Sunday, September 5, 2021

कमजोरी बनी ताकत: पुछल्ले बल्लेबाजों ने बजाई अंग्रेजों की बैंड, लॉर्ड्स के बाद ओवल में भी बवाल September 05, 2021 at 06:06AM

नई दिल्ली भारतीय क्रिकेट टीम की लोअर ऑर्डर बल्लेबाजी की समस्या खत्म होती दिखाई दे रही है। इंग्लैंड के खिलाफ 5 मैचों की टेस्ट सीरीज में भारत के पुछल्ले बल्लेबाजों ने अपनी बल्लेबाजी से अभी तक काफी प्रभावित किया है। मौजूदा सीरीज में जो काम लॉर्ड्स टेस्ट में मोहम्मद शमी (Mohammad Shami) और जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah) ने लोअर ऑर्डर में उतरकर किया था ठीक उसी तरह की बल्लेबाजी ओवल टेस्ट की दूसरी पारी में विकेटकीपर ऋषभ पंत और शार्दुल ठाकुर के बल्ले से देखने को मिला। शार्दुल और पंत ने जोड़े 100 रन आठवें नंबर पर बल्लेबाजी के लिए उतरे शार्दुल (Shardul Thakur) ने पंत (Rishabh Pant) के साथ मिलकर 7वें विकेट के लिए 100 रन जोड़ डाले। पहली पारी में अर्धशतकीय पारी खेलने वाले शार्दुल ने दूसरी पारी में भी जमकर बल्ला भांजा। मुंबई के इस खिलाड़ी ने 72 गेंदों पर 60 रन की पारी खेली जिसमें 7चौके और एक छक्का शामिल था। दूसरी ओर पंत ने 106 गेंदों पर 50 रन बनाए जिसमें 4 चौके शामिल थे। दोनों ने कुल स्कोर को 400 के पार पहुंचाया। शार्दुल एक स्पेशलिस्ट बल्लेबाज की तरह मैदान के चारों पर शॉट लगा रहे थे। तीन साल पुराने टेस्ट करियर के चौथे मैच में शार्दुल के नाम तीन अर्धशतक हो चुके हैं। मौजूदा सीरीज में भारतीय बल्लेबाजों की बैटिंग की औसत मौजूदा सीरीज में भारत की ओपनिंग जोड़ी (1-1) ने 45.53 के औसत से रन बनाए हैं जबकि मध्यक्रम (3-6) ने 23.85 के औसत से रन जोड़े हैं। निचले क्रम (7-11) के बल्लेबाजों ने 22.25 के औसत से कुल रन जुटाए हैं। पहली पारी में दिग्गज हुए फेल तो शार्दुल ने संभाला था मोर्चा पहली पारी में जहां रोहित, पुजारा, राहुल, और रहाणे जैसे बल्लेबाज फ्लॉप रहे तो शार्दुल ठाकुर ने रेकॉर्डतोड़ पारी खेली। शार्दुल ने 36 गेंद में 57 रन की अपनी ताबड़तोड़ पारी के दौरान पूर्व विस्फोटक ओपनर विरेंदर सहवाग तक को पछाड़ दिया। सात चौके और तीन छक्के से सजी इस इनिंग में महज 31 बॉल में अपनी फिफ्टी पूरी की। इसी के साथ अब वह इंग्लैंड के खिलाफ सबसे तेज पचासा लगाने वाले भारतीय बल्लेबाज भी बने थे। शमी और बुमराह ने रेकॉर्ड 89 रन की साझेदारी की थी इससे पहले लॉर्ड्स टेस्ट में यही काम शमी और बुमराह ने किया था। शमी (70 गेंदों पर नाबाद 56) और बुमराह (64 गेंदों पर नाबाद 34) के बीच नौवें विकेट के लिए 89 रन की अटूट साझेदारी से अपनी दूसरी पारी आठ विकेट पर 298 रन पर समाप्त घोषित करके इंग्लैंड के सामने 272 रन का लक्ष्य रखा और फिर उसकी पूरी टीम 120 रन पर आउट किया था। भारत ने इस टेस्ट को 151 रन से जीता था। शमी और बुमराह ने तब जिम्मेदारी संभाली थी जब भारतीय टीम आठ विकेट पर 209 रन बनाकर 200 रन की बढ़त हासिल करने की स्थिति में भी नहीं दिख रही थी। इन दोनों ने जेम्स एंडरसन से लेकर मोईन अली तक के सामने सहजता से बल्लेबाजी की और अपने शॉट से अपने साथी खिलाड़ियों को भी रोमांचित किया। शार्दुल ने गाबा में लिखी थी जीत की पटकथा भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया को उसी के मैदान पर टेस्ट सीरीज में 2-1 से रौंदते हुए इतिहास रचा था। इस विजय गाथा की पटकथा गाबा में लिखी गई थी। कंगारू टीम के लिए स्वर्ग इस मैदान पर मिली जीत के हीरोज में एक नाम शार्दुल ठाकुर का था। उन्होंने बेहद नाजुक मौके पर वॉशिंगटन सुंदर के साथ मिलकर पहली पारी में वनडे अंदाज में 67 रनों की धमाकेदार पारी खेली थी।

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