Saturday, June 5, 2021

On This Day : एक नो-बॉल की कीमत 489 रन, जब लारा के बल्ले से रचा गया इतिहास June 05, 2021 at 04:19PM

नई दिल्ली ब्रायन चार्ल्स लारा। क्रिकेट की दुनिया का प्रिंस। बाएं हाथ के इस क्लासिकल बल्लेबाज के नाम दर्ज हैं कई रेकॉर्ड। लारा गेंदबाजों के लिए खौफ थे। ग्लेन मैक्ग्रा, शेन वॉर्न, वसीम अकरम- आप किसी भी गेंदबाज को सुनें तो उनकी लिस्ट में लारा टॉप पर होंगे। जब तक लारा क्रीज पर रहते, विपक्षी टीम में बौखलाहट रहती। एक डर कि अकेले ही कमाल कर देगा। और आज ही के दिन (6 जून ) 27 साल पहले उन्होंने वह कीर्तिमान बनाया जो क्रिकेट में हमेशा याद कियाय जाएगा... लारा की खासियत लंबी पारियां खेलने की थी लारा की खासियत आक्रामकता के साथ लंबी पारियां खेलने की थी। वह क्रीज पर टिके रहते। और गेंदबाजों को पीटते रहते। उन्हें बल्लेबाजी करते देखना सधे हुए नृतक को नाचते हुए देखना जैसी होती। कभी उनका बल्ला कलाकार की कूची की तरह चलता तो कभी किसी लकड़हारे की कुल्हाड़ी की तरह। उनके पास विविधता थी। लारा कमाल करते। दो बार एक पारी में सर्वाधिक रन का तोड़ा रेकॉर्ड टेस्ट क्रिकेट में दो बार उन्होंने एक पारी में सर्वाधिक रन का रेकॉर्ड अपने नाम किया। पहले सर गारफील्ड सोबर्स (Garfield Sobers) का 365 रन का रेकॉर्ड तोड़कर 375 रन बनाए और फिर जब मैथ्यू हेडन (Mathew Hayden) ने जिम्बाब्वे के खिलाफ 380 रन बनाकर उनके रेकॉर्ड को तोड़ा तो लारा ने 400 रन बनाकर कीर्तिमान रच दिया। लेकिन आज लारा की एक ऐसी पारी की चर्चा होगी जो भले ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में न हो लेकिन क्रिकेट के इतिहास में हमेशा याद की जाएगी। फर्स्ट क्लास क्रिकेट में सर्वाधिक स्कोर बनाया साल 1994 में आज ही के दिन लारा (Brian Lara ) ने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में सर्वाधिक स्कोर बनाया। एक ऐसा कीर्तिमान जो उनसे पहले किसी ने हासिल नहीं किया। और उनके बाद भी नहीं। लारा ने 501 रन के स्कोर को छुआ। नाबाद। 375 रन के टेस्ट स्कोर के दो महीने के भीतर ही लारा ने पाकिस्तान के ओरिजनल लिटिल मास्टर कहे जाने वाले हनीफ मोहम्मद के 499 रन के स्कोर को पीछे छोड़ दिया। इंग्लिश काउंटी वॉरविकशर के लिए खेलते हुए लारा ने डरहम के खिलाफ एजबेस्टन में यह मुकाम हासिल किया। इस तरह मिला था जीवनदान इस मैच में लारा के साथ किस्मत थी। और पूरी तरह साथ थी। वह जब सिर्फ 12 रन पर बल्लेबाजी कर रहे थे तो बोल्ड हो गए। लेकिन गेंद नो-बॉल थी। जब 18 पर पहुंचे तो विकेटकीपर क्रिस स्कॉट ने उनका कैच छोड़ दिया। स्कॉट के मुंह से यकायक निकल गया- 'ओह डियर, अब यह शतक बना देगा।' पर शतक तो बस एक सीढ़ी थी। लारा बढ़ते गए और स्कोर की मंजिलें चढ़ते गए। कुल मिलाकर लारा ने कुल 427 गेंदों का सामना किया। 62 चौके लगाए और 10 छक्के जड़े। बीती 8 फर्स्ट क्लास पारियों में यह उनका सातवां शतक था। और पहला तो 375 था। ये उपलब्धि हासिक करने वाले इकलौते बल्लेबाज हैं लारा लारा इकलौते बल्लेबाज हैं जिनके नाम फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 100, 200, 300, 400 और 500 रन बनाने की उपलब्धि दर्ज है। किसी अन्य बल्लेबाज ने ऐसा नहीं किया है। और क्या भविष्य में ऐसा हो पाएगा? यह एक बड़ा सवाल है...

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