Saturday, May 29, 2021

एशियाई बॉक्सिंग चैंपियनशिप: मैरीकोम, अमित पंघाल समेत सात भारतीय मुक्केबाज गोल्ड जीतने उतरेंगे May 29, 2021 at 04:35AM

दुबई छह बार की विश्व चैंपियन एमसी मैरीकोम और मौजूदा चैंपियन उन सात भारतीय मुक्केबाजों में शामिल हैं, जो दुबई में जारी 2021 एएसबीसी एशियाई महिला एवं पुरुष मुक्केबाजी चैंपियनशिप के फाइनल में खेलेंगे। पूजा रानी (75 किग्रा), अनुपमा (81 किग्रा) और लालबुतसाही (64 किग्रा) के साथ ओलिंपिक पदक विजेता अनुभवी मैरीकोम रविवार को अपने-अपने अंतिम मुकाबले खेलेंगी जबकि पुरुष वर्ग में पंघल, अब तक इस टूर्नामेंट में पांच पदक अपने नाम कर चुके शिवा थापा (64 किग्रा) और संजीत (91 किग्रा) सोमवार को एक्शन में होंगे। भारत पक्का कर चुका 15 पदकइस प्रतिष्ठित चैंपियनशिप में भारतीय दल ने पहले ही अभूतपूर्व सफलता हासिल करते हुए 15 पदक अपने नाम कर लिए हैं। यह इस चैंपियनशिप में उसका अब तक का सर्वोत्तम प्रदर्शन है। बैंकाक में 2019 में भारत ने 13 पदक (2 स्वर्ण, 4 रजत और 7 कांस्य) जीते थे और तालिका में तीसरे स्थान पर रहा था। इस साल की खास बात यह है कि चैंपियनशिप की पुरस्कार राशि में भारी इजाफा किया गया है। क्या मैरीकोम जीत पाएगी छठा गोल्ड?इंटरनेशनल बॉक्सिंग एसोसिएशन (एआईबीए) ने इस चैंपियनशिप के लिए 4,00,000 अमेरिकी डॉलर की पुरस्कार राशि आवंटित की है। मैरीकोम सातवीं बार एशियाई चैंपियनशिप में खेल रही हैं और वह अपने छठे स्वर्ण पदक के लक्ष्य के साथ 51 किग्रा फाइनल में दो बार की विश्व चैंपियन कजाख मुक्केबाज नाजि़म क्याजैबे की कड़ी चुनौती का सामना करेंगी। ओलिंपिक के लिए क्वालीफाई कर चुकीं एक अन्य भारतीय पूजा रानी, जिन्हें सेमीफाइनल में वॉक-ओवर मिला था, का सामना उज्बेकिस्तान की मावलुदा मोवलोनोवा से होगा। डिफेंडिंग चैंपियन हैं अमित पंघालमावलुदा ने अंतिम -4 में लंदन ओलिंपिक में पदक जीतने वाली मरीना वोल्नोवा की चुनौती को समाप्त किया था। दूसरी ओर, लालबुत्साई और अनुपमा को भी अपने-अपने भार वर्ग के फाइनल में मजबूत कजाख मुक्केबाजों का सामना करना होगा। पुरुषों के वर्ग में एशियाई खेलों के चैंपियन पंघाल सोमवार को स्वर्ण पदक के मैच में रियो ओलिंपिक स्वर्ण पदक विजेता और मौजूदा विश्व चैंपियन उज्बेकिस्तान के मुक्केबाज जोइरोव शाखोबिदीन के खिलाफ खेलते हुए अपने खिताब की रक्षा करने की कोशिश करेंगे। ने रचा इतिहासअसम के मुक्केबाज थापा, जो लगातार पांच पदक के साथ चैंपियनशिप में संयुक्त रूप से सबसे सफल पुरुष मुक्केबाज रहे हैं, को एशियाई खेलों के रजत पदक विजेता मंगोलिया के बातरसुख चिनजोरिग की चुनौती स्वीकार करनी होगी। दूसरी वरीयता प्राप्त संजीत का सामना रियो ओलिंपिक के रजत पदक विजेता वासिली लेविट से होगा, जो एशियाई चैंपियनशिप के अपने चौथे स्वर्ण पदक का लक्ष्य लेकर रिंग में उतरेंगे। आठ भारतीय मुक्केबाजों को कांस्य सिमरनजीत कौर (60 किग्रा), विकास कृष्ण (69 किग्रा), लवलीना बोरगोहेन (69 किग्रा), जैस्मीन (57 किग्रा), साक्षी चौधरी (64 किग्रा), मोनिका (48 किग्रा), स्वीटी (81 किग्रा) और वरिंदर सिंह (60 किग्रा) को सेमीफाइनल में हार का सामना करना पड़ा था। इन सबने देश के लिए कांस्य पदक हासिल किया है। उल्लखनीय है कि भारत, उज्बेकिस्तान, मंगोलिया, फिलीपींस और कजाकिस्तान जैसे मजबूत मुक्केबाजी राष्ट्रों सहित 17 देशों के 150 मुक्केबाजों ने इस चैंपियनशिप में हिस्सा लिया है।

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