Sunday, August 1, 2021

सिंधु ने ब्रॉन्ज जीत रचा इतिहास, ओलिंपिक में दो मेडल जीतने वाली पहली महिला ऐथलीट बनीं August 01, 2021 at 02:28AM

तोक्योभारतीय स्टार शटलर पीवी सिंधु ने तोक्यो ओलिंपिक-2020 के बैडमिंटन महिला एकल वर्ग का ब्रॉन्ज मेडल जीतते हुए इतिहास रच दिया। वह न केवल बैडमिंटन इतिहास में भारत के लिए दो मेडल जीतने वाली पहली शटलर बनीं, बल्कि इंडिविजुअल गेम में ऐसा करने वाली पहली महिला ऐथलीट भी बन गई हैं। ओवरऑल इंडिविजुआल गेम में पहली पहलवान सुशील कुमार के बाद भारत की दूसरी ऐथलीट हैं। इससे पहले उन्होंने रियो ओलिंपिक में सिल्वर मेडल अपने नाम किया था। सिंधु ने ब्रॉन्ज मेडल मुकाबले में कमाल का प्रदर्शन करते हुए चीन की बिंग जिआओ को 52 मिनट में सीधे गेम में 2-0 से हराया। उन्होंने पहला गेम 21-13 से एकतरफा जीता तो दूसरा गेम 21-15 से अपने नाम करते हुए इतिहास रच दिया। उन्हें सेमीफाइनल में ताई जू यिंग से हार मिली थी और वह अपने मेडल को अपग्रेड करने का मौका चूक गई थीं। लेकिन उसके बाद ब्रॉन्ज मेडल मुकाबले में उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया। पहला गेम: सिंधु का जबरदस्त गेम, चीनी शटलर दिखी पस्तभारतीय स्टार शटलर ने पिछले मैचों की तरह यहां भी शुरुआत अच्छी की। देखते ही देखते 3-0 फिर 5-3 की बढ़त बना ली। यहां पर बिंग ने वापसी की और नेट पर सिंधु को कुछ गलतियां करने के लिए मजबूर किया। स्कोर 6-6 पर बराबरी पर आ गया। यहां से दोनों खिलाड़ी एक-एक पॉइंट के लिए जूझते दिखे। इस दौरान एक जोरदार रैली (34 सेकंड, 41 शॉट) भी देखने को मिली, जिसे सिंधु ने शानदार स्ट्रेट स्मैश से अपने नाम करते हुए 10-8 की बढ़त ले ली। ब्रेक तक सिंधु 11-8 से आगे हो गईं। ब्रेक के बाद कोर्ट पर लौटने के बाद सिंधु ने क्रॉस और स्मैश का जबरदस्त इस्तेमाल किया और बढ़त 17-11 कर ली। इसके बाद पहल गेम 21-13 से अपने नाम किया। दूसरा गेम: यूं ढही चीन की दीवारदूसरे गेम की शुरुआत भी लगभग पहले गेम की तरह रही। सिंधु ने पहले 3-1, 5-2 और फिर 8-3 की बड़ी बढ़त बना ली। इस दौरान सिंधु के स्पिन, क्रॉस और स्मैश शॉट देखने लायक थे। चीनी शटलर वापसी की पूरी कोशिश कर रही थी, लेकिन सिंधु ने ब्रेक तक 11-7 की बढ़त के साथ अपने इरादे जाहिर कर दिए थे। इसके बाद उन्होंने 21-15 से जीतते हुए ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम कर लिया। भारत का तीसरा मेडलइससे पहले वेटलिफ्टिंग में मीराबाई चानू ने सिल्वर मेडल भारत की झोली में डाला था, जबकि लवलीन ने बॉक्सिंग में मेडल पक्का कर लिया है। हालांकि उनका मुकाबला अभी तक नहीं हुआ है। सिंधु के ब्रॉन्ज मेडल के साथ ही भारत के नाम तीन मेडल हो गए हैं। सिंधु का तोक्यो ओलिंपिक में ब्रॉन्ज मेडल तक का सफर
  • पहला मैच (ग्रुप स्टेज): पोलिकारपोवा सेनिया (इजराइल) के खिलाफ 2-0 से जीत
  • दूसरा मैच (ग्रुप स्टेज): चेयूंग नगन यि (हॉन्गकॉन्ग) के खिलाफ 2-0 से जीत
  • तीसरा मैच (राउंड-16): मिया ब्लिचफील्ड (डेनमार्क) के खिलाफ 2-0 से जीत
  • चोथा मैच (क्वॉर्टर फाइनल): अकाने यामागुजी (जापान) के खिलाफ 2-0 से जीत
  • 5वां मैच (सेमीफाइनल): ताई जू यिंग (चीनी ताइपे) से 0-2 से हारीं
  • छठा मैच (ब्रॉन्ज मेडल): बिंग जियाओ (चीन) के खिलाफ 2-0 से जीत

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