Wednesday, March 10, 2021

पूर्व पाकिस्तान क्रिकेटर का बयान, इस्लाम अपनाने की वजह से बैटिंग सुधरी March 10, 2021 at 04:23PM

नई दिल्ली पाकिस्तान के पूर्व बल्लेबाज मोहम्मद यूसुफ (Mohammad Yousuf) ने साल 2006 में अपने शानदार प्रदर्शन का श्रेय खुद के इस्लाम अपनाने को दिया है। यूसुफ ने उससे एक साल पहले ही इस्लाम धर्म अपनाया था। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट यूसुफ योहाना (Yousuf Yohana) के नाम से खेलना शुरू किया था। वह वॉलिस मैथीज, एंटाओ डिसूजा और डंकन शार्प के बाद पाकिस्तान के लिए खेलने वाले चौथे ईसाई खिलाड़ी थे। साल 2004 में वह पाकिस्तान की कप्तानी करने वाले पहले गैर-मुस्लिम खिलाड़ी भी बने थे। लेकिन साल 2005 में पूर्व पाकिस्तानी बल्लेबाज ने इस्लाम अपनाने का फैसला किया और इस्लामी नाम, मोहम्मद यूसुफ भी अपना लिया। उनके साथ ही उनकी पत्नी तान्या ने भी धर्म-परिवर्तन कर अपना नाम फातिमा कर लिया। यूसुफ ने उस साल पहले भारत के खिलाफ लाहौर में 199 गेंद पर 173 रन की पारी खेली। इसके बाद उन्होंने 2006 में पाकिस्तान के इंग्लैंड दौरे पर जबर्दस्त प्रदर्शन किया। यहां तक कि उस साल उन्होंने एक कैलेंडर ईयर में सबसे ज्यादा रन के विवियन रिचर्ड्स (Vivian Richards) के रेकॉर्ड को तोड़ा। उस साल उन्होंने 1788 रन बनाए और रिचर्ड्स के 1710 के रेकॉर्ड को तोड़ा। विजडन को दिए हालिया इंटरव्यू में उन्होंने माना था कि वह अपने करीबी दोस्त सईद अनवर से काफी प्रभावित थे जो अपनी बेटी की मौत के बाद धार्मिक हो गए थे। यूसुफ ने कहा कि उन्होंने इसके बाद सईद अनवर (Saeed Anwar) की जिंदगी में बदलाव आते देखे थे। उन्होंने पाकपेशनडॉटनेट से कहा था, 'मुझे किसी ने जबर्दस्ती धर्म परिवर्तन नहीं करवाया। सच्चाई यह है कि मैं सईद अनवर के काफी करीब था। हम मैदान पर और मैदान के बाहर अच्छे दोस्त थे। हमने अपनी किशोरावस्था में काफी क्रिकेट एक साथ खेला था। मैंने सईद के साथ काफी वक्त बिताया और उसके माता-पिता मुझे अपने बेटे की तरह समझते थे। जब मैं उनके घर पर होता था तो मैं देखता था कि उसके माता-पिता कितना शांत और अनुशासित जीवन जीते थे। इससे मैं काफी प्रभावित हुआ।' यूसुफ ने कहा, 'मैंने सईद अनवर (Saneed Anwar) की जिंदगी धार्मिक बनने से पहले और बाद में देखी थी। मैंने देखा था जब सईद को निजी क्षति हुई, उनकी बेटी की मौत हो गई थी। सईद ने इसके बाद इस्लाम की राह अपनाई। यह मेरे लिए एक प्रेरणा था और टर्निंग पॉइंट था। इसके बाद मैंने इस्लाम में परिवर्तित होने का फैसला किया।' 2006 की अपनी फॉर्म के बारे में यूसुफ कहते हैं कि यह उन्हें अल्लाह की ओर से तोहफा था। यूसुफ ने कहा, 'जहां तक ट्रेनिंग और प्रैक्टिस की बात है मैंने साल 2006 में कुछ अलग नहीं किया। साल 2005 के अंत में मैंने इस्लाम अपनाया और पहली बार नमाज पढ़ी। फिर मैंने दाढ़ी बढ़ाई और मैंने अपने भीतर शांति महसूस की, मैं मानसिक रूप से किसी भी चुनौती के लिए स्वीकार था।' उन्होंने कहा, 'मुझे हमेशा लगता है कि साल 2006 में मेरी शानदार प्रदर्शन के पीछे ऊपर वाले का मेरे इस्लाम अपनाने का इनाम था। मैंने सपने में भी नहीं सोचा था कि मैं उस साल सर विवियन रिचर्ड्स का रेकॉर्ड तोड़ूंगा लेकिन क्योंकि मैं और मेरा करीबी माहौल शांत था, मानसिक रूप से मैं अपना सर्वश्रेष्ठ खेल रहा था और मुझे लगा कि मुझे कोई भी बाधा रोक नहीं सकती।' यूसुफ का रेकॉर्ड मोहम्मद यूसुफ ने पाकिस्तान के लिए 90 टेस्ट मैचों में 52.29 के औसत से 24 शतक और 33 अर्धशतकों की मदद से 7530 रन बनाए। 288 वनडे इंटरनैशनल मैचों में उन्होंने 9720 रन बनाए।

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