Friday, September 10, 2021

टीम इंडिया की मनमर्जियां: क्या रवि शास्त्री को मिलेगी सजा, लापरवाही की सारी हदें पार September 10, 2021 at 07:45AM

नई दिल्ली लंबे समय तक क्रिकेट कमेंट्री करने वाले हेड कोच रवि शास्त्री के पास किस्से-कहानियों की भरमार है। इन यादों को एक पोटली में बांधकर उन्होंने एक किताब लिखी, उसी की लॉन्चिंग अब भारतीय क्रिकेट पर भारी पड़ रही है। किताब लिखने वाले शास्त्री को क्या पता था कि वह साथ ही साथ इंग्लैंड दौरे के दुखद अंत की स्क्रिप्ट भी तैयार कर रहे हैं। बायो-बबल की उड़ाई धज्जियांदरअसल, लंदन में चौथे टेस्ट से पहले एक फाइव स्टार होटल में प्रोग्राम रखा गया था। ट्रैक सूट पहनकर मैदान पर पसीना बहाने की बजाय भारतीय टीम सज-धजकर पार्टी कर रही थी। लोगों से मिल रही थी। बायो-बबल का उल्लंघन कर रही थी। ब्रिटेन में नियमों में रियायत के कारण किसी ने भी मास्क नहीं पहन रखा था। इसी प्रोग्राम से भारतीय खेमे में कोरोना वायरस की एंट्री होती है, जिसने दुनिया के सामने अब बीसीसीआई की थू-थू करवा दी। बिना परमिशन कैसे हो गया प्रोग्राम?हेड कोच रवि शास्त्री और उनकी पूरी टीम यानी बोलिंग कोच भरत अरुण, फिल्डिंग कोच आर श्रीधर और फिजियो नितिन पटेल एक के बाद एक कोरोना संक्रमित हो गए। इन सभी को टीके की दोनों डोज लग चुकी हैं। बाद में टीम के असिस्टेंट फिजियो योगेश परमार भी पॉजिटिव पाए गए, जिसके बाद ही क्रिकेटर्स ने पांचवां मैच नहीं खेलने का फैसला किया। अब लंदन में आयोजित बुक लॉन्चिंग समारोह पर सवाल उठ रहे हैं। इस प्रोग्राम के लिए बीसीसीआई से लिखित अनुमति नहीं ली थी। पूरे केस में किसकी लापरवाही?बोर्ड के एक सीनियर अधिकारी ने कहा, ‘अध्यक्ष सौरव गांगुली या सचिव जय शाह से अनुमति नहीं ली गई। शायद उन्हें लगा कि ब्रिटेन में स्वास्थ्य सुरक्षा नियमों में ढील है तो अनुमति की जरूरत नहीं है।’ टीम के प्रशासनिक मैनेजर गिरीश डोंगरे का काम इस तरह के समारोहों के लिए तमाम कागजी कार्रवाई पूरी करना और यह सुनिश्चित करना है कि प्रोटोकॉल का पालन किया जाए। क्या हेड कोच शास्त्री को मिलेगा सजा?अधिकारी ने कहा, ‘टी-20 विश्व कप से पहले इस हरकत के लिए शास्त्री या कोहली को सजा मिलने की संभावना नहीं है, उसके बाद शास्त्री जा ही रहे हैं। कोहली कप्तान है तो उसे भी सजा नहीं मिलेगी। डोंगरे से पूछा जा सकता है कि बतौर प्रशासनिक मैनेजर उन्होंने क्या किया। बीसीसीआई चाहता था कि वे खेलें, लेकिन कुछ सीनियर खिलाड़ी इतने डरे हुए थे कि दोनों बोर्ड उनके मानसिक स्वास्थ्य को लेकर चिंतित हो गए। वह 10 दिन और पृथकवास और बबल में रहने से डर गए थे। सभी ने मिलकर उड़ाई नियमों की धज्जियांअब सवाल यह उठता है कि विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के बाद ऋषभ पंत के पॉजिटिव पाए जाने पर बोर्ड सचिव जय शाह ने खिलाड़ियों को भीड़ से दूर रहने के लिए कहा था, क्या उस पर अमल हुआ। अधिकारी ने कहा, ‘ब्रिटेन में नियमों में छूट है, लेकिन इस तरह की भीड़ से बचना चाहिए थे। इन लोगों ने समारोह में भाग लिया और संक्रमण के मामले आने पर डर गए।’

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