Wednesday, January 8, 2020

श्रीलंका को पस्त करने के बाद ये बोले शार्दुल ठाकुर January 07, 2020 at 07:10PM

इंदौरअपने कौशल पर लगातार काम कर रहे तेज गेंदबाज का मानना है कि दो साल पहले की तुलना में वह बेहतर टी20 गेंदबाज बन गए हैं। शार्दुल ने अपना पहला टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबला 22 महीने पहले खेला था। श्रीलंका के खिलाफ दूसरे टी20 अंतरराष्ट्रीय में उन्होंने 23 रन देकर तीन विकेट चटकाए जो दर्शाता है कि 2018 में श्रीलंका में निदाहस ट्रोफी की तुलना में उनकी डेथ ओवरों की गेंदबाजी में काफी सुधार हुआ है। निदाहस ट्रोफी में बल्लेबाजों को शार्दुल का सामना करने में अधिक परेशानी नहीं हुई थी। श्रीलंका के खिलाफ भारत की सात विकेट की जीत के बाद शार्दुल ने कहा, ‘मुझे लगता है कि टी20 इतना छोटा प्रारूप है कि इसमें हमेशा उतार-चढ़ाव देखने को मिलते हैं। आप जितना अधिक खेलेंगे उतना अनुभव हासिल करेंगे और टेस्ट क्रिकेट ऐसा प्रारूप है जिसमें आपके पास अपने खेल के बारे में सोचने का समय होता है लेकिन टी20 में आपके पास इतना समय नहीं होता।’ पढ़ें- शार्दुल का मानना है कि पिछले कुछ सत्र में नियमित तौर पर आईपीएल खेलना उनकी सफलता के कारणों में से एक है। शार्दुल ने कहा, ‘जब भी आप अभ्यास करते हो तो आपको अपने मजबूत पक्षों को और मजबूत करना होता है और अपने कौशल में सुधार करना होता है। मैं अभ्यास के दौरान अपने कौशल में सुधार कर रहा हूं और इसे निखार रहा हूं। पिछले दो-तीन साल में आईपीएल और घरेलू क्रिकेट में खेलने से मैं बेहतर हुआ हूं।’ युवा तेज गेंदबाजों की तरह शार्दुल ने भी अपने प्रदर्शन में सुधार में भारतीय टीम के गेंदबाजी कोच भरत अरूण के योगदान को स्वीकार किया। शार्दुल ने कहा, ‘इस समय किसी विशेष कोच के साथ काम करना काफी मुश्किल है क्योंकि मैं भारतीय टीम में अंदर-बाहर होता रहा हूं। कभी मैं मुंबई के लिए खेलता हूं, फिर चेन्नै सुपर किंग्स। अब मैं फिर भारतीय टीम के साथ हूं। लेकिन हाल में हमारे गेंदबाजी कोच (भारतीय राष्ट्रीय गेंदबाजी कोच) भरत अरूण ने काफी मदद की।’ मुंबई के इस तेज गेंदबाज ने अपने तीनों विकेट 19वें ओवर में हासिल किए और उनकी योजना चीजों को सामान्य बनाए रखने की थी। उन्होंने कहा, ‘मुझे जितना अधिक संभव हो उतनी खाली गेंद फेंकनी थी। भाग्य से मुझे तीन विकेट मिले। यह संतोषजनक है। मैं इसके लिए कड़ी मेहनत कर रहा था। अंतरराष्ट्रीय मैच में जब यह काम कर जाता है तो मुझे बेहद खुशी होती है।’

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