मेलबर्न ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भारतीय खिलाड़ियों को का सामना करना पड़ा। ग्राउंड के अंदर दर्शकों ने भद्दे कॉमेंट से उन्हें काफी परेशान किया। इसके बावजूद टीम इंडिया के खिलाड़ियों का फोकस पूरी तरह खेल पर रहा और टीम इंडिया मेजबान टीम को टेस्ट सीरीज में उन्हीं की धरती पर 2-1 से पटखनी देकर बॉर्डर-गावसकर ट्रॉफी लगातार दूसरी बार अपने पास रखने में सफल रही। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (Cricket Australia) ने बुधवार को पुष्टि की कि सिडनी टेस्ट के दौरान भारतीय तेज गेंदबाज () पर नस्लवादी टिप्पणी की गई थी। सीए ने इंटरनैशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) को उस घटना के संदर्भ में अपनी रिपोर्ट दी है। सीए के ‘इंटीग्रिटी और सिक्योरिटी' प्रमुख सीन कारोल (Sean Carroll) ने कहा, 'सीए इस बात की पुष्टि करता है कि भारतीय क्रिकेट टीम के सदस्यों के खिलाफ नस्लवादी टिप्पणियां की गई थी इस मामले में सीए की जांच जारी है जिसके तहत सीसीटीवी फुटेज देखे जा रहे हैं, टिकटों के आंकड़े देख रहे हैं और दर्शकों से पूछताछ जारी है।' कुछ समय के लिए खेल को रोकना पड़ा था 4 मैचों की सीरीज के तीसरे टेस्ट के चौथे दिन सिराज ने दर्शकों की ओर से नस्लीय टिप्पणियों की शिकायत की थी जिसके बाद खेल कुछ समय के लिए रोकना पड़ा। पुलिस ने छह दर्शकों को मैदान से बाहर कर दिया था। कारोल के मुताबिक, 'जांच से पता चला है कि मीडिया ने सिडनी टेस्ट के चौथे दिन 86वें ओवर में दीर्घा में जिन दर्शकों की तस्वीरें ली थी, उन्होंने नस्लीय टिप्पणियां नहीं की थी। सीए ने उस घटना के लिए एक बार फिर भारतीय टीम से माफी मांगी है।' बीसीसीआई ने दर्ज कराई थी शिकायत बीसीसीआई (BCCI) ने इस घटना के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। सीए ने कहा, ' घटना के समय भी हमने कहा था कि इस तरह के रवैये को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। बॉर्डर-गावसकर ट्रॉफी (Border-Gavaskar Trophy) के मेजबान होने के नाते हम भारतीय क्रिकेट टीम (Indian Cricket Team) से माफी मांगते हैं। सीए (CA) को न्यू साउथवेल्स पुलिस से जांच खत्म होने की पुष्टि का इंतजार है। वह मिलने तक कोई और बयान जारी नहीं किया जाएगा।'
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