Wednesday, November 24, 2021

2 मिनट में पढ़ ली पिच, टॉस ने काम बना दिया और आसान, समझिए द्रविड़-रहाणे का 'अश्विन, अक्षर, जडेजा' प्लान November 24, 2021 at 06:44PM

कानपुर कानपुर का ग्रीनपार्क स्‍टेडियम भारतीय टीम का किला है। 1983 के बाद से भारत यहां कोई टेस्‍ट मैच नहीं हारा। ग्रीनपार्क में टीम इंडिया के अजेय रहने का राज छिपा है इसकी पिच में। यहां की पिच बल्‍लेबाजों और स्पिनर्स की मददगार रही है। कोच राहुल द्रविड़ और कप्‍तान अजिंक्‍य रहाणे गुरुवार सुबह टॉस से पहले पिच देखने आए थे। दोनों ने कुछ मिनट पिच को निहारा, हाथ फिराकर सतह की कठोरता को महसूस किया और फिर एक-दूसरे से कुछ बात की। दिमाग ने कानपुर के इतिहास और पिच को साथ रखकर समीकरण बनाए और एक प्‍लान तैयार हुआ। फॉर्म्‍युला वही पुराना, स्पिनर्स के सहारे विपक्षी टीम को अपने जाल में फंसाना। द्रविड़ और रहाणे के बीच थोड़ी और बात हुई, फिर प्‍लेइंग 11 तय हो गई। पिच का मिजाज भांपते हुए दोनों ने तीन-तीन स्पिनर्स खिलाना ठीक समझा है। स्पिनर्स की तिकड़ी निकालेगी न्‍यूजीलैंड की हेकड़ीघरेलू मैदानों पर भारत से पार पाना आसान नहीं। कीवी बल्‍लेबाजों के लिए द्रविड़-रहाणे की जोड़ी ने जाल फेंक दिया है। अब देखना यह है कि न्यूजीलैंड के बल्‍लेबाज रविचंद्रन अश्विन, रवींद्र जडेजा और अक्षर पटेल की तिकड़ी का सामना कैसे करते हैं। अश्विन ने हालिया टी20 सीरीज में अपना जलवा दिखाया है। पटेल ने तो इंग्‍लैंड के खिलाफ इसी साल हुई टेस्‍ट सीरीज में कहर बरपाते हुए 27 विकेट ले डाले थे। जडेजा के रूप में भारत के पास एक सधा हुआ स्पिनर है जो बेहतरीन बल्‍लेबाजी के साथ-साथ जबर्दस्‍त फील्डिंग भी कर लेता है। इन तीनों से पार पाना कीवियों के लिए कतई आसान नहीं होगा, खासतौर से कानपुर के विकेट पर। कीवियों के पूरे प्‍लान पर फिर गया पानीरहाणे ने टॉस जीतकर न्‍यूजीलैंड की उम्‍मीदों पर पानी फेर दिया। कीवी कप्‍तान केन विलियमसन भी पहले बल्‍लेबाजी करना चाहते होंगे। कारण कि शुरुआत में पिच बल्‍लेबाजों के मुफीद होगी। कमेंट्री कर रहे पूर्व तेज गेंदबाज इरफान पठान ने कहा कि कानपुर की पिच से शुरुआत में तेज गेंदबाजों को थोड़ी मदद मिलेगी। उन्‍होंने कहा कि 'न्यूजीलैंड सोच रहा होगा कि काश हम टॉस जीत जाते।' शुरुआती घंटे भर का खेल निकलने के बाद बल्‍लेबाजों को रन बनाने में ज्‍यादा परेशानी नहीं आएगी। टॉस हारने का मतलब यह है कि कीवी टीम को चौथी पारी में बल्‍लेबाजी करनी होगी जो कि कानपुर में कभी आसान नहीं होता। यहां की पिच तीसरे दिन से ही माइनफील्‍ड बनने लगती है। गेंद जबर्दस्‍त टर्न लेती है और बल्‍लेबाज घनचक्‍कर हो जाते हैं। कानपुर का ट्रैक रिकॉर्ड समझ लीजिएद्रविड़-रहाणे का प्‍लान लॉजिकली भी ठीक लगता है। आखिरी बार कानपुर में जब न्‍यूजीलैंड और भारत टकराए थे तो टीम इंडिया 197 रन से जीती थी। उस मैच के हीरो थे रवींद्र जडेजा जिन्‍होंने 92 रन बनाने के साथ-साथ छह विकेट्स भी लिए थे। उस टेस्‍ट की चार पारियों के दौरान 35 विकेट गिरे थे जिनमें से 26 स्पिनर्स के खाते में गए। द्रविड़ और रहाणे को कानपुर की पिच से कुछ वैसी ही उम्‍मीद होगी। न्‍यूजीलैंड की टीम कानपुर में एक भी मैच नहीं जीती है। कीवियों के पास क्‍या इंतजाम हैं?भारत को हराकर वर्ल्‍ड टेस्‍ट चैम्पियनशिप जीतने वाली न्‍यूजीलैंड की टीम से कड़ी टक्‍कर मिलने की उम्‍मीद है। केन विलियमसन स्पिन के बेहतरीन खिलाड़ी हैं। स्पिन डिपार्टमेंट में कीवियों के पास एजाज पटेल और विलियम समरविले हैं। इसके अलावा रचित रवींद्र भी गेंदबाजी कर लेते हैं। विलियमसन ने मिशेल सैंटनर को नहीं खिलाया है और यह उनकी सबसे बड़ी चूक साबित हो सकती है। न्‍यूजीलैंड को अपने पेस अटैक पर ज्‍यदा भरोसा है।

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