Friday, July 16, 2021

जो चैपल दिग्गज सचिन और गांगुली को फूटी आंख नहीं सुहाते थे, उनकी तारीफ में इरफान के बाद अब रैना ने पढ़े कसीदे July 16, 2021 at 04:31AM

नई दिल्ली भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कोच ग्रेग चैपल (Greg Chappell) और तत्कालीन कप्तान सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) के बीच मनमुटाव जगजाहिर है। बावजूद इसके पूर्व बल्लेबाज सुरेश रैना और पूर्व ऑलराउंडर इरफान पठान उनकी तारीफ करते नहीं थकते। रैना का मानना है कि चैपल ने उस समय युवा खिलाड़ियों के साथ बहुत अच्छे तरीके से काम किया। चैपल भारतीय टीम के विवादास्पद कोच में से एक हैं। दिग्गज सचिन तेंडुलकर (Sachin Tendulkar) और गांगुली सहित कई सीनियर खिलाड़ियों का मानना था कि चैपल ने अपने कार्यकाल के दौरान खिलाड़ियों के बीच में दरार डालने की कोशिश की। गौरव कपूर (Gaurav Kapoor Show) के शो '22 यार्न्स' में रैना ने याद किया कि चैपल ने कैसे- इरफान पठान (Irfan Pathan), रॉबिन उथप्पा और उनके जैसे अन्य युवा खिलाड़ियों के साथ कितना अच्छा काम किया था। उन्होंने याद किया कि चैपल और तब के कप्तान राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) टीम इंडिया की फील्डिंग को सुधारने को लेकर कितने ज्यादा फोकस्ड थे। बकौल रैना, 'हम खुशकिस्मत थे कि हमें उन (ग्रेग चैपल) जैसा कोच मिला। वे जूनियर खिलाड़ियों को काफी सपॉर्ट करते थे। चैपल भारत को नंबर वन फील्डिंग टीम बनाना चाहते थे।' इससे पहले रैना ने अपनी किताब बिलीव- व्हाट लाइफ एंड क्रिकेट टॉट मी' में लिखा है कि ग्रेग हमेशा नतीजे चाहने वाले कोच थे। वह यह सुनिश्चित करते थे कि हम उन परिणामों को हासिल करें, जिन्हें हमने लक्ष्य बनाया था। फिर चाहे कुछ भी हो। जब मैं अपना करियर शुरू कर रहा था, मुझे इसी तरह की सलाह मिली। मुझे ऐसा रवैया पसंद रहा।' रैना का मानना है कि चेपल कभी गलत नहीं थे, क्योंकि उनका इरादा हमेशा भारत को एक मजबूत टीम बनाने का था। दूसरी ओर इरफान ने चैपल का बचाव करते हुए कहा था कि उनके प्रदर्शन में गिरावट के लिए तत्कालीन कोच ग्रेग चैपल को दोष देना चीजों को मुद्दों से भटकाना मात्र था। चैपल को वर्ष 2005 में भारतीय क्रिकेट टीम का कोच बनाया गया था। उनका दो साल का कार्यकाल विवादों भरा रहा। इरफान ने ये कहा था पठान ने कहा था, ‘इस तरह की सभी बातें .... लोगों का ग्रेग चैपल को लेकर बात करना, ये सब चीजों को मुद्दों से भटकाना मात्र था। इस तरह की बातें भी सामने आईं कि इरफान दिलचस्पी नहीं दिखा रहा। उन्होंने एक आभामंडल तैयार कर दिया कि इरफान का स्विंग पर पहले जैसा अधिकार नहीं रहा, लेकिन लोगों को यह समझने की जरूरत है कि पूरे मैच में आपको वैसी स्विंग नहीं मिलेगी, जैसी पहले 10 ओवरों में मिलती है। मैं अब भी गेंद को स्विंग कराने में सक्षम हूं।’ तेंडुलकर ने अपनी किताब में कही थी ये बात सचिन तेंडुलकर ने अपनी किताब 'प्लेइंग इट माई वे' में आरोप लगाया था कि ग्रेग चैपल 'रिंगमास्टर' की तरह व्यवहार करते थे, और खिलाड़ियों पर अपने विचार थोपते थे। चैपल ने सचिन को भी कई बार 'नाज़ुक और कमजोर' कहा था। चैपल ने तेंडुलकर के बल्लेबाजी क्रम में भी फेरबदल करने की कोशिश की थी। पूर्व ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी ने यह माना था कि इसके बाद दोनों के रिश्ते बिगड़ते चले गए। चैपल के कोच बनते ही टीम इंडिया में दो फाड़ चैपल जब भारत के कोच थे उस समय टीम इंडिया में गुटबाजी की खबरें आने लगी। ऐसा कहा जाने लगा कि टीम दो गुटों में बंट गई है। गांगुली को कप्तानी से हटाने और उन्हें टीम से बाहर करने में चैपल ने कोई कोर कसर नहीं छोड़ी थी। साल 2003 विश्व के फाइनल में पहुंचने वाली टीम इंडिया 2007 के वर्ल्ड कप में ग्रुप स्टेज से ही बाहर हो गई थी।

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