Tuesday, March 30, 2021

पूर्व चयनकर्ता सरनदीप ने कहा, टी20 के लिए रोहित-धवन सर्वश्रेष्ठ विकल्प March 29, 2021 at 10:15PM

नई दिल्ली भारतीय कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) टी20 में पारी का आगाज करने की इच्छा रखते हैं लेकिन पूर्व चयनकर्ता सरनदीप सिंह (Sarandeep Singh) का मानना है कि आगामी टी20 विश्व कप में भारत को रोहित शर्मा (Rohit Sharma) और शिखर धवन (Shikhar Dhawan) की अनुभवी सलामी जोड़ी के साथ ही उतरना चाहिए। सरनदीप का कार्यकाल ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इस साल के शुरू में भारत की ऐतिहासिक जीत के बाद समाप्त हो गया था। उन्होंने अलग प्रारूपों के लिये अलग अलग कप्तान पर भी अपनी राय रखी हालांकि कहा कि उनके समय में इस पर चर्चा नहीं हुई क्योंकि कोहली तीनों प्रारूपों में अच्छा प्रदर्शन कर रहे थे। इंग्लैंड के खिलाफ टी20 सीरीज के बाद कोहली (Kohli) ने कहा कि वह इंडियन प्रीमियर लीग (IPL ) में पारी का आगाज करेंगे जिससे विश्व कप में उनके और रोहित शर्मा के सलामी बल्लेबाज के रूप में उतरने की संभावना जतायी जाने लगी। धवन को श्रृंखला के पहले मैच के बाद बाहर कर दिया गया था। कोहली और रोहित ने अंतिम टी20 में पारी की शुरुआत की थी। सरनदीप ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘यह हैरानी भरा था। उन्होंने (धवन) आईपीएल में अच्छा प्रदर्शन किया था, ऑस्ट्रेलिया में अच्छा प्रदर्शन किया। जब भी वह खेलता है तो अच्छा प्रदर्शन करता है। वह मानसिक रूप से बेहद मजबूत है। हो सकता है कि वे कुछ विकल्प आजमाना चाहते हों लेकिन मेरा मानना है कि रोहित और धवन का दायें हाथ और बायें हाथ के बल्लेबाज का संयोजन विश्व कप में भारत के लिये सर्वश्रेष्ठ विकल्प होगा। ’ उन्होंने कहा, ‘आप एक मैच के आधार पर आकलन नहीं कर सकते। उसने बाद में वनडे में अच्छा प्रदर्शन किया। टीम का निर्धारण करने में आईपीएल की भूमिका अहम होगी। टीम में जगह बनाना आसान नहीं है। इशान किशन को भी टीम में जगह बनाने के लिये बेजोड़ प्रदर्शन करना होगा। ’ सरनदीप का इसके साथ ही मानना है कि अगर हार्दिक पंड्या गेंदबाजी नहीं करता है तो फिर क्रुणाल के लिये वनडे टीम में जगह नहीं है। उन्होंने कहा, ‘अगर हम वनडे की बात करें तो यदि हार्दिक गेंदबाजी नहीं करता तो क्रुणाल आपका पांचवां गेंदबाज नहीं हो सकता है। उसने अच्छी बल्लेबाजी की लेकिन क्रुणाल 10 ओवर नहीं कर सकता है। वह टी20 का अच्छा खिलाड़ी है लेकिन जब वनडे की बात आती है तो उसके पास बल्लेबाजों के सामने चुनौती पेश करने जैसा कौशल नहीं है। ’ अलग अलग प्रारूपों के लिये अलग कप्तानों के विषय पर सरनदीप ने कहा कि उनके कार्यकाल के दौरान इस पर चर्चा तक नहीं हुई। उन्होंने कहा, ‘अलग अलग कप्तानों की जरूरत तब पड़ती है जबकि आपका कप्तान अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रहा हो लेकिन वह (कोहली) एकमात्र खिलाड़ी है जिसका सभी प्रारूपों में औसत 50 से ऊपर है। अगर वह किसी एक प्रारूप में अच्छा प्रदर्शन नहीं करता है तो आप उससे कप्तानी का भार कम कर सकते हो। ’

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