Friday, June 5, 2020

गोली, ग्रेनेड, रॉकेट लॉन्चर... यूं खौफ में थे क्रिकेटर June 04, 2020 at 09:36PM

नई दिल्लीश्रीलंका क्रिकेट टीम 2009 में पाकिस्तान दौरे पर आई थी। उस वक्त यहां जो हुआ वह क्रिकेट वर्ल्ड को दहलाने के लिए काफी था। श्रीलंकाई टीम के बस पर आतंकी हमला हुआ था। कई खिलाड़ियों को चोट आई थी और उसके बाद से आज तक पाकिस्तान में पूरी तरह से क्रिकेट की वापसी नहीं हो पाई है। उस दौरान टीम में शामिल ने 3 मार्च, 2009 को हुए उस भयानक मंजर को याद किया है। उन्होंने एक लाइव चैट के दौरान उस खौफनाक घटना को याद करते हुए बताया कि किस तरह पूरी टीम में दहशत का माहौल था हर कोई खौफ में था। उन्होंने बताया, 'उस समय जब हम पाकिस्तान जा रहे थे तो सुरक्षा बड़ा मुद्दा था। हमने सुरक्षा को लेकर अपनी चिंताओं के बारे में बोर्ड को बताया था और खिलाड़ियों के लिए बीमा तलाश रहे थे। इसलिए हमने बड़ी सहजता से बोर्ड को इनकार कर दिया, लेकिन हमें बताया गया कि उन्होंने सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी आधार काम किए हैं, इसलिए हम गए।' बातचीत के 20 सेकंड में ही हो गया हमलाउन्होंने हमले से ठीक पहले टीम बस में हुई बातचीत का खुलासा करते हुए कहा, 'हम बस में बैठे हुए थे। खिलाड़ी इस बारे में बात कर रहे थे कि आप आज शाम को क्या करने जा रहे हैं। हमारे एक तेज गेंदबाज ने कहा कि यहां विकेट बहुत सपाट हैं तो मुझे छोटा फ्रैक्चर या कुछ और होने वाला है। मुझे उम्मीद है कि कोई बम गिरा तो हम घर जा सकते हैं। इसके 20 सेकंड भी नहीं हुए थे कि ऐसा हो गया।' बता दें कि दोनों टीमों के बीच खेला गया पहला टेस्ट ड्रॉ रहा था और लाहौर में एक मार्च से दूसरा टेस्ट खेला जा रहा था। लगा पटाखे हैं, लेकिन तभी...पूर्व श्रीलंकाई कप्तान ने बताया, 'उस समय हमारी टीम का मालिश करने वाला सामने था। हमने गोलियों की आवाज सुनी। हमें लगा वे पटाखे थे। वह उठा और कहा कि नीचे हो जाओ वे बस पर गोलियां बरसा रहे हैं। दिलशान भी सामने थे, मैं बीच में था। महेला जयवर्धने ठीक पीछे थे। मुरली (मुथैया मुरलीधरन) मेरे ठीक पीछे बैठे थे। मुझे याद है कि सलामी बल्लेबाज थरंगा परनवितान सामने थे।' नर्क के समान था वह मंजरउन्होंने उस खौफनाक हमले के बारे में कहा, 'यह नर्क के समान था। हम बस के गलियारे में छिप गए। एक-दूसरे के ऊपर और शूटिंग होती रही। उन्होंने कई बार बस पर गोली मारी और ग्रेनेड फेंके और एक रॉकेट लॉन्चर भी दागा। पता नहीं कैसे हम बच गए।' बता दें कि श्रीलंकाई टीम जब तीसरे दिन के खेल के लिए होटल से गद्दाफी स्टेडियम जा रही थी, उसी वक्त 12 से 15 आतंकियों ने टीम बस पर हमला किया था। हमले में श्रीलंकाई टीम के 7 सदस्य घायल हो गए थे। इनमें कुमार संगकारा, थरंगा परनाविताना, चामिंडा वास, महेला जयवर्द्धने, सुरंगा लकमल, अजंता मेंडिस, तिलन समरवीरा शामिल थे, जबकि 6 पुलिसकर्मी मारे गए थे।

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