Saturday, June 26, 2021

सानिया मिर्जा के लिए मां बनने के बाद टेनिस कोर्ट पर वापसी नहीं थी आसान June 26, 2021 at 04:51PM

नई दिल्ली भारतीय महिला स्टार टेनिस खिलाड़ी सानिया मिर्जा (Sania Mirza) अगले महीने तोक्यो ओलिंपिक (Tokyo Olympics) में अंकिता रैना (Ankita Raina) के साथ जोड़ी बनाकर महिला युगल वर्ग में उतरेंगी। इससे पहले सानिया को साल के तीसरे ग्रैंड स्लैम विंबलडन में खेलना है जहां उनकी जोड़ीदार अमेरिका की बेथानी माटेक सेंड्स होंगी। विंबलडन (Wimbledon) की शुरुआत रविवार या यानी आज से हो रही है। सानिया 2015 में विंबलडन के महिला युगल वर्ग में चैंपियन रह चुकी हैं। साल 2018 में मां बनने के बाद सानिया ने पिछले साल जनवरी में कोर्ट पर वापसी की थी। हमारे सहयोगी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत में सानिया ने कहा, ' मैं विंबलडन में बेथानी माटेक सेंड्स के साथ खेलने को लेकर उत्साहित हूं। इस जगह से मेरी कई यादे जुड़ी हुई हैं।' 34 वर्षीय सानिया चौथी बार ओलिंपिक में हिस्सा लेंगी। वह तोक्यो में उतरने के साथ ही चार बार ओलिंपिक में हिस्सा लेने वाली पहली भारतीय महिला एथलीट बन जाएंगी। बकौल सानिया, ' मैं खुशकिस्मत हूं कि ओलिंपिक में मुझे 3 बार खेलने का मौका मिला। यह मेरा चौथा ओलिंपिक होगा। मां बनने के बाद ओलिंपिक में खेलना कुछ ऐसा है जिसका मैं सपना देख सकती थी। मैं वास्तव में इसको लेकर बहुत उत्साहित हूं।' अंकित रैना की सिंगल्स रैंकिंग 182 है जबकि युगल में वह 95वें नंबर पर काबिज हैं। 6 बार की ग्रैंड स्लैम चैंपियन सानिया इस साल ऑस्ट्रेलिया में डब्ल्यूटीए खिताब जीतने वाली अंकिता रैना से काफी प्रभावित हैं। सानिया ने अंकिता के बारे में कहा, ' मैं उसे काफी कम उम्र से देख रही हूं। वह सीखने के लिए आतुर रहती है। वह काफी अनुशासित हैं और संभवत: यही उनकी ताकत है। वह पिछले एक साल से डब्ल्यूटीए टूर में हिस्सा ले रही हैं। वह विश्व डब्ल्स रैंकिंग में टॉप 100 में शामिल हैं। मैं यह अच्छी तरह जानती हूं कि वह भी अपने पहले ओलिंपिक में खेलने को लेकर काफी उत्साहित होंगी। निश्चिततौर पर उन्हें अभी उच्च स्तर पर खेलने के लिए अनुभव की जरूरत है। लेकिन वह जिस तरह से लगातार खेल रही है उससे वह उच्च स्तर के खेल को समझती है।' 'मिक्स्ड डबल्स में उम्मीद' मेडल के बारे में सानिया ने कहा कि हमेशा की तरह इस बार भी हम मिक्सड डब्ल्स में उम्मीद कर सकते हैं। सानिया ने कहा, ' ईमानदारी से कहूं तो जब भी हम ओलिंपिक में जाते हैं तो हमारी उम्मीद मिक्स्ड डब्ल्स में होती है। पिछली बार मैं और रोहन बोपन्ना काफी नजदीक पहुंचे थे। यदि सबकुछ ठीक रहा तो हम जरूर पदक जीतने में सफल होंगे। हम सभी जानते हैं कि हम दावेदार नहीं हैं लेकिन ओलिंपिक में कुछ भी संभव है।'

No comments:

Post a Comment