Tuesday, August 10, 2021

अपने प्रतिद्वंद्वी के सपॉर्ट में उतरे गोल्डन बॉय नीरज चोपड़ा, वेटर के खिलाफ क्यों जता रहे सहानुभूति, जानें August 10, 2021 at 04:56PM

नई दिल्ली तोक्यो ओलिंपिक (Tokyo Olympics) में स्वर्ण पदक पदक जीतकर इतिहास रचने वाले भारतीय जैवलीन थ्रो एथीलट नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) ने देशवासियों से कहा है कि वह जर्मनी के दिग्गज जोहानेस वेटर (Johannes Vetter) का सम्मान करें। नीरज और वेटर बेशक फील्ड पर प्रतिद्वंदी हों लेकिन ऑफ द फील्ड दोनों अच्छे दोस्त हैं। तोक्यो ओलिंपिक में जर्मनी के जोहानेस वेटर नीरज के कड़े प्रतिद्वंद्वी के रूप में उतरे थे। हालांकि वेटर फाइनल 8 में भी जगह नहीं बना सके। वेटर ने 9वें स्थान पर रहकर फिनिश किया। इस साल वेटर ने 7 बार 90 मी प्लस थ्रो कर चुके थे। उनका पसर्नल बेस्ट 97.76 मीटर था। नीरज ने शनिवार को तोक्यो ओलिंपिक में 87.58 मीटर का जैवलिन थ्रो करते हुए स्वर्णित इतिहास रचा था। हमारे सहयोगी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया के सवाल के जवाब में नीरज ने कहा कि वह भी पूर्व लॉन्ग जम्पर अंजू बॉबी जॉर्ज की तरह वर्ल्ड चैंपियनशिप (World Athletics Championships) में मेडल जीतना चाहते हैं। वेटर के लिए कही ये बात 'वेटर मेरे अच्छे दोस्त हैं। हम दोनों कभी कभी अपने गेम पर बातचीत करते हैं। वह ओलिंपिक में अच्छा नहीं कर सके। लेकिन वह अभी भी वर्ल्ड क्लास जैवलीन थ्रोअर हैं। उन्होंने इस साल छह से 7 बार 90 मी प्लस थ्रो किया है। उनका बेस्ट वर्ल्ड रेकॉर्ड होल्डर जेन जेलेनी के करीब रहा है। मैं उनका बहुत सम्मान करता हूं। मैं चाहता हूं कि हमारे देशवासी भी उनका आदर करें।' तोक्यो ओलिंपिक से पहले वेटर ने नीरज को दी थी चुनौती तोक्यो जाने से पहले वेटर ने कहा था कि उन्हें ओलिंपिक में हराना मुश्किल है। वेटर ने नीरज चोपड़ा के बारे में कहा था, 'नीरज ने दो बार अच्छी दूरी तय की है। फिनलैंड में उनका भाल 86 मीटर दूर गया। अगर वह स्वस्थ हैं और सही स्थिति में हैं , खासकर अपनी तकनीक से वह दूर भाला फेंक सकते हैं। उन्हें (नीरज चोपड़ा को) मेरी चुनौती का सामना करना पड़ेगा। मैं तोक्यो में 90 मीटर अधिक दूरी हासिल करने की कोशिश करूंगा। ऐसे में उनके लिए मुझे हराना मुश्किल होगा।' ...तब 5वें स्थान पर रही थीं अंजू बॉबी जॉर्ज अंजू बॉकी जॉर्ज एथेंस ओलिंपिक में अपनी स्पर्धा में पांचवें स्थान पर रही थीं। वह वर्ल्ड चैंपियनशिप की ट्रैक एंड फील्ड स्पर्धा में पदक जीतने वाली इकलौती भारतीय हैं। अंजू ने साल 2003 में पेरिस वर्ल्ड चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज मेडल जीता था। एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया की ओर से आयोजित सम्मान समारोह में टीओआई के पूछे गए सवाल पर नीरज ने कहा, ' मैं कॉमनवेल्थ खेलों (गोल्ड कोस्ट 2018) और एशियाई खेलों (जकार्ता 2018) में गोल्ड मेडल जीत चुका हूं। तोक्यो ओलिंपिक में भी मैंने स्वर्ण पदक कब्जा किया। इसलिए मेरा अगला लक्ष्य अग वर्ल्ड चैंपियनशिप में गोल्ड जितना है, जिसका आयोजन अगले साल होने वाला है।' भारत ने ओलिंपिक में 13 साल बाद व्यक्तिगत स्पर्धा में गोल्ड अपने नाम किया है। इससे पहले 11 अगस्त 2008 बीजिंग ओलिंपिक में शूटर अभिनव बिंद्रा ने भारत को गोल्ड मेडल दिलाया था। 'कभी कभी ओलिंपिक से भी कड़ी प्रतिस्पर्धा वर्ल्ड चैंपियनशिप में होती है' बकौल नीरज, ' वर्ल्ड चैंपियनशिप बड़ा कंपिटिशन होता है। कभी कभी इसमें ओलिंपिक से भी ज्यादा कड़ी प्रतिस्पर्धा होती है। मैं अगले साल भी अच्छा प्रदर्शन करने की कोशिश करूंगा और सीडब्ल्यूजी, एशियन गेम्स और पेरिस ओलिंपिक 2024 ओलिंपिक में गोल्ड जीतने की कोशिश करूंगा। वर्ल्ड चैंपियनशिप में मेडल अभी सिर्फ अंजू मैम के नाम है। मैं भी विश्व चैंपियनशिप में पदक जीतना चाहता हूं।' अगले साल 15 जुलाई से होगा विश्व चैंपियनशिप का आयोजन वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप का आयोजन साल 2022 में 15 से 24 जुलाई तक यूएस में होगा। इस चैंपियनशिप का आयोजन इसी साल होना था लेकिन कोरोना महामारी के कारण तोक्यो ओलिंपिक के एक साल आगे बढ़ने से इसके कार्यक्रम में भी बदलाव हुआ है।

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