Saturday, September 4, 2021

लालच बुरी बला: ताकत ही बनी रोहित शर्मा की कमजोरी, ऐतिहासिक पारी के बाद खोया कंट्रोल September 04, 2021 at 07:19AM

ओवल इंग्लैंड के खिलाफ ओवल टेस्ट में रोहित शर्मा पूरी लय में नजर आ रहे थे। विदेशी सरजमीं पर छक्के के साथ धमाकेदार अंदाज में अपना पहला शतक भी पूरा किया, लेकिन आखिरकार उनकी ताकत ही कमजोरी बन गई। जरा सा कंट्रोल खोया और फंस गए इंग्लिश गेंदबाजों के ट्रैप में। वीवीएस लक्ष्मण ने रोहित को नेचुरल पुलर बताया था और आज पुल के चक्कर में ही वह अपना विकेट गंवा बैठे। लक्ष्मण ने क्या कहा था? वीवीएस लक्ष्मण ने रोहित शर्मा के बारे में कहा था कि वह नेचुरल पुलर हैं। इस वजह से शॉर्ट बॉल आते ही खुद पर काबू नहीं रख पाते और शॉट खेल जाते हैं। लक्ष्मण ने कहा था कि गेंदबाजी करने वाली टीम ऐसे बल्लेबाज को शॉर्ट पिच गेंदबाजी करेंगी और यह मानकर चलेगी कि वह उस गेंद पर पुल या हुक जरूर खेलेंगे। फिर शॉर्ट बॉल में फंसे रोहित इस वजह से शॉर्ट पिच गेंद देखते ही रोहित उस पर हमला करते हैं। लक्ष्मण की सलाह थी कि रोहित को इस जाल में फंसने से खुद को बचाने के लिए अपने इस ताकतवर और नैसर्गिक शॉट पर काबू रखना चाहिए। आज ओवल में रोहित सेट थे। शतक बना चुके थे और भारत को मजबूती तक पहुंचा रहे थे। इंग्लैंड ने नई गेंद ली थी। और उसे इससे विकेट की उम्मीद थी जो उसे मिल गया और वह भी रोहित शर्मा के रूप में। रोहित नई गेंद पर स्विंग से आउट नहीं हुए और ना ही सीम ने उन्हें आउट किया। वह शॉर्ट पिच गेंद पर आउट हुए। खुद को लालच से रोक नहीं पाए गेंद जो इतनी भी शॉर्ट नहीं थी कि जिस पर पुल खेला जाए। पर वह खुद पर काबू नहीं कर पाए। कई बार आपकी ताकत ही आप के खिलाफ चली जाती है। स्टीव वॉ और रिकी पॉन्टिंग की टीम बल्लेबाज की ताकत पर बोलिंग करती थी, उन्हें पता था यहां बल्लेबाज शॉट जरूर खेलेगा और किसी बल्लेबाज को आउट करने के सबसे ज्यादा चांस तभी होते हैं जब वह गेंद को खेले। रोहित यूं तो शानदार पारी खेलकर आउट हुए हैं, लेकिन उन्होंने नई गेंद के सामने फॉर्म से जूझ रहे मिडिल ऑर्डर को खोल दिया। यादगार रहेगा विदेश में पहला टेस्ट शतक रोहित ने पूरी सीरीज के दौरान मजबूत रक्षात्मक तकनीक दिखाई, लेकिन अपनी आक्रामकता का नजारा भी पेश किया और मोईन अली पर ऊंचा छक्का लगाकर अपना आठवां टेस्ट शतक पूरा किया। कप्तान विराट कोहली खुश होकर अपनी मुठ्ठियों को बंद कर पंच लगाते हुए दिखाई दिए और उनके चेहरे पर मुस्कान थी, जो कोच रवि शास्त्री के चेहरे पर भी दिख रही थी। रोहित को विदेश में शतक लगाने में आठ साल और 43 टेस्ट मैच लगे। विदेश में शतक लगाया भी तो इंग्लैंड की मुश्किल परिस्थितियों में जिससे यह उनके आठ सैकड़ों में सबसे यादगार रहेगा, जिसके लिए उन्होंने 204 गेंद खेली, जिसमें 12 चौके और एक छक्का जड़ा था।

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