ऑस्ट्रेलिया में ऑस्ट्रेलिया को हराना आसान नहीं होता लेकिन टीम इंडिया ने लगातार दो बार ऐसा कर दिया। मौजूदा सीरीज जीतना भारत के लिए इसलिए भी ज्यादा मायने रखती है क्योंकि कई स्टार खिलाड़ियों की चोट के कारण उसके पास विकल्प ही बहुत कम बचे थे, लेकिन उसने कर दिखाया, इतिहास रच दिया।
भारत ने ब्रिसबेन के गाबा में चौथा टेस्ट मैच मंगलवार को अंतिम दिन 3 विकेट से जीता। ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहली पारी में 369 रन बनाए जिसके बाद भारत अपनी पहली पारी में 336 रन पर ऑलआउट हुआ। कई स्टार खिलाड़ियों के बाहर रहने और चोट से परेशान रहने के बावजूद टीम इंडिया के लिए यह सीरीज जीतना काफी मायने रखता है।
लगातार दूसरी बार भारत ने जीती बॉर्डर-गावसकर ट्रोफी
मोहम्मद सिराज और शार्दुल ठाकुर ने ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी 294 रन पर खत्म की, जिससे टीम इंडिया को जीत के लिए 328 रन का टारगेट मिला। भारत ने शुभमन गिल (91), विकेटकीपर ऋषभ पंत (89*) और चेतेश्वर पुजारा (56) की दमदार पारियों की मदद से इस लक्ष्य को हासिल किया और ब्रिसबेन में तिरंगा भी लहरा दिया। ऑस्ट्रेलिया के पेसर पैट कमिंस ने दूसरी पारी में 4 विकेट झटके। इस जीत के साथ उसने बॉर्डर-गावसकर ट्रोफी भी अपने पास रखी।
36 रन पर ऑलआउट टीम इंडिया
किसी भी टीम का मनोबल गिर सकता है जब सीरीज के पहले ही मैच में वह 36 रन पर ऑलआउट हो जाए। ऐसा हुआ भारत के साथ जब उसे मौजूदा सीरीज के पहले टेस्ट मैच में (डे-नाइट फॉर्मेट के) मात्र 36 रन पर आउट होकर शर्मिंदगी झेलनी पड़ी। तमाम आलोचनाओं का सामना किया, लेकिन डट कर सामना किया और अगले टेस्ट मैच में जीत दर्ज की।
पैटरनिटी लीव पर विराट कोहली
दुनिया के दिग्गज बल्लेबाजों में शुमार विराट कोहली पहले टेस्ट के बाद पैटरनिटी लीव पर चले गए। उनके घर में बिटिया ने जन्म लिया। वह इससे पहले वनडे और टी20 सीरीज खेले लेकिन टेस्ट सीरीज में पहला मैच खेलने के बाद स्वदेश लौट आए। उनकी गैरमौजूदगी में अजिंक्य रहाणे ने टीम इंडिया की कमान संभाली और संयमित अंदाज में नेतृत्व करते हुए सीरीज जीती।
WHAT A WIN!!! Yessssss. To everyone who doubted us after Adelaide, stand up and take notice. Exemplary performance… https://t.co/pz5JhDgamH
— Virat Kohli (@imVkohli) 1611044547000
चोट से परेशानभारतीय टीम चोट से काफी परेशान रही। उसके कई स्टार खिलाड़ी चोटिल हुए और चौथे टेस्ट में तो प्लेइंग-XI के लिए भी काफी मशक्कत करनी पड़ी। इसके बावजूद हार ना मानने का जज्बा दिखाया और तमाम चुनौतियों से पार पाया। रविंद्र जडेजा, हनुमा विहारी, रविचंद्रन अश्विन तो बाहर ही रहे। इतना ही नहीं, मयंक अग्रवाल, चेतेश्वर पुजारा और गाबा टेस्ट जीत के हीरो ऋषभ पंत तो चोट के बावजूद खेले।
नए खिलाड़ियों पर दारोमदार
जब टीम पहले टेस्ट में 36 रन पर ऑलआउट हो गई और तीसरे ही दिन उसे करारी शिकस्त झेलनी पड़ी तो दारोमदार नए खिलाड़ियों पर आ गया। इतना ही नहीं, 5 खिलाड़ियों ने तो टेस्ट करियर का आगाज ही इस सीरीज से किया, जिसमें मोहम्मद सिराज, शुभमन गिल, नवदीप सैनी, टी नटराजन औ वॉशिंगटन सुंदर शामिल हैं।
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