Friday, June 4, 2021

खिलाड़ियों के सोशल मीडिया इतिहास को खंगाल सकता है इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड, ये है वजह June 03, 2021 at 09:09PM

लंदन इंग्लैंड के बल्लेबाजी कोच ग्राहम थोर्प का कहना है कि ओली रॉबिन्सन के लिंगभेद और नस्लवाद से जुड़ी पुरानी पोस्ट के चर्चा में आने के बाद क्रिकेट बोर्ड खिलाड़ियों को चुनने से पहले सोशल मीडिया के उनके इतिहास की समीक्षा कर सकता है। न्यूजीलैंड के खिलाफ बुधवार को टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू करने वाले 27 वर्षीय रॉबिन्सन के कारण तब विवाद पैदा हो गया जब 2012-13 में ट्विटर पर लिंगभेद और नस्लवाद से जुड़ी उनकी पोस्ट सोशल मीडिया में चर्चा का विषय बन गए। थोर्प ने इस मामले पर टिप्पणी करते हुए कहा कि इस तरह के विवाद से बचने के लिए भविष्य में खिलाड़ी के सोशल मीडिया इतिहास की जांच करने के अधिक प्रयास किये जाएंगे। रॉबिन्सन ने कहा था कि उन्होंने ये ट्वीट तब किए थे जब वह अपनी जिंदगी के बुरे दौर से गुजर रहे थे क्योंकि इंग्लिश काउंटी यार्कशर ने उन्हें किशोरावस्था में बाहर कर दिया था। उन्होंने बीबीसी से कहा, 'यह स्पष्ट रूप से ऐसा मामला है जिस पर गौर करने की आवश्यकता है ताकि कल जैसी नौबत फिर नहीं आए।' रॉबिन्सन ने बाद में एक किशोर के रूप में लिखी गई इन पोस्ट के लिए माफी मांगी थी। थोर्प ने कहा कि यह तेज गेंदबाज अपनी गलती से वाकिफ था और उसने ड्रेसिंग रूम में भी अपने कृत्य के लिए माफी मांगी। उन्होंने कहा, 'अपने ड्रेसिंग रूम में हमें उसका समर्थन करना था। कल का दिन उसके लिए काफी मुश्किल भरा था। उसने ड्रेसिंग रूम में माफी मांगी और दुनिया से माफी मांगी। इस नजरिए से यह उसके लिए बहुत मुश्किल था लेकिन वह जानता था कि उसने गलती की है।' रॉबिन्सन ने न्यूजीलैंड की पहली पारी में 75 रन देकर चार विकेट लिए। इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) रॉबिन्सन के कृत्यों की जांच कर रहा है।

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