Saturday, January 23, 2021

आनंद महिंद्रा का बड़ा दिल, AUS के हौसले पस्त करने वाले 6 हीरोज को देंगे थॉर SUV January 23, 2021 at 01:42AM

नई दिल्लीदेश के बड़े उद्योगपतियों में शामिल आनंद महिंद्रा () बड़े दिलवाले भी माने जाते हैं। वह अक्सर कुछ खास करने वालों के लिए बड़े इनाम देने के लिए मशहूर हैं। अब उन्होंने ट्विटर पर एक वीडियो शेयर करते हुए ऐलान किया है कि वह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली गई बॉर्डर गावसकर ट्रोफी के जीत के हीरो रहे 6 युवा खिलाड़ियों को अपनी तरफ से SUV कार गिफ्ट करेंगे। उन्होंने जिन प्लेयर्स को एसयूवी (Mahindra SUV) देने का फैसला किया है, उनमें मोहम्मद सिराज, टी नटराजन, शर्दुल ठाकुर, वॉशिंगटन सुंदर, शुभम गिल और नवदीव सैनी जैसे खिलाड़ी हैं, जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया में जाकर कंगारुओं के हौसले पस्त कर दिए। बता दें कि टीम इंडिया की बड़ी जीत पर बीसीसीआई ने 5 करोड़ रुपये का बोनस देने का फैसला किया था। आइए जानें, 6 युवाओं के बारे में... 1. मोहम्मद सिराज: सिराज हैदराबाद के ऑटो चालक मोहम्मद गौस के बेटे हैं। टीम के साथ उनके ऑस्ट्रेलिया पहुंचने के बाद उनके पिता का निधन हो गया लेकिन उन्होंने टीम के साथ बने रहने का फैसला किया। वह अपनी पहली सीरीज में पांच विकेट चटकाने का कारनामा कर इसे पिता को समर्पित करते समय भावुक हो गए। इस युवा खिलाड़ी ने दौरे पर नस्लवादी दुर्व्यवहार का सामना करने के बाद भी खुद को संभाले रखा और प्रदर्शन पर इसकी आंच नहीं आने दी। 2. नवदीप सैनी: करनाल के बस चालक के बेटे सैनी एक हजार रुपए में दिल्ली में टेनिस बॉल से क्रिकेट खेलते थे। दिल्ली के प्रथम श्रेणी खिलाड़ी सुमित नरवाल उन्हें रणजी ट्रॉफी के नेट अभ्यास के लिए ले आए, जहां तत्कालीन कप्तान गौतम गंभीर ने उन्हें टूर्नमेंट के लिए चुना। गंभीर को हालांकि इसके लिए विरोध का सामना करना पड़ा क्योंकि वह दिल्ली से बाहर के खिलाड़ी थे। गंभीर अपने फैसले पर अड़े रहे और सैनी को टीम से बाहर करने पर इस्तीफे की धमकी भी दे दी। 3. शार्दुल ठाकुर: पालघर के इस खिलाड़ी ने 13 साल की उम्र में स्कूल क्रिकेट (हैरिश शिल्ड) में एक ओवर में छह छक्के लगाए थे। वह विवेकानंद इंटरनैशनल स्कूल के छात्र रहे है जहां भारतीय उपकप्तान रोहित शर्मा भी पढ़ते थे। इन दोनों खिलाड़ियों को दिनेश लाड ने कोचिंग दी है। 4. टी नटराजन: तमिलनाडु के सुदूर गाँव छिन्नप्पमपट्टी के इस खिलाड़ी दिहाड़ी मजदूर का बेटा है जिसके पास गेंदबाजों के लिए जरूरी स्पाइक्स वाले जूते खरीदने के भी पैसे नहीं थे। वह अपनी जड़ों को नहीं भूले और उन्होंने अपनी गांव में क्रिकेट अकादमी शुरू की है। 5. वॉशिंगटन सुंदर: उनके पिता ने अपने मेंटॉर पीडी वॉशिंगटन को श्रद्धांजलि देने के लिए सुंदर के नाम के साथ वॉशिंगटन जोड़ा। वह 2016 में अंडर-19 टीम में सलामी बल्लेबाज थे। उनकी ऑफ स्पिन गेंदबाजी देखकर राहुल द्रविड़ और पारस महाम्ब्रे ने उन्हें गेंदबाजी पर ध्यान देने की सलाह दी। 6. शुभमन गिल: विराट कोहली के उत्तराधिकारी (भविष्य का भारतीय कप्तान) के तौर पर देखे जा रहे इस खिलाड़ी का जन्म पंजाब के फाजिल्का के एक गांव में संपन्न किसान परिवार में हुआ। उनके दादा ने अपने सबसे प्यारे पोते के लिए खेत में ही पिच तैयार करवा दी थी। उनके पिता ने बेटे की क्रिकेट की महत्वाकांक्षा को पूरा करने के लिए चंडीगढ़ में रहने का फैसला किया। वह भारत अंडर -19 विश्व कप टीम के सदस्य थे। हाल ही में, अपने इंस्टाग्राम अकाउंट से उन्होंने किसानों के विरोध को अपना समर्थन दिया था।

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