Sunday, August 8, 2021

मिल गई कंपनी... नीरज चोपड़ा के गोल्ड से खुशी से झूम उठे अभिनव बिंद्रा August 08, 2021 at 12:22AM

नई दिल्ली जब पीवी सिंधु ने रियो ओलिंपिक के फाइनल के लिए क्वॉलिफाइ किया तो उन्हें गोल्ड मेडल जीतते देखना चाहते थे। उन्होंने कहा था कि वह इकलौते भारतीय गोल्ड मेडलिस्ट होकर काफी अकेलापन महसूस कर रहे हैं और अब आखिरकार उन्हें कंपनी मिल गई है। तोक्यो ओलिंपिक में ट्रैक एंड फील्ड में भारत के लिए पहला मेडल लेकर आए और वो भी गोल्ड मेडल। अब अभिनव बिंद्रा अकेले गोल्ड मेडलिस्ट नहीं बिंद्रा ने हमारे सहयोगी टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया, 'मैं पूरी मस्ती में हूं।' भारत की ओर से व्यक्तिगत स्पर्धा में बिंद्रा ने 11 अगस्त 2008 को गोल्ड मेडल जीता था और उसके बाद ओलिंपिक में पहली बार भारत का राष्ट्रगान बजाया गया। अब अभिनव देश के इकलौते व्यक्तिगत ओलिंपिक गोल्ड मेडलिस्ट नहीं हैं और बिंद्रा से ज्यादा कोई इस बात को लेकर खुश नहीं हैं। बिंद्रा की सोशल मीडिया पोस्ट से इस बात का साफ पता चल रहा था। बिंद्रा ने नीरज चोपड़ा की जीत के बाद कई ट्वीट किए। 'मेरे लिए बहुत भावुक करने वाला क्षण' टि्वटर पर एक वीडियो पोस्ट करते हुए बिंद्रा ने कहा, 'प्यारे नीरज, मुझे पता है कि बेस्ट, ओलिंपिक गोल्ड मेडल, हासिल करने के लिए तुमने कितनी मेहनत की होगी, तुम्हारा खुद पर कितना विश्वास होगा। तुमने अपने पहले ओलिंपिक में यह मेडल हासिल किया है। हर हिंदुस्तानी की तरह यह मेरे लिए भी बहुत भावुक करने वाला क्षण है। यह दुनिया तुम्हारा मैदान है और तुम्हारी उपलब्धि उत्कृष्टता की मिसाल होगी, जिसे हमेशा याद किया जाएगा। मैं तुम्हें दिल से बधाई देता हूं और सम्मान करता हूं। '11,707 ऐथलीट में 3 परसेंट से भी कम को यह सम्मान मिलता है' अपने लेटर में बिंद्रा ने लिखा, इस तरह के इवेंट में गोल्ड मेडल जीतना बहुत मुश्किल होता है क्योंकि लोगों की आपसे बहुत उम्मीदें होती हैं। और उन उम्मीदों को पूरा करना काफी मुश्किल होता है। उन्होंने आगे लिखा, 'दुनिया के सबसे बड़े खेल आयोजन में पदक जीतना, जो हर 4 साल में एक बार होता है, यह सोचने की बात है कि तोक्यो में भाग लेने वाले 11,707 ऐथलीट में 3 परसेंट से भी कम को यह सम्मान मिलता है। इस पर आप ओलिंपिक में कामयाबी का इंतजार कर रहे एक देश की उम्मीदों का बोझ और जोड़ लीजिए इससे आपकी उपलब्धि और यादगार बन जाती है।'

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