Sunday, April 19, 2020

कैसे चमकेगी गेंद, कोविड का बाद आईसीसी के सामने बड़ा सवाल April 19, 2020 at 08:17PM

नई दिल्ली फैलने का एक कारण खांसी और छींक के ड्रॉपलेट भी हैं और शायद यही कारण हैं कि जब कभी भी इस वैश्विक महामारी के बाद क्रिकेट शुरू होगा आईसीसी के सामने बड़ी चुनौती गेंद को चमकाने के लिए इस्तेमाल होने वाला पसीना और स्लाइवा होगा। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद कोरोना वायरस के बाद खिलाड़ियों को स्लाइवा और पसीने का इस्तेमाल कर गेंद चमकाने से रोक सकती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है, 'कोविड-19 मुख्य रूप से छींकते या खांसते समय नाक से निकले स्लाइवा से फैलता है।' इस वजह से खेल शुरू होने के बाद क्रिकेट खिलाड़ियों को इससे प्रभावित होने का खतरा होगा। क्रिकेटर आमतौर पर गेंद को चमकाने के लिए थूक या पसीना का इस्तेमाल करते हैं। यह गेंद को चमकाने के आम और वैध तरीके माने जाते हैं लेकिन निकट भविष्य में संभव है कि इसकी इजाजत न दी जाए। ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज पैट कमिंस ने कहा था कि इस बारे में न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज के दौरान भी इस पर चर्चा हुई थी, यह सीरीज बाद में स्थगित कर दी गई थी। कमिंस ने कहा था, 'यह एक मुश्किल वक्त है। अगर हमें बीमारी के फैलने का खतरा नहीं होता तो मैं पूरे यकीन के साथ कह सकता हूं कि इस समय हम मैदान पर निकलकर खेल रहे होते।' वहीं ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज जेसन गिलेस्पी ने भी इस बहस में अपनी राय रखी है। उन्होंने कहा कि संभव है कि अब खिलाड़ी सिर्फ अंपायर के सामने ही गेंद को चमका सकें। उन्होंने कहा, 'मुझे नहीं लगता कि यह एक अजीब सवाल है। यह एक वास्तविक परिस्थिति है जिस पर चर्चा की जानी चाहिए। मैं किसी भी संभावना से इनकार नहीं कर रहा। संभव है कि हर ओवर के बाद ही अंपायर खिलाड़ियों को गेंद चमकाने की इजाजत दे और वह भी अपने सामने।' उन्होंने कहा, 'मुझे नहीं पता, क्या खिलाड़ी पसीना इस्तेमाल कर सकते हैं? सिर्फ पसीना इस्तेमाल किया जा सकेगा? मेरे पास इस सवाल का जवाब नहीं है लेकिन मैं पक्के तौर पर इन सवालों पर चर्चा होगी। अगर आप इस बारे में सोचें तो ये वाजिब सवाल लगते हैं।'

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