Monday, November 9, 2020

IPL: दुबई में आज मनेगी दिल्ली की दिवाली या मुंबई का खिताबी 'पंच'? November 09, 2020 at 05:56PM

दुबईशेखों और अमीरों के शहर से आज यानी मंगलवार को कोई एक मालामाल होकर लौटेगा। लगातार 52 दिन बिना किसी परेशानी के शानदार आयोजन होने के बाद वह दिन भी आ गया जब दुबई में इसकी बादशाहत की जंग होगी। मौजूदा चैंपियन मुंबई इंडियंस के पास पांचवीं बार ट्रोफी उठाने का मौका होगा जबकि दिल्ली कैपिटल्स पहली बार खिताब जीतने के लिए बेकरार होगी। कोरोना वायरस महामारी के चलते एक समय ऐसा भी था, जब इस सीजन इंडियन प्रीमियर लीग () के आयोजन पर ही खतरा मंडराने लगा था लेकिन इसका आयोजन सफल हुआ। मुंबई और दिल्ली, दोनों टीमों के लीग में प्रदर्शन और एक से बढ़कर एक मैच विनर्स की मौजूदगी को देखते हुए यह महामुकाबला काफी रोमांचक होने की उम्मीद है। पढ़ें, रफ्तार का होगा बोलबालादोनों टीमों के पास दुनिया के टॉप क्लास के तूफानी गेंदबाज हैं। खासकर दिल्ली के लिए कागिसो रबाडा और एनरिच नोर्त्जे लगातार अपनी रफ्तार से विपक्षी बल्लेबाजों को परेशान करते रहे हैं तो मुंबई के पास भी जसप्रीत बुमरा और ट्रेंट बोल्ट हैं जो सटीक लाइन व लेंथ के साथ अहम मौकों पर विकेट निकालते रहे हैं। इस सीजन विकेट लेने के मामले में इन्हीं चारों का दबदबा रहा है। रबाडा 29 विकेट लेकर जहां टॉप पर हैं तो बुमरा 27 विकेट लेकर दूसरे और बोल्ट 22 विकेट लेकर तीसरे स्थान पर हैं। नोर्त्जे भी 20 विकेट ले चुके है। ऐसे में इस मैच में भी दोनों टीमों का दारोमदार अपने तूफानी गेंदबाजों पर ही होगा। जिसके पेसर चले उसका पलड़ा भारी जरूर हो जाएगा। टॉप ऑर्डर पर बड़ी जिम्मेदारीदोनों टीमों की बल्लेबाजी भी टूर्नमेंट में अब तक एक जैसी ही रही है। दोनों ही टीमें इस सीजन सही ओपनिंग जोड़ी नहीं तलाश सकी लेकिन एकजुट प्रयास से वह जीत हासिल करने में सफल होती रही। दिल्ली के लिए शिखर धवन ने अकेले दम पर मोर्चा संभाले रखा। कप्तान श्रेयस ने शुरुआती मैचों में कुछ अच्छी पारियां खेलीं लेकिन बाद में वह लय से भटक गए। दूसरी तरफ मुंबई के लिए क्विंटन डि कॉक, ईशान किशन और सूर्यकुमार यादव की तिकड़ी में से कोई न कोई हर मैच में टीम को मजबूती जरूर दी। खासकर सूर्यकुमार ने मिडिल ऑर्डर में टीम को मुश्किलों से उबारने का काम बखूबी किया। पढ़ें, ये हो सकते हैं गेम चेंजरहार्दिक पंड्या (MI): ऑलराउंडर हार्दिक पंड्या ने इस सीजन गेंदबाजी तो नहीं की लेकिन गेंदबाजों के लिए किसी दु:स्वप्न से भी कम नहीं रहे। आखिरी ओवरों में उनकी ताबड़तोड़ बल्लेबाजी का ही नतीजा होता था कि मुंबई की टीम देखते ही देखते विशाल स्कोर बनाने में कामयाब हो जाती थी। उन्होंने 13 मैचों में 278 रन बनाए हैं, जिसमें नाबाद 60 रन टॉप स्कोर है। कायरन पोलार्ड (MI): हार्दिक की ही तरह पोलार्ड भी अपने चिर परिचित अंदाज में टीम के लिए इस सीजन तूफानी बल्लेबाजी करने में कामयाब रहे। पोलार्ड को गेंदें जरूर कम खेलने को मिलती थीं लेकिन इस पर रन इतने बना देते थे कि टीम मैच में सुरक्षित हो जाती थी। मौका पड़ने पर गेंद से भी योगदान किया। पोलार्ड ने 15 मैचों में 259 रन बनाए। उन्होंने 4 मैचों में कप्तानी भी संभाली। शिखर धवन (DC): ओपनर शिखर ने शुरुआत धीमी की लेकिन फिर ऐसी रफ्तार पकड़ी की टीम को भी पंख लगा दिए। इस सीजन दो शतक लगाने वाले एकमात्र बल्लेबाज शिखर को पारी का आगाज करते हुए दूसरे छोर से भले ही सपोर्ट नहीं मिला लेकिन उन्होंने अपने अनुभव से जरूर टीम को मजबूत किया। उन्होंने 16 मैचों में कुल 603 रन बनाए जिसमें 2 शतक शामिल हैं। मार्कस स्टॉयनिस (DC): अगर दिल्ली की टीम आईपीएल में पहली बार फाइनल में पहुंची है तो इसमें इस ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर का बहुत बड़ा योगदान है। जरूरत पड़ी तो बैट से और नहीं तो गेंद से, स्टॉयनिस ने अहम समय पर टीम के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया। खासकर आखिरी ओवरों में। उन्होंने 16 मैचों में 352 रन बनाए और 12 विकेट झटके। हेड टू हेड मुंबई और दिल्ली के बीच अब तक कुल 27 मैच खेले गए हैं जिसमें से मुंबई ने 15 जबकि कैपिटल्स टीम ने 12 मैच जीते हैं। दुबई इंटरनैशनल क्रिकेट स्टेडियम में हुए मैचों की बात करें तो अब तक इस मैदान में 13वें सीजन के 23 मैच हुए जिसमें कुल 8377 रन बने। इस मैदान पर कुल 309 छक्के और 683 चौके लगे। संभावित प्लेइंग-XI मुंबई इंडियंस: क्विंटन डि कॉक (विकेटकीपर), रोहित शर्मा (कप्तान), सूर्यकुमार यादव, ईशान किशन, हार्दिक पंड्या, कायरन पोलार्ड, क्रुणाल पंड्या, जेम्स पैटिंसन, ट्रेंट बोल्ट, राहुल चाहर और जसप्रीत बुमराह। दिल्ली कैपिटल्स: शिखर धवन, मार्कस स्टॉयनिस, अजिंक्य रहाणे, श्रेयस अय्यर (कप्तान), ऋषभ पंत (विकेटकीपर), शिमरॉन हेटमायर, प्रवीण दुबे, अक्षर पटेल, रविचंद्रन अश्विन, कागिसो रबाडा,एनरिक नोर्त्जे।

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