अनुसार दस दिन के कार्यक्रम में कई गांवों से हजारों लोग जुटते हैं। लेकिन कभी चोरी, लड़ाई या ऐसी किसी घटना की थाने में शिकायत नहीं मिली।



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लोग पहाड़ पर बैठकर मैच देख रहे।
महिलाएं भी फुटबॉल टूर्नामेंट देखने आती हैं।

टेनिस 'त्रिमूर्ति': 2003 से अब तक 56 खिताब February 02, 2020 at 06:04PM

मेलबर्नवर्ल्ड नंबर-2 सर्बिया के ने रविवार को ऑस्ट्रेलियन ओपन के फाइनल में ऑस्ट्रिया के डोमिनिक थीम को हरा दिया। इसके साथ ही उन्होंने 8वीं बार साल के पहले ग्रैंड स्लैम का खिताब अपने नाम किया। मौजूदा चैंपियन जोकोविच ने अपना पहला ऑस्ट्रेलियन ओपन फाइनल खेल रहे थीम को 6-4, 4-6, 2-6, 6-3, 6-4 से मात दी। यह मुकाबला तीन घंटे और 59 मिनट में तक चला। इसके साथ ही यह भी साबित हो गया कि , और नोवाक जोकोविच का दौर अभी खत्म नहीं हुआ है। 'त्रिमूर्ति' के नाम 67 में से 57 टाइटल2003 में रोजर फेडरर ने पहली बार ग्रैंड स्लैम (विंबलडन) का खिताब जीता था। उसके बाद से राफेल नडाल (19), नोवाक जोकोविच (17) और रोजर फेडरर (20) ने मिलकर 67 ग्रैंड स्लैम (जिनमें ये खेले) में से 56 में खिताबी जीत हासिल की है। जोकोविच के नाम कब-कब खिताबजोकोविच ने इससे पहले 2008, 2011, 2012, 2013, 2015, 2016 और 2019 में भी ऑस्ट्रेलिया ओपन का खिताब जीता है। वह इसके अलावा पांच बार विंबलडन और तीन-तीन बार अमेरिकी और फ्रेंच ओपन का खिताब भी जीत चुके हैं। पढ़ें- 17वां ग्रैंड स्लैम, सिर्फ फेडरर और नडाल ही आगेजोकोविच का यह 17वां ग्रैंड स्लैम खिताब है। जोकोविच अब सर्वाधिक पुरुष एकल ग्रैंड स्लैम खिताब जीतने के मामले में रफेल नडाल (19 ग्रैंड स्लैम) से दो और रोजर फेडरर (20 ग्रैंड स्लैम) से तीन खिताब पीछे हैं। छह महीने से कुछ अधिक समय पहले फेडरर के खिलाफ विंबलडन फाइनल में दो चैंपियनशिप अंक बचाने के बाद पांच सेट में जीत दर्ज करने वाले जोकोविच ने एक बार फिर साबित किया कि उनके अंदर अंत तक हार नहीं मानने का जज्बा है। मेलबर्न पार्क में कभी नहीं हारेइस जीत से मेलबर्न पार्क में सेमीफाइनल और फाइनल में जोकोविच का जीत का रेकॉर्ड 16-0 हो गया है। वह आगामी विश्व रैंकिंग में नडाल को पछाड़कर दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी बन जाएंगे। यह भी खासइस मैच से एक बार फिर पांच सेट तक चलने वाले मुकाबलों में जोकोविच का दबदबा साबित हुआ। उन्होंने अब तक पांच सेट तक चलने वाले 41 मैचों में से 31 में जीत दर्ज की है, जबकि 10 में उन्हें हार का सामना करना पड़ा। दूसरी ओर, रनरअप थीम का रेकॉर्ड पांच सेट के मुकाबलों में 8-7 है।

टेनिस की 'त्रिमूर्ति': 2003 से अब तक जीते 57 ग्रैंड स्लैम February 02, 2020 at 06:04PM

मेलबर्नवर्ल्ड नंबर-2 सर्बिया के ने रविवार को ऑस्ट्रेलियन ओपन के फाइनल में ऑस्ट्रिया के डोमिनिक थीम को हरा दिया। इसके साथ ही उन्होंने 8वीं बार साल के पहले ग्रैंड स्लैम का खिताब अपने नाम किया। मौजूदा चैंपियन जोकोविच ने अपना पहला ऑस्ट्रेलियन ओपन फाइनल खेल रहे थीम को 6-4, 4-6, 2-6, 6-3, 6-4 से मात दी। यह मुकाबला तीन घंटे और 59 मिनट में तक चला। इसके साथ ही यह भी साबित हो गया कि , और नोवाक जोकोविच का दौर अभी खत्म नहीं हुआ है। 'त्रिमूर्ति' के नाम 67 में से 57 टाइटल2003 में रोजर फेडरर ने पहली बार ग्रैंड स्लैम (विंबलडन) का खिताब जीता था। उसके बाद से राफेल नडाल (19), नोवाक जोकोविच (17) और रोजर फेडरर (20) ने मिलकर 67 ग्रैंड स्लैम में से 57 में खिताबी जीत हासिल की है। जोकोविच के नाम कब-कब खिताबजोकोविच ने इससे पहले 2008, 2011, 2012, 2013, 2015, 2016 और 2019 में भी ऑस्ट्रेलिया ओपन का खिताब जीता है। वह इसके अलावा पांच बार विंबलडन और तीन-तीन बार अमेरिकी और फ्रेंच ओपन का खिताब भी जीत चुके हैं। पढ़ें- 17वां ग्रैंड स्लैम, सिर्फ फेडरर और नडाल ही आगेजोकोविच का यह 17वां ग्रैंड स्लैम खिताब है। जोकोविच अब सर्वाधिक पुरुष एकल ग्रैंड स्लैम खिताब जीतने के मामले में रफेल नडाल (19 ग्रैंड स्लैम) से दो और रोजर फेडरर (20 ग्रैंड स्लैम) से तीन खिताब पीछे हैं। छह महीने से कुछ अधिक समय पहले फेडरर के खिलाफ विंबलडन फाइनल में दो चैंपियनशिप अंक बचाने के बाद पांच सेट में जीत दर्ज करने वाले जोकोविच ने एक बार फिर साबित किया कि उनके अंदर अंत तक हार नहीं मानने का जज्बा है। मेलबर्न पार्क में कभी नहीं हारेइस जीत से मेलबर्न पार्क में सेमीफाइनल और फाइनल में जोकोविच का जीत का रेकॉर्ड 16-0 हो गया है। वह आगामी विश्व रैंकिंग में नडाल को पछाड़कर दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी बन जाएंगे। यह भी खासइस मैच से एक बार फिर पांच सेट तक चलने वाले मुकाबलों में जोकोविच का दबदबा साबित हुआ। उन्होंने अब तक पांच सेट तक चलने वाले 41 मैचों में से 31 में जीत दर्ज की है, जबकि 10 में उन्हें हार का सामना करना पड़ा। दूसरी ओर, रनरअप थीम का रेकॉर्ड पांच सेट के मुकाबलों में 8-7 है।

हारी विलियमसन की टीम, कोहली ने कह दी बड़ी बात February 02, 2020 at 04:59PM

माउंट माउंगानुई (न्यू जीलैंड)भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान ने न्यू जीलैंड के कप्तान केन विलियम्सन की तारीफ करते हुए कहा है कि उन दोनों में काफी समानताएं हैं। भारतीय क्रिकेट टीम ने रविवार को बे ओवल मैदान पर खेले गए पांचवें और अंतिम टी-20 मुकाबले में मेजबान न्यू जीलैंड को सात रनों से हराकर पांच मैचों की टी-20 सीरीज में 5-0 से क्लीन स्वीप कर लिया। कप्तान कोहली को इस मैच में आराम दिया गया था। वहीं, विलियम्सन भी चोटिल थे और वह इस मैच में नहीं खेले थे। मैच के दौरान दोनों कप्तान हल्के-फुल्के अंदाज में एक-दूसरे से बातें करते दिखे जिसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गईं। कोहली से मैच के बाद विलियम्सन से उनकी बातचीत के बारे में पूछा गया तो उन्होंने जवाब में विपक्षी टीम के कप्तान की तारीफ की। उन्होंने कहा, ‘विलियम्सन और मेरी मानसिकता एक जैसी है और हम एक जैसी ही सोच भी रखते हैं। मुझे लगता है कि न्यू जीलैंड क्रिकेट सही हाथों में है।’ उन्होंने कहा, ‘टीम का नेतृत्व करने के लिए वह बिल्कुल सही आदमी हैं। मैं उनको भविष्य और वनडे सीरीज के लिए शुभकामनाएं देना चाहता हूं। न्यू जीलैंड टीम दुनिया की ऐसी टीम है जिसका खेल सबको देखना पसंद है और जिसके खिलाफ खेलना भी पसंद है।’

विराट चमत्कारी खिलाड़ी... चैपल ने यूं की तारीफ February 02, 2020 at 04:50PM

नई दिल्लीऑस्ट्रेलिया के पूर्व दिग्गज इयान चैपल ने ‘अत्यधिक भावनात्मक स्वभाव’ का इस्तेमाल सकारात्मक तरीके से करने के लिए भारतीय कप्तान की तारीफ की। चैपल ने कहा, ‘जब वह पहली बार कप्तान बने, खासकर टेस्ट टीम के तो मुझे लगा कि उनका अत्यधिक भावनात्मक स्वभाव उनकी नेतृत्व क्षमता के लिए हानिकारक हो सकता है। इसके उलट उन्होंने अपनी भावनाओं का इस्तेमाल इस तरह से किया कि वह टीम के खिलाफ नहीं गया।’ उन्होंने कहा, ‘ऐसा इसलिए संभव हो सका क्योंकि वह खेल में अपने दृष्टिकोण को लेकर बिलकुल स्पष्ट हैं। कोहली के नेतृत्व में भारतीय टीम की एक और खासियत लगातार अच्छा प्रदर्शन करना रहा है। तीनों फॉर्मेट की अलग-अलग चुनौतियों के बाद भी टीम लगातार जीत दर्ज कर रही है। टीम बहुमुखी प्रतिभा की धनी हो गई है जिससे वह विदेशों में अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं।’ इस पूर्व दिग्गज ने कहा, ‘टीम में इस जीतने वाली मानसिकता का निर्माण करने के लिए तीनों फॉर्मेट के कप्तान कोहली को श्रेय दिया जाना चाहिए। जब एक कप्तान नियमित रूप से सफलतापूर्वक टीम का नेतृत्व करता है खासकर जब हार के जबड़े से टीम को जीत दिलाते हैं तब टीम यह मानने लगती है कि वह चमत्कारी खिलाड़ी हैं।’

इयान चैपल ने कोहली को चमत्कारिक खिलाड़ी बताया, कहा- उन्होंने अपने भावनात्मक स्वभाव का इस्तेमाल टीम को सफल बनाने में किया February 02, 2020 at 04:48PM

खेल डेस्क. ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान इयान चैपल ने भारतीय कप्तान विराट कोहली की तारीफ की है। उन्होंने रविवार को ईएसपीएन क्रिइंफो से बातचीत में कहा कि कोहली ने अपने भावनात्मक स्वभाव का इस्तेमाल ऐसी टीम बनाने में किया, जिसने विदेशी जमीन परसफलता की नई इबारतें गढ़ीं। इस पूर्व दिग्गज ने कहा, ‘‘टीम में जीतने की मानसिकता पैदा करने का श्रेय भी उन्हें(कोहली)दिया जाना चाहिए। जब एक कप्तान सफलतापूर्वक टीम का नेतृत्व करता है। खासकर ऐसे मौकों पर जब टीम हार की कगार पर पहुंचने के बाद जीतती है, तो साथी खिलाड़ी भी मानने लगते हैं कि वह चमत्कारी खिलाड़ी हैं।’’

उन्होंने आगे कहा, ‘‘जब कोहली पहली बार कप्तान बने, खासकर टेस्ट टीम के तो मुझे लगा कि उनका अत्यधिक भावनात्मकस्वभाव उनकी नेतृत्व क्षमता को नुकसान पहुंचा सकता है। इसके उलट उन्होंने यह सुनिश्चित किया कि उनकी भावनाएं न सिर्फ उनकी ताकत बनें, बल्कि टीम में जीत का जज्बा पैदाकरने में भी काम आएं।’’

चैपल ने कहा- भारतीय कप्तान का खेल को लेकर नजरिया साफ

चैपल ने कहा किऐसा इसलिए मुमकिन हो सकाक्योंकि कोहली काखेल को लेकर नजरियाका बिल्कुलसाफ हैं। उनकी कप्तानी में भारतीय टीम की सबसे बड़ी खासियत उसका लगातार अच्छा प्रदर्शन करना है। तीनों फॉर्मेट की टीमों में बदलाव के बाद भी टीम लगातार जीत रही है।रिकॉर्ड भी इसकी गवाही दे रहे हैं। टेस्ट चैम्पियनशिप की अंक तालिका में टीम इंडिया लगातार सात टेस्ट जीतकर टॉप पर है। उसने आखिरी 4 टेस्ट पारी से जीते। ऑस्ट्रेलिया को 3 मैचों की वनडे सीरीज में हराने के बादन्यूजीलैंड को टी-20 में क्लीन स्वीप किया।



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चैपल ने कहा कि विराट का खेल को लेकर नजरिया बिल्कुल साफ है। (फाइल)

बुमराह अंतरराष्ट्रीय टी-20 में सबसे ज्यादा 7 मेडन ओवर फेंकने वाले गेंदबाज, टॉप-5 में हरभजन सिंह भी शामिल February 02, 2020 at 04:48PM

खेल डेस्क. जसप्रीत बुमराह अंतरराष्ट्रीय टी-20 क्रिकेट में सबसे ज्यादा मेडन ओवर फेंकने वाले गेंदबाज बने। उन्होंने आखिरी टी-20 में न्यूजीलैंड की पारी के दूसरे ओवर में यह उपलब्धि हासिल की। इस ओवर में उन्होंने कोई रन नहीं देने के साथ मार्टिन गुप्टिल का विकेट भी हासिल किया।इससे पहले यह रिकॉर्ड श्रीलंका के तेज गेंदबाज नुवान कुलसेकरा के नाम था, जिन्होंने 6 ओवर मेडन फेंके थे। कुलसेकरा ने इसके लिए 205.1 ओवर गेंदबाजी की, जबकि बुमराह ने 179.1 ओवर में ही यह कामयाबी हासिल की।

बुमराह ने भारत की जीत मेंअहम भूमिका भी निभाई। उन्होंने मैच में 4 ओवर में 12 रन देकर तीन विकेट हासिल किए।

हरभजन सिंह ने 28 मैच में यह उपलब्धि हासिल की

सबसे ज्यादा मेडन फेंकने वाले गेंदबाजों में हरभजन सिंह तीसरे स्थान पर हैं। उन्होंने टी-20 में 5 ओवर मेडन फेंके हैं।हरभजन ने टी-20 में 28 मैच में 102 ओवर गेंदबाजी करके यह रिकॉर्ड बनाया। उनके साथ 5 अन्य देशों के गेंदबाज भी इस लिस्ट मेंहैं। इसमें आयरलैंड के ट्रेंट जॉन्सटन (5 मेडन), श्रीलंका के अजंता मेंडिस (5 मेडन), पाकिस्तान के मोहम्मद आमिर (5 मेडन), अफगानिस्तान के मोहम्मद नबी (5 मेडन) और यूएई के मोहम्मद नवीद(5 मेडन) शामिल हैं।


टॉप-5 में भारत और श्रीलंका के दो-दो गेंदबाज

गेंदबाज मेडन ओवर मैच कितने ओवर गेंदबाजी की
जसप्रीत बुमराह (भारत) 7 50 179.1
नुवान कुलसेकरा (श्रीलंका) 6 58 205.1
हरभजन सिंह (भारत) 5 28 102.0
ट्रेंट जॉन्सटन (आयरलैंड) 5 30 99.0
अजंता मेंडिस (श्रीलंका) 5 39

147.3



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जसप्रीत बुमराह ने 50 टी-20 में 59 विकेट लिए हैं। (फाइल)

ओलिंपिक संघ की गांगुली को चिट्ठी- आप भारतीय दल के गुडविल एम्बेसडर बनें, इससे युवाओं को प्रेरणा मिलेगी February 01, 2020 at 11:18PM

खेल डेस्क. भारतीय ओलिंपिक संघ (आईओए) ने बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली से टोक्यो ओलिंपिक के लिए भारतीय दल का गुडविल एम्बेसडर बनने का अनुरोध किया है। आईओएमहासचिव राजीव मेहता ने इस संबंध में गांगुली को चिठ्ठी लिखी है। इसमें कहा है, ‘‘टोक्यो ओलिंपिक में 14 से 16 अलग-अलग खेलों में भारत के करीब 200 खिलाड़ी हिस्सा लेंगे। इसमें सीनियर के साथ युवा एथलीट्स भी शामिल हैं, जो पहली बार इन खेलों में उतरेंगे। आप युवाओं के लिए हमेशा रोल मॉडल रहे हैं। बतौर खेल प्रशासक आपने हमेशा युवा टैलेंट को तराशा है। ऐसे में अगर आप भारतीय दल सेजुड़ते हैं, तो खिलाड़ियों का हौसला बढ़ेगा और देश में ओलिंपिक खेलों को भी बढ़ावा मिलेगा। हमें उम्मीद है कि आप पूरी गर्मजोशी से इस जिम्मेदारी को संभालेंगे।’’

उन्होंने आगे कहा कि यह ओलिंपिक देश के लिए मील का पत्थर है। क्योंकि इस साल इन खेलों में भारत की भागीदारी के 100 साल पूरे हो रहे हैं। ऐसे में आपका समर्थन भारतीय युवा एथलीट्स का हौसला बढ़ाएगा।

टोक्यो ओलिंपिक इस साल 24 जुलाई से 9 अगस्त के बीच होंगे

4 साल पहले रियो ओलिंपिक में क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर, शूटर अभिनव बिंद्रा, एक्टर सलमान खान और संगीतकार ए.आर. रहमान भारतीय दल के गुडविल एम्बेस्डर थे। टोक्यो ओलिंपिक इस साल 24 जुलाई से 9 अगस्त के बीच होंगे।



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बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली (फाइल)

टी20: इस मामले में रोहित से आगे निकले विराट February 01, 2020 at 10:33PM

नई दिल्लीभारतीय क्रिकेट टीम के स्टार बल्लेबाज ने रविवार को एक खास उपलब्धि अपने नाम कर ली और वह टी20 इंटरनैशनल में सबसे ज्यादा बार 50 या इससे ज्यादा का स्कोर पूरा करने वाले बल्लेबाज बन गए। रोहित ने न्यू जीलैंड के खिलाफ माउंट माउंगानुई में सीरीज के चौथे टी20 इंटरनैशनल में 60 रन बनाए और वह रिटायर्ड हर्ट हो गए। उन्होंने टी20 इंटरनैशनल करियर का 21वां अर्धशतक जड़ा और 25वीं बार इस फॉर्मेट में 50 प्लस का स्कोर बनाया। इस मैच में वह नंबर-3 पर बल्लेबाजी को उतरे और 60 रन बनाकर रिटायर्ड हर्ट हुए। देखें, इस मामले में उन्होंने टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली को पछाड़ दिया। विराट ने 24 बार टी20 इंटरनैशनल में 50 या इससे ज्यादा का स्कोर बनाया। न्यू जीलैंड के मार्टिन गप्टिल और पॉल स्टर्लिंग ने 17-17 बार ऐसा किया है। वहीं, ऑस्ट्रेलिया के डेविड वॉर्नर ने 16 बार 50 इससे ज्यादा का स्कोर टी20 इंटरनैशनल में बनाया है। रोहित ने सीरीज के पांचवें टी20 में विराट कोहली की अनुपस्थिति में टीम इंडिया की कमान संभाली। विराट को इस मैच के लिए आराम दिया गया। रोहित ने 41 गेंदों पर 3 चौके और 3 छक्के लगाए।

AO: राजीव राम और सेलिसबरी को युगल खिताब February 01, 2020 at 09:10PM

मेलबर्नअमेरिका के और ब्रिटेन के जो सेलिसबरी की 11वीं वरीयता प्राप्त जोड़ी ने रविवार को यहां का पुरुष युगल खिताब जीत लिया। राम और सेलिसबरी ने मैक्स पुर्सेल और ल्यूक सेविले की वाइल्ड कार्ड से प्रवेश पाने वाली जोड़ी को 6-4, 6-2 से मात दी। अमेरिका के राम और ब्रिटेन के सेलिसबरी ने अपने कौशल और अनुभव का अच्छा इस्तेमाल किया। उन्होंने पहले सेट के सातवें गेम में ब्रेक पॉइंट लिया जबकि दूसरे सेट में दो ब्रेक पॉइंट लेकर सीधे सेटों में जीत दर्ज की। उन्होंने सर्व पर केवल सात अंक गंवाये और अपनी प्रतिद्वंद्वी जोड़ी को एक बार भी ब्रेक पॉइंट लेने की स्थिति में नहीं पहुंचने दिया।

राजीव राम और जॉय सलिसबरी ने मेन्स डबल्स खिताब जीता, फाइनल में मैक्स पुर्केल और लुक सेविल्ले को हराया February 01, 2020 at 10:02PM

खेल डेस्क. अमेरिका के भारतवंशी राजीव राम और ब्रिटेन के जॉय सलिसबरी ने ऑस्ट्रेलियन ओपन का मेन्स डबल्स खिताब जीत लिया। 11वीं सीड जोड़ी ने वाइल्डकार्ड्स मैक्स पुर्केल और लुक सेविल्ले को सीधे सेटों में 6-4, 6-2 हराया। यह मुकाबला 1 घंटा और 10 मिनट चला। इस जोड़ी का यह पहला ग्रैंड स्लैम है।

राजीव राम ने अब तक 2 सिंगल्स खिताब जीते हैं। सलिसबरी अपना खाता नहीं खोल सके। वे ऑस्ट्रेलियन ओपन के डबल्स में दूसरी बार खेल रहे थे। सिंगल्स में सलिसबरी ने अब तक डेब्यू नहीं किया। वहीं राम पिछली बार 2016 में टूर्नामेंट के सिंगल्स में उतरे थे।

राजीव के साथ खेलना सम्मान की बात: सलिसबरी
पहला ग्रैंड स्लैम जीतने के बाद सलिसबरी ने सबसे अच्छा पार्टनर बनने के लिए राजीव को धन्यवाद दिया। उन्होंने राजीव से कहा, ‘‘एक साल पहले जब मैंने आपसे साथ खेलने के लिए कहा था, तब बिल्कुल नहीं सोचा था कि हम आज यहां खड़े होंगे। लेकिन आपके साथ खेलना मेरे लिए सम्मान की बात है।’’



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ब्रिटेन के जॉय सलिसबरी और अमेरिका के भारतवंशी राजीव राम (दाएं)।