Wednesday, June 16, 2021

भारतीय ऐथलीटों का कोच पर गंभीर आरोप, विदेश में दूसरे प्लेयर्स को देते हैं कोचिंग June 16, 2021 at 05:09AM

नई दिल्लीदेश के दो शीर्ष भाला फेंक ऐथलीटों ने बुधवार को आरोप लगाया कि भारतीय टीम जब अभ्यास के लिए विदेश के दौरों पर जाती तब जर्मनी के कोच उवे होन विदेशी खिलाड़ियों को भी ट्रेनिंग देते थे। इन आरोप लगाने वाले खिलाड़ियों में ओलिंपिक के लिए क्वॉलिफाइ कर चुके शिवपाल सिंह भी शामिल हैं। शिवपाल ने पिछले साल के शुरू में आगामी तोक्यो ओलिंपिक के लिए क्वॉलिफाइ किया था। ओलिंपिक में क्वॉलिफाइ करने की कोशिश में जुटी अनु रानी ने कहा कि जर्मनी के कोच ‘कुछ वजहों’ से ‘विदेशों में ट्रेनिंग कराने में ज्यादा रूचि दिखाते हैं।’ इन दोनों ने संयुक्त बयान में कहा, ‘जब हम विदेशों में जाते तो वह (होन) हमारी अनदेखी कर कुछ अन्य विदेशी खिलाड़ियों को ट्रेनिंग देते हैं।’ यह पूछने पर कि उन्होंने कब होन को विदेशी खिलाड़ियों को ट्रेनिंग देते हुए देखा है तो शिवपाल और अनु ने कहा, ‘2019 की बात है जब हम पोलैंड में ट्रेनिंग कर रहे थे।’ पूर्व विश्व रेकॉर्डधारी होन (58) से लगातार संपर्क साधने का प्रयास किया गया, लेकिन बात नहीं हो सकी। उनका अनुबंध इस साल सितंबर में समाप्त हो रहा है। सरकार से भुगतान हासिल करने वाला कोच विदेशों के अधिकारिक दौरों पर भारतीयों के अलावा किसी अन्य ऐथलीटों को ट्रेनिंग नहीं दे सकता। दोनों खिलाड़ियों ने एनआईएस पटियाला में अपने ट्रेनिंग बेस से कहा, ‘वह विदेशों में ट्रेनिंग देने में ज्यादा दिलचस्पी दिखाते जबकि हम मौजूदा परिस्थितियों में खुद को बचाना और यात्रा के जोखिम से बचना चाहते थे जिससे हम इससे सहमत नहीं होते।’ होन को शिवपाल और ओलिंपिक के लिए क्वॉलिफाइ कर चुके स्टार ऐथलीट नीरज चोपड़ा को ट्रेनिंग देने के लिए नवंबर 2017 में भाला फेंक कोच नियुक्त किया गया था। चोपड़ा उनसे ट्रेनिंग नहीं लेते और वह पिछले दो वर्षों से बायो-मैकेनिकल विशेषज्ञ क्लॉस बार्टोनिटेज की निगरानी में हैं। अनु ने कहा कि वह भी होन से ट्रेनिंग नहीं लेती क्योंकि उनकी शैली अलग है। उन्होंने कहा, ‘मैंने उनकी शैली के कारण उनसे ट्रेनिंग नहीं ली। मैंने इस साल के शुरू में उनसे ट्रेनिंग नहीं लेने का फैसला किया।’

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