Monday, September 21, 2020

शॉर्ट रन: किंग्स XI पंजाब बोली- हमें प्ले ऑफ से बाहर कर सकती है अंपायर की यह गलती September 21, 2020 at 02:31AM

नई दिल्ली रविवार को किंग्स XI पंजाब (KXIP) और दिल्ली कैपिटल्स (DC) के बीच हुए रोमांचक मैच में दिल्ली ने सुपर ओवर जीतकर यह मैच अपने नाम कर लिया। लेकिन पंजाब की टीम अंपायर की एक गलती के कारण बेहद निराश है। किंग्स की टीम ने मैच रेफरी जवागल श्रीनाथ (Javagal Srinath) को इसकी शिकायत की है और कहा कि इस गलत निर्णय के कारण ही हमारी टीम मैच हार गई। पंजाब की टीम ने कहा कि अंपायर की यह गलती हमें प्ले ऑफ से बाहर कर सकती है। दरअसल यह मैच अंपायर की गलती के चलते ही सुपर ओवर तक पहुंचा था, अन्यथा पंजाब की टीम यहां जीत दर्ज कर चुकी थी। मैच के 19वें ओवर में एक मौके पर मयंक अग्रवाल और क्रिस जॉर्डन ने दो रन दौड़े थे, जिसे अंपायर ने शॉर्ट रन करार देते हुए एक रन काट लिया। यह मैच 20वें ओवर में बराबरी पर यानी टाइ पर खत्म हुआ और फिर मैच का फैसला सुपर ओवर से हुआ, जिसमें दिल्ली ने बाजी मार ली। हालांकि जॉर्डन के इस विवादित रन (शॉर्ट रन) को जब टीवी रीप्ले में देखा गया तो जॉर्डन का बल्ला पूरी तरह से क्रीज के पार था। पीटीआई के एक खबर के मुताबिक, किंग्स XI पंजाब की सीईओ सतीश मेनन ने कहा, ' की 'शॉर्ट रन' वाली गलती के कारण हमें मैच गंवाना पड़ा। इस गलती के कारण हम प्लेऑफ में अपनी जगह गंवा सकते हैं। हमने मैच रेफरी से इसकी शिकायत की है।' उन्होंने कहा, 'यह एक मानवीय भूल है, जो किसी से भी हो सकती है। हम यह समझते हैं। लेकिन आईपीएल जैसे वर्ल्ड क्लास टूर्नमेंट में मानवीय गलतियों के लिए जगह नहीं है। इस गलती के कारण हम मैच हारे हैं, जिसका एक ही मतलब है कि हम हारे हैं। यह सही नहीं है। उम्मीद करता हूं कि नियमों पर फिर से पुनर्विचार होगा और मानवीय गलतियों की गुंजाइश नहीं होगी।' मेनन ने क्रिकइन्फो से कहा, 'जब हमारे पास तकनीक उपलब्ध है तब ऐसी गलतियों के लिए कोई जगह नहीं होनी चाहिए।' इससे पहले किंग्स XI पंजाब की सह-मालकिन प्रीति जिंटा ने इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया टि्वटर पर देते हुए अपनी नाराजगी जताई थी। प्रीति ने टि्वटर पर लिखा, ‘मैंने इस महमारी के दौरान पूरे जोश के साथ यहां तक का सफर किया, छह दिन क्वारंटीन रही और पांच कोविड टेस्ट कराए वो भी मुस्कुराते हुए, लेकिन वो एक शॉर्ट रन ने मुझे काफी दर्द दिया। अगर तकनीक का इस्तेमाल नहीं किया जा सकता तो इसका फायदा क्या है? यह समय है जब बीसीसीआई को नए नियम लाने चाहिए। यह हर साल नहीं हो सकता।’ प्रीति ने एक और ट्वीट में लिखा, ‘‘मैं हार-जीत को विनम्रता से स्वीकार करने में विश्वास रखती हूं और खेल भावना को भी मानती हूं, लेकिन खेल को सुधार करने के लिए नीति में बदलाव करने की मांग करना भी जरूरी है। जो हुआ वो हो चुका और आगे बढ़ना जरूरी है। इसलिए मैं आगे बढ़ रही हूं और हमेशा की तरह सकारात्मक हूं।’

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