Thursday, September 17, 2020

कोलकाता के 20 साल के तेज गेंदबाज कमलेश नागरकोटी ने कहा- भारत के लिए खेलने का सपना है, जिसे हर हाल में पूरा करना चाहता हूं September 17, 2020 at 07:08PM

विमल कुमार. राजस्थान के तेज गेंदबाज कमलेश नागरकोटी की कहानी किसी परीकथा से कम नहीं है। बाड़मेर जैसे छोटे से शहर से आने वाले नागरकोटी ने 2018 के अंडर-19 वर्ल्ड कप में तहलका मचाया। 20 साल के नागरकोटी ने वर्ल्ड कप में 145 किमी/घंटे से भी ज्यादा तेजी से गेंदबाजी की थी।

वेस्टइंडीज के महान तेज गेंदबाज इयान बिशप तक उनके फैन हो गए थे। कोलकाता नाइट राइडर्स ने 2018 में उन्हें 3.2 करोड़ की राशि खर्च कर अपनी टीम में शामिल किया। लेकिन चोट के कारण वे 2018 के आईपीएल में नहीं खेले। इसके बावजूद केकेआर ने उन्हें रिटेन किया। 2019 सीजन के पहले भी वे बैक इंजरी के कारण टूर्नामेंट से बाहर हो गए थे। लेकिन इस बार वो अपनी टीम की एक बड़ी उम्मीद हैं। उनसे इंटरव्यू के प्रमुख अंश...

20 साल के कमलेश नागरकोटी को 2018 में केकेआर ने 3.2 करोड़ रुपए में खरीदा था

हर कोई आपके पेस की चर्चा कर रहा है। क्या इससे दबाव बनता है?

कमलेश: बनता भी है और नहीं भी। बहुत ज्यादा ऐसी बातों पर ध्यान देकर भटकना नहीं चाहिए। मैंने स्पीड को लेकर कोई खास मेहनत नहीं की है। लेकिन गेंदबाजी करते समय आपको मानसिक तौर पर हमेशा सजग रहना पड़ता है कि आप कैसे गेंद डाल रहे हैं।

आपके कप्तान दिनेश कार्तिक का मानना है कि आपकी फील्डिंग एकदम रवींद्र जडेजा के स्तर की है ?

कमलेश: कार्तिक का ऐसा कहने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद। भारत के सर्वोत्तम फील्डर से तुलना किसे अच्छी नहीं लगेगी। मैंने फील्डिंग पर काफी मेहनत की है। फील्डिंग में तो जोंटी रोड्स से बड़ा हीरो कौन होगा। हर कोई उन्हीं की तरह बेहतरीन फील्डर बनना चाहता है, लेकिन ये मुमकिन नहीं।

आपके हीरो कौन-कौन रहे हैं?

कमलेश: देखिए, गेंदबाजी में तो मैं भुवनेश्वर कुमार और मोहम्मद शमी का फैन हूं। दोनों गेंदबाज अपनी प्रतिभा से आपको काफी प्रभावित करते हैं। भुवी भाई जहां गेंद को दोनों तरफ से स्विंग कराने की काबिलियत रखते हैं तो शमी भाई का सीम पर शानदार नियंत्रण है।

आपकी टीम में पैट कमिंस और न्यूजीलैंड के लॉकी फर्ग्युसन भी हैं। दोनों से क्या सीखने को मिल रहा है?

कमलेश: मैं बड़ा लकी हूं कि दुनिया के नंबर 1 गेंदबाज कमिंस हमारी टीम का हिस्सा हैं। इससे हम जैसे युवा गेंदबाजों को काफी सीखने मिलेगा। दुनिया के दो सबसे उम्दा गेंदबाजों के साथ उनका अनुभव साझा करना एक शानदार बात है।

आपका आईपीएल खेलने का सपना पूरा होने वाला है। आगे कोई और सपना?

कमलेश: असली सपना तो भारत के लिए खेलना है। यही एक सपना है, जिसे मैं हर हाल में पूरा करना चाहता हूं।

केकेआर में न्यूजीलैंड के काइल मिल्स और भारत के ओंकार साल्वी दो गेंदबाजी कोच हैं। क्या सामंजस्य बिठाने में मुश्किल आती है?

कमलेश: ऐसा नहीं है। ज्यादातर कोच का तरीका लगभग एक जैसा ही होता है। कई बार दोनों की कोचिंग का तरीका अलग हो सकता है। लेकिन मौके की नजाकत को देखते हुए गेंदबाजी में कैसे बदलाव करना है, ये दोनों से सीखने वाली बात होती है। मैं तो किसी भी मुद्दे पर उनसे बेहिचक बातें कर लेता हूं।



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2018 के अंडर-19 वर्ल्ड कप में कमलेश नागरकोटी ने लगातार 145 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी कर सबको चौंकाया था। -फाइल

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