Friday, August 6, 2021

गोल्ड और सिल्वर का ख्वाब टूटा, अब ब्रॉन्ज मेडल के लिए दांव लगाएंगे पहलवान बजरंग पूनिया August 06, 2021 at 12:29AM

तोक्योबजरंग पुनिया को ‘लेग-डिफेंस ’ की कमजोरी के कारण बड़े स्तर पर एक बार फिर परेशानी का सामना करना पड़ा जिससे शुक्रवार को वह तीन बार के विश्व चैंपियन हाजी अलीव से पुरुषों के फ्रीस्टाइल 65 किग्रा सेमीफाइनल में हार गए। अब ओलिंपिक खेलों में कांस्य पदक के लिए मुकाबला करेंगे। रियो ओलिंपिक के कांस्य विजेता अजरबैजान के अलीव ने लगातार बजरंग के पैरों पर हमला किया, जिससे बजरंग उबर नहीं पाए। बजरंग ने इस मुकाबले की शुरुआत बेहतर तरीके से की और एक अंक हासिल किया, लेकिन हाजी ने तुरंत वापसी कर चार अंक बटोरे। बजरंग पहले पीरियड में 1-4 से पिछड़ गए। दूसरे राउंड में भी हाजी बजरंग पर पूरी तरह भारी पड़े और चार अंक हासिल किए। बजरंग ने हालांकि फिर दो अंक बटोरे और अंकों का फासला कम करने की कोशिश की। लेकिन हाजी ने फिर उन्हें चित्त कर एक अंक लिया। बजरंग ने इसके बाद दो अंक लिए और इस वक्त मुकाबला कठिन लगने लगा। हालांकि, हाजी ने फिर दो और अंक हासिल कर लिए। हाजी ने एक और अंक लेकर मुकाबला एकतरफा बनाकर जीत दर्ज की। दूसरे पीरियड में हाजी ने 8-4 की बढ़त बनाई। बजरंग भारत की तोक्यो ओलिंपिक में सबसे बड़ी पदक उम्मीद में से एक थे लेकिन उनसे स्वर्ण पदक लाने का सपना टूट गया। हालांकि उनके पास अभी भी कांस्य पदक लाने का अवसर है। इससे पहले, क्वॉर्टर फाइनल मैच में बजरंग ने ईरान के मुतर्जा घियासी चेका को 2-1 से हराया। तोक्यो में भारत के लिए पदक के दावेदार बजरंग को विक्ट्री बाई फॉल के आधार पर जीत मिली। पहले पीरियड की समाप्ति के बाद एशियाई खेल चैम्पियन बजरंग 0-1 से पीछे थे लेकिन दूसरे क्वॉर्टर में 2 अंक लेकर वह 2-1 से आगे हो गए। अंतिम एक मिनट में बजरंग ने अपना दांव खेला और ईरानी पहलवान को चित्त कर दिया। बजरंग आज सुबह एक मुश्किल जीत के साथ क्वॉर्टर फाइनल में पहुंचे थे। इस मुकाबले में बजरंग का सामना किर्गिस्तान के इरनाजार अकमातालेव से था। अंतिम स्कोर 3-3 रहा लेकिन चूंकी वह पहले पीरियड में अधिक अंक जुटाने में सफल रहे, लिहाजा विजेता करार दिए गए थे। कुश्ती में पदक का इतिहासकेडी जाधव भारत को कुश्ती में पदक दिलाने वाले पहले पहलवान थे जिन्होंने 1952 के हेलसिंकी ओलंपिक में कांस्य पदक जीता था। उसके बाद सुशील ने बीजिंग में कांस्य और लंदन में रजत पदक हासिल किया। सुशील ओलंपिक में दो व्यक्तिगत स्पर्धा के पदक जीतने वाले अकेले भारतीय थे लेकिन बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधू ने कांस्य जीतकर बराबरी की। लंदन ओलंपिक में योगेश्वर दत्त ने भी कांस्य पदक जीता था। वहीं साक्षी मलिक ने रियो ओलंपिक 2016 में कांस्य पदक हासिल किया था। 2020 में रवि दहिया ने सिल्वर मेडल जीता।

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