Friday, June 12, 2020

जब इरफान के पिता को देख मियांदाद हुए शर्मसार June 11, 2020 at 07:40PM

पाकिस्तान के दिग्गज जावेद मियांदाद आज 63 वर्ष के हो गए। 12 जून, 1957 को कराची में जन्मे जावेद जितना अपनी विस्फोटक बैटिंग के लिए मशहूर थे, उतना ही अपने विवादित बयानों के लिए बदनाम भी हैं। आए दिन वह कश्मीर और भारत के खिलाफ बोलते रहते हैं। यह हालात तब भी थे जब वह पाकिस्तान टीम के कोच थे। एक बार तो उन्हें अपने बड़बोले बयान की वजह से शर्मसार भी होना पड़ा था।

यह किस्सा 2004 का है। मौजूदा बीसीसीआई अध्यक्ष सौरभ गांगुली की कप्तानी में भारत ने साल 2004 में पाकिस्तान का दौरा किया, तब इरफान भी टीम का हिस्सा थे। पाकिस्तान क्रिकेट टीम के तत्कालीन कोच जावेद मियांदाद ने तब कहा था कि इरफान जैसे गेंदबाज पाकिस्तान की गली-गली में मिल जाते हैं। बाएं हाथ के बल्लेबाज और लेफ्ट आर्म मीडियम पेसर इरफान के पिता महमूद पठान को मियांदाद के इस बयान से काफी निराशा हुई और उन्होंने पाकिस्तानी कोच से मिलने की इच्छा जताई।

यह बात भारतीय क्रिकेट फैन्स, इरफान और उनकी फैमिली को पसंद नहीं आई थी। इस बारे में इरफान ने बताया था- मुझे याद है जावेद मियांदाद ने कुछ ऐसा कह दिया था कि मेरे जैसे गेंदबाज पाकिस्तान की हर गली में मिल जाते हैं। हमें यह अच्छा नहीं लगा। मेरे पिता भी मैच देखने पाकिस्तान गए। वह मेरे पास आए और कहा कि मैं पाकिस्तान के ड्रेसिंग रूम में मियांदाद से मिलना चाहता हूं।

इसके बाद इरफान पठान के पिता महमूद खान पठान मियांदाद से मिलने पाकिस्तानी टीम के ड्रेसिंग रूम में पहुंच गए। अचानक इरफान के पिता को अपने सामने देख मियांदाद खड़े हो गए। वह अवाक थे। वह सफाई देने लगे- मैंने आपके बेटे के बारे में ऐसा कुछ भी नहीं कहा। बता दें कि उस समय इरफान ने पाकिस्तान के मुल्तान में खेले गए सीरीज के पहले टेस्ट मैच में कमाल का प्रदर्शन करते हुए कुल 6 विकेट झटके थे जो मुकाबला भारत ने पारी और 52 रन से जीता। फिर लाहौर और रावलपिंडी में भी उन्होंने 3-3 विकेट लिए।

खैर, मियांदाद की जब भी बात आती है तो भारत के खिलाफ एक मैच की चर्चा जरूर होती है। करियर में 124 टेस्ट, 233 वनडे इंटरनैशनल मैच खेलने वाले मियांदाद ने ऑस्ट्रल-एशिया कप के फाइनल में मैच विजयी यादगार पारी खेली थी। भारत ने इस मैच में 7 विकेट पर 245 रन बनाए जिसमें सुनील गावसकर के 92, ओपनर के. श्रीकांत के 75 और दिलीप वेंगसरकर के 50 रन शामिल रहे। पाकिस्तान ने लक्ष्य का पीछा करते हुए 49.5 ओवर तक 9 विकेट गंवा दिए थे, तब मियांदाद ने चेतन शर्मा की पारी की अंतिम बॉल पर सिक्स लगाकर टीम को 1 विकेट से जीत दिला दी।

जावेद मियांदाद दुनिया के दूसरे ऐसे क्रिकेटर हैं, जिनकी टेस्ट औसत 50 से नीचे कभी नहीं रही। उनसे पहले यह रेकॉर्ड इंग्लैंड के हरबर्ट सचक्लिफ के नाम था। जावेद ने 124 टेस्ट में 52.57 की औसत से 8832 रन बनाए। उनके नाम इस दौरान 23 शतक और 43 अर्धशतक दर्ज हुए।

जावेद ने 6 वनडे वर्ल्ड कप खेले। सबसे अधिक वर्ल्ड कप खेलने का यह वर्ल्ड रेकॉर्ड वह महान क्रिकेटर सचिन तेंडुलकर के साथ संयुक्त रूप से साझा करते हैं। उन्होंने 1975, 1979, 1983, 1987, 1992 और 1996 वनडे वर्ल्ड कप में में पाकिस्तान टीम का प्रतिनिधित्व किया था। 1992 में पाकिस्तान को वर्ल्ड चैंपियन बनाने में उनकी अहम भूमिका थी।

1975 और 1996 के बीच 33 विश्व कप मैचों में मियांदाद ने 43.32 के औसत से 1083 रन बनाए। इसमें एक शतक भी शामिल था। उन्होंने 1987 के विश्व कप में श्रीलंका के खिलाफ 100 गेंदों पर 103 रन बनाए। उन्होंने पाकिस्तान के लिए 124 टेस्ट और 233 एकदिवसीय मैच भी खेले, जिसमें क्रमशः 8832 और 7381 रन बनाए। पाकिस्तान के दिग्गज ने 23 टेस्ट और 8 एकदिवसीय शतक अपने नाम किए।

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