Friday, September 3, 2021

जब कसना था शिकंजा तब बेबस दिख रहे थे कोहली, वरना मुट्ठी में होता मैच September 03, 2021 at 08:13AM

ओवलदो दिन के खेल के बाद भले ही ओवल टेस्ट बराबरी पर खड़ा लग रहा हो, लेकिन सच तो ये है कि भारत ने एक शानदार मौका गंवा दिया। वो चांस जिसपर टीम इंडिया जीत का डांस कर सकती थी। अंग्रेजों को दोनों हाथों से दबोच सकती थी। कप्तान कोहली को भी पता है कि उनकी टीम ने क्या खोया है। भगवान न करे भारतीय बोलर्स की ये गलती पूरी टीम पर भारी न पड़ जाए।

आपको कोहली को कभी भी मैच से बाहर नहीं रख सकते। चाहे खुशी हो या गम, अपनी भावनाओं को यह भारतीय कप्तान हमेशा जाहिर करते दिखता है। ओवल टेस्ट के दूसरे दिन जब मैच भारत की पकड़ से फिसल रहा था तब वह इस तरह बेबस दिख रहे थे।


जब कसना था शिकंजा तब बेबस दिख रहे थे कोहली, वरना मुट्ठी में होता मैच

ओवल

दो दिन के खेल के बाद भले ही ओवल टेस्ट बराबरी पर खड़ा लग रहा हो, लेकिन सच तो ये है कि भारत ने एक शानदार मौका गंवा दिया। वो चांस जिसपर टीम इंडिया जीत का डांस कर सकती थी। अंग्रेजों को दोनों हाथों से दबोच सकती थी। कप्तान कोहली को भी पता है कि उनकी टीम ने क्या खोया है। भगवान न करे भारतीय बोलर्स की ये गलती पूरी टीम पर भारी न पड़ जाए।



गलती पर गलती होती रही
गलती पर गलती होती रही

अगर आपने मैच देखा होगा, तो समझ ही रहे होंगे कि हम मैच के किस मोड़ की बात कर रहे हैं। 62 पर पांच विकेट गंवा चुकी इंग्लिश टीम 151 रन पर छठा विकेट खोती है। पहली गलती तो यहां हुई। फिर मैदान पर एक और साझेदारी हुई। अगला विकेट जब गिरा तब स्कोबोर्ड पर 151 रन लग चुके थे। फिर मोईन अली टिक गए, उन्होंने स्कोर 222 तक पहुंचा दिया। अब लगने लगा था कि भारतीय बोलर्स जल्द ही इंग्लिश पारी समेट देंगे, लेकिन यहां तीसरी और सबसे बड़ी गलती हुई।



शुरू में जोश भरते दिखे
शुरू में जोश भरते दिखे

आठवें नंबर पर आकर क्रिस वोक्स ने ताबड़तोड़ बल्लेबाजी शुरू कर दी। नई गेंद से हर बोलर को मारा। मैदान में जहां चाहा वहां शॉट लगाया। अपने 50 में से 44 रन तो सिर्फ 11 चौके से ही निकाले। इस दौरान कप्तान कोहली पूरी तरह असहाय नजर आए, उनका हर दांव उल्टा पड़ रहा था। न तो गेंदबाज प्रभावी नजर आ रहे थे और न ही फिल्डर्स का साथ मिल रहा था।



चेहरे पर साफ दिख रहा था दबाव
चेहरे पर साफ दिख रहा था दबाव

पुछल्ले बल्लेबाजों का चौके-छक्के उड़ाना कोहली को कतई रास नहीं आ रहा था। क्रिस वोक्स को तो किस्मत का भी भरपूर साथ मिल रहा था। कभी स्लिप्स के ऊपर से गेंद बाउंड्री के पार हो जाती तो कभी ऐसी जगह गिरती, जहां कोई फिल्डर नहीं होता। इस दौरान विराट के चेहरे पर दबाव और झुंझलाहट दोनों साफ तौर पर देखी जा सकती था।



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