Thursday, December 2, 2021

एयरफोर्स ऑफिसर की बेटी जो भरतनाट्यम करते-करते भारतीय महिला क्रिकेट की पहचान बन गई December 02, 2021 at 07:38PM

नई दिल्ली लंबे अरसे पहले ही उसने अपने नाम के मुताबिक काम किया। मिताली आज महिला क्रिकेट में 'राज' करती हैं। भारतीय क्रिकेट में जो स्थान सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली का है, महिला क्रिकेट में मिताली राज का नाम भी उतने ही अदब से लिया जाता है। 3 दिसंबर 1982 को जोधपुर में जन्मीं मिताली का आज 39वां जन्मदिन है। 10 साल की उम्र से खेल रही क्रिकेट राजस्थान के जोधपुर में एक तमिल परिवार में मिताली का जन्म हुआ। 10 साल की उम्र में मिताली ने क्रिकेट खेलना शुरू किया और 7 साल बाद वह भारतीय टीम का हिस्सा थीं। अपने पहले ही वनडे इंटरनेशनल मैच में उन्होंने आयरलैंड के खिलाफ सेंचुरी लगा दी थी। यह साल 1999 था जब आयरलैंड के खिलाफ मिताली ने 14 रनों की नाबाद पारी खेली थी। डांसर बनने का था शौक मिताली राज बचपन में भरत नाट्यम डांसर बनना चाहती थीं, लेकिन एयरफोर्स में अधिकारी रहे उनके पिता ने क्रिकेट खेलने के लिए प्रोत्साहित किया। उसके बाद धीरे-धीरे वह इस दिशा में बढ़ने लगीं। उन्हें किताबे पढ़ने का भी शौक है। मैच के दौरान डगआउट या पविलियन में वह अकसर किताब पढ़ते देखी जा चुकी हैं। रेकॉर्ड्स बताता है महानता मिताली ने अपने करियर में 220 वनडे मैच खेले हैं। इसमें उन्होंने 51.32 की औसत, 7 शतक और 59 अर्द्धशतकों की मदद से 7391 रन बनाए हैं। इसके अलावा उन्होंने 12 टेस्ट मैचों में 43.68 की औसत से 1 शतक और 4 अर्द्धशतक के साथ कुल 699 रन बनाए हैं। मिताली का टी-20 इंटरनेशनल मैचों में प्रदर्शन सबसे शानदार रहा है। 89 अंतरराष्ट्रीय टी-20 मुकाबले में मिताली ने 37 की औसत से 2364 रन बनाए हैं। भारत को जिता चुकी हैं एशिया कप मिताली राज भारत के सबसे सफल कप्तानों में से एक रही हैं। उनकी कप्तानी में भारत ने दो बार आईसीसी वर्ल्ड कप के फाइनल में जगह बनाई। 2005 में साउथ अफ्रीका की मेजबानी में खेले गए टूर्नमेंट में भारत को ऑस्ट्रेलिया के हाथों हार का सामना करना पड़ा वहीं पिछले साल इंग्लैंड में हुए वर्ल्ड कप के खिताबी मुकाबले में उसे मेजबान टीम से हार मिली थी। साल 2006 में मिताली की ही कप्तानी में भारत ने एशिया कप जीता।

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