मुंबई भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 13वां एडिशन यूएई (IPL in UAE) में आयोजित करवाने की तैयारी पूरी कर ली है। इस बार टूर्नमेंट 19 सितंबर से 10 नवंबर के बीच खेला जाना है। लेकिन बॉम्बे हाई कोर्ट में एक याचिका दायर की गई है जिसमें इस टूर्नमेंट को यूएई में ले जाने से रोकने की बात कही गई है। खबरों के अनुसार वकील अभिषेक लागू ने अदालत में याचिका दायर कर अनुरोध किया है कि टूर्नमेंट को भारत में ही करवाया जाए। उनका कहना है कि अगर यह लीग भारत से बाहर जाएगी तो देश को रेवेन्यू का काफी नुकसान होगा। लागू खुद को क्रिकेट का फैन बताते हैं और उनका कहना है कि वह दुनिया की सबसे पॉपुलर टी20 लीग को देश से बाहर जाते नहीं देख सकते। साल 2019 में की ब्रांड वैल्यू 475 मिलियन डॉलर थी जिसके इस साल बढ़ने की उम्मीद थी लेकिन कोरोना वायरस के चलते इस सीजन पर काफी असर पड़ा है। लागू का कहना है कि अगर में होगा तो यह ज्यादा रेवेन्यू कमा सकेगा। उनकी याचिका पर मंगलवार को सुनवाई हो सकती है। याचिका में कहा गया है, 'आईपीएल कोई चैरिटी इवेंट नहीं है। कोरोना वायरस ने सभी तरह के व्यापार के लिए मुश्किलें पैदा की हैं। आईपीएल को भारत में करवाने से अर्थव्यवस्था को काफी लाभ होगा जिसकी देश को फिलहाल बहुत ज्यादा जरूरत है।' इस याचिका में कहा गया है कि केंद्र और राज्य सरकार ने लॉकडाउन में अब बहुत रियायतें दे दी हैं। सरकार और प्रशासन सभी सुरक्षा मापदंडों को ध्यान में रखते हुए आईपीएल को इस साल भारत में आयोजित करवा सकते हैं। बीसीसीआई ने पहले आईपीएल को भारत में करवाने पर विचार किया था लेकिन कोरोना वायरस के लगातार बढ़ते केस के चलते इसे देश से बाहर ले जाने का फैसला किया गया।
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