Tuesday, December 24, 2019

कीपिंग पर कोहराम: पंत के विकेट के पीछे के स्किल पर उठे सवाल December 24, 2019 at 04:38PM

नई दिल्लीआप अच्छा 'ड्रॉप' करते हैं। इसलिए आप एक अच्छे कैब ड्राइवर बन सकते हैं। ऋषभ पंत की खराब विकेट कीपिंग पर सोशल मीडिया पर यह कमेंट किया था एक क्रिकेट फैन ने। ऋषभ ने वेस्टइंडीज के खिलाफ हालिया सीरीज के आखिरी वनडे में चार कैच ड्रॉप किए थे। इनमें से तीन आसानी से पकड़े जा सकते थे। ऋषभ विकेटकीपिंग में खराब प्रदर्शन के चलते आलोचकों के निशाने पर हैं। इसको ध्यान में रखते हुए बीसीसीआई की ओर से उन्हें विकेटकीपिंग कोच देने की बात हो रही है। तो क्या लचर कीपिंग के चलते ऋषभ के करियर पर ग्रहण लग सकता है? एक्सपर्ट नहीं मानते कि इस युवा की समस्या इतनी गंभीर है कि उसे आसानी से सुधारा नहीं जा सकता। एकाग्रता की जरूरत ऋषभ को बचपन से ट्रेनिंग देने वाले कोच तारक सिन्हा बिल्कुल नहीं मानते कि ऋषभ की तकनीक में कोई खामी है। उनकी राय है कि जो चूक हो रहे हैं उसकी वजह एकाग्रता की कमी है। इस पर काम करना होगा। नेट्स पर ज्यादा समय बिताना होगा। बैटिंग के अलावा कीपिंग पर भी मेहनत करनी होगी। बैटिंग में निरंतरता की कमी के सवाल पर सिन्हा कहते हैं, 'हर कोई चाहता है कि ऋषभ सेंचुरी भी बनाए और छक्के पर छक्का भी उड़ाए। ऐसा संभव नहीं। उसको उसी तरह बैटिंग करनी होगी जैसी की समय की मांग है।' कोच सिन्हा यह भी कहते हैं कि फैंस ऋषभ को समर्थन दें। दूसरा धोनी एक दिन में नहीं बनता। समय देना होगा ऋषभ से धोनी के लेवल के प्रदर्शन की उम्मीद की जाती है। तो क्या वह उम्मीदों के बोझ तले दबे हुए हैं/ पूर्व दिग्गज किरण मोरे कहते है, 'जब धोनी आए थे तो वह भी शुरू में स्ट्रगल कर रहे थे। बाद में वह बिल्कुल मैच्योर विकेटकीपर बन गए। ऋषभ को भी समय देना होगा।' मोरे आगाह करते हैं कि किसी दिग्गज से तुलना ऋषभ के करियर के लिए अच्छा नहीं होगा। वह प्रेशर में आएंगे और इसका असर प्रदर्शन पर पड़ेगा। किरमानी मदद को तैयार 1983 वर्ल्ड कप में दुनिया के बेस्ट विकेटकीपर चुने गए सैयद किरमानी ऋषभ को भगवान की देन मानते हैं। वह उनके नैचरल टैलंट के कायल हैं लेकिन चाहते हैं कि इस युवा खिलाड़ी को अच्छी तरह ग्रूम किया जाए। किरमानी कहते हैं, 'पार्थिव पटेल भी अंडर-19 से सीधे भारतीय टीम में आए थे। उनमें भी प्रतिभा थी लेकिन लगातार लंबे समय तक टीम में नहीं रहे। उन्होंने अपने स्किल में सुधार किया तब तक देर हो चुकी थी। ऋषभ को भी जरूरत है कि उन्हें बैटिंग और कीपिंग को लेकर अच्छी तरह ग्रूम किया जाए।' किरमानी कहते हैं कि वह ऋषभ के साथ ही तमाम उभरते विकेटकीपर-बैट्समैन के साथ अपना अनुभव बांटने को तैयार हैं। वह नैशनल क्रिकेट अकैडमी (एनसीए) में इस बाबत मेंटोर बनकर भी खुश होंगे।

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