Saturday, April 11, 2020

गांगुली की राह पर भूटिया, लेंगे खेल राजनीति में एंट्री April 11, 2020 at 02:29AM

नई दिल्ली ने क्रिकेट खेलने के दिनों में टीम इंडिया की कप्तानी की और उसे ऊंचाइयों पर ले गए। बाद में वह भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड () के अध्यक्ष भी बने। इस पद वह बड़ी ही कामयाबी के साथ पारी खेल रहे हैं। इसी तरह पूर्व भारतीय कप्तान भी भारतीय फुटबॉल महासंघ के अध्यक्ष बनने की इच्छा जाहिर की है। उन्होंने कहा है कि वह भविष्य में अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) के अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ने पर विचार करेंगे। एक दशक से अधिक समय तक भारतीय फुटबॉल का चेहरा रहे भूटिया ने 2011 में संन्यास लिया था। भूटिया से फेसबुक पर सवाल पूछा गया था कि क्या वह भविष्य में एआईएफएफ का अध्यक्ष बनना चाहेंगे तो उन्होंने कहा, ‘निश्चित रूप से इस पर भविष्य में विचार किया जा सकता है।’ पूर्व दिग्गज ने कहा, ‘फिलहाल मैं बाइचुंग भूटिया फुटबॉल स्कूल और युनाइटेड सिक्किम क्लब के साथ जमीनी स्तर पर फुटबॉल को मजबूत करने पर ध्यान दे रहा हूं। भविष्य में मैं निश्चित रूप से इस पर (एआईएफएफ अध्यक्ष) विचार करूंगा।’ देश के लिए 100 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाले पहले फुटबॉल खिलाड़ी बने 43 साल के भूटिया ने भारत और एफसी गोवा के खिलाड़ी ब्रैंडन फर्नांडिस को इस समय देश के सर्वश्रेष्ठ मिडफील्डर के रूप में चुना। उन्होंने कहा, ‘जाहिर है सुनील छेत्री अभी देश के सर्वश्रेष्ठ स्ट्राइकर है, उनके टक्कर को कोई नहीं। उनका गोल करने का रिकार्ड यही बताता है।’ उन्होंने कहा, ‘इस साल जिस मिडफील्डर ने मुझे सबसे ज्यादा प्रभावित किया वह है एफसी गोवा (इंडियन सुपर लीग की टीम) के खिलाड़ी ब्रैंडन फर्नांडिस। वह राष्ट्रीय टीम में भी है।’ इसलिए मिल सकता है मौका एआईएफएफ के मौजूदा अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल प्रभावी रूप से 2008 से इसकी कमान संभाल रहे हैं जब तत्कालीन प्रमुख प्रियरंजन दास मुंशी बीमार पड़ गए थे। वह 2012 और 2016 में इसके अध्यक्ष निर्वाचित हुए लेकिन ‘स्पोर्ट्स कोड (खेल संहिता) के कारण वह शायद फिर से चुनाव लड़ने के पात्र नहीं होंगे।

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