Friday, April 2, 2021

टीम इंडिया किसके लिए जीतना चाहती थी वर्ल्ड कप, युवी ने वीडियो के जरिए बताया April 01, 2021 at 09:09PM

नई दिल्ली भारतीय क्रिकेट टीम (Indian Cricket Team) ने आज से ठीक 10 साल पहले श्रीलंका को हराकर वनडे विश्व कप (ICC World Cup 2011) अपने नाम किया था। मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में भारत ने महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) की कप्तान में इतिहास रचा था। फाइनल मैच की बात करें तो जहीर खान, गौतम गंभीर और महेंद्र सिंह धोनी उसके हीरो रहे थे। जहीर ने गेंदबाजी तो धोनी और गंभीर ने बल्लेबाजी से फाइनल में जीत पक्की की थी। सीरीज की बात करें तो युवराज सिंह (Yuvraj Singh) इसके हीरो थे। विराट कोहली ने इस इवेंट में ही अपने वनडे इंटरनैशनल करियर की पहली सेंचुरी लगाई थी। फाइनल मैच में धोनी का वह छक्का शायद ही कोई क्रिकेट प्रेमी भूल पाए। तब भारत को जीत के लिए 11 गेंदों पर 4 रन चाहिए थे, तब धोनी ने सिक्स लगाकर कप को भारत के नाम कर दिया था। भारत की 2011 की विश्व कप जीत में शामिल रहे दिग्गज बल्लेबाज सचिन तेंडुलकर (Sachin Tendulkar) ने इस उपलब्धि की 10वीं वर्षगांठ पर अपने साथियों को बधाई भी दी। उन्होंने ट्वीट किया, 'सभी भारतीयों और मेरे साथियों को हमारी विश्व कप जीत की 10वीं वर्षगांठ पर बधाई।' युवराज ने वर्ल्ड कप में 15 विकेट के अलावा 362 रन भी बनाए थे। उन्हें मैन ऑफ द टूर्नमेंट चुना गया था। युवी ने उस मौके को याद करते हुए अपने ट्विटर पर एक वीडियो पोस्ट किया जिसमें उन्होंने कहा, ' वर्ल्ड कप जीते हुए हमें 10 साल हो गए हैं। वो समय कैसे जल्दी जल्दी बीत गया। सभी टीम इस वर्ल्ड कप को जीतने के लिए लालायित थी खासकर सचिन तेंडुलकर के लिए जिनका ये आखिरी वर्ल्ड कप था। हम भी चाहते थे कि इंडिया में ये वर्ल्ड कप जीते जो आज तक किसी मेजबान ने नहीं जीता था।' ऐसा रहा था मैच का रोमांच वर्ल्ड कप 2011 के फाइनल में श्री लंका ने 274 रन बनाए थे। इसमें महेला जयवर्धने के 103 रन शामिल थे। जवाब में भारतीय टीम की शुरुआत उतनी अच्छी नहीं रही थी और उसने 31 रन पर दो विकेट खो दिए थे। स्पिनर हरभजन सिंह ने भी एक वीडियो पोस्ट किया है। वीरेंदर सहवाग और सचिन तेंडुलकर पविलियन लौट चुके थे। गौतम गंभीर और विराट कोहली ने तीसरे विकेट के लिए 83 रनों की साझेदारी की। इसके बाद 22वें ओवर में कोहली भी आउट हो गए। इसके बाद चौथे विकेट के लिए धोनी ने गंभीर के साथ मिलकर 109 रनों की पार्टनरशिप की। गंभीर 97 रन बनाकर आउट हुए। इसके बाद धोनी ने युवी के साथ मोर्चा संभाला और नाबाद 54 रनों की साझेदारी करते हुए टीम इंडिया को विश्व विजेता बना दिया। युवी 24 गेंद पर 21 रन बनाकर नाबाद रहे, जबकि धोनी ने 79 गेंदों में 8 फोर और 2 सिक्स की मदद से 91 रन बनाकर नाबाद लौटे।

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