Tuesday, March 3, 2020

IPL में पैसे की कमी? चैंपियन के 50% पैसे कटे March 03, 2020 at 05:13PM

के. श्रीनिवास राव, मुंबईऐसा लगता है कि आर्थिक सुस्ती ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) को भी प्रभावित किया है। इंडियन प्रीमियर लीग () में कई चीजों को लेकर दुनिया का सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड अब कटौती करने में व्यस्त नजर आ रहा है। आईपीएल की आठ फ्रैंचाइजी सहित सभी हितधारकों को भेजे गए एक सर्कुलर में भारतीय बोर्ड ने दोहराया है कि वह इस सत्र से आईपीएल का उद्घाटन समारोह आयोजित नहीं करेगा। इसमें कहा गया है कि प्ले-ऑफ स्टैंडिंग फंड भी मौजूदा सीजन के लिए कम किया जाएगा। पढ़ें, चैंपियन को मिलेंगे 10 करोड़बीसीसीआई की ओर से भेजे सर्कुलर में कहा गया है कि आईपीएल-2020 के फाइनल में विजेता को 10 करोड़ रुपये, रनरअप (फाइनल हारने वाली टीम) को 6.25 करोड़ रुपये और तीसरे और चौथे स्थान पर रहने वाली टीमों (क्वॉलिफायर 2 के प्लेऑफ में हारने वाली और एलिमिनेटर प्लेऑफ मैच हारने वाली टीम) को 4.375 करोड़ (प्रत्येक) दिए जाएंगे। बोर्ड ने 2020 के लिए प्लेऑफ स्टैंडिंग फंड में करीब 50 प्रतिशत की कमी का प्रस्ताव रखा है, जिस पर अभी फ्रैंचाइजी द्वारा बहस की जा रही है। पहले मिलते थे 20 करोड़आईपीएल 2019 एडिशन में विजेता मुंबई इंडियंस ने पुरस्कार राशि के तौर पर 20 करोड़ रुपये कमाए थे और मानदंडों से तय किया गया था कि पर्स जीतने वाले फ्रैंचाइजी और खिलाड़ियों के बीच इसे समान रूप से बांटा जाएगा। उपविजेता टीम को 12.5 करोड़ रुपये मिले और उसकी ओर से राज्य संघ को प्रति मैच 50 लाख का भुगतान किया। उसी समझौते के तहत, राज्य संघ अब प्रति आईपीएल मैच 1 करोड़ रुपये कमाएंगे। फ्रैंचाइजी बहस को तैयारइस बारे में चार फ्रैंचाइजी टीमों ने मंगलवार को हमारे सहयोगी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया से भी पुष्टि करते हुए कहा कि ऐसा यदि हुआ तो उन्हें खुशी नहीं होगी। दो फ्रैंचाइजी ने आगे कहा कि वे संबंधित अधिकारियों के साथ इस पर 'बहस' करेंगे। देखें, ऑटो नो-बॉल की तैयारी2019 में टेस्टिंग और हाल ही में कोलकाता में गुलाबी गेंद से खेले गए टेस्ट के दौरान ज्यादा अच्छे से देखने के बाद, बीसीसीआई आईपीएल के आगामी एडिशन से फ्रंट/बैक फुट पर ऑटो नोबॉल के लिए एक नया प्रोटोकॉल लाने के लिए तैयार है। सर्कुलर में इस बारे में जानकारी दी गई है कि थर्ड अंपायर फ्रंट/बैक फुट नो-बॉल देखने की जिम्मेदारी लेगा। अब बिजनस क्लास टिकट मिलना मुश्किलबीसीसीआई ने लागत को और कम करने को अपने कर्मचारियों के लिए नई यात्रा नीतियां बनाई हैं। पहले के नियम के मुताबिक, जहां तीन घंटे से अधिक समय की उड़ान के लिए सीनियर कर्मचारियों के लिए एक बिजनस क्लास टिकट की व्यवस्था थी लेकिन अब यदि फ्लाइट का समय 8 घंटे से कम है तो इकॉनमी क्लास में ही सफर करना होगा। जानकारी रखने वाले अधिकारियों ने इस बारे में बताया कि दो या तीन वरिष्ठतम कर्मचारियों को छोड़कर संचालन प्रमुखों सहित, सभी पर यह नियम लागू होगा। कैप्ड खिलाड़ियों को लोन पर लेने की सुविधाआईपीएल 2019 में केवल अनकैप्ड भारतीय खिलाड़ियों को ही सीजन के दौरान एक फ्रैंचाइजी से दूसरी में लोन पर दिया जा सकता था। साल 2020 के लिए इसमें बदलाव कर विदेशी खिलाड़ियों और कैप्ड भारतीयों को भी लोन पर दिया जा सकता है। वेन्यू एग्रीमेंट की लागत बढ़ीबीसीसीआई का वेन्यू एग्रीमेंट के मुताबिक, हर फ्रैंचाइजी को प्रत्येक आईपीएल मैच की मेजबानी के लिए अपने संबंधित राज्य संघों को 30 लाख रुपये का भुगतान करना होगा। उस शुल्क को अब 20 लाख रुपये तक बढ़ा दिया गया है।

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