Saturday, October 9, 2021

IPL Qualifier 1 : धोनी Vs पंत, फिर दिल्ली से टकराएगी चेन्नई, जीतने वाली टीम को मिलेगा फाइनल का टिकट October 08, 2021 at 10:55PM

दुबई बड़े मैचों में खेलने का अपार अनुभव रखने वाले खिलाड़ियों के दम पर चेन्नई सुपर किंग्स की टीम आईपीएल 2021 के रविवार को होने वाले पहले क्वॉलिफायर में दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ जीत के मजबूत दावेदार के रूप में शुरुआत करेगी। दिल्ली की टीम लीग में 20 अंक लेकर सबसे ऊपर रही और जिससे उनके प्रदर्शन में निरंतरता का पता चलता है। कोविड-19 के कारण टूर्नामेंट बीच में स्थगित होने के बावजूद दिल्ली ने अपनी निरंतरता बनाए रखी थी। 11वीं बार प्लेऑफ में पहुंची है चेन्नई चेन्नई ने पिछले साल चूकने के बाद फिर से प्लेऑफ में जगह बनाई है। उसने जिन 12 आईपीएल में हिस्सा लिया है उनमें से 11 बार उसकी टीम प्लेऑफ में पहुंची है। हालांकि आखिर में लगातार तीन मैच गंवाना उनके कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को नागवार गुजरा होगा। दिल्ली को भी पिछला मैच गंवाना पड़ा दिल्ली को भी अपना पिछला मैच गंवाना पड़ा। रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के कोना भरत ने अंतिम गेंद पर छक्का जड़कर दिल्ली को इस मैच में झटका दिया था। इससे उनकी स्थिति पर असर नहीं पड़ा लेकिन उसका आत्मविश्वास जरूर डिगा होगा। 8 बार फाइनल खेल चुकी है चेन्नई चेन्नई अब तक आठ बार फाइनल में जगह बना चुकी है जिनमें से तीन बार वह चैंपियन बना है। इससे पता चलता है कि टीम जरूरत के समय में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की क्षमता रखती है। उम्रदराज खिलाड़ियों पर भरोसा करती है सीएसके चेन्नई अपने उम्रदराज अनुभवी खिलाड़ियों पर विश्वास करता रहा है और अपनी टीम में अधिक फेरबदल भी नहीं करता है। रुतुराज गायकवाड़ अपवाद कहे जा सकते हैं जिनके बारे में यह कहा जा सकता है कि वह पिछले एक दशक में चेन्नई सुपर किंग्स की पहली देन हैं। धोनी का सिद्धांत स्पष्ट है जो आजमाए जा चुके हैं, जिन्हें अनुभव है उन पर भरोसा रखो और यही वजह है कि उनकी टीम में रविंद्र जडेजा, अंबाती रायडू, सुरेश रैना, ड्वेन ब्रावो और फाफ डुप्लेसिस जैसे खिलाड़ी हैं। इनके अलावा जोश हेजलवुड और मोईन अली जैसे अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी हैं और पूर्व भारतीय कप्तान धोनी को पता है कि वह किस तरह का संयोजन चाहते हैं। धोनी और रैना को दिखाना होगा दम धोनी जानते हैं कि वह लंबे समय से अच्छी फॉर्म में नहीं हैं। उन्होंने 14 मैचों में केवल 96 रन बनाए। आईपीएल के दिग्गज सुरेश रैना भी 12 मैचों में 160 रन ही बना पाए लेकिन उनके पास गायकवाड़ (533 रन) और डुप्लेसिस (546 रन) जैसे बल्लेबाज है जिन्होंने टीम को अक्सर ठोस शुरुआत दिलाई है। आखिरी ओवरों में जडेजा (227) अपनी बल्लेबाजी का कमाल दिखाते रहे हैं। गेंदबाजी में शार्दुल कर रहे कमाल इसी तरह से शार्दुल ठाकुर (14 इमैचों में 18 विकेट) गेंदबाजी में कमाल दिखा रहे है लेकिन ड्वेन ब्रावो (12 विकेट) हमेशा की तरह उपयोगी योगदान देने के लिये तत्पर रहते हैं। हेजलवुड फॉर्म हासिल नहीं कर पाये थे लेकिन धोनी ने उन पर भरोसा बनए रखा। धवन और साव में नहीं दिखा आत्मविश्वास दिल्ली कैपिटल्स ने भले ही लीग चरण में 10 मैच जीते लेकिन उनकी बल्लेबाजी में वैसा आत्मविश्वास नहीं दिखा। पृथ्वी साव (401 रन) और शिखर धवन (544 रन) ने कुछ अच्छी पारियां खेली लेकिन यूएई चरण में उसके बल्लेबाज दबदबा नहीं बना पाए। कप्तान ऋषभ पंत (362 रन) टुकड़ों में ही अच्छा प्रदर्शन कर पाए। मार्कस स्टोइनिस के चोटिल होने के कारण उनकी टीम का संतुलन गड़बड़ाया। शिमरोन हेटमायर ने डेथ ओवरों में अच्छी भूमिका निभाई लेकिन कोई अन्य बल्लेबाज ऐसा नहीं कर पाया। दिल्ली की मजबूत पक्ष है गेंदबाजी दिल्ली का मजबूत पक्ष उसकी गेंदबाजी है। अवेश खान (22 विकेट), अक्षर पटेल (15 विकेट), कैगिसो रबाडा (13 विकेट) और एनरिच नोर्किया (नौ विकेट) ने अब तक अपनी भूमिका बहुत अच्छी तरह से निभाई है। टीमें इस प्रकार हैं : चेन्नई सुपर किंग्स महेंद्र सिंह धोनी (कप्तान), सुरेश रैना, अंबाती रायडू, केएम आसिफ, दीपक चाहर, ड्वेन ब्रावो, फाफ डु प्लेसिस, इमरान ताहिर, एन जगदीसन, कर्ण शर्मा, लुंगी एंगिडी, मिशेल सेंटनर, रविंद्र जडेजा, रुतुराज गायकवाड़ , शार्दुल ठाकुर, आर साई किशोर, मोईन अली, के गौतम, चेतेश्वर पुजारा, हरिशंकर रेड्डी, भगत वर्मा, सी हरि निशांत। दिल्ली कैपिटल्स ऋषभ पंत (कप्तान), अजिंक्य रहाणे, पृथ्वी साव, रिपल पटेल, शिखर धवन, शिमरोम हेटमायर, श्रेयस अय्यर, स्टीव स्मिथ, अमित मिश्रा, एनरिक नोर्त्जे, अवेश खान, बेन ड्वारशुइस, इशांत शर्मा, कैगिसो रबाडा, कुलवंत खेजरोलिया, लुकमान मेरीवाला, प्रवीण दुबे, टॉम कुरेन, उमेश यादव, अक्षर पटेल, ललित यादव, मार्कस स्टोइनिस, रविचंद्रन अश्विन, सैम बिलिंग्स और विष्णु विनोद।

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