Sunday, September 19, 2021

देखें वीडियो: चेन्नई को मुश्किल से निकालने वाले रुतुराज गायकवाड़ ने बनाया अनोखा 'रेकॉर्ड' September 19, 2021 at 06:48AM

दुबई रविवार को दुबई में जब आईपीएल 2021 के दूसरे चरण की शुरुआत हुई तो सिक्का महेंद्र सिंह धोनी के पक्ष में गिरा लेकिन इसके बाद मुंबई ने मैच पर पकड़ बना ली। कप्तान रोहित शर्मा के बिना उतरी मुंबई की टीम के तेज गेंदबाजों ने पावरप्ले में कमाल की गेंदबाजी की। 24 के स्कोर पर चेन्नई के चार बल्लेबाज पविलियन लौट चुके थे। फाफ डु प्लेसिस, मोईन अली, सुरेश रैना और महेंद्र सिंह धोनी आउट हो चुके थे और अंबाती रायुडू कोहली में बुरी तरह चोट लगने के बाद रिटायर्ड हर्ट थे। ऐसे में एक युवा बल्लेबाज ने मोर्चा संभाला। एक छोर पर विकेट गिर रहे थे और दूसरी ओर रुतुराज गायकवाड़ जमे हुए थे। वह संभलकर बैटिंग करने लगे। उन्होंने 58 गेंद पर नौ चौकों और चार छक्कों की मदद से नाबाद 88 रन मिले। पहले उन्हें साथ मिला रविंद्र जडेजा का। जडेजा ने 33 गेंद पर 26 रन बनाए लेकिन इस साझेदारी ने चेन्नई को मुश्किल से निकालने का काम किया। दोनों ने मिलकर 10.4 ओवरों में 81 रन जोड़े। जडेजा के आउट होने के बाद भी गायकवाड़ जमे रहे। फिर उन्हें ताबड़तोड़ साथ मिला। ब्रावो ने सिर्फ 8 गेंद पर 23 रन बना दिए। चेन्ई की टीम जो एक समय मैच से बाहर लग रही थी उसे गायकवाड़ ने मैच में लड़ने लायक स्कोर तक पहुंचा दिया। उन्होंने अपनी छठी आईपीएल हाफ सेंचुरी लगाई। चेन्नई के 156 के स्कोर में से 88 अकेले उनके बल्ले से निकले। इतना ही नहीं उन्होंने चेन्नई की ओर से मुंबई के खिलाफ सबसे बड़ी व्यक्तिगत पारी का रेकॉर्ड भी बना दिया। इससे पहले माइकल हसी ने 2013 में दिल्ली में 86 रन बनाए थे। वहीं सुरेश रैना ने 2010 में मुंबई के बीएस स्टेडियम में 83 रनों की नाबाद पारी खेली थी। मुंबई इंडियंस और चेन्नई सुपर किंग्स के बीच के मुकाबले को आईपीएल में काफी अहम माना जाता है। हालांकि पांच बार की चैंपियन मुंबई इंडियंस के खिलाफ चेन्नई का हालिया प्रदर्शन बहुत अच्छा नहीं रहा है। बीते सात मैचों में से छह मैच मुंबई ने जीते हैं। शानदार पारी खेलने के बाद गायकवाड़ ने कहा, फिलहाल काफी थका हुआ हूं। लेकिन इस बात को लेकर काफी खुश हूं कि टीम को लड़ने लायक स्कोर तक पहुंचाया है।' गायकवाड़ से जब पूछा गया कि जब उनके इर्द-गिर्द विकेट गिर रहे थे तो वह क्या सोच रहे थे? इस पर उन्होंने कहा, 'कुछ नहीं, मेरे दिमाग में सिर्फ यही चल रहा था कि जितनी देर तक बल्लेबाजी की जा सके करूं। जब स्पिनर्स आएं तो मैं आक्रामक बल्लेबाजी करूंगा। यही मेरी योजना थी और किस्मत से यह काम कर गई।' इस मैदान पर पिछले साल भी गायकवाड़ का प्रदर्शन अच्छा रहा था उन्होंने कहा कि इसे काफी वक्त हो गया है और हर बार आपको नई शुरुआत करनी होती है।

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