Wednesday, June 9, 2021

जालंधर टू तोक्यो वाया ऑकलैंड: पंजाब चैंपियन न्यूजीलैंड के लिए खेलेगा ओलिंपिक June 09, 2021 at 06:53AM

नई दिल्लीजब अभिनव मनोतो सात साल पहले पंजाब के जालंधर से न्यूजीलैंड के क्राइस्टचर्च के लिए रवाना हुए तो पिता लवलीन कुमार (भारत के एक पूर्व शटलर) ने अपने बेटे को मैनेजमेंट में करियर बनाने की उम्मीद की थी। लेकिन अभिनव ने पिता के नक्से कदम पर चलते हुए बैडमिंटन खेल को जारी रखा और अब उन्होंने तोक्यो ओलिंपिक का कोटा पा लिया है। वह 2012 में पंजाब एकल चैंपियन बन गए थे और अब न्यूजीलैंड की ओर से ओलिंपिक खेलेंगे। कुमार अक्सर फोन पर बेटे को सुझाव साझा दिया करते थे। पिछले हफ्ते 29 वर्षीय तीन बार के ओशिनिया चैंपियन ने ओशिनिया कोटे पर तोक्यो ओलिंपिक के लिए अपना स्थान बुक करा लिया है। दुनिया के 91वें नंबर के खिलाड़ी ने तोक्यो के लिए अपना टिकट सील कर दिया है। बेटे की सफलता पर कुमार और उनकी वाइफ रजनी बाला खुश हैं। लवलीन ने इंडियन एक्सप्रेस को दिए इंटरव्यू में कहा- मैं केवल पंजाब चैंपियन बन सका और हमेशा राष्ट्रीय स्तर पर पदक जीतने की इच्छा रखता था। 61 वर्षीय कुमार कहते हैं- अभिनव को तोक्यो ओलिंपिक में प्रतिस्पर्धा करते देखना हमारे परिवार के लिए सबसे बड़ी बात होगी। यहां तक कि जब उसने न्यूजीलैंड जाने की योजना बनाई थी, तब भी हम जानते थे कि वह बैडमिंटन को पीछे नहीं छोड़ सकता। अभिनव वर्तमान में रेस टू तोक्यो रैंकिंग में 103वें स्थान पर हैं। वह 38 क्वॉलिफायर के ड्रॉ में 35वें खिलाड़ी के रूप में क्वॉलिफाइ करेंगे। बैडमिंटन एक एशिया-प्रभुत्व वाला खेल बना हुआ है और बैडमिंटन वर्ल्ड फेडरेशन और आईओसी के साथ इसे अब तक अन्य देशों तक विस्तारित करने के लिए निर्धारित किया गया है। उल्लेखनीय है कि भारत के लिए पीवी सिंधु, साई प्रणीत, सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी ने तोक्यो ओलिंपिक के लिए क्वॉलिफाइ किया है। कुमार ने बेटे की प्रैक्टिस पर बात करते हुए कहा- क्राइस्टचर्च में एक साल बिताने के बाद, जहां वह अपने चचेरे भाई पवित्रा के साथ रहा और स्थानीय स्टेडियम में खेला, वह सोएदजासा के आग्रह पर ऑकलैंड चला गया, जिसने उसे एक साल रहने के लिए अपने घर की पेशकश की। यहीं से उसने यहां तक का सफर तय किया।

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