Friday, March 19, 2021

मिसबाह-उल-हक गरीबों के महेंद्र सिंह धोनी, थोड़ा आक्रामक होने की जरूरत: रमीज राजा March 19, 2021 at 05:30PM

नई दिल्ली रमीज राजा ने पाकिस्तान क्रिकेट टीम के कोच को गरीबों का महेंद्र सिंह धोनी कहा है। राजा की सलाह है कि मिसबाह को टीम में आधुनिक सोच लेकर आनी चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि भविष्य में पाकिस्तानी टीम को अधिक आक्रामक और खुलकर खेलने की जरूरत है। एक यूट्यूब चैनल क्रिकेट बाज से बातचीत करते हुए रमीज राजा ने कहा कि मिसबाह को अपना नरम रवैया पीछे छोड़ देना चाहिए और पाकिस्तान का स्वाभाविक आक्रामक स्टाइल के खेल को बढ़ावा देना चाहए। पूर्व पाकिस्तानी कप्तान ने कहा, 'मिसबाह की ट्रेनिंग और तैयार करने का तरीका अलग है। मैं इसे यूं रखता हूं- वह गरीबों का धोनी है। धोनी भी खुद पर काबू रखते थे और बहुत अधिक इमोशनल नहीं ते। मिसबाह भी इसी तरह हैं।' राजा ने कहा, 'मिसबाह-उल-हक को नयी राह पकड़ने की जरूरत है। उन्हें अपना जीएसपीएस सही करना चाहिए क्यों आक्रामकता हमारे DNA में है। मुझे कई बार लगता है कि वह बहुत अधिक संभल जाते हैं और जैसे ही हम मैच हारते हैं वह एक तरह से कैद में चले जाते हैं। हमें हार से नहीं डरना चाहिए।' रमीज राजा ने वनडे और टी20 में इंग्लैंड की टीम के खेल की भी तारीफ की। उन्होंने कहा कि निडर होकर खेलने की वजह से ही वह बीते कुछ साल में वह इन दोनों प्रारूपों में दुनिया की बेस्ट टीमों में शामिल हो गई है। राजा ने रवि शास्त्री के आक्रामक तरीके की तारीफ की मौजूदा दौर के क्रिकेट में आक्रामक क्रिकेट खेलने का एक और उदाहरण देते हुए कोहली ने रवि शास्त्री और विराट कोहली का नाम लिया। उन्होंने कहा कि शास्त्री अपने खेलने के दिनों में भी काफी आक्रामक हुआ करते थे। उन्होंने कहा, 'जब हम शास्त्री के खिलाफ खेलते थे, तो हमें लगता था कि वह अपनी आक्रामकता के कारण भारतीय टीम में मिसफिट हैं। वह आगे बढ़कर काम करते थे। एक टीम प्लेयर जो पारी की शुरुआत भी करता था और निचले क्रम में बल्लेबाजी के लिए भी तैयार रहता था। उनकी बॉडी लैंग्वेज काफी अलग था। हमें ऐसा लगता था कि वह इमरान खान की तरह का खिलाड़ी बनना चाहता है, क्योंकि हम सब उसी तरह थे।' उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि वह इस रवैये को भारतीय टीम में लेकर आए और किस्मत से कप्तान विराट कोहली भी इसी तरह के खिलाड़ी हैं। वह आक्रामक और खुलकर अपनी बात कहने वाले हैं और इसने एक बड़ा अंतर पैदा किया है।'

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