Wednesday, December 15, 2021

कोहली ने दक्षिण अफ्रीका में जीत का पताका लहराने की भरी हुंकार, बताया सीरीज जीत का फॉर्मूला December 15, 2021 at 12:31AM

मुंबई भारतीय टेस्ट टीम के लिए दक्षिण अफ्रीका ऐसी अंतिम जगह बची है जहां जीत की पताका लहराना बाकी है। को पूरा भरोसा है कि उनकी टीम इस देश के आगामी दौरे पर ‘कुछ विशेष’ करके वहां सीरीज जीत सकती है। भारतीय टीम 26 दिसंबर से शुरू होने वाली तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में जब दक्षिण अफ्रीका से भिड़ेगी तो कोहली की कप्तानी में विदेशों में अपने हाल के प्रभावशाली रिकॉर्ड को बेहतर करना चाहेगी। कोहली ने बुधवार को कहा, 'अनुभव, भरोसे और आत्मविश्वास के मामले में हम बहुत अच्छी स्थिति में हैं और इस बार हम कुछ विशेष कर सकते हैं और बतौर टीम हम जो नतीजा चाहते हैं, वो हासिल कर सकते हैं। शायद सबसे मुश्किल परिस्थितियों से निपटकर सीरीज जीत सकते हैं।' उन्होंने कहा, 'दक्षिण अफ्रीका ऐसी जगह है जहां हमने अभी तक एक भी सीरीज नहीं जीती है। इसलिए हम ऐसा करने के लिये प्रेरणा से भरे हुए हैं। हमारी मानसिकता हमेशा यही है कि हम जिस भी देश में खेलने जाएं, वहां जाकर सीरीज जीतें।' कोहली ने कहा, 'हम अब एक टेस्ट यहां और एक टेस्ट वहां जीतने के बारे में नहीं सोचते। हम बतौर टीम अपना सर्वश्रेष्ठ करेंगे और सुनिश्चित करेंगे कि हम इसमें योगदान करना जारी रखें।' टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को 2 बार उसके मांद में जाकर हराया है भारत ने ऑस्ट्रेलिया को दो बार उसकी ही मांद में हराकर इतिहास रच दिया और इस साल के शुरू में ब्रिटेन के दौरे पर भी वह 2-1 से बढ़त बनाए थी लेकिन कोविड-19 मामलों के कारण इस दौरे को निलंबित करना पड़ा। भारत ने दक्षिण अफ्रीका में 20 टेस्ट खेले हैं जिसमें से टीम केवल तीन में जीत दर्ज कर सकी है और 2018 के अंतिम दौरे पर उन्होंने कड़ी चुनौती पेश की लेकिन फिर भी सीरीज 1-2 से हार गए थे। भारत ने हाल में घरेलू सरजमीं पर दो मैचों की टेस्ट सीरीज में न्यूजीलैंड को 1-0 से शिकस्त दी थी। टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में केवल तीन टीमें - इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया और श्रीलंका - ही दक्षिण अफ्रीका को उसकी सरजमीं पर हरा सकी हैं। बकौल कोहली, 'हम निश्चित रूप से इससे काफी प्रेरणा ले सकते हैं। हमने उस दौरे पर सबसे मुश्किल परिस्थितियों में जीत हासिल की थी। इससे हमारा आत्मविश्वास काफी बढ़ना चाहिए। अगर हमारी मानसिकता सही होगी तो हम श्रृंखला काफी आत्मविश्वास के साथ शुरू करेंगे और हम निश्चित रूप से किसी भी चुनौती का डटकर सामना कर सकते हैं और इसका पूरा लाभ उठा सकते हैं। हम उस जीत से काफी प्रेरणा लेंगे और हमारा आत्मविश्वास बढ़ेगा।' 'जडेजा की कमी खलेगी' भारत हाल के समय में हरफनमौला हार्दिक पंड्या की अनुपस्थिति में पांच गेंदबाजों के संयोजन पर डटा रहा है। लेकिन इस बार स्पिन गेंदबाजी हरफनमौला रविंद्र जडेजा हाथ की चोट के कारण बाहर हैं तो दौरे पर उसकी पूरी परीक्षा होगी। कोहली ने कहा कि उन्हें अनुभवी जडेजा की कमी खलेगी लेकिन यह ‘निर्णायक कारक’ नहीं होंगे। उन्होंने कहा, 'जडेजा निश्चित रूप से हमारे लिए काफी महत्वपूर्ण खिलाड़ी रहे हैं। वह खेल के तीनों विभागों में योगदान करता है जो काफी महत्वपूर्ण है, विशेषकर विदेशी परिस्थितियों में। उसकी निश्चित रूप से कमी खलेगी। 'तेजी और उछाल भारतीय बल्लेबाजों के लिए चुनौतीपूर्ण' ‘बाक्सिंग डे’ से शुरू होने वाले पहले टेस्ट से पहले कोई अभ्यास मैच नहीं होगा लेकिन कोहली ने मैदान पर मैच की परिस्थितियों के अनुकूल अभ्यास पर जोर दिया। विराट ने कहा, 'मुझे लगता है कि इस तरह की चीजों से वास्तव में मदद मिलती है, जब आप उन परिस्थितियों में खेलते हैं जो मेरी राय में तेजी और उछाल के कारण बल्लेबाजी के लिए सबसे चुनौतीपूर्ण होती हैं।'

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