खेल डेस्क. बीसीसीआई ने कहा है कि विदेश दौरे पर पत्नी या गर्लफ्रेंड को साथ रखने की मंजूरी अब बोर्ड देगा। पिछले साल मई में यह अधिकार कप्तान और कोच को दिया गया था। उस वक्त पूर्व कैग विनोद राय की अध्यक्षता वाली कमेटी ऑफ एडमिनिस्ट्रेटिव (सीओए) ने यह फैसला लिया था। अब सौरव गांगुली की अध्यक्षता वाली बीसीसीआई इसे पलटने जा रही है। विश्व कप 2019 के दौरान यह बात सामने आई थी कि कुछ खिलाड़ियों ने तय मियाद से ज्यादा वक्त तक परिवार को साथ रखा था।
पहले कप्तान और कोच के हाथ में था फैसला
हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, सीओए के फैसले में बदलाव किया गया है। बोर्ड के एक अफसर ने कहा, “पत्नी या गर्लफ्रेंड को दौरे पर ले जाने का फैसला बीसीसीआई करेगी। यह कोई बहुत बड़ा मसला नहीं है। लेकिन, इसके समाधान का यह सर्वश्रेष्ठ जरिया हो सकता है।” बता दें कि सीओए ने 21 मई 2019 को इस बारे में एक अहम निर्णय किया था। पत्नी या गर्लफ्रेंड को साथ रखने की मंजूरी का अधिकार कप्तान और कोच को दिया गया था। कमेटी के इस फैसले से कई खिलाड़ी नाखुश बताए गए थे। विश्व कप के दौरान एक सीनियर प्लेयर पर तय वक्त से ज्यादा समय तक परिवार को साथ रखने का आरोप लगा था।
सिर्फ खेल पर फोकस करें
सीओए ने जब कोच और कप्तान को मंजूरी के लिए अधिकृत किया था तब कमेटी की एक सदस्य डायना इडुल्जी इससे सहमत नहीं थीं। अब उन्होंने नए बदलाव का स्वागत किया है। डायना ने तब कहा था कि इसका असर टीम के माहौल पर पड़ेगा, इसलिए बेहतर होगा यह महत्वपूर्ण निर्णय बोर्ड के अफसर ही करें। इडुल्जी ने ये भी कहा था कि कप्तान और कोच का फोकस प्रशासकीय कार्यों के बजाए सिर्फ खेल पर होना चाहिए। इस महीने के आखिर में टीम इंडिया न्यूजीलैंड दौरे पर जाने वाली है। आमतौर पर खिलाड़ियों को दौरे के दूसरे हिस्से में दो या तीन हफ्ते तक परिवार को साथ रखने की मंजूरी दी जाती है।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
No comments:
Post a Comment