Monday, July 5, 2021

टिम पेन बोले-डब्ल्यूटीसी फाइनल में जगह नहीं बना पाना 'कड़वा घूंट पीने की तरह' था July 05, 2021 at 12:48AM

सिडनी ऑस्ट्रेलिया के टेस्ट ने कहा है कि विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल में जगह नहीं बना पाना 'कड़वा घूंट पीने की तरह' था। पेन ने साथ ही कहा कि धीमी ओवर गति के लिए अंकों का जुर्माना लगाते हुए मैच रैफरियों को अधिक निरंतरता दिखानी होगी। पिछले महीने साउथम्पटन में भारत को आठ विकेट से हराकर न्यूजीलैंड विश्व टेस्ट चैंपियन बना। ऑस्ट्रेलिया डब्ल्यूटीसी फाइनल में जगह बनाने की दौड़ में आगे चल रहा था लेकिन भारत के खिलाफ बॉक्सिंग डे टेस्ट के दौरान धीमी ओवर गति के लिए उस पर चार अंक का जुर्माना लगाया गया। यह सीरीज पेन की टीम के पास डब्ल्यूटीसी अंक हासिल करने का आखिरी मौका था क्योंकि दक्षिण अफ्रीका का दौरा रद्द हो गया। भारत को इसके बाद इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज खेलनी थी और विराट कोहली और उनकी टीम ने पर्याप्त अंक जुटाकर न्यूजीलैंड के साथ फाइनल में जगह बनाई। पेन ने संवाददाताओं से कहा, 'बेहद निराश हूं कि ओवर गति के कारण हम उसमे (डब्ल्यूटीसी फाइनल) जगह नहीं बना पाए। मुझे लगता है कि दुर्भाग्य से हम ऐसी टीम थे जिसे ओवर गति के जुर्माने का नुकसान उठाना पड़ा।' पेन ने मांग की कि अंकों का जुर्माना लगाते हुए मैच रैफरी को अधिक निरंतरता दिखानी होगी। उन्होंने कहा, 'पिछले दो साल में काफी टेस्ट मैच रहे जिसमें टीमें निर्धारित समय में पूरे ओवर नहीं फेंक सकीं और मैं सुनिश्चित नहीं हूं कि कितनी टीमों ने इसके कारण अंक गंवाए। मुझे लगता है कि इसे लेकर (अंकों का जुर्माना) अधिक निरंतरता होनी चाहिए, यह ध्यान में रखते हुए कि पुरस्कार बहुत बड़ा है और कुछ ओवरों के कारण आप चार अंक गंवा सकते हो।' विकेटकीपर बल्लेबाज पेन ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया एकमात्र टीम थी जिसके ओवर गति के अपराध के लिए अंक काटे गए। बकौल पेन, 'हमने निर्धारित समय में ओवर नहीं फेंके। मैं सिर्फ इतना चाहता हूं कि निरंतरता हो। मैं (टेस्ट क्रिकेट में) काफी ऐसे दिन नहीं खेला जिस दिन पूरे ओवर फेंके गए हो और मेरी जानकारी के अनुसार कोई और टीम नहीं थी जिसके अंक काटे गए। हां, यह कड़वा घूंट पीने की तरह है कि आप एकमात्र टीम हो जिसके अंक काटे गए।' पेन ने कहा कि उनके लिए भारत और न्यूजीलैंड के बीच खिताबी मुकाबला देखना मुश्किल था। उन्होंने कहा, 'मैंने मैच में काफी खेल नहीं था। मैंने अंतिम दिन का खेल देखा। मैंने पहले दिन का खेल देखने को लेकर रोमांचित था लेकिन फिर मैंने नहीं देखा। मैंने अंतिम दिन का खेल देखा और यह काफी रोमांचक था, शानदार क्रिकेट।'

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