Sunday, October 17, 2021

लुधियाना में जन्म, 14 साल की उम्र में छोड़ा भारत, अब वर्ल्ड टी-20 में ओमान के लिए रचा इतिहास October 17, 2021 at 06:47AM

अलअमेरात ओमान-यूएई में आज से शुरू हुए वर्ल्ड टी-20 के पहले मुकाबले में ओमान ने पीएनजी यानी पापुआ न्यू गिनी को 10 विकेट से हरा दिया। ओमान की इस जीत में भारत का गहरा कनेक्शन है। पंजाब के लुधियाना में जन्में जतिंदर सिंह ने ओमान की ओर से खेलते हुए घरेलू हालातों का जमकर फायदा उठाय। नाबाद 73 रन की पारी के दौरान उन्होंने कई रेकॉर्ड अपने नाम किए। ओमान के लिए सबसे बड़ी पार्टनरशिप टॉस गंवाकर पीएनजी ने ओमान के सामने 130 रन का लक्ष्य रखा था, जिसके जवाब में जतिंदर सिंह और आकिब इल्यास (नाबाद 50) की जोड़ी ने बिना कोई विकेट गंवाए ही यह स्कोर साध लिया। दोनों के बीच पहले विकेट के लिए 131 रन की साझेदारी हुई। यह ओमान के लिए मेंस टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में किसी भी विकेट के लिए सबसे बड़ी भागीदारी है। यह वर्ल्ड टी-20 के इतिहास में पहले विकेट के लिए किसी भी देश की ओर से सबसे बड़ी पार्टनरशिप भी है। टी-20 वर्ल्ड में फिफ्टी लगाने वाले पहले खिलाड़ी पंजाब में जन्में जतिंदर ने छोटे मैदान का पूरा फायदा उठाया और छक्का लगाकर अपनी टीम को जीत दिलाई, उन्होंने नाबाद 73 रन की पारी के लिए 42 गेंद खेली जिसमें सात चौके और चार छक्के जड़े थे। इल्यास ने 43 गेंद में पांच चौके और एक छक्के से नाबाद 50 रन बनाए। यह ओमान की ओर से न सिर्फ वर्ल्ड टी-20 के इतिहास में पहला अर्धशतक है बल्कि वह अपने देश के उच्चतम रन स्कोरर भी बन गए हैं। 10 विकेट से जीत दर्ज करने वाली तीसरी टीमजतिंदर-इल्यास के दबदबे से बनी 85 गेंद की अटूट साझेदारी से 13.4 ओवर में बिना विकेट गंवाए 131 रन बनाकर शानदार जीत दर्ज की। इस तरह से ओमान मेंस के टी-20 विश्व कप में 10 विकेट से जीत दर्ज करने वाली तीसरी टीम बन गई। इससे पहले ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका ने यह कारनामा किया था। पहली 11 गेंदों तक नहीं खुला था PNG का खाता ओमान के कप्तान जीशान मकसूद ने अपनी स्पिन से कमाल करते हुए चार ओवर में 20 रन देकर चार विकेट झटके जिसमें एक ही ओवर में तीन खिलाड़ियों को पवेलियन भेजना भी शामिल रहा। इससे वह ‘मैन ऑफ द मैच’ रहे। ओमान के लिए बिलाल खान और कलीमुल्लाह ने गेंदबाजी से शानदार शुरूआत कराकर दो दो विकेट चटकाए। इतना ही नहीं पहली 11 गेंदों तक तो टीम का खाता भी नहीं खुला था। टी-20 विश्व कप में पदार्पण कर रही पापुआ न्यू गिनी (पीएनजी) के लिए वला की पारी (43 गेंद में चार चौके और तीन छक्के) के अलावा केवल दो अन्य खिलाड़ी ही दहाई का स्कोर बना सके। तीन चरणों में हो रहा है टूर्नामेंट पहला क्वॉलिफाइंग राउंड होगा, जहां आठ टीमें आपस में टकराएंगी। अगले छह दिनों में इन आठ टीमों के बीच 12 मैच खेले जाएंगे, जिसके बाद दोनों ग्रुप से चार श्रेष्ठ टीमें अगले राउंड में जगह बनाएंगी, जहां वर्ल्ड रैंकिंग्स की टॉप-आठ टीमों को दो ग्रुप में बांटा गया है। दूसरे चरण को सुपर-12 स्टेज का नाम दिया गया है। सुपर-12 के मुकाबले 23 अक्टूबर से शुरू होंगे। इसके बाद इन 12 में से चार टीमें नॉकआउट राउंड में जगह बनाएंगी। रॉयल पैलेस में बढ़ई थे पिता जतिंदर के पिता गुरमेल सिंह 1975 से ही ओमान के शाही महल में बढ़ई का काम करते थे। 1989 में पैदा होने वाले जतिंदर 14 साल की उम्र में अपने पिता के साथ ओमान आ बसे। टीम में चुने जाने से पहले जतिंदर मस्कट की किसी कंपनी में वह नौकरी किया करते थे। स्विच शॉट खेलने में माहिर इस खिलाड़ी ने भारत में अपने भाई से प्रभावित होकर क्रिकेट खेलना शुरू किया।

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