Wednesday, April 15, 2020

पाक क्रिकेटर का इमरान खान पर बड़ा आरोप April 15, 2020 at 12:37AM

अमित कुमार, नई दिल्लीपाकिस्तान के प्रधानमंत्री और क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान पर उनके साथी क्रिकेटर बासित अली ने बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने ' टाइम्सऑफइंडिया.कॉम' से खास बातचीत में खुलासा किया कि वर्ल्ड कप के बाद 1993 के आसपास दिग्गज बल्लेबाज को टीम से निकालने की साजिश की गई थी, जो किसी और ने नहीं बल्कि इमरान खान ने की थी। यही नहीं, उन्होंने पर आरोप लगाया कि वह सिर्फ नाम के कप्तान थे। फैसले तो इमरान ही लेते थे। पूर्व पाकिस्तान बल्लेबाज ने जाजिस का खुलासा करते हुए कहा, 'जावेद मियांदाद को टीम से निकालने की साजिश की गई थी (1993 के आसपास)। उस वक्त मेरी उनसे तुलना की जाने लगी थी, जबकि ईमानदारी से कहूं तो मैं मियांदाद का एक प्रतिशत भी नहीं था। मैं नंबर 4 पर बल्लेबाजी करता था और जब मियांदाद को हटा दिया गया तो मुझे नंबर 6 पर स्थानांतरित किया गया। 4 नंबर पर मेरी औसत 55 की थी, लेकिन 6 पर मेरा प्रदर्शन खराब हो गया। वे जानते थे कि मैं इस नंबर पर शायद ही बल्लेबाजी कर पाऊंगा। यह मेरे लिए धीमा जहर था। अपने बैटिंग क्रम में बदलाव के लिए इमरान को जिम्मेदार ठहराते हुए बासित ने कहा- मैं बड़े शॉट्स के लिए जाना जाता था। क्रम बदलने के बाद मेरी बल्लेबाजी मुश्किल से आती थी। उस समय वसीम अकरम कप्तान थे, लेकिन वह व्यक्ति जो मियांदाद के आउट के लिए जिम्मेदार था वह कोई और नहीं इमरान खान थे। वह आदेश देते थे। उन्हीं के इशारे पर सब होता था। रेकॉर्ड बनाना चाहते थे मियांदाद, किया था निवेदनमियांदाद के टीम से निकाले जाने पर बात करते हुए बासित ने कहा, 'मैं कुछ ऐसा साझा करने जा रहा हूं जिसके बारे में आप नहीं जानते होंगे। मैं अपने देश की वजह से शांत रहा हूं। मियांदाद को 1996 विश्व कप टीम में शामिल नहीं किया गया था। उनका नाम शुरू में वहां नहीं था। मैं 15 सदस्यीय दल में था, लेकिन उन्होंने हमसे अनुरोध किया कि वह वर्ल्ड कप खेलना चाहते हैं। क्या कोई उनके लिए अपनी जगह छोड़ सकता है। दरअसल, वह सबसे अधिक विश्व कप के प्रदर्शन का रेकॉर्ड बनाना चाहते थे। मियांदाद के लिए मैंने छोड़ी अपनी जगहपूर्व क्रिकेटर ने बताया, 'मैं उस समय (1995 और 1996 में) फॉर्म में था, लेकिन फिर भी मैंने अपनी जगह का त्याग कर दिया, क्योंकि मैं मियांदाद का सम्मान करता था।' बता दें कि बल्लेबाजी के दौरान अपनी अनोखी तकनीक और नियंत्रण के लिए जाने जाने वाले मियांदाद दुनिया के उन दो क्रिकेटरों में से एक हैं, जिन्होंने छह विश्व कप में अपने देश का प्रतिनिधित्व किया है। भारतीय बल्लेबाज सचिन तेंडुलकर दूसरे हैं। अकरम के खिलाफ हुआ था विद्रोहबासित ने यह भी दावा किया कि जब 1993 में वसीम अकरम पाकिस्तान के कप्तान बने थे, तब कुछ खिलाड़ियों ने स्टार पेसर के खिलाफ विद्रोह किया था। उन्होंने बताया, '1993 में अकरम के खिलाफ विद्रोह हुआ जब वह पाकिस्तान टीम के कप्तान बने। खिलाड़ियों ने अकरम के खिलाफ विद्रोह किया और उन्हें बताया कि वह इमरान के आदेशों का पालन करते हैं, इसलिए वे उसके तहत नहीं खेलेंगे।' मियांदाद का क्रिकेटर करियर1975 और 1996 के बीच 33 विश्व कप मैचों में मियांदाद ने 43.32 के औसत से 1083 रन बनाए। इसमें एक शतक भी शामिल था। उन्होंने 1987 के विश्व कप में श्रीलंका के खिलाफ 100 गेंदों पर 103 रन बनाए। उन्होंने पाकिस्तान के लिए 124 टेस्ट और 233 एकदिवसीय मैच भी खेले, जिसमें क्रमशः 8832 और 7381 रन बनाए। पाकिस्तान के दिग्गज ने 23 टेस्ट और 8 एकदिवसीय शतक अपने नाम किए।

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