Friday, August 14, 2020

पूर्व ऑलराउंडर पठान ने कहा- 2007 टी-20 वर्ल्ड कप में पाकिस्तानी कप्तान को पता ही नहीं था कि बॉल-आउट होता क्या है, इसलिए हम उनसे जीते August 13, 2020 at 10:09PM

पूर्व भारतीय ऑलराउंडर इरफान पठान ने कहा कि 2007 में खेले गए पहले टी-20 वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के कप्तान को बॉल-आउट के बारे में जानकारी नहीं थी। इसी वजह से ग्रुप स्टेज में जब हमारे खिलाफ मैच टाई हुआ, तो वे तैयार नहीं थे और तैयारी बेहतर होने के कारण हमें जीत मिली। पठान ने स्टार स्पोर्ट्स के एक शो में यह खुलासा किया।

उन्होंने कहा कि भारत के खिलाफ मैच के बाद पाकिस्तान के कप्तान ने भी इसे स्वीकारा था कि उन्हें बॉल आउट के बारे में उन्हें पुख्ता जानकारी नहीं थी। उन्हें यह नहीं पता था कि बॉल-आउट के दौरान उनके गेंदबाजों को पूरा रन-अप लेना चाहिए या आधा। वहीं, हमने ने्टस पर इसकी प्रैक्टिस की थी और हम तैयार थे। इसलिए नतीजा सबके सामने है।

2007 टी-20 वर्ल्ड कप में भारत-पाकिस्तान मैच टाई हुआ था

पठान ने कहा कि 2007 के टी-20 वर्ल्ड कप के फाइनल में पाकिस्तान को हराने से पहले दोनों टीमें ग्रुप स्टेज में भी आमने-सामने हुईं थीं। तब भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए रॉबिन उथप्पा की फिफ्टी की बदौलत 9 विकेट के नुकसान पर 141 रन बनाए। टारगेट का पीछा करते हुए पाकिस्तान ने शुरुआत में तेजी से विकेट गंवाए। लेकिन फिर निचले क्रम में मिस्बाह-उल-हक की 53 रन की पारी के दम पर पाकिस्तान ने भी 7 विकेट पर 141 रन ही बनाए।

बॉल-आउट से मैच का फैसला आया

इसके बाद मैच का नतीजा तय करने के लिए बॉल आउट हुआ। यानी गेंदबाज को बॉल विकेट पर हिट करनी थी। भारत के लिए हरभजन सिंह, वीरेंद्र सहवाग और रॉबिन उथप्पा की गेंदें विकेट को हिट हुईं। लेकिन पाकिस्तान की तरफ से बॉल आउट में उतरे उमर गुल, यासिर अराफात और शाहिद अफरीदी तीनों ही विकेट को हिट करने में चूक गए और भारत मैच जीत गया। दरअसल, उस समय तक इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) ने नियम बनाए थे कि अगर कोई टी-20 मैच टाई होता है, तो उसका नतीजा बॉल-आउट से निकलेगा।

हमने नेट्स पर बॉल-आउट की प्रैक्टिस की थी: उथप्पा

पठान के साथ इसी कार्यक्रम में मौजूद रॉबिन उथप्पा ने भी 2007 टी-20 वर्ल्ड कप के अनुभव साझा किए। उन्होंने बताया कि वॉर्म-अप के लिए हम फुटबॉल या कोई और गेम खेलते थे। उसी दौरान वेंकटेश प्रसाद ने हमें फुटबॉल की बजाय बॉल-आउट खेलने का आइडिया दिया। हम इसकी काफी प्रैक्टिस करते थे। जब पाकिस्तान के खिलाफ मैच टाई हुआ, तो हम बहुत उत्साहित थे। हमें इस बात की खुशी थी कि हम मैच हारते-हारते टाई करने में कामयाब रहे और अब बॉल-आउट में हमारे पास मौका है।

'धोनी ने रेगुलर की बजाय दूसरे गेंदबाज को बॉल-आउट में मौका दिया'

उथप्पा ने कहा कि मुझे महेंद्र सिंह धोनी को इस जीत का श्रेय देना होगा। अपने पहले वर्ल्ड कप में टीम की कमान संभाल रहे धोनी ने गजब का आत्मविश्वास दिखाया। टीम का एक साथी जोकि रेगुलर गेंदबाज नहीं था धोनी के पास गया और कहा कि उसे गेंदबाजी करनी है और वह स्टंप्स को हिट कर सकता है। धोनी ने बिना वक्त गंवाए उसे गेंद फेंकने की मंजूरी दे दी और नतीजा सबके सामने है।



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2007 टी-20 वर्ल्ड कप में पाकिस्तान से मैच टाई होने पर फैसला बॉल-आउट से हुआ था। तब वीरेंद्र सहवाग, रॉबिन उथप्पा के अलावा हरभजन सिंह ने भी गेंद स्टंप्स पर हिट की थी। -फाइल

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