Thursday, March 25, 2021

विश्व कप क्वॉलिफायर, नेपाल की फर्जी टीम में खेले भारतीय घुड़सवार, पदक भी जीते March 24, 2021 at 08:36PM

नई दिल्ली क्या आपने कभी सुना है कि किसी एक देश के खिलाड़ी एक हाई-प्रोफाइल कॉम्पीटिशन, जिसमें वर्ल्ड कप की भागीदारी दांव पर लगी हो, में किसी दूसरे देश के लिए खेल रहे हों? जी, ऐसा ही कुछ भारत में एक सप्ताह पहले हुआ। जी, हाल ही में ग्रेटर नोएडा में आयोजित हुई टेंट पैगिंग (एक तरह की घुड़सवारी) वर्ल्ड कप क्वॉलिफिकेशन इवेंट में चार भारतीय नागरिक घुड़सवारों ने नेपाल की टीम का प्रतिनिधित्व किया। टूर्नमेंट का आयोजन भारतीय घुड़सवारी असोसिएशन (Equestrain Federation of India) ने किया था। यह टूर्नमेंट 16 से 18 मार्च के बीच खेला गया था। यह टूर्नमेंट इंटरनैशनल टेंट पैगिंग फेडरेशन (ITPF) के अंतर्गत खेला गया जिसका हेडक्वॉर्टर मस्कट, ओमान में खेला गया। इस इवेंट में पांच देशों- भारत, पाकिस्तान, यूएसए और नेपाल की टीमों ने भाग लिया। क्वॉलिफिकेशन के लिए आयोजित सात प्रतियोगिताओं में से भारत ने छह में गोल्ड जीता और एक ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया। इस टूर्नमेंट का वर्ल्ड कप 2023 में साउथ अफ्रीका में होना है। पाकिस्तान की टीम दूसरे और नेपाल की टीम तीसरे स्थान पर रही। ITPF के नियमों के अनुसार चार या उससे अधिक टीमों को वर्ल्ड के लिए क्वॉलिफाइ करना है। हैरानी की बात यह है कि यह बाद में पता चला कि नेपाल की टीम में भाग लेने वाले सभी चार घुड़सवार भारतीय थे। और तो और, नेपाल के लिए भाग लेने वाले चारों घुड़सवारों के नाम की स्पेलिंग गलत लिखी हुई थी और साथ ही उसका उपनाम भी नहीं लिखा गया था। रिजल्ट शीट के मुताबिक नेपाल के लिए खेलने वाले चार घुड़सवारों के नाम थे, Yogandar, Golam, Kepil and Vinay. Their actual names are: Yogender, Gulam Mohamed, Kapil and Vinay Kumar थे। EFI, जो अपनी इन्विसेटिगेशन कर रही है, ने ITPF को लिखकर मामले की जानकारी दी है। फेडरेशन ने नेपाल के घुड़सवार संघ को लिखकर सफाई भी मांगी है। EFI के जनरल सेकेट्री कर्नल जयवीर सिंह ने कहा कि चूंकि नाम नेपाल की फेडरेशन की ओर से आए थे इसलिए फेडरेशन ने बैकग्राउंड की जांच नहीं की। एक सूत्र ने कहा, 'कोविड-19 की परिस्थिति के कारण पाकिस्तानी और अमेरिकी घुड़सवारों को वीजा मिलने में देरी हो रही थी। लेकिन ITPF के नियमों के मुताबिक वैध वर्ल्ड कप क्वॉलिफिकेशन के लिए कम से कम चार देशों के प्रतिनिधियों का होना जरूरी था। इस वजह से भारतीय घुड़सवारों को नेपाल की टीम बनाकर इवेंट में शामिल किया गया। जिन राइडर्स ने इसमें नेपाल की टीम के तौर पर भाग लिया उन्हें टूर्नमेंट में मौजूद कई लोग जानते थे। ऐसे में सवाल उठना लाजमी था कि कैसे भारतीय घुड़सवारों को नेपाल का प्रतिनिधित्व करने का मौका दिया गया।'

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